जिन्न साधना भी साबर मंत्र है जो जनहित के लिए सिद्ध की जाती है

जिन्न साधना भी साबर मंत्र है ;साधना सफल होने पर जिन्न वादशाह दर्शन देते है कुछ लोग साधनाओं के द्वारा जिन्नों(Jinn Kya Hote Hai) को अपने वश में करने की कोशिश करते है | ऐसे व्यक्ति अपनी किसी बुरी मंसा को पूरा करवाने के लिए जिन्नों को अपने वश में करते है | किन्तु अधिकांश लोग इनमें विफल होकर अपनी जान गवां बैठते है और मरने के उपरान्त जिन्नों की दुनियाँ का हिस्सा बन जाते है | जिन्न साधना में सफल वही होते है जो दूसरों का भला करने के उद्देश्य से उन्हें अपने वश में करते है |

जो रूह इस संसार में अपनी किसी इच्छा को पूरा करने के लिए भटकती रहती है जिन्न कहलाती है- विशेष आलेख; #www.himalayauk.org (Uttrakhand Leading Newsportal & Print Media) Mail us; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030## CS JOSHI= EDITOR

ब्रह्मा राक्षस वो होते है , जिनको ब्रह्म की शक्ति का ज्ञान तो होता है , पर उसको बुरे काम मे प्रयोग करते है । आधे दैत्य और आधे देव होते हैं ब्रह्मराक्षस – वैसे इसकी बहुत ज्यादा जानकारी नही है , ये श्री कृष्ण सीरियल में ब्रह्म राक्षस का चरित्र है ।

आधे दैत्य और आधे देव होते हैं ब्रह्मराक्षस

ब्रह्मराक्षस की कहानी –हिन्दू धर्म में गति और कर्म के अनुसार मरने वाले लोगों का विभाजन किया है- भूत, प्रेत, पिशाच, कूष्मांडा, ब्रह्माराक्षस, बेताल और क्षेत्रपाल. उक्त सभी के उपभाग भी होते हैं. आयुर्वेद के अनुसार 18 प्रकार के प्रेत होते हैं. भूत सबसे शुरुआती पद है या कहें कि जब कोई आम व्यक्ति मरता है तो सर्वप्रथम भूत ही बनता है.

कौन होते हैं ब्रह्मराक्षस- ब्रह्माराक्षस उन आत्माओं को कहा जाता है जो उच्च जन्म लेकर अपने जीवन में बुरे काम करते है या अपनी उच्च ज्ञान का लाभ न उठाकर उन्हें गलत कामो में लगाते है. ऐसे लोगों को अपने जीवन के बाद अपने ज्ञान के कारण एक ब्रह्माराक्षस के रूप में भुगतना पड़ता है.

कैसे होते हैं ब्रह्माराक्षस- इस तरह के एक विद्वान को पृथ्वी पर बाध्य होकर अपने कर्तव्यों को करने या अच्छे छात्रों को ज्ञान प्रदान करने के रूप में प्रयोग लाया जाता है. जब कोई व्यक्ति ब्रह्माराक्षस बन जाता है तो ऐसा व्यक्ति बहुत ही शक्तिशाली बन जाता है.

खामोश – वह हमेशा खामोश रहकर अनुशासन में जीवन यापन करता है. इसे ही जिन्न कहते हैं. यह बहुत सारा खाना खाते हैं और घंटों तक एक जैसे ही अवस्था में बैठे या खड़े रहते हैं. जिन्न से ग्रस्त व्यक्ति का जीवन सामान्य होता है ये घर के किसी सदस्य को परेशान भी नहीं करते हैं बस अपनी ही मस्ती में मस्त रहते हैं. जिन्नों को किसी के शरीर से निकालना अत्यंत ही कठि‍न होता है

जिन्न एक मुस्लिम शब्द है जिसे अरबी भाषा से लिया गया है जिसमें जिन्नात और जिनी शब्द मशहूर है | इंसान के मरने के बाद जो रूह इस संसार में अपनी किसी इच्छा को पूरा करने के लिए भटकती रहती है जिन्न कहलाती है | हिन्दू धरम में जिसे भूत-प्रेत , बुरी आत्मा के नाम से जाना जाता है तो मुस्लिम सभ्यता के अनुसार ये जिन्न या जिन्नात कहलाते है | अधिकतर जिन्न इंसानों को हानि ही पहुचाते है बहुत कम ऐसे होते है जो इंसानों के लिए खतरनाक नहीं होते | जिन्न की दुनियाँ इंसानों की दुनियाँ से बिलकुल अगल है | भौतिक रूप से जिन्नों(Jinn Kya Hote Hai)का अस्तित्व नहीं होता किन्तु किसी भी मानव शरीर को अपने वश में करने की ये ताकत रखते है |

इस्लाम की मान्यताओं के अनुसार इंसान मरने के बाद जिन्न बनते है और अपनी किसी अधूरी इच्छा को पूरा करने के लिए हजारों वर्षो तक इस संसार में विचरण करते है | बहुत से जिन्न पराशक्तियों से परिपूर्ण होते है, ये उड़ सकते है , गायब हो सकते है , किसी भी इंसान का रूप ले सकते है व एक स्थान से दुसरे स्थान पर आसानी से पहुँच सकते है |

जिन्न की दुनियाँ को और करीब से समझने के लिए जिन्न को 5 श्रेणी में बांटा गया है | अलग-अलग प्रकार के जिन्न(Jinn Kya Hote Hai) अलग-अलग शक्तियों को रखते है और अपनी शक्तियों के बल पर इंसानों के नाक में दम करते है | मरीद : – मरीद जिन्न की दुनियाँ के सबसे खतरनाक जिन्न होते है | किस्से और कहानियों में अक्सर आपने इन जिन्नों के विषय में सुना होगा | एक लोकप्रिय कहानी अलादीन का चिराग में भी इस जिन्न का जिक्र किया गया है | ये जिन्न अधिकतर समुद्र या फिर खुले पानी में पाए जाते है |

इफरीत :- इंसानी दुनियाँ के समान ही इफरीत जिन्न भी अपनी एक अलग दुनियाँ रखते है जिसमें में पुरुष और महिला के समान जोड़े से रहते है | ये जिन्न इंसानों के विचार समझने की ताकत रखते है और बहुत ही जल्द इंसानों को अपना दोस्त बना लेते है | इंसानों को पता भी नहीं चलता कि उनका दोस्त एक जिन्न है | इफरीत जिन्न अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के हो सकते है | किन्तु कभी भी किसी जिन्न पर भरोसा नहीं करना चाहिए |

 सिला : – सिला जिन्न सिर्फ और सिर्फ एक महिला ही हो सकती है | किसी महिला की मृत्यु के पश्चात् ही ऐसे जिन्न अस्तित्व में आते है | ये जिन्न बहुत ही कम होते है किन्तु मानसिक रूप से ये बहुत ही ताकतवर और मजबूत होते है |

घूल : – ये जिन्न कब्रिस्तान के आस-पास दिखाई देते है | ये जिन्न इंसानी मांस खाते है | ये बहुत क्रूर होते है और इनकी शक्ल शैतान से मिलती है | इंसानों के लिए ये बहुत ही खतरनाक सिद्ध हो सकते है |

बेताल : – ये जिन्न इंसानों के खून पीते है और जिन्दा भी इंसानों का खून पीकर ही रहते है | विक्रम बेताल की कहानियों में भी इसी बेताल का जिक्र मिलता है | ये जिन्न भूत और भविष्य दोनों देख सकते है |

कौन मार सकता है ब्रह्मराक्षस को – प्राचीन हिंदू ग्रंथों के अनुसार ये शक्तिशाली दानव आत्मा होती है जो इस दुनिया की बहुत शक्तियों की मालिक होती है और केवल कुछ लोग या कुछ राशि के लोग ही इनसे लड़ सकते हैं और उन्हें इस जीवन से मुक्ति दे सकते हैं. यह ब्रह्मराक्षस अपने सीखने के उच्च स्तर को बनाए रखते है. लेकिन यह मनुष्य को खाते है. वे अपने पिछले जन्म की बातें, वेद और पुराणों का ज्ञान अपने साथ अपनी यादों में रखते है. दूसरे शब्दों में उनका आधा हिस्सा ब्राह्मण और आधा हिस्सा दानव का होता हैं.

मुक्तिबोध के ब्रह्मराक्षस- मुक्तिबोध ने ब्रह्मराक्षस कि असफलता को भी अति भव्य माना है क्योंकि उसका उद्देश्य बहुत ही महान था और उस उद्देश्य में शत-प्रतिशत सफलता की उम्मीद नहीं कि जा सकती थी.

ब्रह्मराक्षस की मुक्ति का उपाय- गीता में ब्रह्मराक्षस कि मुक्ति का मार्ग भी बड़ा ही आसान बताया गया है जिस वृक्ष पर ब्रह्माराक्षस रहते थे, एक दिन उसके नीचे कोई पंडित गीता के श्लोकों का पाठ कर रहा था, ब्रह्माराक्षस ने सिर्फ गीता के श्लोक का आधा भाग गलती से सुन लिया और सुनने मात्र से ही उसकी मुक्ति हो गयी.

ब्रह्मराक्षस के मंदिर- आज भी भारत के मध्य और दक्षिणी भाग में (महाराष्ट्र और केरल में ) ब्रह्माराक्षस के मंदिर पाये जाते हैं या फिर मंदिर के बाहरी दरवाजे पर उनकी मूर्तियां होती हैं , जिनकी पूजा की जाती है. कोई भी निर्माण कार्य करने से पूर्व उनकी अनुमति ली जाती है. केरल के कोट्टायम जिले में ब्रह्मराक्षस का प्रसिद्ध मंदिर है.

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