राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ को भूमि पर भवन, अनुदान ; हरीश रावत

 केन्द्र सरकार नोट बन्दी मामले में अत्यन्त असंवेदनशील -अमरजीत सिंह  #नेशनल चाईल्ड लेबर सोसाईटी’ की बैठक #www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal)

मुख्यमंत्री हरीश रावत से शनिवार से सचिवालय में सायं राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के प्रतिनिधियों ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री रावत को दृष्टिहीनों को सरकारी सेवा में नियुक्ति से संबंधित बैकलाॅग को भरे जाने, बी.ईएड में फीस माफी आदि से संबंधित समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सचिव कार्मिक को दृष्टिहीनों के बैकलाॅग का पूरा विवरण तैयार कर इस संबंध में शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने दृष्टिहीनों को बी.ईएड में फीस में 50 प्रतिशत छूट का प्रस्ताव शीघ्र कैबिनेट में रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने 50 प्रतिशत से अधिक दृष्टिहीनों के स्थानान्तरण के लिए नीति निर्धारण के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने संघ को दी गई भूमि पर भवन बनाने के लिए अनुदान दिए जाने का आश्वासन दिया।
बैठक में कैबिनेट मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी, सचिव आनन्द वर्द्धन, अपर सचिव मनोज चन्द्रन, राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के अध्यक्ष प्रो.सतीश देशपाण्डे, उपाध्यक्ष इन्दर सिंह, प्रो.कुसुम लता मलिक, महासचिव संतोष कुमार संगटा आदि उपस्थित थे।
देहरादून में आयोजित दो दिवसीय संघ के महाधिवेशन को भी मुख्यमंत्री श्री रावत ने दूरभाष पर संबोधित किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ कैबिनेट मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी द्वारा किया गया।
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देहरादून 26 नवम्बर 2016 जिलाधिकारी रविनाथ की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में ‘दि डिस्ट्रीक्ट नेशनल चाईल्ड लेबर सोसाईटी’ की बैठक आयोजित की गयी।
जिलाधिकारी ने बाल श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) संसोधन अधिनियम 2016 के अनुसार सहायक श्रम आयुक्त/परियोजना निदेशक एन.सी कुलाश्री को बाल श्रम निषेध कानून पालन करने के लिए एन.आई.सी में वेबसाईट निर्मित करके उसमें गैर सरकारी संगठनों के चयन हेतु समस्त औपचारिकताओं, योग्यताओं को दर्शाते हुए आवेदन आमंत्रित करने के निर्देश दिये। उन्होने प्राप्त आवेदनों के निरीक्षण एवं चयन हेतु मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति से स्वीकृति प्राप्त कर जिलाधिकारी कार्यालय को प्रेषित करने के साथ आगामी बैठक में रखने के निर्देश दिये। उन्होने बाल श्रम की रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार वाली सामग्री समस्त प्रावधानों को समाहित करते हुए मुद्रित करने तथा समस्त सार्वजनिक स्थलों पर चस्पा करने के निर्देश दिये। उन्होने विज्ञापनों में 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को किसी भी प्रकार के श्रमिक के रूप में रखने पर सख्त सजा तथा 14 से 18 वर्ष तक के बच्चों को कुछ प्रावधानों को छोड़कर अन्य किसी भी प्रकार के कार्यों में रखने पर कानून के अनुसार दण्डात्मक कार्रवाही के प्रावधान को स्पष्ट दर्ज करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों/तहसीलदारों को खनन, रेस्टोरेन्ट, होटल, ढाबों, लघु उद्योग क्षेत्रों इत्यादि स्थानों का औचक निरीक्षण कर इन स्थानों पर बाल श्रमिक पाये जाने पर उन्हे आजाद करते हुए सम्बन्धित संस्थान पर सख्त कार्रवाही करने के निर्देश दिये। उन्होने मुख्य विकास अधिकारी को यह सुनिश्चित करने कि मनरेगा के कार्यों में निरीक्षण करके सुनिश्चित करें कि कोई भी बाल श्रमिक न पाया जाये तथा मुख्य शिक्षा अधिकारी को इस सम्बन्ध में स्कूलों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी बंशीधर तिवारी, महाप्रबन्धक उद्योग शिखर सक्सेना, समिति के सदस्य गोविन्द सिंह बिष्ट सहित समिति के सदस्य एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

 

केन्द्र सरकार नोट बन्दी मामले में अत्यन्त असंवेदनशील -अमरजीत सिंह
देहरादून 26 नवम्बरः
प्रदेश कांग्रेस आई0टी0विभाग की बैठक प्रदेश कंाग्रेस कमेटी कार्यालय सभागार में आयोजित की गई जिसमें आई.टी. विभाग के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमरजीत सिंह ने नोट बन्दी पर अपने विचार व्यक्त करते हुए केन्द्र्र सरकार पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र सरकार नोट बन्दी मामले में अत्यन्त असंवेदनशील है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आम जनता के साथ-साथ संसद के प्रति जबाबदेही से बच रही है। श्री अमरजीत सिंह ने कहा कि अब तक नोट बन्दी के दौरान पूरे देश में 75 से 80 लोगों की लम्बे समय से बैंक की पंक्ति खड़े होने के उपरान्त पैसे न मिलने के कारण मृत्यु हो चुकी है। कुछ लोग पैसे के अभाव के कारण बच्चों की शादी में व्यवधान उत्पन्न होने एवं अन्य कारणों से अपनी जान गंवा बैठे हैं। जिसके प्रति प्रधानमंत्री ने संसद में दो शब्द संवेदना के बोलना उचित नहीं समझा। खरीफ के बुआई के सीजन में किसान परेशान हो रहे हैं जिसका प्रभाव कृषि उत्पादन पर भी पड़ेगा। इससे स्पष्ट होता है कि केन्द्र की भाजपा सरकार अत्यन्त असंवेदनशील है। उसी प्रकार प्रदेश भाजपा नेतृत्व का रवैया भी आमजन के प्रति असहयोगात्मक रहा है भाजपा नेता संवेदनशीलता दिखाते हुए अपनी परिवर्तन यात्राओं में मशगूल है और पूर्व में भी यह देखने में आया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह की अल्मोड़ा रैली के पश्चात भाजपा के ही 7 कार्यकर्ता घर लौटते समय बनौली में मैक्स वाहन दुर्घाटना में अपनी जान गंवा बैठे। जिस सोशल मीडिया के माध्यम से 2014 में भाजपा सरकार केन्द्र की सत्ता में आई वही अब बीजेपी उत्तराखण्ड में सोशल मीडिया के माध्यम से दुष्प्रचार करते हुए उत्तराखण्ड की सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रही है। ये वही पार्टी है जिसने अपने ही कार्यकर्ताओं की मृत्यु पर सोशल मीड़िया पर उनके प्रति दो शब्द संवेदना के लिखना उचित नहीं समझा, न ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय भट्ट ने भी सोशल मीडिया पर कोई संवेदना व्यक्त की । जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मा0 श्री किशोर उपाध्याय एवं मा0 मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत जी ने भी उपरोक्त दुर्घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की। इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश भाजपा के नेता अपने कार्यकर्ताओं का उपयोग मात्र भीड़ बढ़ाने तक ही इस्तमाल करते हैं। आज के युग में सोशल मीडिया पर भी संवेदना के दो शब्द लिखना उचित नहीं समझते। भाजपा सोशल मीडिया का उपयोग अपनी कमियां छुपाने व कांग्रेस सरकार के प्रति दुष्प्रचार करने में करती है।
श्री अमरजीत ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर एक एप्लीकेशन के द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पूरे देश में दावा करते फिर रहें है कि उनको 92 प्रतिशत जन समर्थन प्राप्त है, क्या यह मान लिया जाये कि सवा सौ करोड़ की आवादी वाले देश में भाजपा को 2014 में मात्र साढे सत्रह करोड़ वोट ही दिये, तो क्या उनकी लोकप्रियता आज एक करोड़ से उपर पहुुँच गई ? जबकि वास्तविकता यह है कि एप्लीकेशन में 92 प्रतिशत भाजपा कार्यकर्ता ही हैं तथा उनकी संख्या मात्र पाॅच लाख के आस पास थी तथा उनसे ही कार्य कराया गया। उस एप्लीकेशन पर यह भी सवाल उठता है कि उसमें मोदी जी की हां में हां मिलाई जाये जिसमे की असहमति का कोई विकल्प ही नहीं है। जबकि उस ही प्रश्न पर राष्ट्रीय अखबार टाइम्स आफ इण्डिया ने भी इसी प्रकार का एक सर्वे कराया जो कि आज भी जारी है जिसके आंकडे स्पष्ट दर्शाते हैं कि 100 में से 29 प्रतिशत लोगों ने ही इसका समर्थन किया है तो सोशल मीडिया पर यह बात स्पष्ट होती है कि मोदी जी द्वारा दिये गये आंकडे तथ्यों से परे तथा जनता को भ्रमित करने वाले हैं।
आई.टी. उपाध्यक्ष विषाल मौय ने कहा कि झूठ की काठी बार-बार नहीं चढ़ सकती, आने वाले 2017 उत्तराखण्ड चुनाव में प्रदेश की जनता भाजपा को उन्हीं की भाषा में माकूल जबाब देगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड कांग्रेस आई0टी0 की टीम भाजपा के सोशल मीडिया पर भ्रामक एवं दुष्प्रचार का जबाब देने में पूर्ण रूप से सक्षम है एवं समय-समय पर मीडिया पर जबाब दे भी रहीं है।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी, आई0टी0विभाग प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल मौर्या, तकनीकि सलाहकार श्री रणजीत सिंह प्रदेश सचिव श्री नासिर हुसैन आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।

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