बैंक की लाइन में लगे 70 साल के बुजुर्ग गिर पडे, मौत

#बुजुर्ग  केे बेटा ने मांगा मुआवजा #पहुंचा सुप्रीम कोर्ट#नोटबंदी के कारण हुई मौत का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है#
तीन दिनों तक सिर्फ 15 सौ रुपये बदलवाने के लिए 70 साल के सियाराम बैंक की लाइन में लगे रहे लेकिन आखिरकार वे गिर पड़े और उनकी मौत हो गई. अब सियाराम का बेटा मोदी सरकार से इस मौत का हिसाब मांगने सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाए. उनका कहना है कि नोटबंदी के फैसले से कुछ चुनिंदा लोगों की तिजोरी भरेगी, गरीबों को नुकसान होगा. नोटबंदी को लेकर मायावती ने कहा कि पूरे देश की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. देश में गरीब लोग परेशान हैं और पूंजीपति लोग खुश हैं.नोटबंदी के बाद लोग धड़ल्ले से PayTM का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे PayTM के धंधे में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. जिसके बाद PayTM को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है.दरअसल पीएम मोदी ने 8 नवंबर को देश को संबोधित करते हुए नोटबंदी का ऐलान का किया था, जिसके अगले दिन PayTM पर पीएम मोदी की तस्वीर के साथ एक विज्ञापन लगा था, जिसमें कैश न होने से PayTM इस्तेमाल की सलाह दी गई थी. अब इसी विज्ञापन को लेकर केजरीवाल ने पीएम मोदी पर सवाल उठाया है. ममता का आरोप है कि सरकार ने बिना तैयारी नोटबंदी को लागू किया है जिससे लोगों को परेशानी हो रही है.

याचिका में सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा भी दिलाने की मांग की गई है. हाथरस के खोड़ा गांव में रहने वाले कन्हैया लाल ने याचिका में कहा है कि उसके पिता सियाराम के पास 1500 रुपये थे और वे 15 और 16 नवंबर को बैंक की लाइन में लगे लेकिन रुपये नहीं बदले. 17 नवंबर को वे फिर लाइन में लगे लेकिन दोपहर 3.30 बजे वे गिर पड़े और उनकी मौत हो गई. याचिका में कहा गया है कि हाथरस की जनसंख्या करीब पांच लाख है और वहां 40 बैंक भी हैं, लेकिन सरकार ने रुपये बदलवाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किया जिसकी वजह से सियाराम की मौत हुई. याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट इस मौत के मामले में मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये दिलाए और यह भी सुनिश्चित कराए कि नोटबंदी के बाद लोगों को दिक्कत न हो.

जिस बैंक में आपका खाता है, वहां आप जितना चाहे उतना नकद जमा करवा लें ;2.5 लाख रुपये तक की नकदी जमा करवाते हैं तो पेनल्टी नहीं लगेगी. लेकिन यदि आप इस राशि से अधिक की नकद जमा करवाते हैं तो आपको स्पष्ट तौर पर इस धन का सोर्स बताना होगा.
वही दूसरी ओर केंद्रीय बैंक आरबीआई ने कहा है कि यदि आपका कैश क्रेडिट (सीसी) अकाउंट है या फिर आप ओवरड्राफ्ट अकाउंट होल्डर हैं तो एक हफ्ते में 50,000 रुपए तक नकदी निकाल सकते हैं. कारोबारियों और व्यापारियों के लिए यह घोषणा राहत की बात है. आऱबीआई ने अपनी वेबसाइट पर इस बाबत सूचना जारी की है. हालांकि यह साफ कर दें कि यह विदड्रॉल लिमिट पर्सनल ओवरड्राफ्ट खाताधारकों पर नहीं है.आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने पिछले दिनों घोषणा की थी कि सरकार कम से कम तीन महीने पुराने करंट अकाउंट्स में से कैश विदड्राल की लिमिट प्रति सप्ताह 50 हजार रुपए कर रही है. करंट अकाउंट दरअसल बैंक अकाउंट का वह प्रकार है जो कारोबारियों की प्रतिदिन की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुविधाजनक होता है. इसमें एक दिन में किए जाने वाले ट्रांजैक्शन्स की संख्या सीमित नहीं होती.

यहां एक बात डिपॉजिट से संबंधित बताते चलें- जिस बैंक में आपका खाता है, वहां आप जितना चाहे उतना नकद जमा करवा लें लेकिन इन नोटों को जमा करवाने की 50 दिन की छूट की अवधि है. इसमें आप यदि 2.5 लाख रुपये तक की नकदी जमा करवाते हैं तो पेनल्टी नहीं लगेगी. लेकिन यदि आप इस राशि से अधिक की नकद जमा करवाते हैं तो आपको स्पष्ट तौर पर इस धन का सोर्स बताना होगा. यदि इस आय घोषणा में विसंगति पाई गई तो न सिर्फ इस अमाउंट पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा बल्कि इस पर 100 फीसदी से लेकर 300 प्रतिशत का जुर्माना भी लग सकता है.

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