जनता लाइन में, काले धन वाले ऐश में

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मोदी की कैशलेस योजना को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने झटका दिया
सरकारी एजेंसियों के छापों से यह तो पता चलता है कि कार्रवाई हो रही है, लेकिन जिस तादाद में रकम बरामद हो रही है उससे लग रहा है कि अभी भी कुछ लोगों के लिए सिस्टम आसान है. यह रकम बता रही है कि कुछ लोगों को लाखों-करोड़ों के नए नोट हासिल करने में कोई दिक्कत नहीं आई है. अनुमान लगाया जा सकता है कि जो लोग पकड़े नहीं गए हैं उनकी संख्या क्या होगी और उन्होंने इस सिस्टम का लाभ किस तरह से उठाया होगा.

दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में रोहित टंडन नाम के वकील के लॉ फर्म से 13 करोड़ 65 लाख रुपये मिले थे. जो नए नोट काले धन वालों के पास से मिल रहे हैं वो पैसे आपको मिलते तो आपको लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ता. पिछले चार दिन में करीब 12 जगहों पर 21 करोड़ का काला धन मिला. इतने पैसे से एक लाख से ज्यादा लोगों को 2-2 हजार मिल जाते. दिल्ली में कैश की बरामदगी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. कैश की बरामदगी में एक पूर्व मंत्री, नेता और बिल्डर का नाम भी सामने आ रहा है. राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. कोऑपरेटिव बैंक और उससे जुड़ी संस्था से एक करोड़ अड़तीस लाख के नए नोट और दो किलो सोना बरामद हुआ है.

वकील रोहित टंडन से इनकम टैक्स विभाग लगातार पूछताछ कर रहा. एक वकील के पास 13 करोड़ 65 लाख की नकदी कहां से आई ? लॉ फर्म के दफ्तर में ये पैसे क्यों रखे गए थे ? क्या यहां काले धन को सफेद करने का गोरखधंधा चल रहा था ? बैंक में बैठा वो कौन बेईमान था जिसने 13 हजार हिंदुस्तानियों का हक मारकर दो करोड़ 60 लाख रुपये के नए नोटों को काली कमाई की तिजोरी में पहुंचा दिया ?
इन्हीं सवालों के साथ आयकर विभाग की टीम ने रात भर रोहित टंडन नाम के उस वकील से पूछताछ की जिसके लॉ फर्म पर छापेमारी में 13 करोड़ 65 लाख रुपये बरामद हुए थे, जिसमें दो करोड़ साठ लाख के नए नोट शामिल थे. ये पूछताछ दिल्ली के ग्रेटर कैशाल वन में मौजूद व्हाइट हाउस नाम की उसी बिल्डिंग में हुई जिसमें टंडन एंड टंडन लॉ फर्म का दफ्तर है और जहां शनिवार रात दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की थी. शे से वकील रोहित टंडन लॉबिंग का भी काम करता है. इसके पिता पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के जज रह चुके हैं. 6 अक्टूबर को इनकम टैक्स रेड के बाद रोहित टंडन ने 125 करोड रुपये की संपत्ति घोषित की थी. यही नहीं 21 दिन पहले भी इनकम टैक्स ने इसी व्हाइट हाउस में रेड करके 1 करोड 25 लाख के नए नोट पकड़े थे. रोहित टंडन ने 2014 में दिल्ली के पॉश जोरबाग इलाके में 100 करोड़ में एक कोठी खरीदी थी. हजार के इन नए नोटों से एक सुराग ये मिल रहा है कि 2 करोड़ 60 लाख रुपये किसी एक जगह से नहीं जुटाए गए थे क्योंकि ये नोट सीरियल नंबर में नहीं हैं. शक ये भी है कि रोहित टंडन अपने लॉ फर्म के जरिए कालाधन सफेद करने का ठेका ले रहा हो और वही पैसा यहां रखा था. सूत्र ये भी बता रहे हैं कि ये नोट कुरियर के जरिए रोहित टंडन के व्हाइट हाउस तक पहुंचाए गए थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैशलेस योजना को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने झटका दिया है. आरबीआई ने सरकार के डेबिट कार्ड से ट्रांजेक्शंस के दौरान लगने वाले मर्चेंट डिस्काउंट रेट को बहुत कम कर देने के प्रस्ताव पर सवाल उठाया है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, इसके लिए पिछले सप्ताह आरबीआई और बैंकों के बीच कई बैठकें भी हुईं थी. इन बैठकों में कैबिनेट मिनिस्टर के अलावा सरकार के सीनियर पदाधिकारी भी शामिल थे. बैठक में सरकार ने सुझाव दिया था कि एमडीआर को या तो खत्म कर दिया जाए या अगले साल 31 मार्च तक इसे बहुत कम रखा जाए. एसबीआई और आईसीआईसीआई जैसे बड़े बैंकों ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है. इतना ही नहीं आरबीआई के डिप्टी गवर्नर आर. गांधी ने भी सरकार के इस सुझाव पर चिंता जताई है. एक शख्स ने ईटी को बताया, ‘आर. गांधी ने कहा था कि चार्ज में कमी करते वक्त बैंकों की लागत को ध्यान में रखना होगा. सरकार एक हजार और दो हजार रुपए से नीचे के ट्रांजेक्शंस के लिए चार्जेज को काफी ज्यादा घटाना चाहती है. इन पर चार्ज 75 से 100 बेसिस पॉइंट्स तक है.’ विशेषज्ञों के मुताबिक, डेबिट कार्ड पर जीरो चार्ज कर देने से कई मर्चेंट्स क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन करने में आनाकानी कर सकते हैं, जिस पर औसतन 170 बेसिस पॉइंट्स का एमडीआर है. मर्चेंट डिस्काउंट रेट यानि एमडीआर वह लागत होती है, जिसे बैंक कार्ड सर्विसेज देने के बदले में मर्चेंट से वसूलते हैं. डिजिटल लेनदेन को बढावा देने के कदमों के तहत नोटबंदी के इस दौर में सरकार ने यह पहल की है. जाहिर तौर पर सरकार के इस कदम से देश में मौजूदा तकरीबन 74 करोड़ डेबिट कार्ड और 2.7 करोड़ क्रेडिट कार्ड धारकों और करीब 2 करोड़ क्रेडिट कार्ड उपयोग करने वालों को कार्ड पेमेंट करने पर फायदा होगा. इससे देश में कैशलेस ट्रांजेक्शन्स को बढ़ावा मिलेगा.

चेन्नई में माइनिंग कॉन्ट्रैक्टर शेखर रेड्डी के ठिकाने से 166 करोड़ कैश औऱ 127 किलो सोना मिला. कर्नाटक के चित्रदुर्ग में बिजनेसमैन के सीक्रेट बाथरूम से 5 करोड़ 70 लाख के नए नोट मिले. दिल्ली के ग्रेटर कैलाश के लॉ फर्म के दफ्तर से 13 करोड़ 65 लाख कैश मिला.
लेकिन पिछले चार दिनों में हैदराबाद से 71 लाख, मुंबई के माटुंगा से 85 लाख, गुजरात के पोरबंदर से 21 लाख, गुजरात के ही सूरत से 2 लाख, मध्य प्रदेश के होशंगाबाद से 43 लाख,जबलपुर से करीब 19 लाख, मध्य प्रदेश के ही इंदौर से 8 लाख, राजस्थान के भीलवाड़ा से सवा सात लाख और दिल्ली से सटे गुडगांव से 10 लाख के नए नोट मिले हैं.
ये पैसे काले धन वालों के थे लेकिन इन पैसों पर हक उन लोगों का था, जो 8 नवंबर के बाद से 2-2 हजार के लिए बैंक और एटीएम की लाइनों में लगे हुए हैं. हमने पिछले 3-4 दिन में 12 जगहों पर नए नोटों की बरामदगी का हिसाब लगाया. 2-2 हजार के करीब 21 करोड़ रुपए जब्त किए गए. छापे में करीब 1 लाख 2-2 हजार के नोट मिले. जब एटीएम से 2-2 का एक ही नोट एक एटीएम यूजर को मिल रहा है तो आप सोचिए कि अगर ये 21 करोड़ के नोट बैंकिंग सिस्टम में होते तो एक लाख लोगों को कम से कम 2 हजार रुपए मिल जाते. लाइन में घंटों खड़ा नहीं होना पड़ता. सरकार के एक और आंकड़े से हिसाब को समझिए. नोटबंदी के बाद 6 दिसंबर तक 400 केस में 130 करोड़ के नोट औऱ जूलरी जब्त हुए. काला धन जब्ती के सारे आंकड़ों को मिला दें तो करीब 150 करोड़ के नोट लोगों को मिलने की बजाय काले धन वालों के हत्थे चढ़ गए. अगर इतने लोगों ने 150 करोड़ 2-2 हजार के नोट बंटते तो साढे सात लाख लोगों को लाइन में नहीं लगना पड़ता. राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. कोऑपरेटिव बैंक और उससे जुड़ी संस्था से एक करोड़ अड़तीस लाख के नए नोट और दो किलो सोना बरामद हुआ है.
जयपुर के मानसरोवर में विल्फ्रेड शिक्षण संस्था ने 8 दिसम्बर को इंटीग्रल को-आपरेटिव बैंक में एक करोड तीस लाख रुपये के नये नोट जमा करवाये थे. इसके बाद आज आयकर विभाग ने बैंक अधिकारियों से पूछताछ की और विल्फ्रेड संस्था के केशव बड़ाया के एक करोड 38 लाख रुपये जब्त कर लिये.
आयकर विभाग ने बताया कि केशव बड़ाया ने ये राशि किसी दूसरे बैंक खाते से अवैध रूप से निकालकर इंटीग्रल को-आपरेटिव बैंक में जमा करवा दी. बैंक की शाखा भी इसी शिक्षण संस्था के परिसर में है. जब्त किए गई राशी में 2 हजार रूपए के करीब 7 हजार नोट मिले. केशव बड़ाया फिलहाल फरार है.
जयपुर में सीबीसीआईडी ने भी एक गाड़ी से 60 लाख के नोट बरामद किए हैं जिनमें 56 लाख रुपए के नए दो हज़ार के नोट शामिल है. ये लोग सड़क पर खड़े होकर कमीशन पर नोटबदली का धंधा कर रहे थे.
–वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने देश में सबसे बड़ी राशि यानी 100 बोलिवर के नोट को बंद करने के लिए आपात आदेश जारी किए हैं. बता दें कि आईएनआर में 100 बोलिवर नोट करीब 6 रुपए 80 पैसे के बराबर हुआ. उन्होंने यह आदेश उन ‘माफियाओं’ को नाकाम करने के लिए जारी किए हैं, जिन पर वह कोलंबिया में नकदी की जमाखोरी का आरोप लगाते हैं. यह घोषणा रविवार को की गई. आर्थिक संकट और विश्व की सबसे अधिक महंगाई झेल रहे वेनेजुएला की सरकार ने नए नोट और सिक्के जारी करने की तैयारी की है, जिनका मूल्य इस समय उपलब्ध सबसे बड़ी राशि के नोट से लगभग 200 गुना ज्यादा होगा. वेनेजुएला के 100 बोलिवर के एक नोट की कीमत इस समय एक डॉलर के तीन सेंट्स से कुछ कम है. एक नोट से मुश्किल से एक कैंडी खरीदी जा सकती है. यदि किसी को एक हैमबर्गर खरीदना है तो उसे 50 नोट चाहिए.राष्ट्रपति ने रविवार को अपने टीवी शो ‘कॉन्टैक्ट विद मादुरो’ में कहा, ‘मेरी संवैधानिक शक्तियों के अनुरूप और इस आपात आर्थिक आदेश के जरिए मैंने अगले 72 घंटे में 100 बोलिवर के नोट को चलन से बाहर करने का फैसला किया है. मादुरो ने कहा कि यह कदम इसलिए जरूरी है क्योंकि वेनेजुएला की एक जांच में पाया गया है कि अंतरराष्ट्रीय माफियाओं ने मुख्य तौर पर कोलंबियाई शहरों में और ब्राजील में 100 बोलिवर के अरबों नोट छिपा रखे हैं. उन्होंने आदेश दिए कि ‘‘जमीनी, वायु और समुद्री रास्ते बंद किए जाने चाहिए ताकि वे लोग ले जाए गए नोट लौटा न सकें.

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