मोदी जी लड़ाई हार चुके हैं; किसने कहा ?

बहकाना आसान है, मगर समझाना मुश्किल; अखिलेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘श्मशान और कब्रिस्तान’ तथा बिजली देने में धर्म के आधार पर भेदभाव सम्बन्धी बयान को लेकर सवाल उठने के बीच सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार (22 फरवरी) को कहा कि मोदी राज्य विधानसभा चुनाव की लड़ाई हार गये हैं, इसीलिये अपना ‘रास्ता’ बदल रहे हैं। अखिलेश ने यहां आयोजित एक चुनावी जनसभा में कहा कि अगर उनकी सरकार रमजान पर, दीवाली और क्रिसमस पर भी 24 घंटे बिजली देती है, तो इससे लाभ तो जनता का ही होता है। पता नहीं प्रधानमंत्री जी को क्या दिखायी दे रहा है। उन्होंने कहा ‘क्या पता कल प्रधानमंत्री जी आ रहे हों, कोई बड़ा सपना दिखाकर चले जाएं। पता नहीं क्या कहकर चले जाएं। इसलिये हम आपसे पहले ही कहकर जा रहे हैं कि पिछली दीवाली से हमने हर शहर को 22 से 24 घंटे बिजली उपलब्ध करायी है। मोदी जी लड़ाई हार चुके हैं, इसीलिये अपना रास्ता बदल रहे हैं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने गत 19 फरवरी को हमीरपुर में अपनी रैली में प्रदेश की सपा सरकार पर जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि अगर किसी गांव में कब्रिस्तान है तो श्मशान भी होना चाहिये। इसके अलावा अगर रमजान पर 24 घंटे बिजली आती है तो दीवाली पर भी आनी चाहिये। उनके इस बयान की खासी आलोचना हुई थी और इसे चुनाव को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश के तौर पर देखा गया था।

अखिलेश ने कहा, ‘मोदी तो पुलिसवालों से भी कह गये कि थाने में समाजवादी लोग हैं। हमने तो ऐसा कहा नहीं। प्रधानमंत्री जी उनको भी इशारा कर गये कि पुलिसवालों समाजवादी पार्टी की मदद करो।’ मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने गत 19 फरवरी को हमीरपुर में अपनी रैली में प्रदेश की सपा सरकार पर जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि अगर किसी गांव में कब्रिस्तान है तो श्मशान भी होना चाहिये। इसके अलावा अगर रमजान पर 24 घंटे बिजली आती है तो दीवाली पर भी आनी चाहिये। उनके इस बयान की खासी आलोचना हुई थी और इसे चुनाव को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश के तौर पर देखा गया था।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग कोई भी भ्रम फैलाने या बहकाने की कोशिश करेंगे। बहकाना आसान है, मगर समझाना मुश्किल है, इसलिये सभी कार्यकर्ता बहुत समझदारी से, अपने बूथों पर सबको समझाकर और योजनाओं की जानकारी देकर अपना-अपना बूथ जिताएं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने उप्र-100 योजना शुरू की है। कहीं भी घटना होने पर पुलिस 10-15 मिनट में मौके पर पहुंच जाएगी। भविष्य में हम इसे और अच्छा करेंगे, जिससे आम जनता को लाभ हो। हमने जितने प्रमोशन पुलिस में किये उतने किसी ने नहीं किये। हमने भर्ती भी सबसे ज्यादा की।
अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षामित्रों और रोजगार सेवकों की मदद की है। आप हमारी मदद करिये, हम आगे आपकी और मदद करेंगे। हमें अभी और काम करना है। उन्होंने कहा कि जब काम की बात होगी तो आप समाजवादियों को आगे पाएंगे। हमने हमेशा बिना भेदभाव के काम किया है आगे भी करेंगे। भाजपा और बसपा के बहकावे में नहीं आना। जो रफ्तार पहले तीन चरणों में बनी है, उसे आगे भी बनाये रखना। एक बार आप सब लोग मिलकर हमारे सभी प्रत्याशियों को जिता दीजियेगा। आने वाले समय में एक बार फिर आपकी सरकार होगी। सपा अध्यक्ष ने कहा ने इस बार कांग्रेस पार्टी भी साथ में है, हम पर उसे ज्यादा सीटें देने का आरोप भी लगता है, लेकिन हमने बड़े दिल से दोस्ती की है। अखिलेश ने अपनी सरकार के मंत्री और बहराइच की मटेरा सीट से विधायक यासिर शाह की भी सराहना की।

—–उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए यूपी सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लालू ने प्रसाद यादव को हेलीकॉप्टर मुहैया करवाया है। साथ ही उन्होंने लालू प्रसाद यादव से कहा है कि वे अपने चुटीले अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधें। राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार में मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं। अखिलेश यादव ने अभी तक लालू प्रसाद यादव के साथ मंच शेयर नहीं की है, इसका मतलब है कि लालू अकेले ही चुनाव प्रचार करेंगे। rediff.com की रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश ने लालू प्रसाद यादव के लिए एक हेलीकॉप्टर आवंटित किया है, ताकि वे एक रैली से दूसरी रैली में जा सकें। साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि अखिलेश यादव ने लालू प्रसाद यादव से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर चुटकुलों के जरिए निशाना साधें।
बता दें, लालू प्रसाद यादव के समाजवादी पार्टी के मुखिया के साथ पारिवारिक संबंध हैं। लालू यादव ने अपनी छोटी बेटी की शादी मुलायम सिंह यादव के पोते के साथ साल 2015 में शादी की थी। लालू को अकसर देखा जाता रहा है कि वे मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के समर्थन में बोलते रहे हैं। जब मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव में झगड़ा हुआ था तो तब भी लालू ने दखल देकर मामले की सुलझाने की कोशिश की थी।
बता दें, लालू प्रसाद यादव अपने चुटीले अंदाज से विरोधी लोगों पर निशाना साधने के लिए जाने जाते हैं। लालू प्रसाद यादव नोटबंदी के मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते रहे हैं। हालही में यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम के ‘कब्रिस्‍तान-शमशान’ वाले बयान पर लालू ने ट्वीट करने लालू यादव ने निशाना साधा था। लालू ने ट्वीट किया था, ‘देश ने ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा जो सीने पर अपनी पार्टी का चिह्न चिपका, धर्म और जाति की बात कर देशवासियों की भावनाएं भड़काने का काम करता है।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *