उत्‍तराखण्‍ड को स्टिंगबाजों/ब्लैकमेलरों से बचाना है ;रघुनाथ नेगी का ऐलान-ए-जंग

RAGHU NEGIकौन है जनता का यह नायक- जिसने उत्‍तराखण्‍ड को स्टिंगबाजों/ब्लैकमेलरों से बचानेे का ऐलान किया ; एक्‍सक्‍लूसिव रिपोर्ट- कौन है विकासनगर देहरादून का यह अनोखा नायक- इनकी दर्जनों याचिकाएं को हाईकोर्ट यह कह कर लौटा देता था- कि राजनैतिक लाभ के लिए तो नही- आखिरकार हाईकोर्ट ने इनकी विशेष जांच करायी- उच्च न्यायालय द्वारा इनके पूर्ण इतिहास व इनकी कमाई की गहन जाँच डी०आई०जी० गढवाल से करायी गयी,जिसमें इनको क्लीन चिट मिली- आज न्‍यायालय में इनकी याचिकाओं को विशेेष तवज्‍जो मिलती है- समाज में विशेष मान सम्‍मान है, जनता के इस नायक का- पेश है- इनकी एक रिपोर्ट; इस समाचार की वीडियो- भी फेसबुक में देख्‍ाी जा सकती है-
उत्‍तराखण्‍ड को स्टिंगबाजों/ब्लैकमेलरों से बचाने केे प्राणमन से मैदान में उतर कर आये विकासनगर, देहरादून में वर्षो से जनता के नायक के रूप में मशहूर रघुनाथ सिंह नेगी ने मीडिया के सामने ऐलान किया- पूर्व में एक दर्जन से अधिक ब्लैकमेलिंग, फर्जीवाडे व अन्य संगीन अपराधों में लिप्त व्यक्ति आज प्रदेश के रहनुमा बनने की दुहाई दे रहे हैं उमेश शर्मा ने समाचार प्लस चैनल की आड में ब्लैकमैलिंग का धंधा करने के उद्देष्य से स्टिंग किया तथा इस साजिश में अपने सहयोगी व तत्कालीन मन्त्री डॉ० हरक सिंह रावत को साथ लेकर प्रदेश को अस्थिर करने की कोशिश की सी०बी०आई० को भेजे पत्र में कहा है
स्टिंग बाजों की भी सी०बी०आई० करे जाँच, वरना न्यायालय में होगा सी०बी०आई० से आमना-सामना –
स्टिंग बाज उमेश शर्मा, डॉ० हरक सिंह रावत व मदन सिंह बिष्‍ट की भी सी०बी०आई० करे जाँच।
स्टिंग के पीछे के खेल का हो पर्दाफाश : स्टिंग बाजों को न्यायालय में घसीटेगा मोर्चा।
प्रदेश को स्टिंगबाजों/ब्लैकमेलरों से बचाना है मोर्चा का उद्देष्य।
Execlusive Report: www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal) Bureau Report;
देहरादून-स्थानीय होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जी०एम०वी०एन० के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि कुछ दिन पूर्व हुए उत्‍तराखण्‍ड के मुख्यमन्त्री के स्टिंग ऑपरेषन में संलिप्त लोगों के कारनामों का पर्दाफाश करने का जन संघर्ष मोर्चा ने बिगुल बजा दिया है। इस कडी में प्रख्यात स्टिंगबाज उमेश शर्मा ने समाचार प्लस चैनल की आड में ब्लैकमैलिंग का धंधा करने के उद्देष्य से स्टिंग किया तथा इस साजिश में अपने सहयोगी व तत्कालीन मन्त्री डॉ० हरक सिंह रावत को साथ लेकर प्रदेश को अस्थिर करने की कोशिश की जिससे प्रदेष काफी पिछड गया तथा उत्तराखण्ड को अपने निजी स्वार्थों के चलते उन्होंने गर्त में धकेलने का काम किया।
रघुनाथ नेगी ने हैरानी जतायी कि पूर्व में एक दर्जन से अधिक ब्लैकमेलिंग, फर्जीवाडे व अन्य संगीन अपराधों में लिप्त व्यक्ति आज प्रदेश के रहनुमा बनने की दुहाई दे रहे हैं, जबकि इनके खिलाफ पूर्व में मा० उच्च न्यायालय फर्जी षपथ-पत्र देने के मामले में सजा दे चुका है तथा इससे पूर्व एस०एस०पी० देहरादून द्वारा इनको २,५००/-रू० का इनामी व भगोडा घोशित किया जा चुका है। स्टिंग की इस कडी में तत्कालीन मन्त्री डॉ० हरक सिंह रावत भी अपने निजी स्वार्थों की वजह से प्रदेष को गर्त में धकेलने के उद्देष्य से इस साजिश में शामिल हुए, जिनका इतिहास किसी से छिपा नहीं है तथा जिन्होंने फर्जी तौर पर जमीन हथियाने व अन्य कई घिनौने काम किये हैं, जिनकी जाँचें चल रही हैं।
एक अन्य स्टिंग में विधायक मदन सिंह बिश्ट भी सक्रिय हैं, जिनके उद्देष्य व इतिहास के खंगाले जाने की जरूरत है। आज जरूरत इन साजिषकर्ताओं/स्टिंगबाजों से प्रदेष को बचाने की है। यही स्टिंग अगर कोई ईमानदार व राज्य का हितैशी करता तो निष्चित तौर पर मोर्चा उसका सम्मान करता।
नेगी ने सी०बी०आई० को भेजे पत्र में कहा है कि मोर्चा द्वारा पूर्व में जनसरकारों/ जनसमस्याओं व हजारों करोड के राजस्व चोरी के मामले में राजभवन व मुख्यमन्त्री तक से हस्तक्षेप की मांग की थी लेकिन सुनवाई न होने पर मा० उच्च न्यायालय ने कई जनहित याचिकाऐं दायर की।
महत्वपूर्ण यह है कि इन याचिकाओं पर सुनवाई के समय मा० उच्च न्यायालय द्वारा मेरे इतिहास व मेरी कमाई की गहन जाँच डी०आई०जी० गढवाल से करायी गयी, जिनमें मुझको क्लीन चिट मिली। बावजूद इसके मा० न्यायालय द्वारा यह कहकर मेरी याचिकाएंे खारिज कर दी कि याचिकाकर्ता राजनैतिक व्यक्ति है तथा राजनैतिक लाभ अर्जित करने के उद्देष्य से जनहित याचिकाऐं दाखिल की गयी हैं।
मोर्चा मा० उच्च न्यायाय के इसी फरमान/आदेश को लेकर सी०बी०आई० से भी इन स्टिंगबाजों के इतिहास की जाँच की मांग करता है। प्रदेष को बचाने के लिए किसी भी कुर्बानी के लिए मोर्चा तैयार है।
मोर्चा ने चेतावनी दी कि अगर इन स्टिंगबाजों की भी सी०बी०आई० ने जाँच नहीं की तो मोर्चा न्यायालय में आर-पार की लडाई लडेगा।

पत्रकार वार्ता में- मोर्चा महासचिव आकाष पंवार, विजयराम षर्मा, अमरदीप जायसवाल, दिलबाग सिंह, समर गुप्ता, अषोक गुप्ता आदि थे।

One thought on “उत्‍तराखण्‍ड को स्टिंगबाजों/ब्लैकमेलरों से बचाना है ;रघुनाथ नेगी का ऐलान-ए-जंग

  • July 11, 2016 at 12:06 pm
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    बेहतरीन

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