एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली पद्धति -वैज्ञानिक डॉ0 परिहार & Top UK News

10 Dec. 2019 (Himalayauk Bureau) High Light # मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपते मसूरी विधायक गणेश जोशी # एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति दुनिया की तीसरी सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली  चिकित्सा पद्धति # लंदन में भारतीय हथकरघा डिजाइन, और देश के अन्य प्रसिद्ध फैशन से जुड़ी कलाओं का प्रर्दशन #नागरिकता संशोधन बिल व एनआरसी एक सिक्के के दो पहलू– : राजा बहुगुणा #KASHIPUR गौसे पाक की नियाज कर निकला जुलुस        # चमोली — बकायादारों के खिलाफ तत्काल बंदी, कुड़की एवं नीलामी की कारवाई # (www.himalayauk.org) HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND ; Leading Newsportal & Daily Newspaper, Publish at Dehradun & Haridwar. Mail us; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030 #CHANDRA SHEKHAR JOSHI- CHIEF EDITOR#

31 दिसम्बर तक खाली हो मसूरी के शिफन कोट के सभी आवास: सीएस

देहरादून 10 दिसम्बर: मसूरी के शिफन कोट में निवास कर रहे कई परिवारों को अन्यत्र स्थानान्तरित किये जाने वाले प्रकरण में मंगलवार को मसूरी विधायक गणेश जोशी ने मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से विधानसभा स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की। विधायक गणेश जोशी के विशेष प्रयासों के बाद शिफन कोट से परिवारों को स्थानानतरित करने के लिए अब 21 दिनों का समय बढ़ाया गया है।
       विधायक जोशी ने बताया कि रोपवे परियोजना के निर्माण की चपेट में आ रहे शिफन कोट के परिवारों को अन्यत्र स्थानान्तरित करने के पीछे का मुख्य कारण रोपवे परियोजना के निर्माण के बाद मसूरी में पर्यटन को अत्यधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होनें मुख्य सचिव से कहा कि निर्माण कार्य प्रारम्भ होने से पूर्व सभी परिवारों को शिफन कोट से अन्यत्र स्थानान्तरित किये जाने के लिए 31 दिसम्बर तक का समय दिया जाए, ताकि सभी परिवार अपने लिए आवास की व्यवस्था कर सके।
       मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने विधायक गणेश जोशी के अनुरोध को स्वीकारते हुए शिफन कोट से लोगों को हटाये जाने वाले प्रकरण में 21 दिनों का समय प्रदान किया। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि 31 दिसम्बर तक सभी परिवारों को वहां से हटा दिया जाए। सीएस ने कहा कि यह स्थानान्तरण बिना किसी शर्त के होगा।
       इस अवसर पर जिलाधिकारी सी रविशंकर, भाजपा मण्डल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, कुशाल राणा, मनोज जोशी उपस्थित रहे।

एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति दुनिया की तीसरी सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली  चिकित्सा पद्धति

हरिद्वार । एटॉमिक एनर्जी हैवी वाटर प्लांट रावतभाटा कोटा न्यूक्लियर फ्यूल कांपलेक्स परमाणु ऊर्जा विभाग के परमाणु वैज्ञानिक डॉक्टर एम एल परिहार ने कहा कि135 तरह की वैकल्पिक चिकित्साए दुनिया भर में प्रचलित है और इनमें से सबसे ज्यादा एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति प्रचलित है। जो आज दुनिया की तीसरी सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली  चिकित्सा पद्धति  बन चुकी हैै। डॉक्टर परिहार नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स(एनयूजे ),(आई ) हरिद्वार जनपद इकाई द्वारा आयोजित “आधुनिक मानव जीवन एवं रोगों के निदान”विषय पर आधारित एक कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। 

          उन्होंने कहा कि मानव शरीर के मर्म बिंदुओं पर प्रेशर दिया जाता है तो उनसे क्या प्रभाव पड़ता है इसी के ऊपर कुछ वैज्ञानिक ने शोध किया है। उन्होंने लोगों से आवाहन किया कि वे ऋषि मुनियों द्वारा प्रदत्त भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को अपनाएं क्योंकि वे वैज्ञानिक तथ्यों पर पूर्ण उतरते हैं। चाहे वह हस्त मुद्रा हो या आंख देखकर रोग को पहचानने की कला जिसे आज आइरिस थेरेपी कहा जाता है। 

     डॉ. परिहार ने कहा कि जो कान पकड़ कर शिक्षक बच्चों को याद दिलाने के लिए सजा देते थे,वह भी वैज्ञानिक  पद्धति थी। इससे बच्चों की मानसिक शक्ति का विकास होता है। उन्होंने कहा कि शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होना पानी की कमी को दर्शाता है। दर्द को पर्याप्त मात्रा में यानी 4 से 6 लीटर पानी विविध तरीके से पी कर दूर किया जा सकता है।  

        हस्त मुद्राओं पर प्रकाश डालते हुए डॉ परिहार ने कहा की विभिन्न प्रकार की हस्त मुद्राएं स्वास्थ्य रक्षा के लिए कारगर साबित हो रही हैं वायु मुद्रा के द्वारा शरीर के लगभग 80 फीसद दर्द को दूर किया जा सकता है कानों की मालिश करके तथा हाथों की ताली बजाकर स्वस्थ रहा जा सकता है। 

एक दिवसीय चिकित्सा कार्यशाला में आरोग्य प्राप्ति की विभिन्न क्रियाओं पंचतत्व चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, मेरिडियोनोलॉजी, चुंबकीय चिकित्सा ,आहार-विहार ,आचार-विचार चिकित्सा सहित कई वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों पर डॉ परिहार ने प्रकाश डाला। 

        कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में  बोलते हुए पतंजलि योगपीठ के संस्थान दिव्य फार्मेसी हरिद्वार के मानव संसाधन विकास विभाग के महाप्रबंधक  एनसी शर्मा ने कहा कि आज मनुष्य एलोपैथी पद्धति से चिकित्सा करा कर और उसके दुष्प्रभावों से अत्यधिक पीड़ित है इसलिए वह भारतीय प्राचीन ऋषि-मुनियों द्वारा खोजी गई चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद और अन्य वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों का सहारा लेकर राहत महसूस करता है उन्होंने कहा कि प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में अनेक विधाएं विद्यमान है जो आज बेहद प्रचलित हो रही हैं। उन्होंने एनयूजे द्वारा आयोजित चिकित्सा कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि पत्रकारों द्वारा इस तरह की सामाजिक गतिविधियां संचालित करके समाज सेवा का एक बड़ा कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम संयोजिका डॉ. राधिका नागरथ ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति से होने वाले फायदों के लिए चिकित्सा कार्यशाला का आयोजन किया गया है। 

       अतिथियों का आभार जताते हुए एनयूजे के प्रदेश अध्यक्ष बृजेंद्र  हर्ष  ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला समाज के लिए बहुत अधिक उपयोगी हैं। प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने कहा कि मनुष्य का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। तभी हम स्वस्थ समाज और स्वस्थ देश का निर्माण कर सकते हैं। इस अवसर पर एनयूजे द्वारा प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश शर्मा को कुंभ मेला हरिद्वार उच्चाधिकारी मेला कमेटी का सदस्य बनााए जाने पर उनका शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया और पत्रकार जगत के लिए इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया गया। 

 एनयूजे के प्रदेश अध्यक्ष बृजेंद्र हर्ष, कार्यकारी अध्यक्ष गुलशन नैयर, प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश शर्मा, महामंत्री महेश पारीक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रवण झा, अविक्षित रमन, अवधेश शिवपुरी, एनयूजे के जिला अध्यक्ष  बालकृष्ण शास्त्री,  महामंत्री संजीव शर्मा, दीपक नौटियाल, सुभाष कपिल, धर्मेंद्र चौधरी,नरेश गुप्ता, ठाकुर शैलेंद्र सिंह, मुदित अग्रवाल, विकास चौहान, मनोज  खन्ना, आशीष मिश्रा, देवेंद्र शर्मा, लव शर्मा, कुमकुम शर्मा, तनवीर अली ,सचिन तिवारी, सुनील पांडे, प्रदीप शर्मा, अनूप कुमार ने अतिथियों को शॉल और स्मृति चिन्ह  तथा रुद्राक्ष की माला भेंट कर सम्मानित किया।  कार्यक्रम का संचालन बाल कृष्ण शास्त्री ने किया । 

इस मौके पर डॉ. विशाल गर्ग, बीएचएल के सेवानिवृत्त महाप्रबंधक राजीव भटनागर, गीता भटनागर, ए.सी क्वात्रा, वीपी गुप्ता, राकेश मोंगा, रश्मि मोंगा, ऋषिकुल कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. वी.के. अग्निहोत्री, डॉ. मंजू अग्निहोत्री, रेनू अरोड़ा, सुमित यशकल्याण, हरीश कुमार सहित सभागार में समाज के विभिन्न वर्गों के लोग उपस्थित थे। 

लंदन में भारतीय हथकरघा डिजाइन, और देश के अन्य प्रसिद्ध फैशन से जुड़ी कलाओं का प्रर्दशन

जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी लंदन में आयोजित होने वाले  इंडियन फैशन वीक के 6 वें संस्करण का बना साझेदार # फैशन इंडस्ट्री में रचनात्मकता और नवाचार का जरिया बना इंडिया फैशन वीक # लंदन में भारतीय हथकरघा डिजाइन, और देश के अन्य प्रसिद्ध फैशन से जुड़ी कलाओं का प्रर्दशन किया

देहरादून, 10 दिसम्बर 2019- जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी ने लगातार छठे वर्ष इंडिया फैशन वीक, लंदन के साथ साझेदारी की है। इस साल इस इंवेट का आयोजन नोवोटेल लंदन में किया गया था,  इस इंवेट में  जेडी इंस्टिट्यूट के छात्रों को भारत के प्रोफेशनल फैशन डिजाइनरों के साथ अपने डिजाइन फैशन इंडस्ट्री के जाने माने लोगों के सामने रखने का मौका मिलेगा।

लंदन में आयोजित होने वाले इंडिया फैशन वीक के छठे संस्करण में नए डिजाइनरों को एक नई यात्रा शुरु करने का मौका दिया साथ ही दुनिया भर के प्रतिभाशाली डिजाइनरों  को अपने द्वारा डिजाइन किये कलेक्शन्स को सामने रखने के लिए एक मंच प्रदान किया। समारोह में सेमिनार, रैंप वॉक और स्टाइल और ट्रेंड से जुड़े  फैशन के विभिन्न पहलुओं पर टॉक सेशन का भी आयोजन किया जाएगा।  जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के छात्रों को भी वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका मिला । जेडी इंस्टीट्यूट के छात्रों ने देश के पारंपरिक कला का प्रतिनिधित्व करते हुए रोगन कला, कच्छ, गुजरात की एक डिजाइन शैली, अरुणाचल प्रदेश का प्रसिद्ध हथकरघा डिजाइन, और देश के अन्य प्रसिद्ध फैशन से जुड़ी कलाओं का प्रर्दशन किया। समापन परिधानों को भारतीय डिजाइनर समर चैहान द्वारा डिजाइन किया गया था। इस इंवेट पर बात करते हुए ,  जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, की कार्यकारी निदेशक, ने कहा सुश्री रूपल दलाल,, ‘लगातार छह वर्षों तक इस तरह के प्रतिष्ठित आयोजन का हिस्सा बनना हमारे लिए सम्मान और गर्व की बात है। इंडिया फैशन वीक ने भारत से  उभरते हुए युवा फैशन डिजाइनर्स को अपनी रचनात्मक क्षमता दिखाने और फैशन डिजाइन के क्षेत्र में अपने पैर जमाने में मदद की है। उन सभी फैशन डिजाइनर्स को मेरी तरफ से शुभकामनाएं जिन्होनें इस इंवेट में भाग लिया।

नागरिकता संशोधन बिल व एनआरसी एक सिक्के के दो पहलू– : राजा बहुगुणा

★ नागरिकता संशोधन बिल पारित होने के बाद मोदी को लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह जायेगा : राजा बहुगुणा # ★ CAB एवम NRC के माध्यम से  मोदी सरकार भारत के विभाजन के दर्द और त्रासदी को फिर से दोहराना चाहती है,इसे  हर हाल में रोकना होगा #★  जेएनयू, डीयू समेत अन्य विश्वविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों के संघर्षरत छात्रों व अध्यापकों पर हमले बंद करो!

“नागरिकता संशोधन बिल को संसद में पास करा मोदी सरकार ने देश के संविधान की हत्या करने की पुष्टि कर दी हैं। मोदी  सरकार ने सिद्ध कर दिया है कि वो देश को हिटलर के मार्ग पर प्रशस्त कर रही है। नागरिकता संशोधन बिल व एनआरसी एक सिक्के के दो पहलू हैं जिसकी मदद से मोदी सरकार संविधान की धर्मनिरपेक्ष अवधारणा को नष्ट कर भारत को एक  साम्प्रदायिक हिन्दू राष्ट्र में तब्दील कर देना चाहती है।” यह बात आज यहां मानवाधिकार दिवस के अवसर पर भाकपा(माले) द्वारा घोषित राष्ट्रीय प्रतिवाद दिवस के अवसर पर बुद्धपार्क में आयोजित प्रतिरोध धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हए ‘माले’ राज्य सचिव कामरेड राजा बहुगुणा ने कही।

  उन्होंने कहा कि, “मोदी सरकार के इस संविधान विरोधी कृत्य को राष्ट्र कभी स्वीकार नहीं करेगा  और अब देश में एक नए असहयोग आन्दोलन को होने से काेई नहीं रोक पाएगा।”

उन्होंने कहा कि, “देश व संविधान सर्वोपरि है अौर देश में रहने वाला हर व्यक्ति देश का नागरिक है। इस स्थिति से खिलवाड़ करने  की इजाजत किसी को भी नहीं दी जा सकती है।”

राजा बहुगुणा ने कहा कि, “नागरिकता संशोधन बिल भारत के धर्मनिरपेक्ष बहुलतावादी संविधान को खत्म करने की साजिश है, ताकि आरएसएस अपने सवर्ण हिन्दुत्ववादी-मनुवादी समाज व्यवस्था को लागू करवा सके। जोकि एक तानाशाही राज्य की अवधारणा है।”नागरकिता संशोधन बिल भारत के धर्म निरपेक्ष बहुलतावादी संविधान को खत्म करने की साजिश है ताकि आरएसएस अपने सवर्ण हिन्दुत्व वादी मनुवादी समाज व्यवस्था को लागू करवा सके। जोकि एक तानाशाही राज्य की अवधारणा है। 

उन्होंने कहा कि, “नागरिकता संशोधन बिल देश के संविधान की मूल आत्मा को ही नष्ट कर रहा है, इसके पारित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह जायेगा।”

उन्होंने कहा कि, “CAB एवम NRC के माध्यम से  मोदी सरकार भारत के विभाजन के दर्द और त्रासदी को फिर से दोहराना चाहती है, इसे हर हाल में रोकना होगा।”

माले जिला सचिव डॉ कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, “अगर शरणार्थियों को शरण देने की ही बात है तो मोदी सरकार शरणार्थियों को धर्म के आधार पर क्यों बांट रही है। केवल उन्हीं तीन देशों को क्यों चुना गया है जो मुस्लिम बहुल हैं। इसका मकसद साफ है कि मोदी-शाह की सरकार देश की अर्थव्यवस्था में मौजूद भयानक मंदी, बेतहाशा महंगाई और घोर बेरोजगारी के सवाल को हल करने की नीति बनाने के बजाय जनता को तीखे साम्प्रदायिक विभाजन की आग में झौंक देना चाहती है।”

उन्होंने कहा कि, “नागरिकता संशोधन कानून की प्राथमिकता प्रताड़ित शरणार्थियों की राहत नहीं बल्कि नागरिकता की परिभाषा को ही बदल देना है। एनआरसी के साथ नागरिकता कानून एक पूरा पैकेज है जो मुस्लिमों को तो प्रताड़ित करेगा ही साथ ही साथ अन्य सभी धर्म जाति के गरीबों की भी नोटबंदी के तर्ज पर नागरिक बंदी करेगा। उनको उत्पीड़ित करेगा, लाइनों में खड़ा करेगा और देश के नागरिक से शरणार्थियों में तब्दील कर देगा।”

किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने कहा कि, “जेएनयू, डीयू और अन्य शैक्षणिक संस्थाओं में फीस वृद्धि के खिलाफ चल रहे आंदोलनों पर दमन और हमला शिक्षा के निजीकरण की ओर धकेलने का कदम है। यह सबके लिए शिक्षा के बुनियादी अधिकार और छात्रों के लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन के अधिकार पर हमला है।”

भाकपा माले ने घोषणा की है कि हर हाल में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध किया जाएगा और जनभावनाओं के विपरीत जाकर यदि सरकार इसे कानून बनाने में सफल हो जाती है तो ऐसे देशविरोधी कानून और एनपीआर एवम एनआरसी  के साथ पूर्ण असहयोग किया जाएगा। पूरे देश में अभी से जगह जगह इस विधेयक का बड़े पैमाने पर विरोध किया जा रहा है।

“प्रतिरोध धरने” में मुख्य रूप से माले की केंद्रीय कमेटी के सदस्य संजय शर्मा, वरिष्ठ नेता बहादुर सिंह जंगी, अम्बेडकर मिशन के अध्यक्ष जी आर टम्टा, भुवन जोशी, आनन्द सिंह सिजवाली, गोविंद जीना, स्वरूप सिंह दानू, नैन सिंह कोरंगा, गिरीश जोशी, डॉ अचिंतो मंडल, कार्तिक सरकार, इस्लाम हुसैन, सुंदर लाल बौद्ध, विमला रौथाण, गणेश दत्त पाठक, उमरदीन, मेहरून खातून, शेर सिंह पपोला, एन डी जोशी, ललित मटियाली, रमेश ब्रिजवाल, पुष्कर दुबड़िया, कमल जोशी, मोहन लाल आर्य, बपनी राम, त्रिलोक राम,नारायण सिंह, किशन बघरी, ललित जोशी, दीप पाठक, रूबी भारद्वाज, देवेन्द्र रौतेला, निर्मला शाही, सुधा देवी, हरीश राम, अजय प्रसाद आदि बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।

  काशीपुर —-गौसे पाक की नियाज कर निकला जुलुस       

काशीपुर। मोहल्ला महेशपुरा मे ग्यारहवीं शरीफ पर गौसे पाक की चादर हजरत मुकाबाली शाह बाबा की दरगाह मे पेश की।मुस्लिम समाज के लोगों ने देश हित मे गरीब बच्चों को पढ़ाने का लिया सकंल्प। मौहल्ले मे जुलुस निकलकर चादर गली मौहल्ले मे घर घर मे नियाज करी गई।जुलूस का स्वागत किया।घर-घर हुई नियाज, शहर मे एकता और सौहार्द का पैगाम भी देते चले। जुलूस में गौसे आज़म  जिंदाबाद के नारे लगाये। काशीपुर का अमन कायम रहे, काशीपुर की एकता जिंदाबाद जैसे नारे मिसाल बन गए। इसमें तब चार चांद और लग गए जब जुलूस-ए-गौसिया में दिखाई दिया।हर वर्ग और समुदाय के लोगों ने जगह-जगह स्वागत किया।इस मौके पर कारी इकरार, जनशक्ति विकास संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौ आरिफ खान,पार्षद पति अफसर अली ताहिर खान,दिलशाद अन्सारी दिल्लू,मौ यूनुस, शादाब सैफी,अमन चौधरी, मो नौशाद,आसिफ रजा,अजहर अली, इब्ने हसन,फरीद साबरी, मुनव्वर हुसैन,पूर्व सदर मौ नईम जमीन शाह,शानू अंसारी, वाहिद चौधरी,बाबू,अकबर ठेकेदार,शरीफ महागीर,फैजान मंसूरी, यामीन मंसूरी आदि थे       .

चमोली — बकायादारों के खिलाफ तत्काल बंदी, कुड़की एवं नीलामी की कारवाई

चमोली 10 दिसंबर,2019 (सू0वि0) राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक लेते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने शतप्रतिशत राजस्व वसूली तथा लंबित वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने बडे बकायादारों के खिलाफ तत्काल बंदी, कुड़की एवं नीलामी की कारवाई अमल में लाने को कहा। 

मंगलवार को जिलाधिकारी ने क्लेक्ट्रेट परिसर में राजस्व विभागों की मासिक समीक्षा बैठक ली। उन्होंने भूमि अधिग्रहण मामलों के प्रतिकर का तत्काल भुगतान करने, अमीनों को निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष आरसी आदि की वसूली करने तथा राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश तहसीलों को दिए। इस दौरान उन्होंने वाणिज्य कर, स्टांप तथा निबंधन, आबकारी, परिवहन कर, वन, खनन, भू-राजस्व, रेवन्यू पुलिस, फौजदारी, शमन आदि मामलों की समीक्षा करते हुए वसूली तथा राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिए।

खनन की समीक्षा के दौरान खनन अधिकारी दिनेश कुमार बैठक से गायब मिले। उनके प्रतिनिधि के रूप में बैठक में पहुॅचे खनन विभाग के कर्मचारी से जब जिलाधिकारी ने खनन अधिकारी के बारे पूछा तो कर्मचारी ने बताया कि वो खनन अधिकारी के बारे में बताने के लिए अधिकृत नही है। इस पर जिलाधिकारी भड़क गए और उसी समय खनन अधिकारी कार्यालय पहुॅचे। खनन अधिकारी अपने कार्यालय से भी गायब मिले। इस पर जिलाधिकारी ने फोन कर खनन अधिकारी से आॅफिस से गायब रहने के बारे में पूछा तो उन्होंने अपने आप को कभी देहरादून तो कभी हल्द्वानी बताया। खनन अधिकारी के बिना अनुमति के जिले से बाहर रहने तथा राजस्व की महत्वपूर्ण समीक्षा में उपस्थित न रहने पर जिलाधिकारी ने कडी नाराजगी जाहिर करते हुए खनन अधिकारी दिनेश कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी कर दी है। इसके अलावा उन्होंने खनन अधिकारी को 08 घंटे के भीतर जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के भी सख्त आदेश दिए है। 

समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आबकारी में जो भी आरसी काटी गई है, उनकी प्राथमिकता से वसूली करना सुनिश्चित करें। विविध देय की वसूली में कर्णप्रयाग व थराली तहसील की धीमी प्रगति पर डीएम ने वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि जितने भी बडे बकायदार है, उनसे प्राथमिकता पर वसूली करना सुनिश्चित करें। उन्होंने विभिन्न न्यायालयों में लंबित वादों का भी तेजी से निस्तारण करने के निर्देश सभी एसडीएम को दिए।

जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को वाहनों की मजिस्ट्रीयल जांच कर यथासमय रिर्पोट उपलब्ध कराने को कहा, ताकि दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को सहायता राशि वितरण की जा सके। पुलिस, परिवहन एवं सभी एसडीएम को वाहनों की ओवरलोडिंग, ओवरस्पीड तथा डंªक एण्ड ड्राइव के खिलाफ सख्त अभियान चलाने के निर्देश दिए। कहा कि वाहन चालकों को परेशान करने के उदेश्य से चैकिंग ना करें बल्कि दुर्घटनाओं को रोकने के उदेश्य से वाहनों की चैकिंग की जाए। एसडीएम व आबकारी अधिकारी को अवैध कच्ची शराब और शराब की दुकानों में ओवर रेटिंग के खिलाफ समय-सयम पर छापेमारी करने को कहा। ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को सभी तहसील क्षेत्रों में अलावा की व्यवस्था रखने तथा कंबल इत्यादि सामग्री का इतेजाम रखने को कहा। उन्होंने कहा कि तहसीलों को आपदा की दृष्टि से पर्याप्त फंड दिया गया है। 

जिलाधिकारी ने आॅलवेदर रोड़ एवं रेल परियोजना के तहत चिन्हित भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही में भी तेजी लाने निर्देश दिए। सड़क से जुड़ी अधिकांश शिकायतों को दखते हुए उन्होंने एसडीएम व तहसीलदार को स्वयं सड़कों का निरीक्षण करने, सड़कों के तेजी से निर्माण के लिए राजस्व लैंड बैंक का डेटा अपडेट करने तथा भ्रमण के दौरान आंगनबाडी केन्द्रों व लेबर रूम इत्यादि का भी निरीक्षण करने को कहा। जिलाधिकारी ने तहसील स्तर पर राशन कार्डो की आॅनलाइन प्रगति की समीक्षा भी करने को कहा। उन्होंने बताया कि जितने राशन कार्ड आॅनलाईन हो रहे है उन्ही यूनिट के सापेक्ष आगे से राशन मिल रहा है। इसलिए राशन कार्डो के आॅनलाईन करने में भी तेजी लाना सुनिश्चित करें, ताकि आम लोगों को कोई परेशानी न हो। 

बैठक में अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया,एसडीएम बुशरा अंसारी, एसडीएम वैभव गुप्ता, डीजीसी आरएस बिष्ट, एडीजीसी केएस वत्र्वाल, एसपीओ हीरा सिंह, तहसीलदार सोहन सिंह रांगड सहित राजस्व विभाग के विभिन्न पटलों के पटल सहायक उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *