मोदी ने इशारों-इशारों में रेणुका की हंसी को राक्षसी करार दिया

‘‘जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता।’’ #दुश्नमी जमकर करो, लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी दोस्त हो जाएं तो र्शिमंदा नहीं हों। 

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब देते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किए. राज्यसभा में अपनी खास शैली में उन्होंने कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया. एक मौका ऐसा भी आया जब उनके बयान पर प्रतिक्रिया में जब कांग्रेस नेत्री रेणुका चौधरी बहुत जोर से हंसने लगीं तो सभापति वेंकैया नायडू ने इसपर नाराजगी जताई लेकिन मोदी ने नायडू को रोकते हुए कहा-सभापति जी, आप रेणुका जी को कुछ न कहिए. रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी अब सुनाई दी है. साफ है कि पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में रेणुका की हंसी को राक्षसी करार दिया.
मोदी के ये कहते ही सदन में ठहाके गूंज उठे और रेणुका की आपत्ति उन ठहाकों में दब गई. रेणुका यही कहती रहीं कि ये प्रधानमंत्री कहते हैं कि वो महिलाओं का सम्मान करते हैं लेकिन महिलाओं पर इस तरह की टिप्पणी की जा रही है.
रेणुका दरअसल तब हंसी थीं जब पीएम मोदी ने कहा कि आधार को कांग्रेस अपनी योजना बताती है लेकिन 7 जुलाई 1998 को इसी सदन में तत्कालीन गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा था कि एक ऐसा कार्ड होगा जो नागरिकता की पहचान का सबूत होगा. यहीं से आधार कार्ड की नींव पड़ी. मोदी के इतना कहते ही रेणुका हंस पड़ीं.
मोदी ने कहा कि उनपर आरोप लगाया जाता है कि उनकी सरकार गेम चेंजर नहीं बल्कि नेम चेंजर है लेकिन हम कहना चाहते हैं कि हम ऐम चेजर हैं. हम लक्ष्य निर्धारित करते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए जी तोड़ कोशिश करते हैं. मोदी ने सदन में कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा पर भी निशाना साधा और कहा कि आनंद जी आप तो लंबे समय से यहां बैठे हैं, बोलने का आपका अपना स्टाइल भी है. आप तो बर्फ का छुरा बनाकर भी भोंक सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्‍यसभा में आज (7 फरवरी) को ठहाकों के बीच विपक्ष पर निशाना साधा। एक वक्‍त ऐसा आया जब हंसी के कारण माहौल गरम भी हो गया लेकिन प्रधानमंत्री ने उस माहौल को भी तंज मार कर ठंडा कर दिया। प्रधानमंत्री की बात पर कांग्रेस की रेणुका चौधरी ने बहुत जोर से ठहाका लगा दिया। इस पर सभापति वेंकैया नायडू गुस्‍सा हो गए। उन्‍होंने प्रधानमंत्री को रोकते हुए रेणुका को गरम तेवर के साथ कहा कि यह व्‍यवहार संसदीय नहीं कहा जा सकता। लेकिन, प्रधानमंत्री ने यह कह कर माहौल को ठंडा बनाया ‘सभापति जी, मेरी प्रार्थना है आप रेणुका जी को कुछ नहीं कहें। रामायण सीरियल के बाद पहली बार ऐसी हंसी सुनी है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी बात रख रहे थे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मशहूर शायर बशीर बद्र के शेर के जरिये कांग्रेस पर तंज कसा, ‘‘जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता।’’ मोदी ने कहा कि आलोचना लोकतंत्र की ताकत है, होनी चाहिए लेकिन लोकतंत्र झूठे आरोप लगाने का हक नहीं देता है, रानीतिक रोटिया सेंकने के लिए देश को निराश करने का अधिकार किसी को नहीं देता है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कल कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने भी बशीर बद्र को उद्धृत करते हुए कहा था कि दुश्नमी जमकर करो, लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी दोस्त हो जाएं तो र्शिमंदा नहीं हों।’’ चर्चा का जवाब देते हुए आज मोदी ने कहा कि कल वह कांग्रेस पार्टी के नेता खड़गे जी का भाषण सुन रहे थे। वे समझ नहीं पा रहा था कि वे सत्तापक्ष को संबोधित कर रहे थे, आंध्र के लोगों को संबोधित कर रहे थे या अपने ही दल के नीति निर्धारकों को खुश करने का प्रयास कर रहे थे।
इससे पहले आज ही उन्होंने लोकसभा में भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए कांग्रेस पर तीखे व्यंग्य किए। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस देश में हुए सभी कार्यों का श्रेय खुद ले रही है। उन्होंने कहा कि अगर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जगह सरदार वल्लभ भाई पटेल होते तो कश्मीर सम्स्या नहीं होती।

www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal & Print Media) 

Available in FB, Twitter, Whatsup & All Social Media.  

Mail; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *