एनएचएम कर्मियों की समस्याओं के प्रति सरकार गंभीर

CM Photo 04 dt. 23 August, 2016मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एनएचएम कर्मियों से अपना आंदोलन समाप्त करने को कहा# वेब कोष के प्रतिनिधियों ने भेंट कर राज्य में रूफ टाफ सोलर एनर्जी एवं वेस्ट एनर्जी उत्पादन के क्षेत्र में कार्य करने का प्रस्ताव# तराई बीज विकास निगम को घाटे से उबारने तथा इसकी पहचान व प्रतिष्ठा को बनाये रखने के लिए सभी सम्भव प्रयास करने के निर्देश # www.himalayauk.org (Newsportal)
देहरादून 23 अगस्त, 2016 (सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत से बीजापुर हाउस में वेब कोष के प्रतिनिधियों ने भेंट कर राज्य में रूफ टाफ सोलर एनर्जी एवं वेस्ट एनर्जी उत्पादन के क्षेत्र में कार्य करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश में वेस्ट(कूड़े) से बिजली उत्पादन की योजना सफल हुई तो कूडे के निस्तारण की समस्या का भी समाधान होगा। उन्होंने वेबकोष से सूर्योंदय योजना में भी सहयोगी बनने को कहा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस संबंध में प्रमुख सचिव ऊर्जा डाॅ.उमाकान्त पंवार से योजना की कार्य योजना पर कार्यवाही के निर्देश देने के साथ ही सचिव आवास एवं उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए से भी इस संबंध में वार्ता करने को कहा। उन्होंने वेस्ट एनर्जी के लिए हल्द्वानी क्षेत्र में सम्भावनाएं तलाशने को कहा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव ऊर्जा डाॅ.उमाकांत पंवार, उरेडा के मुख्य परियोजना अधिकारी ए.के.त्यागी, उप परियोजना अधिकारी सी.पी.अग्रवाल, वेबकोष की प्रबंध निदेशक वन्दना कपूर, सबजोत सिंह आदि उपस्थित थे।

तराई बीज विकास निगम को घाटे से उबारने तथा इसकी पहचान व प्रतिष्ठा को बनाये रखने के लिए सभी सम्भव प्रयास करने के निर्देश

देहरादून 23 अगस्त, 2016 (सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तराई बीज विकास निगम को घाटे से उबारने तथा इसकी पहचान व प्रतिष्ठा को बनाये रखने के लिए सभी सम्भव प्रयास करने के निर्देश दिये है। उन्होंने मुख्य सचिव व अपर मुख्य सचिव को इस संबंध में सभी पहलुओं पर विचार कर अविलम्ब कार्य योजना प्रस्तुत करने को कहा।
सचिवालय में टीडीसी की समस्याओं एवं पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के ठेका कर्मियों के संबंध में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि पंतनगर विश्व विद्यालय टीडीसी व वहां के किसान हमारी पहचान है। अतः इनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाना जरूरी है। इसके लिए पूरी योजना के साथ कार्य किया जाए। उन्होंने टीडीसी कर्मचारियों के वेतन से संबंधित मसलों का भी हल निकालने का कहा। इसके लिये नाबार्ड आदि से वित्तिय सहयोग लिये जाने की भी उन्होंने बात की। उन्होंने कहा कि टीडीसी को उसका पुराना सम्मान लौटाने के लिये सभी आवश्यक प्रबन्ध किये जाए। पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के ठेका कर्मियों की समस्याओं के निराकरण के संबंध में आवश्यक कार्यवाही के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
बैठक में वित्त मंत्र डाॅ.(श्रीमती) इन्दिरा ह्दयेश, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, अपर मुख्य सचिव डाॅ.रणवीर सिंह, पूर्व विधायक तिलक राज बेहड, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रयाग भट्ट, हरीश पनेरू, टीडीसी कर्मचारी संघ के एन.के.केडियन, राम किशोर आदि उपस्थित थे।

देहरादून 23 अगस्त, 2016 (सू.ब्यूरो)

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एनएचएम कर्मियों से अपना आंदोलन समाप्त करने को कहा है। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मियों की समस्याओं के प्रति सरकार गंभीर है। तथा उनके हितों का पूरा ध्यान रखा जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत एवं स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी के साथ सचिवालय में हुई वार्ता के बाद एनएचएम कर्मियों ने अपना आंदोलन समाप्त करने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि एनएचएम कर्मियों को सेवानिवृत्ति के समय धनराशि उपलब्ध कराने के लिये रिवाल्विंग फण्ड गठित किया जायेगा। इन कर्मियों को चिकित्सा सुविधाओं का भी लाभ प्रदान किया जायेगा। साथ ही नियमित नियुक्ति के पदो ंके चयन में इनके लिये वेटेज की भी व्यवस्था पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मियों के संबंध में अन्य राज्यो द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं का भी संज्ञान लिया जाए। उन्होंने कर्मियांे से गरीब की भलाई के लिए चलायी जाने वाली योजनाओं के क्रियान्वयन में दिल से लोगों की सेवा करने को कहा।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, अपर सचिव व निदेशक एनएचएम नीरज खैरवाल, एन.एच.एम कर्मचारी संध के अध्यक्ष डाॅ. संजय चैहान, राकेश बिष्ट, दान सिंह भण्डारी, विमल मौर्या, ममता बहुगुणा आदि उपस्थित थे।

मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने चारधाम की सड़कों के निर्माण के लिए सभी औपचारिकताएं 4 सितम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है। टाईम फ्रेम तय करते हुए मुख्य सचिव ने संबंधित जिलाधिकारियों से कहा है कि सर्वोच्च प्राथमिकता के इस कार्य में किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दास्त नही की जायेगी। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण, फारेस्ट क्लियरेंस, फारेस्ट राइट एक्स (एफआरए) प्रमाण पत्र सहित सभी औपचारिकताएं हर हाल में 4 सितम्बर, 2016 तक पूर्ण कर ली जाए। मुख्य सचिव ने ये निर्देश मंगलवार को सचिवालय में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ जिलाधिकारियों से वीडियों कांफ्रेंसिंग के दौरान दिए।
बैठक में बताया गया कि मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एण्ड हाईवेज (मार्थ) द्वारा चारधाम की सड़कों के सुधारीकरण, चैड़ीकरण का कार्य किया जाना है। 889 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में 225 किमी टिहरी जनपद में पड़ता है। ऋषिकेश-रूद्रप्रयाग और ऋषिकेश-धरासू बैण्ड का निर्माण इसके अंतर्गत है। बताया गया कि ऋषिकेश बाईपास में भूमि अधिग्रहण का कार्य अंतिम चरण में है। मुनि की रेती से कीर्तिनगर तक फारेस्ट क्लियरेंस होना है। साकनीधार में लैण्डस्लाइड ट्रीटमेंट के लिए एफआरए प्रमाण पत्र दिया जाना है। देवप्रयाग में सुरक्षा दीवार का निर्माण होना है। इसके अलावा पौड़ी जनपद में 21.62 किमी, रूद्रप्रयाग में 110.33 किमी, चमोली में 144 किमी, उत्तरकाशी में 102.50 किमी, चम्पावत में 86 किमी, पिथौरागढ़ में 31 किमी और देहरादून में 1.527 किमी सडकों के निर्माण के लिए सभी औपचारिकताएं अंतिम चरण में है। मार्थ के ओ.पी.श्रीवास्तव ने बताया कि इन मार्गों पर पड़ने वाले भवनों, पाइप लाइन, पोल आदि शिफ्ट करने के लिए 74 करोड़ रूपये स्वीकृत हो गये है। (काम्पीनेंट एथार्टी फार लैण्ड एक्वीजीशन) को कार्य में तेजी लाने के लिए मानव संसाधन, गाड़ी और अन्य व्यय का वहन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष 5000 करोड़ रूपये चारधाम की सड़को के लिए दिया जायेगा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव एस.रामास्वामी, पीसीसीएफ महाजन, सचिव लो.नि.वि. डी.एस.गब्र्याल, सदस्य सचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विनोद सिंहल, अपर सचिव वन मीनाक्षी जोशी, परियोजना निदेशक चारधाम यात्रा मार्ग पंकज मौर्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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