पहांड़ों मेें आये दिन हो रहा पलायन गंभीर समस्या; मुख्यमंत्री

फिर से सरकार बनी तो सभी प्रकार की पेंशनें तीन गुनी तथा 65 वर्ष से अधिक आय के बुजुर्गों को नये साल से पांच सौ रूपये अतिरिक्त पेंशन- www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) 

सूचना/पौड़ी/दिनांक 07 दिसंबर 2016
पौड़ी जिले के एकेश्वर ब्लाक में मा0 मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पहाड़ के जल, जमीन और जंगल के संरक्षण के लिए सभी लोगों को एकजुट होकर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि पहांड़ों मेें आये दिन हो रहा पलायन गंभीर समस्या है। कहा कि पलायन और बेरोजगारी को रोकने के लिए सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का पहाड़ के लोगों को सही इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में उगाई जाने वाली कोदा, झंगोरा, भट्ट, गहत आदि की पारंपिक खेती को बढ़ावा देने के लिए अनुदान योजना शुरू की गई है। वनों को सूखा व आग से बचाने तथा गांवों में पानी की संतुलित मात्रा करने के लिए पानी का संरक्षण हेतु बोनस दिया जा रहा है। उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में महिलाओं को पारंपरिक व स्वयं की खेती करने पर भी बोनस देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने एकेश्वर में महिला आईटीआई की घोषणा करने समेत 11 मांगों को स्वीकृत किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में फिर से सरकार बनी तो सभी प्रकार की पेंशनें तीन गुनी तथा 65 वर्ष से अधिक आय के बुजुर्गों को नये साल से पांच सौ रूपये अतिरिक्त पेंशन देने की घोषणा की।
राजकीय बालक इंटर कालेज एकेश्वर के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में मा0 मुख्यमंत्री हरीश ने पहाड़ के चौमुखी विकास का संकल्प एक बार फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनी तो उत्तरखंड को को 2019-20 तक बीपीएल परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। कार्यक्रम में मेजबान एकेश्वर ब्लाक के वासिंदों ने मुख्यमंत्री के सामने सौ से अधिक घोषणाओं का मांग पत्र सौंपा। जिनमें से मुख्यमंत्री से मात्र 11 घोषणाओं को ही स्वीकृत किया। कहा कि सरकार फिर बनी तो ब्लाक समेत पूरे पहाड़ का विकास नये सिरे से किया जाएगा। कहा कि पहाड़ का विकास तभी संभव है जब पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी को पलायन और बेरोजगारी से मुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ के सुंदर क्षेत्रों को पर्यटन के साथ जोड़ा जाएगा। ताकि इन दूरस्थ क्षेत्रों में पर्यटकों का बराबर आना जाना होता रहे। कहा कि पहाड़ों का चौमुखी विकास इसके लिए उनकी सरकार समुचित प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों मेें शिक्षा का स्तर बेहतर हो सके इसके लिए शिक्षक के साथ साथ अभिभावक भी अपनी अहम भूमिका निभाए। शिक्षक व अभिभावक निर्धारित समय पर बच्चों को स्कूल में पढ़ाएं तथा स्कूल से लौटने के बाद अभिभावक बच्चों का स्कूल व गृहकार्य रोजना चैक करें। उन्होंने कहा कि राज्य की शैक्षिक दर बेहतर होगी तभी गांव, ब्लाक, जिला, राज्य व देश का भविष्य उज्जवल बनेगा। उन्होंने कहा कि राज्य ने उद्योग, वाणिज्य और कृषि क्षेत्र में देश में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इसके लिए एसोचेम ने उत्तराखंड को प्रथम स्थान देकर उन्हें सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने करीब एक घंटे के अपने संबोधन में कहा कि पहाड़ में महिलाओं के लिए विभिन्न अनुदान योजनाएं तैयार की गई हैं। महिलाएं अपने खेतों के किनारे पर किसी भी प्रजाति का फलदार पौधा उगाती हैं तो सरकार की ओर से उन्हें बोनस दिया जाएगा। साथ ही महिलांए गंगा गाय योजना, हमारी कन्या हमारा अभियान योजना, मुख्यमंत्री सतत आजीविका योजना समेत आदि योजनाओं से भी महिलाएं अपनी आर्थिकी को मजबूत बना सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश पेंशन देने के मामले में अग्रणी प्रदेश है। कहा कि किसान पेंशन, पुरोहित पेंशन, कलाकार पेंशन, पत्रकार पेंशन, शिल्पी पेंशन समेत सात लाख से अधिक पेंशन के लाभार्थियों की संख्या हो गई है। कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार फिर से बनी तो सभी प्रकार की पेंशनों को तीन गुनी करने के साथ साथ बेरोजगार की विभिन्न समस्याओं का भी निस्तारण किया जाएगा। इस मौके पर युवा कांग्र्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल बिष्ट, ब्लाक प्रमुख सुधा नेगी, जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र कनपुड़िया, ब्लाक प्रमुख पोखड़ा सुरेंद्र सिंह रावत, पूर्व ब्लाक प्रमुख जसपाल सिंह, रजनी देवी समेत आदि मौजूद थे। संचालन वरिष्ठ कार्यकर्ता पंकज पोखरियाल ने किया।

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