खुलासा- पीएनबी में एक खरब से भी ज्यादा फर्जी लेनदेन

पीएनबी में एक खरब से भी ज्यादा फर्जी लेनदेन का खुलासा #यह लेनदेन कुछ चुनिंदा खाताधारकों को लाभ पहुँचाने के लिए उनकी सहमति से किया गया, जिससे विदेश में उन ग्राहकों को दूसरे बैंकों से भी अच्छे पैसे मिलते रहें। # देश की सबसे प्रतिष्ठित बैंकों की लिस्ट में शामिल पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला देखने को मिला# बैंक के मुंबई ब्रांच में करीब 1.77 बिलियन डॉलर यानी 113518950000.00 (एक खरब 13 अरब 51 करोड़ 89 लाख 50 हजार रुपये) के फर्जी लेनदेन का खुलासा हुआ है #पीएनबी का शेयर 4 फीसदी से ज्यादा टूट गया है। बुधवार को शुरुआती कारोबार में पीएनबी का शेयर 5.7% तक गिर गया था। 

www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal)

मुंबई के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में खरबो रुपये के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। पीएनबी की मुंबई ब्रांच में 10,000 करोड़ रुपये के गबन का मामला है। इस मामले में पीएनबी ने 10 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। सीबीआई को करीब 10 हजार करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन के बारे में डिजाइनर नीरव मोदी और एक ज्वेलरी कंपनी के खिलाफ पीएनबी से शिकायतें मिली थी। ये मामला एक ब्रांच से फर्जीवाड़ा कर गलत तरीके से ट्रांजेक्शन करने का है।

 इस इस फर्जीवाड़े में शामिल किसी शख्स का नाम नहीं लिया गया है लेकिन बताया जा रहा है कि उसने इसके बारे में जाँच एजेंसियों को जानकारी दे दी है। वहीं बैंक के अनुसार वह बाद में इस बात का आकलन करेगी कि क्या इन ट्रांजैक्शन से उसकी कोई देनदारी तो नहीं बनती है। ध्यान रहें, इस मामले के सामने आने के बाद पीएनबी का शेयर 4 फीसदी से ज्यादा टूट गया है। बुधवार को शुरुआती कारोबार में पीएनबी का शेयर 5.7% तक गिर गया था। पीएनबी देश में कर्ज देने वाली दूसरी सबसे बड़ी बैंक है और संपत्ति के मामले में चौथी सबसे बड़ी बैंक है। पीएनबी के अनुसार वह पहले से ही इस तरह के फर्जीवाड़े की जाँच कर रहा है। पिछले सप्ताह सीबीआई ने कहा था कि उसने पीएनबी की शिकायत पर अरबपति जूलर नीरव मोदी के खिलाफ जांच शुरू की है। दरअसल, पीएनबी ने जूलर और कुछ अन्य पर 4.4 करोड़ डॉलर के फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वैसे यह पता नहीं चल पाया है कि मौजूदा खुलासा इसी मामले से जुड़ा है या इससे अलग है।

 

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 10,000 हजार करोड़ रुपये (1.8 अरब डॉलर) के महाघोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने डायमंड कारोबारी नीरव मोदी एवं अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर लिया है। मोदी पर बैंको को 280.70 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के आधार पर यह केस दर्ज किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में दर्ज हुई सीबीआई प्राथमिकी के आधार पर यह मामला काला धन रोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि ईडी ने नीरव मोदी एवं अन्य के खिलाफ पीएनबी की शिकायत का भी संज्ञान लिया है। पीएनबी ने सीबीआई से लुकआउट नोटिस जारी करने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि एजेंसी इस बात की जांच करेगी कि क्या बैंक की धोखाधड़ी की गयी राशि की हेरा-फेरी की गयी थी और अवैध संपत्ति बनाने के लिए आरोपियों ने इस तरीके का बार-बार इस्तेमाल किया था। सीबीआई ने इस संबंध में नीरव मोदी, उनके भाई, उनकी पत्नी और कारोबारी भागीदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके अलावा जांच एजेंसी मोदी, उनके भाई निशाल, पत्नी एमी और मेहुल चीनूभाई चौकसी के आवास पर छापेमारी भी की है। ये सभी डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स में भागीदार हैं। दो बैंक अधिकारियों गोकुलनाथ शेट्टी (अब सेवानिवृत्त), मनोज खारत के आवास पर भी छापेमारी की गई है। नीरव मोदी फोर्ब्स की भारतीय अमीरों की सूची में भी शामिल रहे हैं। PNB का आरोप है कि गोकुल शेट्टी और मनोज खरट ने निर्धारित प्रक्रिया को पूरा किए बगैर ही हांगकांग स्थित इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक के लिए आठ एलओयू जारी कर दिए थे। इसका कुल मूल्य 4.42 करोड़ डॉलर (280.70 करोड़ रुपये) था। हैरत की बात है कि आरोपी अधिकारियों ने कथित तौर पर इसकी एंट्री भी नहीं की थी। विभागीय छानबीन के बाद बैंक ने सीबीआई को शिकायत देकर मामले की छानबीन करने को कहा था। आरोप है कि करोड़ों रुपये मूल्य के आठ एलओयू जारी करने के लिए न तो दस्तावेज मुहैया कराए गए थे और न ही संबंधित अधिकारियों से इसकी मंजूरी ली गई थी।

 

इन ट्रांजेक्शन से कुछ चुनिंदा अकाउंट होल्डर को फायदा पहुंचाया जा रहा था। इस पूरे मामले की जांच बैंक की आंतरिक कमेटी भी कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपों की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई के बारे में जल्द ही फैसला किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक, यह मामला सामने आने के बाद पीएनबी के शेयर 8 फीसदी नीचे गिर गए। वहीं दोपहर 2 बजे तक पीएनबी का शेयर 13.25 रुपए टूटकर 148.55 रुपये पर आ गया। इस केस के सामने आने के बाद निवेशकों के करीब 3000 करोड़ रुपए डूब गए हैं। बता दें कि बैंक ने बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को इसकी जानकारी दे दी गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *