खास मौके को मुख्यंत्री आवास में प्रवेश के लिए चुना

#यूपी के मुख्यमंत्री उत्‍तराखण्‍ड के सीएम का मुख्यमंत्री आवास में गृह प्रवेश #नवरात्र में  योगी और त्रिवेन्‍द्र का मुख्यमंत्री आवास में गृह प्रवेश;  :वही सीएम योगी लगातार एक्शन में जबकि उत्‍तराखण्‍ड में मंत्रीगण अभी अलग अलग कमरो की पूजा में व्‍यस्‍त है- विद्वानों का यह मानना है कि अलग अलग कमरों में पूजा करने से यह ज्‍यादा अच्‍छा होता कि विधानसभा में विशाल हवन ही करवा दिया जाता- परन्‍तु प्रत्‍येक मंत्री अपने अपने कमरे में अलग अलग अपनी पूजा पाठ में लगे है-

FILE PHOTO;उत्‍तराखण्‍ड के सीएम  इस भवन को देखते ही सूखे पत्‍ते की तरह कांपने लगते हैं- कि अब गई कुर्सी-

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उत्‍तराखण्‍ड के सीएम त्रिवेंद्र रावत 29 मार्च को राजधानी देहरादून में कैंट रोड वाले चर्चित बंगले में प्रवेश कर रहे हैं. पूजा-पाठ और अध्यात्म का महीना भी चल रहा है,  नवरात्र का मौका खास है, इसलिए मुख्यमंत्रियों ने इस खास मौके को मुख्यंत्री आवास में प्रवेश के लिए चुना है. हरीश रावत मुख्‍यमंत्री के रूप में इस बंगले में रहने की हिम्‍मत नही जुटा पाये- 

वही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुख्यमंत्री आवास में गृह प्रवेश कर लिया है. योगी आज से ही नवरात्र के व्रत की शुरुआत कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में गृह प्रवेश के लिए इसी शुभ दिन को चुना था. नवरात्र के मौके पर पूजा पाठ के बाद योगी ने सीएम आवास में प्रवेश किया. पांच कालिदास मार्ग, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का ये नया पता होगा आदित्यनाथ ने 19 मार्च को यूपी के सीएम की शपथ ली थी, लेकिन वो मुख्यमंत्री आवास में नहीं रह रहे थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद से वो वीवीआईपी गेस्ट हाउस में रह रहे थे और वहीं से राज्य की सत्ता संभाल रहे थे.
• फुल एक्शन में चल रहे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिसवालों की क्लास लगाई. कल यूपी के डीजी और एडीजी रैंक के अधिकारियों के साथ बैठक में सीएम योगी ने साफ किया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कानून का राज सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है.
• पुलिस काम करने के तरीके में बदलाव लाए जिससे जनता को राहत और सुरक्षा महसूस हो.
• पुलिस छोटी से छोटी घटनाओं का संज्ञान ले और जनता से सीधा संवाद बनाएं.
• शिकायत करने वालों के साथ थाने में अच्छा बर्ताव हो.
• पुलिस अधिकारी कुछ समय निकालकर जवानों के साथ अलग अलग क्षेत्रों में कुछ किलोमीटर पैदल निकलें.
• खनन, वन, गो-माफिया और भू माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाने का भी सीएम योगी ने आदेश दिया.

::::: :::: त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा कर पाएंगे?  हालांकि वर्षो विदेशों में ज्‍योतिष शास्‍त्र का अलख जगाने वाले एक प्रसिद्व ज्‍योतिषी ने कार्यकाल पूरा नही होने की भविष्‍यवाणी हिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल में की है- 

उत्‍तराखण्‍ड के मुख्‍यमंत्री आवास में रहने की हिम्‍मत पूर्व मुख्‍यमंत्री हरीश रावत नही जुटा सके, इस विशाल बंगले के बारे में मिथक है कि जो भी मुख्यमंत्री इस बंगले में रहा, कार्यकाल पूरा नहीं कर सका. मुख्यमंत्री रहते रमेश पोखरियाल निशंक (मई 2011 से सितंबर 2011), बीसी खंडूरी (सिंतबर 2011 से मार्च 2012) और विजय बहुगुणा (मार्च 2012 से जनवरी 2014) इस घर में रह चुके हैं. तीनों ही अपनी कुर्सी संभाल कर नहीं रख सके. द्वितीय नवरात्र  29 मार्च 2017 को मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र रावत मुख्यमंत्री आवास में रहेंगे. करीब 30 करोड़ की लागत से बने इस मुख्यमंत्री आवास के बारे में कहा जाता है कि इसमें वास्तुदोष है. कहा जाता है कि जो भी सीएम इस बंगले में रहने जाता है वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता उत्तराखंड बनने के पहले यह रेस्ट हाउस हुआ करता था. बीसी खंडूरी के के कार्यकाल में यह बंगला बनकर तैयार हुआ था. इस बंगले में खंडूरी रहने की तैयारी कर ही रहे थे की उनको हटना पड़ा. इसके बाद रमेश पोखरियाल निशंक सीएम बने लेकिन वे भी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. इसके बाद बीसी खुडूरी फिर से सीएम बने और इस आवास में कुछ ही दिन रह सके. विजय बहुगुणा भी कैंट रोड के इस बंगले में रहने आए, लेकिन वे भी 5 साल पूरे नहीं कर सके. सीएम बनने के बाद हरीश रावत ने इस बंगले में रहने की बजाय बीजापुर गेस्ट हाउस को ही अपना आवास बना लिया था. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भारी बहुमत के साथ उत्तराखंड के 9वें सीएम बने हैं. सरकार बनने के बाद विधानसभा का पहला सत्र मंगलवार को समाप्त हो चुका है. 29 मार्च बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह कैंट रोड वाले सीएम घर में प्रवेश कर रहे हैं. इस बारे में जब मीडिया ने रावत से पूछा कि इस आवास को अशुभ माना जाता है और कोई भी यहां रहने वाला सीएम अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका. इस पर त्रिवेंद्र रावत ने व्यंग्य के लहजे में कहा कि जहां भी वें जाते हैं, भूत भाग जाते हैं. इसलिए ऐसी कोई बात नहीं है.  मुंख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत कैंट रोड स्थित आवास में शिफ्ट हो रहे हैं तो यह काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. चर्चा में एक ही सवाल है कि क्या त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा कर पाएंगे? वही उत्तराखंड की त्रिवेंद्र रावत सरकार ने जनता से सीधे जुड़ने का फैसला किया है. इसके तहत जल्द ही शिकायत/सुझाव सेंटर्स विकसित किए जाएंगे. इसके तहत सरकार हर शिकायत या सुझाव पर दो घंटे में संबंधित व्यक्ति को जवाब देगी. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने यह एलान शुक्रवार को स्वतन्त्रता सेनानियों और उनके उत्तराधिकारियों के सम्मान समारोह के दौरान किया. मुख्यमंत्री ने 33 स्वतन्त्रता सेनानी और उत्तराधिकारियों को सम्मानित करते हुए उनके सुझाव और शिकायतो पर सरकार द्वारा गम्भीरता बरतने की बात की. रावत ने अधिकारियों को हाईटेक सिस्टम विकसित करने के निर्देश भी दिए. इसके तहत प्रदेशवासी कोई भी शिकायत/सुझाव सरकार तक पहुंचा सकेंगे. सीएम ने कहा कि दो घंटे में इन शिकायतो या सुझावों पर उक्त व्यक्ति को सरकार की तरफ से जवाब दिया जाएगा और तुरंत इस पर काम शुरू किया जाएगा. त्रिवेन्द्र सिह रावत ने जल्द इस पर कमेटी बनाकर एक सीनियर अधिकारी के नेतृत्व में सिस्टम शुरू करने की बात कही.

::::::वही सीएम योगी लगातार एक्शन में

शपथ लेने के बाद से कानून व्यवस्था को लेकर सीएम योगी लगातार एक्शन में हैं. ये योगी के आदेश का नतीजा ही है कि यूपी के शहरों में पुलिस के अधिकारी शाम होते ही जवानों के साथ पैदल गश्त करते नजर आते हैं.
सीएम योगी ने कल पुलिस के बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की और कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई अहम सुझाव दिए. करीब 40 मिनट तक चली बैठक में सिर्फ योगी ही बोले.
गोरखनाथ पीठ के महंत और गोरखपुर से पांच बार सांसद चुने गए आदित्यनाथ योगी को जब यूपी का सीएम बनाने की घोषणा हुई तो लगा जैसे महाप्रलय आ गया हो! भारत का उदारवादी और वामपंथी ख़ेमा इसे भारतीय मॉडल की धर्मनिरपेक्षता के ताबूत में आख़िरी कील बताने लगा और दक्षिणपंथी ख़ेमा इसे हिंदुओं की जीत के रूप में प्रचारित करने लगा. एक पक्ष को भारत का भविष्य अंधकारमय नज़र आ रहा है तो दूसरा पक्ष इस कदम को ‘तमसोमाज्योतिर्गमय’ के रूप में ले रहा है. लेकिन सच्चाई कहीं इन दोनों अतिवादों के बीच फंसी हुई है.

दस दिन बाद आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आवास में गृह प्रवेश किया है. वैसे तो देश में नवरात्र कल से ही शुरू हो चुके हैं, लेकिन चूंकि गोरखनाथ मंदिर में आज से नवरात्र की शुरुआत मानी जा रही है. इससे पहले योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के अगले दिन ही सीएम आवास पर पूजा पाठ की गई थी. शुद्धिकरण के लिए खास तौर से गोरखपुर से पूजारी बुलाए गए थे. रुद्राभिषेक कराया गया था.
नवरात्र के मौके पर पीएम मोदी की तरह योगी भी उपवास रखते हैं. पूजा-पाठ करते हैं. योगी नौ दिन तक अन्न नहीं खाते सिर्फ फलाहार पर रहते हैं. पहले योगी गोरखपुर में रहते थे लेकिन अब वो यूपी के सीएम बन चुके हैं इसलिए मुख्यमंत्री आवास में ही वो नवरात्र का व्रत रखेंगे. आज योगी ने फलाहार पार्टी भी रखी है, जिसमें बीजेपी के नेता तो शामिल होंगे ही गोरखपुर से भी लोगों को बुलाया गया है.  पूजा-पाठ और अध्यात्म से योगी का गहरा नाता है. नवरात्र का मौका खास है, इसलिए मुख्यमंत्री योगी ने इस खास मौके को मुख्यंत्री आवास में प्रवेश के लिए चुना है.

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