एक छोटा सा देश मालदीव भारत से आगे ; कैसे?

HIGH LIGHT; अक्सर आपने सोशल मीडिया पर ये सुना होगा कि मोदी सरकार के आने के बाद भारत का पासपोर्ट बेहद ताकतवर हो गया है लेकिन अब जो हकीकत सामने आई है वो इसके उलट है. भारत के पासपोर्ट  की इज्जत Passport index में एशिया के सबसे छोटे देश मालदीव से भी कम है.#  दुनिया के पावरफुल पासपोर्ट  #    Presented by- हिमालयायूके- हिमालय गौरव उत्तराखण्ड www.himalayauk.org

अक्सर आपने सोशल मीडिया पर ये सुना होगा कि मोदी सरकार के आने के बाद भारत का पासपोर्ट बेहद ताकतवर हो गया है लेकिन अब जो हकीकत सामने आई है वो इसके उलट है. भारत के पासपोर्ट  की इज्जत Passport index में एशिया के सबसे छोटे देश मालदीव से भी कम है. एशिया का सबसे छोटा देश है मालदीव न केवल जनसंख्या कम है बल्कि क्षेत्रफल भी बहुत कम है। मगर इस देश का पासपोर्ट भारत से भी मजबूत है। हिंद महासागर के द्वीप में स्थित इस देश की न केवल जनसंख्या कम है बल्कि क्षेत्रफल भी बहुत कम है. मगर इस देश का पासपोर्ट भारत से भी मजबूत है. भारत के पासपोर्ट पर आपको जहां सिर्फ 60 देशों में बिना वीजा के जाने की सुविधा मिलती है, वहीं मालदीव जैसे छोटे देश के पासपोर्ट पर दुनिया के 87 देश बिना वीजा के लोगों को आने की सुविधा देते हैं. यह भारत के लिए शर्मनाक है एक छोटा सा देश हमसे आगे निकल गया।

किसी देश के पासपोर्ट की पावर का आंकलन उस देश के नागरिकों की अलग-अलग देशों में वीजा फ्री एंट्री के आधार पर किया गया है। भारत के पासपोर्ट पर आपको जहां सिर्फ 60 देशों में बिना वीजा के जाने की सुविधा मिलती है, वहीं मालदीव जैसे छोटे देश के पासपोर्ट पर दुनिया के 87 देश बिना वीजा के लोगों को आने की सुविधा देते हैं। इस सुविधा को वीजा ऑन एराइवल कहते हैं। यानी आपको संबंधित देश के लिए उड़ान भरते समय अलग से वीजा लेकर चलने की जरूरत नहीं होती, बल्कि पहुंचने पर संबंधित देश वीजा मुहैया कराता है। अमेरिकी फर्म हेन्ले की ओर से जारी ग्लोबल पासपोर्ट रैकिंग में जहां मालदीव को 58 वीं रैंक मिली है, वहीं भारत को इससे काफी कम 81 वें स्थान से संतोष करना पड़ा है। हालांकि, भारतीय पासपोर्ट की रैकिंग पड़ोसी देशों से जरूर मजबूत है। साथ ही पिछले साल की तुलना में भारत के पासपोर्ट की रैकिंग में छह पायदान का भी इजाफा हुआ है। वर्ष 2017 में भारत 87 वें स्थान पर था। वर्ष 2018 की यह रैकिंग हर वर्ष की तरह अमेरिकी फर्म हेन्ले एंड पार्टनर्स ने जारी की है।

इस सुविधा को वीजा ऑन एराइवल कहते हैं. लेकिन मोदी जी ने बाकी चीजों की जगह इस सुविधा का नाम ई टूरिस्ट कर दिया है. इस सुविधा में आपको संबंधित देश के लिए उड़ान भरते समय अलग से वीजा लेकर चलने की जरूरत नहीं होती, बल्कि पहुंचने पर संबंधित देश वीजा मुहैया कराता है. अमेरिकी फर्म हेन्ले की ओर से जारी ग्लोबल पासपोर्ट रैकिंग में जहां मालदीव को 58 वीं रैंक मिली है, वहीं भारत को इससे काफी कम 81 वें स्थान से संतोष करना पड़ा है.

भारतीय पासपोर्ट की रैकिंग पड़ोसी देशों से जरूर मजबूत है. साथ ही पिछले साल की तुलना में भारत के पासपोर्ट की रैकिंग में छह पायदान का भी इजाफा हुआ है. वर्ष 2017 में भारत 87 वें स्थान पर था. वर्ष 2018 की यह रैकिंग हर वर्ष की तरह अमेरिकी फर्म हेन्ले एंड पार्टनर्स(Henley passport index) ने जारी की है. इस फर्म की ओर से देखा जाता है कि किस देश के पासपोर्ट पर कितने देश मुफ्त और आसानी से वीजा देते हैं, उसके आधार पर रैकिंग तय की जाती है. जिस देश के पासपोर्ट पर सबसे ज्यादा देश वीजा ऑन एराइवल की सुविधा देते हैं, उस देश का पासपोर्ट ज्यादा शक्तिशाली(पॉवरफुल) माना जाता है.

पासपोर्ट का होना किसी भी देश में एक अहम दस्ता वेज माना जाता है। लेकिन हर देश के पासपोर्ट की अपनी एक पहचान और अपनी ताकत होती है। उसकी यह ताकत इस बात से तय की जाती है कि आखिर कोई व्यीक्ति अपने पासपोर्ट पर कितने देशों में वीजा फ्री एंट्री ले सकता है। इसके ही आधार पर दुनिया के पावरफुल पासपोर्ट को भी तय किया जाता है।

हर वर्ष हेनले पासपोर्ट इंडेक्सु इसी तरह के अध्य्यन के बाद अपनी एक रिपोर्ट जारी करता है, जिसमें हर देश को एक रैंक दिया जाता है। इससे यह तय होता है कि किस देश का वीजा कितना अहम है। साथ ही यह भी पता चलता है कि किस देश के व्यकक्ति को दुनिया में कितनी जगहों पर वीजा फ्री एंट्री मिल सकती है।

सबसे पहले आपको यहां पर बता दें कि हेनले पासपोर्ट इंडेक्सप के मुताबिक दुनियाभर में सबसे ताकतवर पासपोर्ट जापान का माना गया है। यह इसकी लिस्टम में नंबर वन पर है। कोई भी जापानी नागरिक अपने पासपोर्ट पर दुनिया में सबसे अधिक जगहों पर वीजा फ्री एंट्री ले सकता है। वह करीब भारत, चीन, श्रीलंका, आस्ट्रेकलिया इंडोनेशिया, न्यूाजीलैंड समेत दुनिया के करीब 190 देशों में बिना वीजा जा सकता है। वहीं जापानी नागरिक को अफ्रीका के कुछ देश, पाकिस्तानन, रूस, भूटान, अफगानिस्ताटन, आदि देशों के लिए वीजा चाहिए होता है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि इस लिस्टा में दुनिया के टॉप 50 देशों के ताकतवर पासपोर्ट में भी भारत नहीं आता है। भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्‍तान, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, बांग्लाीदेश भी इस लिस्टं में कहीं पीछे आते हैं। लेकिन चीन इसमें भी हम सबसे आगे है। चीन का नंबर इस लिस्ट में 71वां है और यहां के नागरिक 74 देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं। यहां के नागरिकों को 152 देशों में जाने के लिए वीजा लेना होता है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स2 में जहां भारत 81वें स्थादन पर है वहीं पाकिस्ता न 104वें नंबर पर आता है।

जापान के पासपोर्ट को नंबर 1 रैकिंग नसीब हुई है. जापान के पासपोर्ट पर दुनिया के 190 देश वीजा ऑन एराइवल देते हैं. जबकि दूसरे स्थान पर सिंगापुर और तीसरे स्थान पर जर्मनी, फ्रांस और संयुक्त कोरिया हैं. इन देशों के पासपोर्ट पर क्रमशः 189 और 188 देश वीजा ऑन एराइल की सुविधा देते हैं. इसी तरह चौथे स्थान पर डेनमार्क, इटली, स्वीडन, स्पेन(187), पांचवे स्थान पर नॉर्वे, यूके, ऑस्ट्रिया, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, पुर्तगाल और यूएस हैं. पांचवें नंबर के इन सभी देशों के पासपोर्ट पर 173 देशों में वीजा ऑन एराइवल की सुविधा मिलती है.

भारत की तुलना में चीन का पासपोर्ट मजबूत है. चीन 71 वें स्थान पर है. जबकि पाकिस्तान(104), श्रीलंका(99) और बांग्लादेश 100 वें नंबर पर है. भारतीयों को दुनिया के 60 देश बिना वीजा के आने की अनुमति प्रदान करते हैं. इनमें एशिया में भूटान, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मकाओ, मालदीव, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड हैं, वहीं अफ्रीका में इथोपिया, केन्या बेनिना, यूरोप के सर्बिया, यूक्रेन, ट्यूनीशिया, टोगो, सोमालिया आदि देश, वहीं अमेरिकी महाद्वीप के बोलिविया, एक्वाडोर, सूरीनेम जैसे देश बिना वीजा के आने की अनुमति देते हैं. इसी तरह से मध्य पूर्व के देशों में ईरान, जॉर्डन, कतर और अर्मेनिया भी भारत के पासपोर्ट पर वीजा ऑन एराइवल सुविधा प्रदान करते हैं. कैरेबियाई देशों की बात करें तो ब्रिजिट वर्जिन आइसलैंड, जमैका, सेंट लुसिया जैसे देश यह सुविधा देते हैं.

इसके बाद नेपाल 101वें, भूटान 86वें, श्रीलंका 99वें और बांग्लाआदेश 100वें स्थाीन पर आता है। यहां पर आपको ये भी बता दें कि भारत के पासपोर्ट पर कोई भी नागरिक 60 देशों में बिना वीजा के और 166 देशों में वीजा के साथ जा सकता है। वहीं पाकिस्ता न के पासपोर्ट पर कोई नागरिक 33 देशों में बिना वीजा एंट्री ले सकता है जबकि 193 देशों में उसके नागरिक को वीजा की जरूरत होगी। इसके अलावा नेपाली पासपोर्ट पर कोई नागरिक 40 देशों में वीजा फ्री एंट्री ले सकता है जबकि 186 देशों में उसको वीजा की जरूरत होती है। वहीं भूटान के पासपोर्ट पर कोई नागरिक 55 देशों की यात्रा बिना वीजा के कर सकता है जबकि 171 देशों में जाने के लिए उसको वीजा चाहिए होगा।

इसके अलावा श्रीलंका के पासपोर्ट पर कोई नागरिक 42 देशों में बिना वीजा जा सकता है और 184 देशों में उसको वीजा लेना होगा। बांग्लालदेश के पासपोर्ट पर कोई नागरिक 41 देशों में वीजा फ्री एंट्री ले सकता है जबकि 185 देशों में जाने के लिए यहां के नागरिकों को वीजा लेना होता है। म्यां मार इस लिस्टब में 93वें नंबर पर आता है और यहां के पासपोर्ट पर नागरिक 48 देशों में बिना वीजा और 178 देशों में वीजा लेकर ही जा सकता है। म्यां मार 93वें स्थाऔन पर है। यहां के नागरिक 178 देशों में वीजा के साथ जबकि 48 देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं। अब जरा इस लिस्टर में शामिल शीर्ष दस देशों के बारे में भी जान लिया जाए। आपको बता दें कि इस लिस्ट में जापान के बाद दूसरा नंबर सिंगापुर का आता है जिसके नागरिक 189 देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं। तीसरे नंबर पर इस लिस्ट में एक नहीं बल्कि तीन देश आते हैं। इसमें फ्रांस, जर्मनी और साउथ कोरिया का नाम शामिल है। यहां के नागरिक 188 देशों में बिना वीजा जा सकते हैं।

चौथे नंबर पर भी एक नहीं बल्कि पांच देशों का नाम इस लिस्टो में शामिल है। इनमें डेनमार्क, फिनलैंड, इटली, स्पेसन और स्वीाडन का नाम है। यहां के नागरिक 187 देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं। पांचवें स्थापन पर आस्ट्रिया, लग्जहमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल, ब्रिटेन और अमेरिका आते हैं, जिसके नागरिक 186 देशों में बिना वीजा जा सकते हैं। छठे नंबर पर बेल्जियम, कनाडा, आयरलैंड और स्विटजरलैंड आते हैं। सातवें नंबर आस्ट्रेरलिया, ग्रीस, माल्‍टा का है। आठवें नंबर पर चेक रिपब्लिक, न्यूदजीलैंड हैं और नौवें पर आइसलैंड और दसवें नंबर पर हंगरी, मलेशिया और स्लोसवेनिया है। रूस जो इस लिस्टस में 47वें नंबर पर है उसके नागरिकों को करीब 119 देशों में जाने के लिए वीजा की दरकार होती है। वहीं 119 देशों में वह बिना वीजा के जा सकते हैं।

जरा उत्तरी कोरिया  यह देश इस लिस्ट में 99वें स्थाजन पर है और केवल 42 देशों में इसके नागरिकों को बिना वीजा के जाने की छूट है जबकि 184 देशों में जाने के लिए इसके नागरिकों को वीजा चाहिए होता है। इस लिस्ट में दुनिया के 106 देशों को शामिल किया गया है। इसके अंतिम छह पायदान पर नेपाल, फिलिस्तींन और सूडान, यमन, पाकिस्ताहन, सोमालिया और सीरिया, अफगानिस्ता4न और इराक का नाम शामिल है।

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