खटटर को सीएम बनाना भाजपा की भूल साबित हुआ; हरियाणा में बहुमत नहीं मिला

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 कांग्रेस काफी अलर्ट नजर आ रही है और सूत्रों के मुताबिक जीतने वाले सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया गया है.

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 (Haryana Assembly Election 2019) के नतीजों के बीच 90 सीटों पर रुझान साफ हो गए हैं। किसी भी पार्टी को हरियाणा में बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। 90 सीटों में भाजपा को 44, कांग्रेस 26, जजपा 11 और अन्य को 09 सीटें रुझानों में मिलती नजर आ रही हैं। हरियाणा में त्रिशंकु सरकार के समीकरण के बीच दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस से सीएम पद की डिमांड कर दी है।

महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना सत्ता में तो आ रही है, लेकिन इस बार पिछली बार से कम सीटें हाथ लगी हैं.  महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की हालत कमजोर  शिवसेना उसी 63 के आंकड़े पर अटकी है. वहीं, कांग्रेस-एनसीपी ने इस बार अपने प्रदर्शन में सुधार किया है दोनों की जोड़ी 97 सीटों तक पहुंच रही है.

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी बहुमत से दूर है. हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने अपने पद से इस्तीफा दिया है. सुभाष बराला खुद भी टोहाना से चुनाव हार गए हैं और पार्टी आलाकमान के मनमुताबिक नतीजे भी नहीं आए हैं. गृह मंत्री और बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए सुभाष बराला को फटकार भी लगाई है.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा से फोनपर बात की है और उन्हें हरियाणा में पूरा फ्री हैंड दिया है. सरकार बनाने के लिए हुड्डा कोई भी फैसला अपने दम पर ले सकते हैं. साथ ही अगर सरकार नहीं बनती है, तो दुष्यंत चौटाला को मुख्यमंत्री बनाना है या नहीं इसपर भी हुड्डा से विचार करने को कहा गया है.

 हरियाणा विधानसभा चुनावों में त्रिशंकु सरकार बनने की संभावना है। भाजपा ने जेजेपी से गठबंधन की कवायद शुरू कर दी है। प्रकाश सिंह बादल के जरिए बातचीत की जा रही है। भाजपा और जजपा में गठबंधन होने पर आसानी से सरकार बन जाएगी। इसके अलावा इनेलो भी सरकार का हिस्सा बन सकती है। रूझाने के मुताबिक परिणाम आते हैं तो भाजपा 40 सीटों पर आगे हैं। जबकि जजपा 10 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। ऐसे में दोनों पार्टियों के पास 50 सीटें हो जाएंगी। जबकि सरकार बनाने के लिए 46 सीटों की जरुरत है। हरियाणा के सभी 90 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। जिसमें भाजपा 40 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि कांग्रेस ने 31 सीटों पर बढ़त बना रखी है। जेजेपी ने 10 सीटों पर लीड ले रखी है। जबकि इनेलो और निर्दलीय 9 सीटों पर आगे हैं। ऐसे में कांग्रेस, जेजेपी के पास 41 सीटें होंगी। 5 निर्दलीय साथ लेकर सरकार बना सकती है।

  
 हरियाणा विधानसभा चुनावों में गठबंधन की सरकार को लेकर कोशिशें शुरू हो गई है। भाजपा ने जजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर बातचीत शुरू कर दी है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के जरिए बातचीत की जा रही है। प्रदेश में त्रिशंकु सरकार बनने की संभावना के बाद गठबंधन की कोशिशें शुरू हुई हैं। चौटाला परिवार के नजदीकी प्रकाश सिंह बादल इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। प्रकाश सिंह बादल सीधे जननायक जनता पार्टी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला से बातचीत कर रहे हैं। उन्हें भाजपा के साथ आने के लिए मनाया जा रहा है। भाजपा और जजपा की प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर बातचीत की जा रही है।

महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों की तस्वीर अब लगभग साफ हो गई है. महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना की जोड़ी बहुमत के साथ सत्ता में वापसी के लिए तैयार है, लेकिन हरियाणा में भाजपा को झटका लगा है. बीजेपी हरियाणा में बहुमत के आंकड़े से दूर है, इसी उम्मीद में कांग्रेस और जेजेपी अपनी कोशिशें जारी कर रही हैं और सरकार बनाने में जुट गई हैं. महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीेटें हैं, वहीं हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को एक साथ मतदान हुआ था. महाराष्ट्र में 60.46% और हरियाणा में 65.75% मतदान हुआ था.

कांग्रेस कर्नाटक के इतिहास को दोहरा सकती है। भाजपा को प्रदेश में सरकार बनाने से रोकने के लिए जननायक जनता पार्टी (JJP) प्रमुख दुष्यंत चौटाला को मुख्यमंत्री बना सकती है। कांग्रेस प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर दो दिन से बातचीत चल रही है। वहीं दुष्यंत चौटाला ने भी कांग्रेस से सीएम पद मांग लिया है। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस ने राजनीति में भाजपा को उलझा दिया था। भाजपा के सर्वाधिक सीट जीतने के बावजूद सरकार बना ली थी। कांग्रेस ने उस दौरान भाजपा को रोकने के लिए जनता दल सेक्यूलर (JDS) को मुख्यमंत्री का पद दे दिया था। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में भी कांग्रेस इसी फार्मूला पर कार्य कर रही है। फिलहाल जेजेपी को डिप्टी सीएम का पद ऑफर किया जा रहा है। दूसरी तरफ प्टी सीएम का पद जेजेपी को भाजपा भी दे रही है। ऐसे में भाजपा-जजपा के गठबंधन को रोकने के लिए कांग्रेस कर्नाटक फॉर्मूला पर कार्य कर सकती है। डिप्टी सीएम का पद कांग्रेस अपने पास रख सकती है। इसके अलावा दुष्यंत चौटाला का नाम सीएम पद के लिए आगे बढ़ा सकती है। इसी बीच दुष्यंत चौटाला ने भी कांग्रेस से सीएम पद मांगा है।

महाराष्ट्र की भी सभी 288 विधानसभा सीटों के रुझान आ गए हैं. 162 सीटों पर बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन आगे चल रहा है, इनमें बीजेपी 100 और शिवसेना 62 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. जबकि कांग्रेस 39 और एनसीपी 54 सीटों आगे चल रही है. वहीं, 3 सीटों पर AIMIM और एक सीट पर राज ठाकरे की MNS आगे चल रही है.

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