कांग्रेस-काशीपुर रैली में मंत्री आर्य जी रूठ कर कोप भवन में चले

कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य जी रूठ कर कोप भवन में चले; कांग्रेस की टाय टाय फिस काशीपुर रैली प्रवक्ता भाजपा ने कहा- 

वही कांग्रेस प्रवक्‍ता ने कहा-  भाजपा के नेता भारत के मतदाता का मजाक उड़ाते  हैं-परिवर्तन यात्राओं में आई कम भीड़ ने भाजपा को नकार दिया है तथा चेता दिया है कि आने वाले समय में उसकी विदाई तय है। जहां हरिद्वार रैली में भीड़ कम आने की भाजपा नेतृत्व द्वारा जांच कराई जा रही है वहीं देहरादून और अल्मोड़ा की रैलियों में भी जनता का भाजपा से मोह भंग   Presents by www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal) 

देहरादून 8 दिसम्बरः
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में चलाई जा रही परिवर्तन यात्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भाजपा को अपनी पार्टी के षासन वाले राज्यों में परिवर्तन यात्रायें निकालने कीअावश्‍यकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता केवल बड़ी-बड़ी बातें करना जानते हैं तथा बाद में अपनी कही बातों को चुनावी जुमले कह कर भारत के मतदाता का मजाक उड़ाते हैं।

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रावत की टाय टाय फिस  काशीपुर रैली

देहरादून 8 दिसंबर,

विनय गौयल,  प्रदेश प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड ने कहा-

 उत्तराखंड हरीश रावत की टाय टाय फिस  काशीपुर रैली के फ्लॉप शो से हरीश रावत के झूठ के ढोल की पोल खुलकर सामने आ गई है। अनेकों बार अपने अनेको कार्यक्रम स्थगित करने के बाद इन्होंने बड़ा साहस कर के एक कार्यक्रम करने की हिम्मत जुटाई और जब उसमें कोई भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आने के लिए तैयार नहीं हुआ तो हरीश रावत जी ने अपने वकील कपिल सिब्बल जी को कांग्रेस के नेता के रूप में रैली में बुलाकर अपना काम निकालना चाहा किंतु आखिरी समय में कपिल सिब्बल जी ने भी इसे कमजोर केस मानते हुए हाजिरी माफी लेना ही उचित समझा। सारे  दिन भर जिस प्रकार की नौटंकी चली वह भी कांग्रेस की पोल खोलने के लिए काफी है ।विभिन्न नेताओं के समर्थकों में दंगे फसाद होते रहे, वे एक-दूसरे के बैनर पोस्टर फाडते रहे और हद तो तब हो गई जब  कार्यक्रम के संयोजक प्रदेश सरकार में वरिष्ठ मंत्री श्री यशपाल आर्य जी रूठ कर कोप भवन में चले गए । दौड़े दौड़े मुख्यमंत्री हरीश रावत बाजपुर जाकर  किसी तरह उन्हें मना कर ले कर आए किंतु उसके बाद भी सभा  स्थल पर जिस प्रकार से उनके समर्थकों में नारेबाजी, गाली गलौच और मारपीट हुई उससे कांग्रेस की असलियत देश और प्रदेश की जनता के सामने आ गई । सतत संकल्प विकास यात्रा,  “विकट संकट – बकवास यात्रा” बनकर रह गई।हरीश रावत जी के चेहरे पर उड़ती है हवाईयो  ने उनके दिल का हाल क्या कर डाला। वकील नेता भी अपने क्लाइंट मुख्यमंत्री का कुछ भला नहीं कर पाए

:: मथुरादत्त जोशी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली, तमिलनाडु तथा विहार के चुनाव में अपना हश्र भूल गई है। भाजपा जहां एक ओर दिल्ली में तीन सीटों पर आकर सिमट गई वहीं तमिलनाडु में 2 प्रतिशत वोट ही हांसिल कर पाई तथा ताजा उदाहरण विहार के विधानसभा चुनाव का है जहां भाजपा के बडबोले नेताओं का गुरूर वहां की जनता ने तोड़ दिया। भाजपा के नेता जिस प्रदेष में जाते हैं वहां पर उस राज्य को नम्बर 1 बनाने की बात करते हैं पर जहां पर उनकी सरकारें हैं वहां पर उनके मुख्यमंत्री और मंत्री भ्रश्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं। परिवर्तन की बात करने वाली भाजपा के नेताओं को यह बताना चाहिए कि जहां पर उनकी सरकारें हैं उन राज्यों में उसने क्या परिवर्तन किये। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री अपनी सरकार की उपलब्धियां बताने की बजाय अपना भ्रश्टाचार छुपाते फिर रहे हैं। पिछले चुनाव में भाजपा ने एक जुमला दिया था ‘खण्डूरी है जरूरी’ फिर खण्डूरी खुद ही क्यों हार गये। राज्य बनने के बाद भाजपा की अंतरिम सरकार ने राज्य की राजधानी का मामला ऐसे उलझाया कि आज तक नहीं सुलझ पाया। तत्तकालीन भाजपा सरकार की कमजोरियों के कारण राज्य की परिसम्पत्तियों का बंटवारा नहीं हो पाया। उत्तराखण्ड में परिवर्तन की बात करने वाली भाजपा ने केन्द्र की सत्ता में आने के बाद राज्य का विषेश राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया। कैलाष मानसरोवर को उत्तराखण्ड से जाने वाला रास्ता बदलवाकर उत्तराखण्ड के पर्यटन केा क्षति पहुंचाने का काम किया। राज्य में होने वाले धर्मिक आयोजनों अर्द्ध कुम्भ का पैसा रोक कर लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का काम किया और तो और राज्य के अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के गरीब विद्यार्थियों को मिलने वाले वजीफे को भी बन्द कर दिया गया।
मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने कहा कि हल्द्वानी में अपने भाषण में अमित शाह की राज्य निर्माण के बारे में अज्ञानता इसीसे झलकती है जब उन्होने कहा कि कांग्रेस केन्द्र शासित राज्य मांग रही थी। जबकि उत्तराखण्ड राज्य कांग्रेस की देन है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्राओं में आई कम भीड़ ने भाजपा को नकार दिया है तथा चेता दिया है कि आने वाले समय में उसकी विदाई तय है। जहां हरिद्वार रैली में भीड़ कम आने की भाजपा नेतृत्व द्वारा जांच कराई जा रही है वहीं देहरादून और अल्मोड़ा की रैलियों में भी जनता का भाजपा से मोह भंग होता दिखाई दिया। हल्द्वानी में 5 करोड़ रूपये की लागत से सम्पन्न हुई रैली में भीड के नाम पर उत्तर प्रदेष से लोगों को बुलाया गया। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोष्यारी दो साल में राज्य में विकास की गंगा बहाने की बात करते हैं जबकि वे राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं तथा उपलब्धियों के नाम पर उनके नाम डबल जीरो रहा है।
प्रदेष कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि बिना कैबिनेट को विष्वास में लिये बिना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी का मूर्खतापूर्ण फैसला लेकर बैंक में जमा अपने ही पैसे निकालने के लिए देष की जनता को जहां एक ओर भिखारी की भांति लाईन में खड़ा कर दिया वहीं दूसरी ओर अपनी पार्टी के नेताओं का काला धन पीछे के रास्ते से सफेद किया जा रहा है जिसका ताजा उदाहरण पष्चिम बंगाल में भाजपा नेता से नये नोटों की खेप मिलने से हो गया है।
श्री जोषी ने कहा कि परिवर्तन के नाम पर भाजपा की 2012 के चुनाव में जीती हुई 26 विधानसभा सीटें भी परिवर्तित हो जायेंगी और उत्तराखण्ड की प्रबुद्ध जनता भाजपा को उसके जुमलों का जवाब विधानसभा चुनाव में उसका सूफड़ा साफ कर जरूर देगी।

(मथुरादत्त जोशी)
मुख्य प्रवक्ता

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