देदून में गंदा नाला बन चुकी नदी रिस्पना को पुर्नजीवन देने की शुरूआत

शिखर फाॅल पर पूजा अर्चना #6 नवम्बर को रिस्पना का उदगम स्थल एवं स्र्टाटिंग प्वांईट  शिखर फाॅल मसूरी शहंशाही आश्रम के समीप मकड़ेत ग्राम #जो घण्टाघर से लगभग 15 किमी की दूरी पर स्थित  #रिस्पना नदी को पुर्नजीवन के लिए सकंल्प लेकर #108 दिपों को प्रज्वलित किया जायेगा# www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) 

देहरादून, 04 नवम्बर 2017, (himalayauk Burea) जनपद की रिस्पना को पुर्नजीवन देने की शुरूआत राज्य स्थापना दिवस समारोह के अन्तर्गत 6 नवम्बर 2017 को की जायेगी, जिसे मा मुख्यमंत्री जी द्वारा रिस्पना का उदगम स्थल एवं स्र्टाटिंग प्वांईट शिखर फाॅल मसूरी के वार्ड न0-1 शहंशाही आश्रम के समीप मकड़ेत ग्राम जो घण्टाघर से लगभग 15 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां पर उस दिन मा मुख्यमंत्री के साथ प्रसिद्ध पर्यावरणविद डाॅ राजेन्द्र सिंह एवं सचिदानन्द भारती भी रहेगें। आज इसी क्रम में जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेषन के साथ जिला प्रषासन एवं सिंचाई, वन विभाग तथा जल संस्थान के अधिकारियों द्वारा उक्त षिखर फाॅल का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेषन ने षिखर फाॅल पर जहां मा मुख्यमंत्री तथा उनके साथ आये अतिथियों द्वारा शिखर फाॅल पर पूजा अर्चना की जायेगी तथा रिस्पना नदी को पुर्नजीवन के लिए सकंल्प लेकर 108 दिपों को प्रज्वलित किया जायेगा। जिलाधिकारी ने उक्त स्थल षिखर फाॅल जहां पूजा अर्चना की जायेगी। उस स्थल पर स्टेज बनाकर पूजा करने के लिए नीचे बैठने की व्यवस्था के निर्देष सिंचाई विभाग के अधिकारीगण को दिये तथा उन्होने कहा कि पूजा स्थल पर भव्य स्टेज बनाया जाये तथा उक्त स्थल पर जगह कम है। वहां पर झाड़ी आदि का कटान एवं स्थल के पास वाईटवाष (पुताई) एवं फ्लैक्स बनाकर उस पर लगाया जाये। इसके साथ ही उन्होने नगर निगम के नगर आयुक्त को उक्त स्थल तथा जहां मुख्य मंत्री द्वारा ग्रामवासियों एवं जनता को सम्बोधित किया जायेगा। उक्त स्थल की स्वच्छता एवं साफ-सफाई करना तथा चूना एवं ब्लीचिंग के छिड़काव के निर्देष दिये।
निरीक्षण के दौरान उन्होने जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देषित किया कि पूजा स्थल पर जाते समय पुल से जाने वाला मार्ग काफी संकरा है उसके दोनो ओर बेरिकेटिंग लगाई जाये तथा मार्ग को ठीक करने के निर्देष भी जिलाधिकारी द्वारा दिये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि मकड़ेत गांव जहां षिखर फाॅल स्थित है वहां पर पार्किंग के लिए वन विभाग को झाड़ियों की सफाई तथा पुलिस प्रषासन को पार्किंग एवं यातायात की समुचित व्यवस्था के निर्देष उनके द्वारा दिये गये। कार्यक्रम स्थल में समुचित टैन्ट एवं बैठने की व्यवस्था हेतु सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिये इसके साथ ही पूजा स्थल एवं कार्यक्रम स्थल पर रिस्पना नदी का पुर्नजीवन के सुन्दर एवं आकर्शक फ्लैक्स भी लगाने के निर्देष दिये। उन्होने परियोजना निदेषक को पूजा स्थल एवं कार्यक्रम स्थल से पहले जैविक एवं अजैविक कूड़ादान लगाने के भी निर्देष दिये। उन्होने उक्त निर्देषों का कड़ाई से अनुश्रवण कराने के लिए अपर जिलाधिकारी प्रषासन को निर्देष दिये कि समुचित व्यवस्थाओं का मौका मुआयना कल रविवार को उनके द्वारा किया जाये।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान अवगत कराया कि 6 नवम्बरको रिस्पना-नदी से कूड़ा कचरा मलबा हटाने व डिसील्टिंग का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा। उन्होने बताया कि आई.आई.टी रूड़की के विषेशज्ञों, प्रषासन और गैर सरकारी संगठनों का सहयोग भी रिस्पना नदी के पुर्नजीविकरण के लिए किया जायेगा। इस अवसर पर उन्होने कहा कि वन विभाग उत्तम प्रजाति के पौधों के ट्री गार्ड की भी व्यवस्था रखें मुख्यमंत्री द्वारा उक्त दिवस पर वृक्षारोपण भी किया जायेगा।
निरीक्षण के दौरान मुख्य नगर आयुक्त विजय कुमार जोगदंडे, मुख्य विकास अधिकारी जी.एस रावत, अपर जिलाधिकारी अरविन्द कुमार पाण्डेय, उप जिलाधिकारी सदर प्रत्युश सिंह, परियोजना निदेषक डी.आर.डी.ए राजेन्द्र रावत, अधिषासी अभियन्ता सिंचाई/नोडल अधिकारी डी.के सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून, अधिषासी अभियन्ता जल संस्थान सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थे।

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