भगत दा के आहवान पर कुमायूंं में उमडा जनसैलाब

#भगत सिंह कोश्‍यारी के आहवान  पर उमडे जनसैलाब #गदगद हुए अमित शाह #गदगद अमित शाह बोले-#परिवर्तन यात्रा में उमडे जनसैलाब से यह तय है कि राज्‍य में दो तिहाई बहुमत से भाजपा की सरकार # हल्‍द्वानी की यह रैली भाजपा के लिए मील का पत्‍थर साबित हो सकती है- क्‍योंकि यह सूबे की कांग्रेस सरकार के दिग्‍गज मंत्री के शहर में थी- पर  भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष – अजय भटट तथा भगत सिंह कोश्‍यारी की जोडी ने कुमायूं में इतिहास बनाने में कामयाब रहे- #जनचर्चा रही कि कांग्रेस की तर्ज पर ब्राहमण अध्‍यक्ष और ठाकुर नेता की यह जोडी को आगे रखकर भाजपा हरीश रावत का मुकाबला करने में समक्ष हो सकती है- 

वही दूसरी ओर भुवन चंद्र खंडूरी की मुख्‍यमंत्री बनने के लिए ज्‍यादा महत्‍वाकांक्षा नही है- उन्‍होंने साफ कह दिया- कि ‘पार्टी ने मुझे जितना दिया है, वह मैं कई जन्मों में भी नहीं पा सकता था

भारतीय जनता पार्टी के नैशनल प्रेसीडेंट श्री अमित शाह ने बुधवार 7 दिसम्‍बर 16 को गदगद होकर कहा- देवभूमि उत्‍तराखण्‍ड के हल्‍द्वानी शहर में उत्‍तराखण्‍ड परिवर्तन यात्रा समापन के अवसर पर आयोजित रैली को सम्‍बोधित करते हुए कहा-  

हिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल की कवरेज- (www.himalayauk.org हिमालय गौरव उत्‍तराखण्‍ड) Leading Digital Newsportal & Daily Newspaper; publish at Dehradun & Haridwar – चन्‍द्रशेखर जोशी सम्‍पादक तथा ब्‍यूरो रिपोर्ट-* 
श्री अमित शाह ने हल्‍द्वाानी में कहा-  कुमायूं इस देवभूमि का प्रवेश द्वार है, इसलिए कुमायूं क्षेत्र में आयोजित यह रैली परिवर्तन यात्रा का समापन नही बल्‍िक देवभूमि उत्‍तराखण्‍ड में परिवर्तन की शुरूआत है।
अमित शाह ने हल्‍द्वानी में कहा कि राज्‍य को पर्यटन में अ्ग्रणी बनाना, युवाओ को स्‍थानीय स्‍तर पर रोजगा देना, और उत्‍तराखण्‍ड को भ्रष्‍टाचारी शासन से मुक्‍त कराने का लक्ष्‍य है, परिवर्तन यात्रा में उमडे जनसैलाब से यह तय है कि राज्‍य में दो तिहाई बहुमत से भाजपा की सरकार बनने जा रही है-
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह नेे उत्‍तराखण्‍ड की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उनके नेता गरीबो का चावल भी नही छोडते, चार हजार बोरी चावल एक जगह से मिलना इसका प्रमाण है- राज्‍य सरकार शराब माफियाओं, खनन माफियाओं को लाभ पहुंचाने और विधायकों की खरीद फरोख्‍त में व्‍यस्‍त है, राज्‍य की कानून व्‍यवस्‍था चरमरा गयी है वही केन्‍द्र की मोदी सरकार पर ढाई साल में भी एक भी भ्रष्‍टाचार का आरोप नही लगा, अब राज्‍य को भी ऐसी स्‍वच्‍छ छवि वाली सरकार की जरूरत है।
अमित शाह ने कहा कि भाजपा का उददेश्‍य राज्‍य में सिर्फ सरका बदलना नही स्‍थिति और व्‍यवस्‍था परिवर्तन है, उत्‍तराखण्‍ड में भ्रष्‍टाचारी कांग्रेस सरकार को उखाड कर केन्‍द्र की नरेन्‍द्र मोदी के नेत़त्‍व वाली भारतीय जनता पार्टी की तरह ही पारदर्शी सरकार बनायी जायेगी, तभी देवभूमि का गौरव पुनर्स्‍थापित हो सकेगा, उत्‍तराखण्‍ड को अलग राज्‍य बनाने के लिए यहां के युवाओं ने लम्‍बा संघर्ष कियका- श्री अटल बिहारी बाजपेयी के शासनकाल में केन्‍द्र ने इसे अलग राज्‍य बनाया, अब श्री नरेन्‍द्र मोदी के नेत़त्‍व वाली भाजपा सरकार इसमें बदलाव लाने के लिए कटिबद्व हैै- राज्‍य में भाजपा सरकार बनने पर युवाओं को रोजगार के लिए नही भटकना पडेगा- अपने गांव और जनपद में ही रोजगार उपलब्‍ध होगे, मोदी जी उत्‍तराखण्‍ड को पर्यटन के क्षेत्र में सबसे आगे लाना चाहते हैं, केन्‍द्र सरकार की योजना चारों धामों को फोन लेन सडक से जोडने की भी है-
अमित शाह ने कहा कि सैनिकों के लिए 45 साल से लंबित वन रैक वन पेंशन योजना को मोदी जी की भाजपा सरकार ने बनने के एक साल के अंदर लागू कर दिया, इससे 5500 करोड रूपये सीधे जवानों के खाते में जमा हो गया, नोटबंदी के फैैसले का पूरा देश और पूरी दुनियां द्वारा स्‍वागत किया जा रहा है, इसका विरोध कांग्रेसी कर रहे है, जिनका यूपीए के शासनकाल में घोटालों के जरिये कमाया 12 लाख करोड रूपया अब रददी में तब्‍दील हो गया है। श्री नरेन्‍द्र मोदी की सरकार ने सर्जिकल स्‍टाईक के जरिये देश का गौरव बढाया- वही दलितों, पिछछों युवाओं, महिलाओं के लिए 92 से अधिक योजनाये भी सरकार लेकर आयी है,
अमित शाह ने हल्‍द्वानी में कहा कि वह राज्‍य में तीन परिवर्तन यात्राओं को सम्‍बोधित कर चुके हैं, इसके अलावा राज्‍य के नेता भी जिन रैलियों में गये हैं वहा जनसैलाब उमड रहा है, इससे तय है कि उत्‍तराखण्‍ड में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है-
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी से कांग्रेस के लाखों-करोड़ों रुपये बर्बाद हो गए हैं. शाह ने कहा कि नोटबंदी से जिसके पास कालाधन है वही परेशान हैं. जनता ने नोटबंदी का स्वागत किया है.
जेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हल्द्वानी में भाजपा की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी से कांग्रेस पार्टी के लाखों-करोड़ों रुपये बर्बाद हो गए हैं. अमित शाह ने कहा कि सिर्फ कालेधन वाले ही परेशान है, जनता ने नोटबंदी का स्वागत किया है.
उत्तराखंड की हरीश रावत सरकार पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि विकास के लिए उत्तराखंड में भी केंद्र की मोदी सरकार जैसी सरकार चाहिए. अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड में ऐसी सरकार चाहिए जो नरेंद्र मोदी के कंधे से कंधा मिलाकर चल सके. उन्होंने कहा कि चार धाम को फोर लेन से जोड़ना है तो परिवर्तन कीजिए. हरीश रावत सरकार को उखाड़ फेंकिए.
वन रैंक वन पेंशन का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने एक ही साल में वन रैंक वन पेंशन को लागू किया है. केंद्र ने 55 करोड़ रुपये सैनिकों के खातों में जमा कराए हैं.

‘पार्टी ने मुझे जितना दिया है, वह मैं कई जन्मों में भी नहीं पा सकता था;  खंडूरी ;  

वही दूसरी ओर भुवन चंद्र खंडूरी की मुख्‍यमंत्री बनने के लिए ज्‍यादा महत्‍वाकांक्षा नही है- उन्‍होंने साफ कह दिया- कि ‘पार्टी ने मुझे जितना दिया है, वह मैं कई जन्मों में भी नहीं पा सकता था

विधानसभा चुनावों के निकट आते ही मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी को लेकर चल रही कयासबाजी के बीच वरिष्ठ भाजपा नेता भुवन चंद्र खंडूरी ने आज कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वह उसे एक सैनिक की तरह मुस्तैदी से निभायेंगे। पौड़ी गढ़वाल से लोकसभा सांसद मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) भुवनचंद खंडूरी ने कहा, ‘पार्टी ने मुझे जितना दिया है, वह मैं कई जन्मों में भी नहीं पा सकता था। आगे भी पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी, मैं उसे एक सैनिक की तरह मुस्तैदी से निभाऊंगा। मैं यह भी जरूर बताना चाहूंगा कि अगर कोई गलत काम करेगा तो मैं उसका जोर-शोर से विरोध करूंगा।’
82 वर्षीय खंडूरी ने कहा कि नेताओं की उम्र को लेकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिये गये फैसले का वह सम्मान करते हैं। उम्र की सीमा तय करना सैद्वांतिक रूप से बहुत जरूरी है और इसके लिये हिम्मत चाहिये। लेकिन, इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि इस तरह के निर्णयों का हमें केवल सम्मान ही नहीं करना चाहिये, बल्कि यह भी देखना चाहिए कि उनका ठीक तरह से अनुपालन भी हो।
वर्ष 2012 विधानसभा चुनावों के संबंध में खंडूरी ने कहा कि जब वर्ष 2011 के उत्तरार्ध में उन्होंने मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभाला तब भाजपा को केवल सात-आठ सीटें मिलने का ही अनुमान जताया जा रहा था लेकिन तीन-चार महीने में लिये गये कठोर निर्णयों के कारण बने वातावरण ने पार्टी को जीत के मुहाने तक ला खड़ा किया।
खंडूरी के दूसरे मुख्यमंत्रित्व काल में मुख्यमंत्री पद को भी लोकायुक्त के दायरे में लाने वाले लोकायुक्त कानून, तबादला कानून समेत लिये गये कई निर्णयों को भाजपा को जीत की कगार तक पहुंचने का श्रेय दिया जाता है। हालांकि, 70 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा 31 सीटों पर विजयी हुई थी और कांग्रेस के मुकाबले केवल एक सीट से पीछे रहकर सत्ता से दूर हो गयी।
पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित नहीं करने के संबंध में खंडूरी ने कहा कि चेहरा सामने लाना कोई सैद्धांतिक मजबूरी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘चेहरा सामने लाने के फायदे भी होते हैं और नुकसान भी।’ वर्ष 2007 के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा ने औपचारिक तौर पर कोई मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद पार्टी ने खंडूरी के नेतृत्व में सरकार बनायी।
हालांकि, वर्ष 2012 में पार्टी ने विधानसभा चुनाव ‘उत्तराखंड के लिये खंडूरी है जरूरी’ के नारे पर लड़ा था। नोटबंदी को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में खंडूरी ने कहा कि ऐसे निर्णयों को लेने के लिये हिम्मत चाहिये। ऐसे निर्णय लेने में थोड़ी-बहुत तकलीफ तो होती है लेकिन इनसे भविष्य सुधर जाता है।

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