देश की सियासत में घमासान –

2019 के चुनावों को लेकर देश की सियासत में घमासान मचा हुआ है, इसके साथ ही सभी पार्टियां इस चुनाव को मद्देनजर रखते हुए बैठक कर रही है।हिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल

HIG LIGHTS #केंद्रीय मंत्री और राजग के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख राम विलास पासवान ने कहा, ‘उनकी मांग पर जोर देने के लिए आंदोलन शुरू करने का सही समय है’. #आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष हरिबाबू ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया # सरहद पर हमारे जवान सुरक्षित नहीं हैं। किसान खुदकुशी कर रहे हैं और बेटियां अपने घरों में सुरक्षित नहीं हैं और फिर भी हमारे प्रधानमंत्री विदेश यात्रा पर निकल गये – प्रवीण तोगडिय़ा  #देश के कई राज्यों में कुछ दिनों से एटीएम में कैश न होने की वजह से नोटबंदी के जैसे हालात  #  संसद में पीएम खड़े नहीं हो पाएंगे- राहुल गांधीयशवंत सिन्हा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से भी स्टैंड लेने की अपील की है। सिन्हा ने खत में लिखा कि पार्टी के अंदर में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म#गुजरात, बिहार, तेलंगाना और मध्यप्रदेश में नकदी संकट पैदा  #

वही दूसरी ओर अमेठी में मिशन राहुल गॉधी- पूरी ताकत झोकी गयी है-   राहुल का अमेठी से संसद का रास्‍ता रोकने के लिए पूरी तैयारी-सैकडो ग्रामवासियो को लक्‍जरी बसो में हरिद्वार यात्रा – प्रत्‍येक घर मे एक गाय- जैसे लोकलुभावन कार्यक्रम चालू- केन्‍द्रीय मंत्री मिशन को पूरा करने में जुटी

वहीं देश के राज्य तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मई के पहले हफ्ते में मुलाकात करेंगे। 2019 का चुनाव सभी पार्टियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जिस वजह से तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ओडिशा के मुख्यमंत्री के साथ मिलकर इस नेशनल पॉलिटिक्स के मुद्दे पर चर्चा करेंगे और साथ ही तीसरे मोर्चे को बनाने की तैयारी को लेकर इस पर बैठक करेंगे। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग को लेकर विरोध सह रही मोदी सरकार को एक और झटका लगा है। आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष हरिबाबू ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को अपने इस्तीफा भेजा। राज्य में अपन ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रही भाजपा के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है।
प्रवीण तोगडिय़ा मोदी सरकार पर हमलावर हैं। मंगलवार को अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठने जा रहे विहिप के पूर्व नेता ने कहा कि देश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं और पीएम मोदी विदेश के दौरे कर रहे हैं। इस बीच विश्च हिंदू परिषद के प्रदेश प्रवक्ता ने तोगडिय़ा के समर्थन में आते हुए दावा किया कि पूरी गुजरात इकाई उनके साथ है।
  सरहद पर हमारे जवान सुरक्षित नहीं हैं। किसान खुदकुशी कर रहे हैं और बेटियां अपने घरों में सुरक्षित नहीं हैं और फिर भी हमारे प्रधानमंत्री विदेश यात्रा पर निकल गये हैं। मोदी आज स्वीडन और ब्रिटेन की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए हैं।

देश के कई राज्यों में कुछ दिनों से एटीएम में कैश न होने की वजह से नोटबंदी के जैसे हालात बनते जा रहे हैं। नोटबंदी के बाद एक बार फिर 10 राज्यों खासकर बिहार और मध्य प्रदेश में कैश की भारी किल्लत है. कई ऐसे परिवार हैं जिनके पास रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं. जिन बैंकों और एटीएम में कैश है वहां लोगों की लंबी कतारें देखी जा रही है. वहीं सरकार का कहना है बाजार में पर्याप्त मात्रा में करेंसी है. अचानक मांग बढ़ने की वजह से समस्या उत्पन्न हुई है. जल्द ही इससे निपटेंगे.
By: CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR Mob. 9412932030 Mail us; himalayauk@gmail.com

 

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार केा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है. राहुल गांधी ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, ‘पीएम संसद में खड़े होने से डरते हैं. हमें 15 मिनट को भाषण मिल जाए संसद में पीएम खड़े नहीं हो पाएंगे. चाहे वह राफेल का मामला हो या, चाहे वो नीरव मोदी का मामला हो, पीएम मोदी खड़े नहीं हो पाएंगे.

 

 

 

देश में जारी कैश किल्लत पर राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने देश की बैंकिंग व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया है. नीरव मोदी 30 हजार करोड़ लेकर भाग गया, लेकिन पीएम एक शब्द नहीं बोल पाए. हमारी जेब से 500 और 1000 रुपए के नोट छिनकर नीरव मोदी को दे दिया गया और हम एटीएम की लाइन में खड़े होने को मजबूर हैं.
देश में जारी कैश किल्लत पर राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने देश की बैंकिंग व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया है. नीरव मोदी 30 हजार करोड़ लेकर भाग गया, लेकिन पीएम एक शब्द नहीं बोल पाए. हमारी जेब से 500 और 1000 रुपए के नोट छिनकर नीरव मोदी को दे दिया गया और हम एटीएम की लाइन में खड़े होने को मजबूर हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार से अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में हैं. सोमवार को उन्होंने पाली गांव में उन्होंने किसानों की समस्याएं सुनी. किसानों ने राहुल को सिंचाई की दिक्कत, खराब सड़क, आवारा जानवरों से परेशानी और फसल के उचित दाम न मिलने जैसी समस्याएं बताईं. राहुल ने उनकी समस्याएं संसद में उठाने का भरोसा दिलाया.

 

 

बीजेपी सांसदों के नाम एक खुला खत- आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से आने की अपील- 
भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से भी स्टैंड लेने की अपील की है। सिन्हा ने खत में लिखा कि पार्टी के अंदर में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो गया है। कई सांसद इस बात की शिकायत करते हैं कि उनकी आवाज़ को सुना नहीं जाता है और बैठकों के अंदर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है।बजट सत्र के पूरी तरह से खराब होने के बाद भी प्रधानमंत्री ने विपक्ष के नेताओं के साथ कोई बैठक नहीं की। ऐसा लगता है कि पार्टी का मुख्य लक्ष्य सिर्फ चुनाव जीतना रह गया है। उन्होंने लिखा कि अब समय आ गया है कि हमें इन मुद्दों को लेकर बोलना चाहिए। हाल में कुछ दलित सांसदों ने अपनी आवाज़ को उठाया था। यशवंत ने लिखा कि इस सरकार की कुछ सफलताएं भी रही हैं लेकिन ज्यादा विफलताएं ही रही हैं।
बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता यशवंत सिन्‍हा लगातार मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. उन्‍होंने बीजेपी सांसदों के नाम एक खुला खत ‘Dear Friend, speak up’ लिखा है. उसमें इन सांसदों से मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की अपील करते हुए इन नीतियों की आलोचना की है. इस संदर्भ में यशवंत सिन्‍हा ने अपने पत्र में जिन मुद्दों को उठाते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है, उनके अंश को यहां बिंदुवार पेश किया जा रहा है:

1. भारत के दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था के सरकार के दावे के बावजूद आर्थिक हालात चिंताजनक हैं. तेज गति से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था में इस तरह से गैर-निष्‍पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) एकत्र नहीं होती हैं, जिस तरह से पिछले चार साल में एकत्र हुई हैं. ऐसी अर्थव्‍यवस्‍था में किसानों की हालत खराब नहीं होती है, युवक बेरोजगार नहीं होते, छोटे व्‍यापार का खात्‍मा नहीं होता और बचतों एवं निवेश में इस तरह गिरावट नहीं होती, जिस तरह पिछले चार सालों में देखने को मिली है. भ्रष्‍टाचार एक बार फिर से सिर उठाने लगा है. कई बैंक घोटाले सामने आए हैं और घोटाला करने वाले देश से बाहर भागने में कामयाब रहे हैं और सरकार असहाय सी देखते रह गई है.

2. महिलाएं आज जिस कदर असुरक्षित हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ. बलात्‍कार के मामले बढ़े हैं और बलात्‍कारियों पर सख्‍त कार्रवाई करने के बजाय हम उनसे क्षमा मांगते हुए दिखते हैं. कई मामलों में हमारे अपने लोग इस घृणित कृत्‍य में शामिल हैं. अल्‍पसंख्‍यकों में अलगाववाद बढ़ा है. इससे भी बदतर यह है कि समाज के सबसे कमजोर एससी/एसटी तबके के खिलाफ अत्‍याचार और असमानता इस दौर में सबसे ज्‍यादा देखने को मिल रही है और इन लोगों को संविधान द्वारा प्रदत्‍त सुरक्षा एवं सुविधा की गारंटी खतरे में दिखाई देती है.
3. सरकार की विदेश नीति पर यदि नजर डाली जाए तो प्रधानमंत्री के लगातार विदेशी दौरों और विदेशी राजनेताओं के साथ गले लगने की तस्‍वीरें ही दिखती हैं. भले ही वह इसे पसंद या नापसंद करते हों. इनसे लेकिन असल में कुछ हासिल होता नहीं दिखता. हमारे पड़ोसियों के साथ रिश्‍ते मधुर नहीं हैं. चीन क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाता जा रहा है और हमारे हित प्रभावित हो रहे हैं. पाकिस्‍तान में हमारे बहादुर जवानों ने शानदार तरीके से सर्जिकल स्‍ट्राइक किया लेकिन उसका कोई प्रतिफल नहीं मिला. पाकिस्‍तान उसी तरह से आतंक फैला रहा है. जम्‍मू-कश्‍मीर सुलग रहा है. नक्‍सलवाद को अभी भी दबाया नहीं जा सका है.

4. पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र पूरी तरह से खत्‍म हो गया है. मित्रों ने मुझे बताया कि यहां तक कि पार्टी की संसदीय दल की बैठकों में भी उनको अपने विचार रखने का मौका नहीं मिलता. पार्टी की अन्‍य बैठकों में भी केवल एकतरफा संवाद होता है. वे बोलते हैं और आप सुनते हैं. प्रधानमंत्री के पास आपके लिए समय ही नहीं है. पार्टी हेडक्‍वार्टर कॉरपोरेट ऑफिस हो गया है और वहां पर सीईओ से मिलना नामुमकिन सा है.

5. पिछले चार वर्षों में सबसे बड़ा खतरा हमारे लोकतंत्र के लिए उपस्थित हुआ है. लोकतांत्रिक संस्‍थाओं का क्षरण हुआ है. संसद की कार्यवाही हास्‍यास्‍पद स्‍तर पर पहुंच गई है. संसद का बजट सत्र जब बाधित हो रहा था तो प्रधानमंत्री ने उस दौरान इसको सुचारू रूप से चलाने के लिए विपक्षी नेताओं के साथ एक भी बैठक नहीं की. उसके बाद दूसरों पर इसका ठीकरा फोड़ने के लिए उपवास पर बैठ गए…यदि इसकी तुलना अटल बिहारी वाजपेयी के दौर से की जाए तो उस दौरान हम लोगों को स्‍पष्‍ट निर्देश था कि विपक्ष के साथ सामंजस्‍य बनाकर सदन को सुचारू ढंग से चलाया जाना चाहिए. इसलिए जैसा भी चाहता था, उन नियमों के अधीन स्‍थगन प्रस्‍ताव, अविश्‍वास प्रस्‍ताव पेश होते थे और अन्‍य चर्चाएं होती थीं.

इसके साथ ही यशवंत सिन्‍हा ने बीजेपी सांसदों से अपील करते हुए कहा कि राष्‍ट्रीय हितों के मद्देनजर आपको अपनी आवाज उठानी चाहिए. इसके साथ ही कहा कि यह खुशी की बात है कि पांच दलित सांसदों ने अपनी आवाज उठाई है…यदि अब आप खामोश रहेंगे तो इस राष्‍ट्र की आगे आने वाली पीढ़ियां आपको माफ नहीं करेंगी.

तीन दिवसीय अमेठी-रायबरेली दौर के लिए राजधानी लखनऊ स्थित अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे, जहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, पूर्व राज्यसभाउ सदस्य प्रमोद तिवारी समेत कई नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पुष्पगुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत किया, वहीं कुछ कार्यकर्ताओं ने राहुल को घेर लिया और पार्टी की प्रदेश इकाई में दलालों को संरक्षण दिए जाने व पैसे लेकर टिकट बांटने की शिकायत की.

राहुल ने कार्यकर्ताओं की बात सुनी और कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया. इसके बाद अमेठी रवाना हो गए.
राहुल गांधी रास्ते में हैदरगढ़ में रुके और एक खेत में काम करते हुए किसानों से बात की और उनकी समस्याएं सुनी. अमेठी में राहुल शुकुल बाजार में वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमानाथ द्विवेदी के निधन पर उनके घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी.
इसके बाद वह पाली गांव में किसानों से मिले और उनकी समस्याओं को जाना. उन्होंने कहा कि वह किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर हैं, ये सारी बातें संसद में उठाएंगे.

वही दूसरी ओर
गुजरात, बिहार, तेलंगाना और मध्यप्रदेश में नकदी संकट पैदा हो गया है. इस कारण यहां के एटीएम खाली पड़े हैं. जानकारी के अनुसार इन राज्यों में रिजर्व बैंक की ओर से नकदी का प्रवाह घटने के कारण ऐसे हालात बने हैं. एक बैंक अधिकारी के मुताबिक तीनों राज्यों में नकदी की कमी को पूरा करने के लिए तमाम कोशिशें चल रही हैं. सभी राज्यों की सरकारें आरबीआई से संपर्क बनाए हुए हैं, ताकि जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित किया जा सके.
देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से चल रही कैश की किल्लत पर मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का बयान आया. वित्त मंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘देश में कैश की स्थिति की समीक्षा की गई है. देश में पर्याप्त मात्रा में कैश मौजूद है, बैंकों में भी कैश उपलब्ध है. कुछ क्षेत्रों में ‘अचानक और असामान्य वृद्धि’ के कारण कुछ समय के लिए कैश की समस्या हुई है. इस स्थिति से ज्ल्द से जल्द निपटने की कोशिश की जा रही है.’

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