दिव्यांगजनों के लिये कार्य हमारी प्राथमिकता; मुख्यमंत्री

सिंचाई नहरें उत्तराखण्ड सरकार को हस्तांतरित – जो कि उत्तर प्रदेश के नियंत्रण में थी, मंत्री सतपाल महाराज # नगर निकायों में नामित सदस्यों को हटाने के निर्देश # उत्तराखंड सरकार ने गन्ना विकास सलाहकार समिति भंग की # विद्यालयों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश- मंत्री अरविन्द पाण्डेय #कर टोकन मनी प्रस्तावों को हतोत्साहित करने की आवश्यकता- मंत्री प्रकाश पन्त # मंत्री सुबोध उनियाल ने अपने कक्ष में कृषि एवं उद्यान विभागों के अधिकारियों से विभाग से सम्बन्घित योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की #राज्य मंत्री रेखा आर्य द्वारा भौतिक निरीक्षण :-विभिन्न छात्रावासों एवं विद्यालयों में नशा करने वाले छात्र चिन्हित किये जाये; जिलाधिकारी # www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal & Daily Newspaper) 

देहरादून 24 मार्च, 2017(सू.ब्यूरो)

दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए गम्भीरता से प्रयास होंगेः मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
शोध को बढ़ावा देना होगा, आयुर्विज्ञान को मिले महत्व

शुक्रवार सायं को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राजकीय संयुक्त चिकित्सालय, प्रेमनगर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत की और उनका हालचाल जाना। श्री रावत ने अस्पताल की पंजिकाएं भी चैक की। इस दौरान उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सफाई को लेकर नाराजगी जाहिर की। अधिकारियों को आवश्यक सुधार करने के भी निर्देश दिये। इस अवसर पर विधायक श्री गणेश जोशी भी मौजूद थे।

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को देहरादून के झाझरा स्थित विज्ञान धाम में आर्थोटिक एवं प्रोस्थैटिक एसोशियेसन आॅफ इण्डिया ¼OPAI½ द्वारा आयोजित 3 दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन मिडकाॅन 2017 का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। देश के विभिन्न भागों से आए प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिये कार्य करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। यह संवेदनाओं से जुड़ा हुआ सवाल है। दिव्यांगजनों को वरीयता मिलनी चाहिए। दिव्यांगजनों के कल्याण के लिये गम्भीरता से कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि किसी भी देश की प्रगति देश में हो रहे शोध कार्यों पर निर्भर करती है। यह शोध कार्य नहीं रूकने चाहिए। हमारे देश का आयुर्विज्ञान उच्चकोटि का था परन्तु कालान्तर में हम इसमें पिछड़ गए। हमें इस ओर प्रयास करने होंगे। राज्य के उत्पाद एवं औषधीय पौधे बेहतरीन किस्म के हैं इन पर शोध कार्य होते रहने चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने यूकास्ट के महानिदेशक डाॅ राजेन्द्र डोभाल के दिव्यांगों हेतु किये जा रहे प्रयासों के लिये सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा दिव्योंगों के सहयोग हेतु हर सम्भव प्रयास किये जाएंगे।
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि प्रोस्थेैटिक एवं आर्थोटिक्स चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा है जिसमें दिव्यांगजन के शारीरिक पुनर्वास को सुनिश्चित किया जाता है। अतः यह शारीरिक पुनर्वास के क्षेत्र में आधुनिक उपचार के नये आयाम हैं, जो आर्थोपिडिक एवं न्यूरोमस्क्यूलर विकारों एवं कमियों के साथ-साथ जन्मजात, विकृतियों और दुर्घटना में अंग विच्छेद के पुनर्वास में अग्रणी एवं महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस क्षेत्र में रोबोटिक्स एक अभूतपूर्व कदम है जो निश्चित रूप से आने वाले समय में इस क्षेत्र में एक क्रांति को जन्म देगा एवं दिव्यांग जन के जीवन को सरल एवं सुगम बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने स्मारिका OPAI MIDCON 2017 एवं यूकोस्ट की काॅफी टेबल बुक का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर विधायक श्री गणेश जोशी, श्री सहदेव सिंह पुण्डीर, अध्यक्ष OPAI नीरज सक्सेना, सचिव OPAI डाॅ. ए. पात्रा एवं देश के विभिन्न भागों से आए प्रतिभागी उपस्थित थे।
0—

कर टोकन मनी प्रस्तावों को हतोत्साहित करने की आवश्यकता- मंत्री प्रकाश पन्त

देहरादून 24 मार्च 2017(मी0से0
प्रदेश के वित्त आबकारी, पेयजल, एवं स्वच्छता, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री प्रकाश पन्त ने विधान सभा स्थित अपने कक्ष में वित्त, पेयजल एवं स्वच्छता विभागों की समीक्षा बैठक की।
वित्त विभाग की बैठक में वित्त मंत्री श्री पन्त ने कहा, कि कर टोकन मनी प्रस्तावों को हतोत्साहित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता, बाहृय सहायतित परियोजनाऐं व केन्द्र सहायतित परियोजनाओं पर ज्यादा फोकस करने की है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता है, कि जनता पर बिना बोझ डाले प्रदेश की आय के संसाधनों को बढाया जाये। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार पब्लिक पर बिना बोझ डाले आय के संसाधन बढ़ाने के तत्काल उपाय शुरू करेगी तथा जी0एस0टी0 की तैयारी प्रत्येक स्तर पर समयबद्ध तरीके से पूरी की जायेगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव राधा रतूड़ी, सचिव वित्त अमित सिंह नेगी, अपर सचिव वित्त एल0एन0पन्त, बजट अधिकारी मनीष उप्रेती आदि उपस्थित थे।
उत्तराखण्ड में अवस्थित सिंचाई नहरें जो कि उत्तर प्रदेश के नियंत्रण में थी, उत्तराखण्ड सरकार को हस्तांतरित – मंत्री सतपाल महाराज
देहरादून 24 मार्च 2017(मी0से0)
प्रदेश के सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, जलागम प्रबन्धन, पर्यटन, तीर्थाटन एवं धार्मिक मेले, संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने विधान सभा में बताया कि उत्तराखण्ड में अवस्थित सिंचाई नहरें जो कि उत्तर प्रदेश के नियंत्रण में थी, उत्तराखण्ड सरकार को हस्तांतरित हो गयी हैं। उन्होंने बताया कि हरिद्वार की 28 सिंचाई नहरें यथा जगजीत पुर नहर, कनखल नहर, चाॅदपुर नहर, पंजनहैड़ी नहर, नेवी गेसन केनाल, सराय नहर, ऐकड़ नहर, मिल नहर, इब्राहीम नहर, अहमदपुर लिंक नहर, अलीपुर नहर, बहादराबाद नहर, रोहालकी नहर, मनोहरपुर नहर, बांयीखेड़ली नहर, दांयीखेड़ली नहर, मनजोर नहर, लिब्बर हैड़ी नहर, नसिरपुर नहर, हरचन्द पुर नहर, ब्रहमपुर नहर, तासीपुर नहर, देयकी नहर, टिकोला नहर, खेड़ा नहर, गदरजुड़ा नहर, लखनौती नहर, कागड़ी नहर (दांयी एवं बांयी), और जनपद ऊधमसिंह नगर की 9 (नौ) यथा धर्मपुर नहर, राजपुर नहर, उमरपुर नहर, अंगतपुर नहर, देवरिया नहर, प्राग नहर, भांगा नहर, झनकट नहर, सड़सैया नहर परियोजनाऐं उत्तराखण्ड मिल जाने से प्रदेश के किसानों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हुई है।+
–0— नगर निकायों में नामित सदस्यों को हटाने के निर्देश

देहरादून 24 मार्च 2017(मी0से0)
प्रदेश के शहरी विकास, आवास, पुनर्गठन एवं निर्वाचन मंत्री मदन कौशिक ने नगर निकायों में नामित सदस्यों को हटाने के निर्देश सचिव नगर विकास को दिये। साथ ही आवास विकास प्राधिकरणों में नामित अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं सदस्यों को भी हटाने के निर्देश सचिव आवास को दिये। बैठक में सचिव कार्मिक अरविन्द सिंह ह्यांकी, उपाध्यक्ष मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण, वी षणमुगम, सचिव एम0डी0डी0ए0 पी0सी0दुमका, मुख्य प्रशासक उडा वंशीधर तिवारी, प्रबन्ध निदेशक मैट्रो जितेन्द्र त्यागी मौजूद थे।
–0–

विद्यालयों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश- मंत्री अरविन्द पाण्डेय

देहरादून 24 मार्च 2017(मी0से0
प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने विधान सभा स्थित अपने कक्ष में विद्यालयी शिक्षा, खेल विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने प्रदेश के विद्यालयों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिये तथा अभियान की सफलता के लिए अधिकारियों को विद्यालयों के निरीक्षण हेतु तैनाती के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यालयों की साफ-सफाई का कार्य विद्यालय समय से पूर्व एवं बाद में किया जाये, ताकि पठन-पाठन प्रभावित न हो।
उन्होंने सचिव खेल से खेल विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने खेल को सरकार की प्राथमिकता से जोड़ते हुए प्रदेश के खिलाडियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।
शिक्षा की बैठक में अपर मुख्य सचिव डाॅ0 रणबीर सिंह, डायरेक्टर माध्यमिक शिक्षा आर0के0कुवर, डायरेक्टर बेसिक शिक्षा सीमा जौनसारी तथा उप निदेशक खेल अजय अग्रवाल उपस्थित थे।
–0–

 

देहरादून 24 मार्च 2017(मी0से0)
प्रदेश के कृषि, कृषि विपणन, प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग मंत्री सुबोध उनियाल ने अपने कक्ष में कृषि एवं उद्यान विभागों के अधिकारियों से विभाग से सम्बन्घित योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव डाॅ0 रणबीर सिंह, कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
अध्यक्ष जिला पंचायत देहरादून चमन सिंह ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को उनके कृषि मंत्री बनने पर बधाई दी। उनके साथ सदस्य जिला पंचायत लक्ष्मी सजवाण, नीना रावत, सुनीता उपाध्याय, पूर्व जिला अध्यक्ष बीजेपी ज्योति सिंह सजवाण, जिला पंचायत सदस्य मौन्टू नेगी तथा पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुभाष भट्ट ने भी बधाई दी।

राज्य मंत्री रेखा आर्य द्वारा भौतिक निरीक्षण 

देहरादून 24 मार्च 2017 मा0 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन, भेड़ एवं बकरी पालन, चारा एवं चारागाह एवं फलोद्योग, रेशम विभाग उत्तराखण्ड सरकार रेखा आर्य तथा सचिव समाज कल्याण भूपिन्दर कौर औलख द्वारा संयुक्तरूप से केदारपुरम स्थित नारी निकेतन तथा शिशु सदन/ बालिका सदन का भौतिक निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।
मा राज्य मंत्री ने नारी निकेतन तथा शिशु सदन में निवासरत संवासिनी, बालिकाओं एवं शिशुओं के भौजनालय/किचन, निवास स्थान/बैडरूम, भोजन का मैन्यू, शौचालय, क्रीड़ा एवं मनोरंजन स्थल/व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होने कहा कि इन केन्द्रों पर सरकार द्वारा जो सुविधाएं प्रदान की जा रही है उसकी गुणवत्ता तथा व्यवस्थाओं को किस प्रकार से चलाया जा रहा है इसकी निगरानी की गयी। इस दौरान उन्होने महिलाओं द्वारा बनाये गये विभिन्न उत्पादों/स्किल्ड प्रोसेज तथा सी.सी. टी.वी निगरानी कक्ष का भी निरीक्षण किया। उन्होने शौचालय, भौजनालय तथा बैडरूम आदि स्थानों पर पर्याप्त स्वच्छता एवं साफ-सफाई बरतने के जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट को निर्देश दिये। उन्होेने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की योजनाओं तथा सुविधाओं का समुचित लाभ आश्रितों प्रदान करने के निर्देश दिये। उन्होने बीमार होने वाली महिलाओं/बालिकाओं/शिशुओं का समय से उपचार करने तथा उनको पर्याप्त मनोरंजन के संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इस दौरान उन्होने सामान्य तथा मूकबधिर/मानसिक रूप विच्छिप्त महिलाओं/बालिकाओं/बच्चों से बात भी की तथा कहा कि जो महिलाएं/बालिकाएं मानसिक रूप से स्वस्थ हैं उनके वास्तविक घर का पता लगया जायेगा तथा उचित प्रक्रिया से उनके परिजनों को सुपुर्द्ध किया जायेगा।
इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट सहित नारी निकेतन तथा शिशु/बालिका सदन की कर्मचारी उपस्थित थी।

देहरादून 24 मार्च, 2017(सू.ब्यूरो)

स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राज्य में ईको टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन का गठन किया गया है। मुख्य सचिव एस.रामास्वामी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में पहली बोर्ड बैठक हुई। तय किया गया कि 15 दिन के अंदर ईको टूरिज्म डेवलपमेंट की कार्ययोजना प्रस्तुत की जायेगी। अगले छः महीने में पायलट प्रोजेक्ट का चयन कर अवस्थापना सुविधाएं विकसित कर ली जायेंगी।
बैठक में पर्यावरण पर्यटन विकास के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बताया गया कि परियोजना का मकसद पर्यावरण पर्यटन के अनुकूल बुनियादी सुविधाओं का विकास करना है। इसके तहत पर्वतारोहण, योगा, वेलनेश कैम्प, होम स्टे को बढ़ावा दिया जायेगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। राज्य की पर्यावरण नीति के अनुरूप पर्यटकों के अनुकूल वातावरण बनाया जायेगा। पर्यावरण पर्यटक स्थलों का विकास इस तरह किया जायेगा कि ज्यादा से ज्यादा देशी-विदेशी पर्यटक प्रदेश में आ सकें। राज्य की आमदनी में वृद्धि हो। बताया गया कि इसके माध्यम से पर्यटकों को उत्तराखंड की संस्कृति, खानपान, वेशभूषा, शिल्प से रूबरू कराया जायेगा। परियोजना का मकसद प्रकृति के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना भी है।
बैठक में मुख्य परियोजना अधिकारी ईको टूरिज्म डेवलपमेंट अनूप मलिक, सचिव पर्यटन शैलेश बगोली, पीसीसीएफ राजेन्द्र कुमार, एमडी वन निगम एसटीएस लेप्चा, सीसीएफ पर्यावरण गिरिजा शंकर पांडे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

—–विभिन्न छात्रावासों एवं विद्यालयों में नशा करने वाले छात्र चिन्हित किये जाये; जिलाधिकारी

देहरादून 24 मार्च 2017 जिलाधिकारी रविनाथ रमन की अध्यक्षता में दून विष्वविद्यालय, देहरादून के प्रांगण में परि फाउंडेषन एवं राजकीय दून मेडिकल काॅलेज, देहरादून द्वारा तनाव एवं नषा मुक्ति हेतु कार्यषाला का आयोजन किया गया। कार्यषाला में डाॅ0 वी0के0 जैन, कुलपति, दून विष्वविद्यालय ने आमान्त्रित अथितियों जिला अधिकारी, देहरादून श्री रवि नाथ रमन, डाॅ0 सोना कौषल, न्यूरो साईकलोजिस्ट, डाॅ0 प्रदीप भारती गुप्ता, प्राचार्य, राजकीय दून मेडिकल काॅलेज, देहरादून का स्वागत किया तत्पष्चात् सभी अथितियों ने दीप प्रज्जवलित किया।
कार्यषाला में जिला अधिकारी, श्री रवि नाथ रमन जी के द्वारा षहर में बढ़ते हुए नषे के बारे में चिन्ता प्रकट की तथा यह सुझाव दिया कि विभिन्न छात्रावासों एवं विद्यालयों ऐसे छात्र चिन्हित किये जाये जो कि नषा उनमूलन के विरूद्व प्रषासन को सूचना दे जिससे कि छात्रों को नषे की प्रवृति से कांउसलिंग के माघ्यम से छात्रों को नषा छाड़ने के लिए प्रेरित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि हर व्यक्ति अपने स्थान पर सफल होता है एवं उसको दूसरो की सफलता से अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए एवं अपनी सफलता से प्रषन्न रहना चाहिए।
डाॅ0 वी0 के0 जैन0, कुलपति, दून विष्वविद्यालय ने छात्रों में बढ़ते तनाव एवं नषे की प्रवृति के बारे में चिन्ता प्रकट की तथा तनाव मुक्त रहने के लिए गोश्ठीयों के आयोजन का आवहन किया । तत्पष्चात् डाॅ0 प्रदीप भारती गुप्ता, प्राचार्य, राजकीय दून मेडिकल काॅलेज, देहरादून द्वारा बढ़ती हुई सड़क दुर्घनाओं एवं उसमें होने वाले युवाओं की मृत्युओं के बारे में सभागार में उपस्थित छात्रों एवं गणमाननीय व्यक्तियों को अवगत कराया। उन्होनंे वर्तमान में छोटे परिवार एवं उसमें किसी युवा कि मृत्यु से होने वाली परिवार से मानसिक आघात के बारे में अवगत कराया। तथा यह भी अवगत कराया कि परिवार में हर व्यक्ति परिवार के लिए महत्तवपूर्ण है तथा नषे से दूर रहना एक स्वस्थ परम्परा है। डाॅ0 सोना कौषल, न्यूरो साईकलोजिस्ट, द्वारा पाॅवर प्वाइंट द्वारा तनाव के विभिन्न कारणों तथा उससे बचने के उपाय बताये। प्रथम बार ही ना कहने से नषे से बचा जा सकता है। तत्पष्चात् विष्वविद्यालय के रजिस्टार डाॅ0 हरबोला के द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया। विष्वविद्यालय द्वारा चार सदस्यों की एक समिति गठित की गई जो कि इस उनमूलन को आगे तक ले जायेगा।
कार्यषाला में इस बैठक में डाॅ0 डोभाल, डाॅ0 पुरोहित, कु0 मनमीत एवं दून विष्वविद्यालय के अघ्यापक एवं छात्रगण उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *