मंडी; बादल फटने से दो बस जमींदोज ; समूचा उत्‍तराखण्‍ड संवेदनशील

उत्तराखण्ड में पिथौरागढ़ के बंगापानी में भारी बारिश के बाद भूस्खलन की वजह से एक मकान गिर गया www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal & Daily Newspaper) ; 
हिमाचल प्रदेश में मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर बादल फटने के कारण हुए भीषण भूस्खलन से दो बस जमींदोज हो गईं. हादसे में अब तक 46 लोगों की मौत की खबर है.एक बस मनाली से कटरा और दूसरी मनाली से चम्बा जा रही थी. विशेष सचिव (आपदा) डीडी शर्मा ने बताया कि बीती रात ये बसें जब कोटरूपी में जलपान के लिये रुकी थीं तभी यह दुर्घटना हुई.भूस्खलन में पूरा मार्ग बह गया और बसें करीब 800 मीटर गहरी खाई में जा गिरीं जिनमें से एक बस मलबे के नीचे पूरी तरह से दब गई हैं और इसका कोई अता पता नहीं है

पिथौरागढ़ में बंगापानी के मदरमा गांव में कुदरत ने क़हर बरपा दिया. यहां बीती रात बारिश के बाद भू-स्खलन से 3 लोगों की मौत हो गई है,जबकि 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. भारी भूस्खलन के कारण 3 दर्जन से अधिक मवेशियों की भी मौत हुई है. मलबे में दबी रेखा नाम की एक युवती को रेस्क्यू टीम ने निकाल लिया. वो गंभीर रूप से घायल है. इस दौरान एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमों ने मलबे से दो गायों को जिंदा निकाल लियामलबे में अभी और लोगों के दबे होने की आशंका है,जिनकी तलाश की जा रही है. घटनास्थल पर सर्च और रेस्क्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस इलाके को जोड़ने वाले दोनों मोटरमार्ग बंद होने के कारण 13 घंटे बाद राहत टीमें मौके पर पहुंच पायीं. घटनास्थल के लिए सहस्त्रधार हैलिपैड से हैलीकाप्टर भी भेजा गया , लेकिन खराब मौसम के कारण उसे हल्द्ववानी में उतरना पड़ा.बताया जा रहा है देर रात पहाड़ी से भारी मलबा दो मकानों पर जा गिरा इस कारण ये हादसा हुआ.

हिमाचल प्रदेश के मंडी में नेशनल हाइवे पर भयानक हादसा हुआ है. पहाड़ धंसने से दो बसें दब गईं. इस हादसे में अबतक तीस लोगों की मौत की आशंका है, जबकि कई लोग अब भी फंसे हुए हैं. बताया जा रहा है कि एक बस मनाली से कटरा जा रही थी और दूसरी बस चंबा से मनाली जा रही थी. दोनों बसें रूकी हुई थी और पैंसेजेर चाय पीने के लिए रूके थे. घटना देर रात एक बजे की है. फिलहाल एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव काम में जुटी हुई हैं. हाईवे पर उरला-जोगिंद्रनगर के पास कोटकरूपी में रात के अंधेरे में एक पहाड़ यात्रियों से भरी दो बसों सहित कई अन्य वाहनों पर गिर गया. एचआरटीसी की बसों में एक कटड़ा-मनाली रुट पर जा रही बस थी, जिसमें करीब सात यात्री सवार थे. बस के चालक ने ऊपर से मलबा आता देखा और सवारियों को भागने को कह, वहीं चम्बा से मनाली जा रही बस में हताहतों की संख्या अधिक हो सकती है. ये बस मलबे के साथ एनएच से 1 किलोमीटर नीचे बह गई है. इस बस में 45 सवारियां होने की आशंका है. मंडी प्रशासन की ओर से मंडी से कुल्लू तक के लिए इस एनएच को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. इसी बीच एक एक घंटे के लिए वाहन चलने की अनुमति दी जाएगी. इस मार्ग का सारा ट्रैफिक वाया कमाद-कोटला-कुल्लू कर दिया है. इसके अलावा इस मार्ग का सारा ट्रैफिक तीन रूटो जोगिंद्रनगर-घटासनी-झटींगरी-मंडी, जोगिंद्रनगर-धर्मपुर-कोटली- मंडी और जोगिंद्रनगर, नौली-पद्दर-मंडी कर दिया है.

वहीं, 

कोटद्वार के जमरगड्डी गांव के पास बादल फटने से तबाही मच गयी. हालांकि बादल फटने की इस घटना में किसी प्रकार की कोई जनहानि तो नहीं हुई लेकिन माल का भारी नुक़सान हुआ. बादलों ने यहां 2 पैदल पुलिया और काश्त की ज़मीन नष्ट कर दी. ये बादल,जमरगड्डी गांव के स्थानीय गदेरे के ऊपर फटा. इससे आधा दर्जन गांव को जोड़ने वाला पैदल मार्ग पूरी तरह से नष्ट हो गया. बादल फटने के बाद गदेरे में भारी उफान आ गया, जो तेज़ बहाव में अपने साथ सैकड़ों छोटे-बड़े पेड़ उखाड़ कर बहा ले गया. खबर मिलते ही राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गयी.

 उत्तराखण्ड में पिथौरागढ़ के बंगापानी में भारी बारिश के बाद भूस्खलन की वजह से एक मकान गिर गया. इस हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जान चली गई. भूस्खलन से चार से पांच मकानों के दबे होने की खबर है. प्रशासन और पुलिस राहत बचाव के काम में जुटे हैं. पिथौरागढ़ जिले में बंगापानी इलाके में बादल फटने के कारण एक पुल ढह गया और करीब आधा दर्जन घर मिट्टी में मिल गए. गुरुवार को कनार में बादल फटने के बाद हुई बारिश में दो दर्जन मवेशी बह गए. आपदा में क्षतिग्रस्त हुए मकानों के मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका के चलते तलाशी की जा रही है. कई स्थानों से भूस्खलनों की खबरें मिली हैं. बद्रीनाथ राजमार्ग लांबगढ़ में दो घंटे बाधित रहा और पिथौरागढ़ में टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात कई घंटे बाधित रहा. जोशीमठ और गोविंदघाट के बीच पिनोला में राजमार्ग का 20 मीटर से अधिक हिस्सा बारिश में बह गया, जिसके चलते हेमकुंड साहिब और बद्रीनाथ वार्षिक तीर्थयात्रा भी प्रभावित हुई है. मुनस्यारी और धारचुला से बचाव टीमों को रवाना किया गया है. जिलाधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में हुए नुकसान का अभी पूरी तरह पता नहीं चला है.

इसी बीच, मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में देहरादून, पौड़ी, चमोली, पिथौरागढ़, नैनीताल और हरिद्वार समेत राज्य में कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है. हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. राज्य प्रशासन ने समूचे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया है.

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