हरीश रावत की बात सत्‍य साबित हुई- तो

मुख्‍यमंत्री कौन बनेगा-*हरीश रावत की बात सत्‍य साबित हुई- तो  #मोदी ने अपने मास्टर स्ट्रोक से भ्रष्टाचार और कालेधन के मुद्दे को बहस के केंद्र में एक बार फिर से लाकर खड़ा कर दिया है. सियासत को गरमा दिया है. ये मुद्दा आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले किस तरह गरमाएगा. बीजेपी की परिवर्तन यात्रा चल रही है. मोदी ने अपने मास्टर स्ट्रोक से उत्तराखण्ड में हरीश रावत सरकार को घेर तो लिया है- मुख्‍यमंत्री को सफाई देने को मजबूर होना पड रहा है- जेल जाने की बात क्यों करने लगे हरिश रावत ;    Execlusive Report: www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal)  FILE PHOTO; न्‍याय के सुप्रीम कोर्ट- कोटगाडी माता के दरबार में- 

उत्तराखंड के मुख्य मंत्री हरीश रावत ने बीजेपी के नेताओ पर निशाना साधते हुये कहा है कि बीजेपी मुझे जेल भेजना चाहती है, यदि मै अंदर गया तो कांग्रेस को उत्तराखंड में 55 सीटें मिलेंगी और यदि बाहर रहा तो 45 सीटें । अगर हरीश रावत की बात सत्‍य साबित हुई कांग्रेस 55 सीटे ले आयी पर सेनापति अन्‍दर गये तो- मुख्‍यमंत्री तो कोई दूसरा ही बनेगा- 

मुख्य मंत्री हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत करते हुये कहा की भाजपा सीबीआइ के जरिये मुझे जेल भेजने की साजिश रच रही है । लेकिन भाजपा को शायद पता नहीं है की उत्तराखंड की जनता हकीकत से वाकिफ है । यदि भाजपा अपनी साजिश मे कामयाब हो जाती है और मै जेल चला जाता हूँ तो उत्तराखंड मे कांग्रेस को 55 सीटें मिलेंगी जबकि बाहर रहने पर 45 सीटें ।

मुख्य मंत्री के इस बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि अपराधी तो अपराधी है सजा सीबीआइ दें या और कोई ।

वही भाजपा नेताओं की ओर से अपने खिलाफ लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों को निराधार बताते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि अगर विपक्षी पार्टी चाहे तो वह स्वयं समेत साल 2007 से बने राज्य के सभी मुख्यमंत्रियों की संपत्ति की उच्च न्यायालय के सेवारत न्यायाधीश से जांच कराने को तैयार हैं.
प्रदेश और केंद्र के भाजपा नेताओं की ओर से उन पर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि पिछले कुछ समय से भाजपा नेता मेरे खिलाफ बिना किसी आधार के एक के बाद एक भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं. अगर वे तैयार हों और इसके बारे में मुझे लिखित में दें तो साल 2007 के बाद बने सभी मुख्यमंत्रियों की संपत्ति की जांच उच्च न्यायालय के सेवारत न्यायाधीश से कराने के लिये तैयार हूं.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी और राज्य में पार्टी मामलों के प्रभारी श्याम जाजू सहित कई भाजपा नेता रावत पर शराब और खनन माफिया के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते रहे हैं.
इन सभी आरोपों को ‘निराधार’ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने खनन का एक भी पट्टा जारी नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने खनन का कोई पट्टा नहीं दिया है. जहां तक शराब माफिया के साथ हमारे कथित संबंध की बात कही जा रही है हमने शराब लाइसेंस के जरिए निजी सिंडीकेट के एकाधिपत्य पर विराम लगाया और उसे सरकारी उपक्रमों के हवाले कर दिया, जबकि भाजपा ने इसके उलट अपने कार्यकाल के दौरान शराब कारोबार को सरकारी उपक्रमों से छीनकर उन्हें पौंटी चड्ढा समूह को सौंप दिया था. इससे साफ जाहिर है कि माफिया के साथ किसकी मिलीभगत है.
वही दूसरी ओर
वित्त् मंत्री इन्दिरा ह्दयेश ने बयान दिया है कालेधन पर इंदिरा ने कहा कि कालाधन तो पहले ही मैनेज हो चुका है. पांच सौ और एक हजार के नोट बंद करने पर राज्य की वित्त मंत्री इन्दिरा हृदयेश ने कहा कि इससे व्यवहारिक कठनाई सामने आ रही है. इंदिरा ने कहा कि इससे मजदूर, छोटे कारोबारी, शादी के काम में जुटे लोगों के साथ आम आदमी के लिये संकट आ गया है. इन्दिरा ने कहा कि विदेश में काला धन निकालने में मोदी सरकार नाकाम रही है. अब देश में काला धन निकालने में जुटे है. इन्दिरा हृदयेश ने कहा कि जिसके पास काला धन है. उन्होंने काले धन का मैनेज पहले ही कर लिया. वित्त मत्री इन्दिरा ने कहा कि इस अचानक लिये फैसले के बाद गरीब मजदूर समेत शादी वाले लोगों को परेशानियां खड़ी हो गई हैं. इन्दिरा ने कहा कि अगर नोट बदलने के लिये काउण्टर खोले जायें तब तो ठीक है, लेकिन अचानक लिये इस फैसले से आम आदमी परेशान है.

वही मोदी सरकार का यह नया सर्जिकल स्ट्राइक. इस बार निशाने पर आतंकवादी कैंप नहीं बल्कि, निशाना कालेधन पर लगा है.देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपए के नोटों पर बैन लगाने की घोषणा कर कालाधन रखने वालों के मंसूबों पर बड़ा प्रहार कर दिया. बीजेपी की रणनीति का ही हिस्सा है जिसके चलते सर्जिकल स्ट्राइक के बहाने पार्टी राष्ट्रवाद के मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है.अब कालेधन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के बाद एक बार फिर से अमित शाह ने मोदी सरकार की वाहवाही की है. अमित शाह ने प्रधानमंत्री मोदी के कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे भ्रष्टाचार रोकने में मदद मिलेगी.
विनय गोयल , प्रदेश प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड ने प्रेस विज्ञप्तिक जारी कर कहा है कि पिछले दिनों गाजियाबाद में पड़े इनकम टैक्स के छापे से प्रदेश के यूपीसीएल के एमडी श्री सुमेर सिंह यादव और उनके संरक्षक प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत बुरी तरह से हिले हुए हैं ,क्योंकि जिस संस्थान पर इनकम टैक्स के छापे पड़े वह सभी इनके चहेते एवं अनेकों यूपीसीएल के टेंडर एवं भूमि प्रकरणों में लाभार्थी है । यूपीसीएल के एमडी उसी दिन से लापता है और फोन पर भी उपलब्ध नहीं है । जिस एम डी ने अपने बेटे की शादी की सगाई के दिन भी छुट्टी की अर्जी नहीं दी वह पिछले लगभग 1 सप्ताह से ऑफिस से गायब है अब यह देखने की बात है की अभी भी उन्होंने छुट्टी ली है या पहले की तरह बिना छुट्टी लिए ही ऑफिस से नदारद है। प्रचारित किया जा रहा है कि वह बीमार है किंतु उनकी बीमारी के बारे में किसी को मालूम नहीं है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत उनके चहेते यूपीसीएल के एमडी श्री सुमेर सिंह यादव और इन दोनों के भागीदार और अनेक राज के राजदार के यहां छापे तो गाजियाबाद में पड़े लेकिन भूचाल प्रदेश की राजधानी में क्यों आ गया यह जांच का विषय है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत उनके पीछे केंद्र द्वारा सीबीआई लगाए जाने और गिरफ्तार किए जाने पर कांग्रेस की सीटें बढ़ने की बात के पीछे कही इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई का डर भी तो नहीं बोल रहा।

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जेल जाने की बात क्यों करने लगे हरिश रावत ;
अपने खासम खास OSD/ स्टाफ को भी विधायक बंनाने की तैयारी 1, बागेश्वर से रंजीत दास 2, राजीव जैन गढी कैंट 3, श्रीमती अरुणा सिंह – हरिद्वार जनपद की कोई सीट 4, अपनी सुपुत्री को भी हरिद्ववार जनपद से 5, अपने पुत्र को भी पिथौरागढ या ऊधम सिंह नगर जनपद से 6, अपने विवादित सलाहकार संजय चौधरी को भी हरिद्वार जनपद की एक सीट से 7, अपने प्रधान सलाहकार रणजीत रावत को अल्मोरा जनपद से 8, अपने एक और खास तथा वन निगम के चेयरमैन हरीश धामी को पिथौरागढ़ 9, पत्नी को भी किसी सुरक्षित सीट से 10, इनके अलावा पी0डी0एफ0 के 6 विधायको का सुरक्षा दस्ता अलग से;
Top Breaking & एक्सक्लूसिव रिपोर्ट;
उत्तराखंड के मुख्य मंत्री हरीश रावत ने बीजेपी के नेताओ पर निशाना साधते हुये कहा है कि बीजेपी मुझे जेल भेजना चाहती है, यदि मै अंदर गया तो कांग्रेस को उत्तराखंड में 55 सीटें मिलेंगी और यदि बाहर रहा तो 45 सीटें ।

मुख्य मंत्री हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत करते हुये कहा की भाजपा सीबीआइ के जरिये मुझे जेल भेजने की साजिश रच रही है । लेकिन भाजपा को शायद पता नहीं है की उत्तराखंड की जनता हकीकत से वाकिफ है । यदि भाजपा अपनी साजिश मे कामयाब हो जाती है और मै जेल चला जाता हूँ तो उत्तराखंड मे कांग्रेस को 55 सीटें मिलेंगी जबकि बाहर रहने पर 45 सीटें ।

मुख्य मंत्री के इस बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि अपराधी तो अपराधी है सजा सीबीआइ दें या और कोई ।
हरीश रावत के इस बयान में दूरगामी निहितार्थ छुपे है, श्री रावत खुद चुनाव न लड़कर अपने खासम-ख़ास 10 से 15 ऐसे लोगो विधान सभा में उतारेंगे जो बाद में उनके एक इशारे पर सीट खाली कर दे और अगर मुख्यमंत्री पद पर कांग्रेस हाई कमान ने किसी अन्य का नाम सुझाया तो ये खासम ख़ास विधायक तथा PDF पी0डी0एफ0 के विधायक हरीश रावत को मुख्य मंत्री बनवाने के लिए तन कर खड़े हो जाए, जैसा कि 2012 में हरीश रावत के गुट के विधायको ने किया था, कॉग्रेस हाई कमान के निर्णय के विरूद्व तन कर खड़े हो गए थे:
ऐसी ही कुछ रणनीति बुनी जा रही है, अगर हरीश रावत जेल गए और कांग्रेस सरकार बनाने के आंकड़े में सफल रही तो उनकी पत्नी या पुत्री/पुत्री को “CM” बनाया जा सके, इसमें कांग्रेस हाई कमान भी अवरोध न बन सके, ऐसी फुलप्रूफ योजना पर कार्य जारी है,

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