मुख्यमंत्री का पद हमेशा किसी एक व्यक्ति के लिये कायम नहीं रहता; ये हमारी जिद्द है ;बडा बयान

HIGH LIGHT; Himalayauk Bureau# उद्धव ठाकरे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने जिसको जो शब्द दिया वो पाला. हम सत्ता के भूखे नहीं है लेकिन बीजेपी से जो बात हुई उसे उस बात को पालना चाहिए. मुख्यमंत्री का पद हमेशा किसी एक व्यक्ति के लिये कायम नहीं रहता. हमारी संख्याबल अच्छी है. मुख्यमंत्री पद हमारा हक है और ये हमारी जिद्द है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के सासंद हुसैन दलवाई ने कहा कि अगर शिवसेना प्रपोज़ल दे तो हम विचार करेंगे. ये बात अलग है कि हम दोनों पार्टियों की विचारधारा अलग है. हालांकि इसके पहले शिवसेना तीन बार कांग्रेस का समर्थन कर चुकी है- इंदिरा गांधी के समय, महाराष्ट्र में ए आर अंतुले को मुख्यमंत्री बनाते समय और प्रतिभा ताई पाटिल को राष्ट्रपति बनाते समय. तो इस बार हम क्यों नही विचार कर सकते?

शिवसेना की ओर से मुख्यमंत्री पद पर सख्ती बरकरार # शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि हम अपनी मांग से पीछे नहीं हटे हैं, बल्कि हमारे दोस्त (भाजपा) अपने वादे से मुकर गई  # संजय राउत ने कहा, ‘अगर 105 विधायकों से समर्थन से मुख्यमंत्री पद मिलता हो, तो संविधान में वो कहां पर है, हमें दिखाइए.’ # शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा  145 का नंबर है तो बीजेपी सरकार बना ले.  # बीजेपी के सूत्र दावा कर रहे हैं कि महाराष्ट्र सरकार का ब्लू प्रिंट तैयार #  दो उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं, जिनमें एक शिवसेना का होगा और एक बीजेपी का. सूत्रों का कहना है कि शिवसेना कुछ मलाईदार पदों की मांग कर सकती है. वो केंद्र में राज्य मंत्री का स्वतंत्र प्रभार भी

विधायक दल की बैठक में शिवसेना भाजपा के साथ चल रही मुख्यमंत्री पद पर खींचतान पर कोई फैसला ले सकती है. पार्टी की ओर से लगातार भाजपा पर 50-50 फॉर्मूले के लिए दबाव बनाया जा रहा था. भारतीय जनता पार्टी सरकार गठन के लिए शिवसेना को 13 मंत्रालय और एक डिप्टी सीएम पद ऑफर कर सकती है. हालांकि, भाजपा शिवसेना को वित्त मंत्रालय नहीं देना चाहती है.

वही दूसरी ओर शिवसेना नेता का कडक बयान आया है- शिवसेना विधायक दल की बैठक में अनौपचारिक रूप से उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी की तरफ से कोई ऑफर नहीं आया है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि कई अफवाएं चल रही हैं. उन पर विश्‍वास ना करें. शिवसेना के पास कोई भी प्रस्ताव नहीं आया है. मीडिया के माध्यम से कुछ प्रस्ताव देना शुरू हुआ है. हम मित्र दलों को शत्रु नहीं मानते हैं. मेरा जो अमित शाह के साथ तय हुआ है, उसको किया जाना चाहिए. हम स्थिर सरकार देंगे. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को दिवाली के दिन मीडिया के साथ अनौपचारिक चर्चा में बयान नहीं देने चाहिए थे. मुख्यमंत्री के बयान के बाद ही चर्चा बंद हुई.  मुझे विश्वास है कि सब सही होगा.

महाराष्ट्र में हुए चुनाव में इस बार भाजपा को 105, शिवसेना को कुल 56 विधायक मिले हैं. हालांकि चुनाव के बाद दोनों दल अपने-अपने स्तर पर निर्दलीयों का समर्थन लेने में जुटे हैं. अभी तक बीजेपी 15 निर्दलीय और शिवसेना 7 विधायकों के समर्थन का दावा कर रही है.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी, एनसीपी और दूसरे दलों के विधायक उनके संपर्क में हैं. उन्‍होंने शिवसेना विधायकों से किसी भी बात को लेकर घबराने के लिये नहीं कहा. इस मीटिंग में विधायकों ने ये भी बात उठाई कि कई जगहों पर बीजेपी के बागी उम्मीदवार की वजह से शिवसेना के उम्मीदवार हारे हैं.

उन्‍होंने कहा कि लोकसभा के समय 50-50 फॉर्मूला का जो तय हुआ, बीजेपी को वो नहीं मान्य है तो क्या बात करूं. नए सिरे से बात नहीं होगी जो तय हुआ है उसी से बात शुरू होगी. अपने विधायकों को कहा कि सत्ता के लिए आप कोई गलत कदम नही उठाओगे मुझे विश्वास है.

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के साथ मुख्यमंत्री पद पर चल रहे मंथन के बीच आज शिवसेना विधायक दल की बैठक हुई. शिवसेना की बैठक में एकनाथ शिंदे को विधानसभा में विधायक दल का नेता चुना गया है, इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वर्ली से चुनाव जीते आदित्य ठाकरे को ये पद मिल सकता है. बता दें कि बुधवार को ही भारतीय जनता पार्टी की बैठक हुई थी, जिसमें देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया था.

विधायक दल के नेता के लिए आदित्य ठाकरे ने ही एकनाथ शिंदे के नाम का प्रस्ताव रखा था. पार्टी ने इसके अलावा सुनील प्रभु को विधानसभा में चीफ व्हिप चुना है.

 शिवसेना विधायक दल की बैठक में पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधायकों को संबोधित किया. उन्होंने यहां बताया कि बीजेपी से अभी किसी मसले पर बात नहीं हुई है. अगर 50-50 फॉर्मूले पर मुख्यमंत्री सच बोल रहे हैं, तो क्या मैं झूठ बोल रहा हूं? विधायकों को उद्धव ने नसीहत भी दी कि अगर कोई नेता पार्टी बदलता है, तो जनता उसे पसंद नहीं करती है. उद्धव ने यहां कहा कि हमें सिर्फ वही चाहिए जो तय हुआ था, उससे कम कुछ भी नहीं चाहिए.

विधायक दल की बैठक के बाद शिवसेना के MLA राज्यपाल से मुलाकात करने के लिए जाएंगे. पार्टी की ओर से कहा गया है कि वे सूखे के मुद्दे पर राज्यपाल से मुलाकात करेंगे. राज्यपाल से मिलने वाले नेताओं में आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंदे, दिवाकर राउते, सुभाष देसाई और अन्य नए विधायक शामिल हैं.

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