सालभर के भीतर दूसरा ब्रिज गिरा- आर्थिक राजधानी में किस तरह लापरवाही

मुंबई CST स्टेशन के सामने एक बड़ा हादसा हुआ है (Mumbai foot Over Bridge Collapse)। सीएसटी स्टेशन के सामने का फुट ओवर ब्रिज गिर गया है। जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई है। और 23 लोग घायल हैं। जो ब्रिज गिरा है वह सीएसटी स्टेशन को आजाद मैदान से जोड़ने वाला ब्रिज है।
मुंबई पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘ सीएसटी के प्लेटफार्म नंबर एक उत्तर को बी टी लेन से जोड़ने वाला फुटओवर ब्रिज गिर गया। घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाया गया है। घटना के बाद रेल यातायात पर असर पड़ा है। रोजाना सफर करने वालों को वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं।’’मलबे से 7-8 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। जबकि कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका है।

हर रोज इस पर हजारों लोग गुजरते हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक जो ब्रिज गिरा है वह बेद पुराना था। जिसके बजाय अब नया ब्रिज बनाना चाहिए था। लेकिन सरकार के लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है।  चश्मदीदों के मुताबिक यह फुटओवर ब्रिज करीब 40 साल पुराना था। राहत और बचाव के लिए NDRF की टीम रवाना की गई है।घटनास्थल पर राहत और बचाव का काम जारी है। हादसे के बाच मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई है। अभी भी 15 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।मलबे से घायल निकाले गए लोगों को मुंबई के कामा हॉस्पिटल में पहुंचाया गया। जिस स्थान पर यह हादसा हुआ वह एक भीड़भाड़ वाला इलाका है।
ये ब्रिज सीएसटी रेलवे स्टेशन से जुड़ता है। शुरुआती जानकारी में पता चला है कि यह ब्रिज BMC के द्वारा निर्माण कराया गया था। मुंबई पुलिस के मुताबिक छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर बना ब्रिज अचानक गिर गया है, जिसके कारण कई लोग इसके नीचे दब गए। कई गाड़ियां भी चपेट में आ गई हैं। ये गाड़ियां ब्रिज के नीचे खड़ी थीं।

बताया जा रहा है कि हादसे के वक्‍त ब्रिज पर काफी लोग मौजूद थे। हादसा छत्रपति शिवाजी रेलवे स्‍टेशन (Chhatrapati Shivaji Terminus) के बाहर हुआ है। बताया जा रहा है कि लगभग 23 लोग घायल हुए हैं। 15 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका। और दो महिलाओं की मौत हो गई है।

मुंबई पुलिस के मुताबिक ‘टाइम्‍स ऑफ इंडिया बिल्डिंग के पास सीएसटी के प्‍लेटफॉर्म संख्‍या 1 को बीटी लेन से जोड़ने वाला फुटओवर (Foot Over Bridge Collapse) ढह गया है। घायलों को अस्‍पताल ले जाया जा रहा है।

फिलहाल ट्रैफिक के चलते काफी देर तक एंबुलेंस घटनास्थल तक नहीं पहुंच पा रही थी। इस दुर्घटना को लेकर रेलवे ने कहा है कि ब्रिज की जिम्मेदारी ब्रह्नमुंबई मुनिसिपल कॉर्पोरेशन की है। फिर भी रेलवे राहत कार्य में जुटा है। और रेलवे के डॉक्टर पूरा सहयोग कर रहे हैं। देश की आर्थिक राजधानी में किस तरह लापरवाही हो रही है इसका अंदाजा हम इसी से लगा सकते हैं कि यह साल भर में दूसरी ब्रिज गिरने की घटना है। 3 जुलाई 2018 को अंधेरी स्टेशन के करीब एक फुटओवर ब्रिज का हिस्सा गिर गया था।

जिसके चलते वेस्टर्न लाइन पर लोकल ट्रेनों की आवाजाही छप हो गई थी। हादसे में कई लोग जख्मी हुए थे। भारी वजन के चलते पुल गिरने की बात सामने आई थी। हालांकि गोखले ब्रिज के गिरने के बाद भी सरकार ने किसी भी तरह की सतर्कता नहीं बरती और सीएसटी स्टेशन के करीब यह हादसा देखने को मिला। जबकि CST स्टेशन मुंबई का बेहद प्रमुख स्टेशन है। साथ ही यह बेहद पुराना ब्रिज था जो गिरा है। 

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि पुल का एक हिस्सा गिरा है. रेलवे और बीएमसी मिलकर इसके रखरखाव की जांच करेंगे. पुल खराब स्थिती में नहीं था. पुल में सिर्फ थोड़े सी मरम्मत की जरूरत थी. इसके लिए काम चल रहा था. लेकिन काम पूरा होने तक इसे बंद क्यों नहीं किया गया. इसकी भी जांच की जाएगी.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घायलों का पूरा इलाज करावएगी. 

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