शनि 18 अप्रैल को वक्री; शनि प्रकोप से इस तरह बचे

#शनि 18 अप्रैल को वक्री; शनि गरीब लोगों का प्रतिनिधित्व करता है # शनि के प्रकोप से बचने के लिए इन राशि वाले जातकों के लिए यह अत्यंत आवश्यक होगा कि वे बुरे कर्मों से दूर रहें. किसी की बुराई में न लगे. ध्‍यान रहे कि सत्कर्म करने वालों से शनिदेव प्रसन्न होते हैं.# 18 अप्रैल से शनि होंगे वक्री, तुला- कर्क -मीन -कुंभ वालों की लगेगी लॉटरी #क्रिया कलाप किसी अदृश्य शक्ति से प्रभावित ; मिथुन-कन्या, वृषभ-तुला और स्वयं की राशि मकर-कुंभ के लिए शनि का वक्री होना कई तरह की सौगातें लेकर आ सकता है. इन छह राशि वाले जातकों के लिए 18 अप्रैल से 142 दिनों के समय में भाग्योदय के कई अवसर मिलेंगे, लेकिन उन अवसरों को पहचानना होगा. अन्यथा मौका हाथ से निकल जाएगा. योग्‍य गुरूजी की शरण में आये- वयावसायिक गुरू की नही :घमंड हावी नहीं होना चाहिए, वरना आप अपने परिजनों, प्रिय मित्रों और सहयोगियों से दूर हो जाएंगे. #हिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल

ज्‍योतिष में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं और इन सभी 9 ग्रहों का अलग-अलग असर होता है। ये नौ ग्रह हैं सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु। इनमें शनि की स्थिति काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि शनि न्यायाधीश है और हमारे कर्मों का फल प्रदान करता है। इसी कारण इसे क्रूर ग्रह माना जाता है। जिस व्यक्ति ने जैसे कर्म किए हैं, ठीक वैसे ही फल शनि देता है। शनि 18 अप्रैल को धनु राशि में वक्री हो गये। इस कारण कुछ राशियों पर शनि का अशुभ असर  है। जिन लोगों को शनि की वजह से बुरे समय का सामना करना पड़ सकता है, उनके घर में कुछ अशुभ संकेत दिख सकते हैं। बिना कुंडली दिखाए घर के इन संकेतों से समझ सकते हैं कि परिवार में किसी के लिए शनि अशुभ हो गया है। 
 
18 अप्रैल 2018 को शनि देव धनु राशि में वक्री हो रहे हैं. शनि सुबह 7:10 बजे धनु राशि में वक्री हों गये. शनि के इस परिवर्तन से कुछ राशि वाले लोगों के लिए शुभ समय आयेंगा और कुछ के लिए बुरा समय. किसी भी ग्रह के बदलाव से राशियों पर असर पड़ता है. बता दें 142 साल तक शनि वर्कि रहेंगे.6 सितंबर तक शनि धनु राशि में वक्री रहेंगे. शनि के इस राशि परिवर्तन से 4 रशि वाले लोगों के जीवन में खुशियाँ आयेंगी. शनि की कृपा से ये 4 राशि वाले लोग मालामाल हो जाएंगे. शनि देव जिस भी राशि से प्रसन्न होते हैं उसे मालामाल कर देते हैं. शनि को न्याय के देवता कहा जाता है.

शनि प्रभाव-  वैशाख शुक्ल तृतीया 18 अप्रैल 2018 को प्रातः 7 बजकर 20 मिनट से भाद्रपद कृष्ण एकादशी 6 सितंबर 2018 को सायं 4 बजकर 44 मिनट तक शनि धनु राशि में वक्री हो जायेगेेे, , शनि के वक्री होने पर व्यक्ति को अपनी महत्वाकांक्षाओं एवं असीमित इच्छाओं पर अंकुश लगाना चाहिए. क्योंकि शनि के वक्रत्व काल में व्यक्ति असुरक्षित, अंतर्विरोधी, असंतोषी, अशांत एवं अनात्मीयता का अनुभव करता है. ऐसे में उसके आत्मविश्वास में कमी आ जाती है तथा अपने शक्की स्वभाव के कारण अपने प्रियजनों को ही अपना शत्रु बना बैठता है. शनि के वक्री होने पर व्यक्ति आत्मकेंद्रित होकर स्वार्थी बन जाता है.जन्मस्थ वक्री शनि वाले जातक भाग्यवादी होते हैं तथा ऐसा मानते हैं कि उनके प्रत्येक क्रिया कलाप किसी अदृश्य शक्ति से प्रभावित हैं. वे एकांतवादी होकर अपने सहयोगियों, मित्रों, रिश्तेदारों, परिजनों से किनारा कर लेते हैं एवं अपनी जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाह रहते हैं. ऐसे व्यक्ति उपर से साहसी, सिद्धांतवादी एवं कठोर अनुशासनप्रिय होने का दिखावा करते हैं लेकिन भीतर से खोखले, डरपोक व लचीले स्वभाव के होते हैं.

शत्रु ग्रहों की राशियों सिंह, कर्क, मेष-वृश्चिक के लिए शनि का वक्री होना परेशानियां बढ़ाने वाला साबित हो सकता है. इन चार राशि वाले जातक अब तक जिन संकटों से घिरे हुए हैं उनसे बाहर निकलने का रास्ता फिलहाल नजर नहीं आएगा. इन राशि वालों की जन्मकुंडली में यदि शनि वक्री है तो और भी दिक्कत वाली बात है. इन लोगों को बीमारियों पर बेतहाशा पैसा खर्च करना पड़ेगा. वाद-विवाद की स्थितियां बनेगी. वाहन दुर्घटना की आशंका रहेगी. व्यापारियों को धन हानि, नौकरीपेशा व्यक्तियों की नौकरी छूट सकती है. दांपत्य जीवन और मानसिक स्थिति में भी वक्री शनि डिस्टर्बेंस पैदा करेगा. शनि के प्रकोप से बचने के लिए इन राशि वाले जातकों के लिए यह अत्यंत आवश्यक होगा कि वे बुरे कर्मों से दूर रहें. किसी की बुराई में लगें. सत्कर्म करने वालों से शनिदेव प्रसन्न होते हैं.

ये 4 राशि वाले होंगे मालामाल
मिथुन राशि– शनि के इस गोचर से मिथुन राशि वाले लोगों को हर जगह सफलता मिलेगी. शनि के वक्री होने से आपको धन का अधिक लाभ होगा. जिस भी काम में हाथ डालेंगे उसमे सफलता ही मिलेगी. आपको अचानक से खुशखबरी मिलेगी. करियर में उन्नति मिलेगी और साथ ही सफलता मिलेगी. मेहनत का फल मिलेगा.
वृषभ राशि – शनि के वक्री होने से आपके पारिवारिक जीवन में खुशियाँ आयेंगी. इस दौरान आपको संतान प्राप्ति का सुख मिलेगा. पुराने दोस्तों से मुलाकात होगी और उनके साथ यात्रा का योग बन रहा है. व्यापार में बड़ी सफलता मिलेगी और धन का लाभ होगा. aअगर कोई क़ानूनी विवाद चल रहा है तो अब वो खत्म होगा.
कन्या राशि ; कन्या राशि वाले नया घर खरीद सकते हैं. ये समय इस राशि के लोगों के लिए शुभ रहेगा. शनि की कृपा से जीवन में खुशहाली बनी रहेगी.अपने माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
वृश्चिक राशि’ शनि की कृपा से वृश्चिक राशि वाले लोगों को अपार धन की प्राप्ति होगी. आपने गुस्से पर काबू रखें नहीं तो नुक्सान उठा सकते हो. वैवाहिक जीवन सुखमय रहने वाला है. नौकरी वाले लोगों को सफलता मिलेगी.
 

उज्जैन के इंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी और ज्योतिर्विद पं. सुनील नागर के अनुसार अगर हमारे घर में किसी सदस्य के जूते-चप्पल बार-बार टूटने लगे या गुम हो जाए तो समझ लेना चाहिए कि उस सदस्य पर शनि का असर अशुभ हो गया है। शनि गरीब लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। अगर किसी गरीब व्यक्ति की वजह से परिवार में किसी का नुकसान हो जाए तो समझ लें कि उसकी कुंडली में शनि अशुभ हो गया है। ऐसी स्थिति में उस गरीब व्यक्ति पर क्रोध न करें, अन्यथा परेशानियां और ज्यादा बढ़ सकती हैं। अगर घर में पूरी साफ-सफाई करने के बाद भी बहुत ज्यादा मकड़ियां दिखने लगे तो समझ लें ये भी अशुभ शनि का ही संकेत है। अशुभ शनि के कारण घर के आसपास साफ-सफाई का अभाव दिखता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ है तो उस व्यक्ति का अपने पिता से बार-बार वाद-विवाद होता है।
अगर घर में ऐसे संकेत दिख रहे हैं तो हर शनिवार तेल का दान करना चाहिए। रोज सुबह हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

अन्‍य विद्वानो के अनुसार
शनि की वक्र चाल करेगी बेहाल-
इस वर्ष 18 अप्रैल 2018 (बुधवार) को सुबह 7.10 बजे शनि धनु राशि में वक्री हो जा रहे हैं। शनि ग्रह की वक्र गति 6 सितंबर 2018 (गुरुवार) को सायं 05.02 बजे तक रहेगी, उसके बाद धनु राशि में ही शनि वक्री से मार्गी हो जाएंगे। इस तरह कुल 142 दिन शनि वक्री रहेंगे जिसका सभी राशियों पर न्यूनाधिक असर पड़ेगा। जिन राशियों को शनि की ढैय्या अथवा साढ़े साती अथवा महादशा चल रही हैं, वो शनि की इस वक्र गति से सर्वाधिक प्रभावित होंगे।
मेष
2018 के गोचर के अनुसार शनि के मेष राशि से नवम भाव में स्थित होने के कारण यह समय कठिन रहने वाला है। इस समय कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन धैर्य रखें और प्रयास करते रहें, शनि की क्रूर दृष्टि के चलते आपकी प्रगति की रफ्तार धीमी रहेगी और नित नई उलझनों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन इस वर्ष आप अपने सभी विरोधियों पर भारी पड़ेंगे और उन्हें आपके आगे हार माननी होगी।
उपायः उपाय के तौर पर मेष राशि वालों को काली गाय को घी से चुपड़ी रोटी खिलाना उत्तम रहेगा।
वृषभ
गोचर कुंडली के अनुसार शनि आठवें भाव में होने के कारण आपका पारिवारिक जीवन डांवाडोल रहेगा। परिजनों के साथ संबंधों में उठापटक रहेगी। किसी गंभीर रोग के चलते स्वास्थ्य खराब रह सकता है, अतः सेहत का खास ख्याल रखें। प्रेम संबंधी मामलों में असफलता मिलेगी। कार्य-व्यापार के मामले में कड़ी मेहनत करनी होगी अन्यथा बड़ी हानि भी उठानी पड़ सकती है।
उपायः शनि की अनुकूलता के लिए काले कपड़े अथवा जूतों का दान करना शुभ रहेगा
मिथुन
इस वर्ष की गोचर कुंडली के अनुसार शनि मिथुन राशि से सातवें भाव में रहेगा जिसके चलते आप हर जगह सफलता प्राप्त करेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा, नित नए शुभ समाचार मिलेंगे, परन्तु पारिवारिक तथा वैवाहिक जीवन में कई बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। अतः परिजनों के साथ सावधानी बरतें। जल्दी ही कोई बड़ी खबर सुनने को मिल सकती है।
उपायः शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए मध्यमा अंगुली में काले घोडे़ की नाल से बनी अंगूठी पहनना उचित रहेगा।
कर्क
शनि की वक्र गति आपके लिए मिली-जुली रहेगी। धैर्य रखते हुए सोच-समझकर निर्णय लेंगे तो हर प्रकार से शुभ रहेगा। बच्चों के खराब स्वास्थ्य के चलते परेशान रहेंगे। पारिवारिक विवाद भी संभव हैं। पारिवारिक मोर्च पर बहुत ही सावधानी से निर्णय लें। अनैतिक कार्यों से दूर रहना आपके लिए सौभाग्य ला सकता है।
उपायः शनि का शुभ असर प्राप्त करने के लिए पक्षियों को सप्त-धान्य खिलाएं।
सिंह
सिंह राशि के लिए वक्री शनि अशुभ ही रहेगा हालांकि आय में बढ़ोतरी होगी और मान-सम्मान बढ़ेगा परन्तु जीवन के अन्य क्षेत्रों में गंभीर संकटों का सामना करना पड़ेगा। नौकरी में परिवर्तन हो सकता है, साथ ही गृहस्थ जीवन का सुख भी मिलेगा लेकिन धन सोच समझकर खर्च करें। व्यापार-नौकरी के मामलों में थोड़ा संभल कर रहें।
उपायः शनि का शुभ असर प्राप्त करने के लिए पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
कन्या
कन्या राशि के लिए वक्री शनि किसी भी प्रकार से शुभ नहीं रहेगा वरन उनके लिए बड़ी भारी कठिनाईयों का दौर शुरु होने वाला है। काम की अधिकता के चलते आप परेशान रहेंगे, जमीन-जायदाद से जुड़े विवादों का सामना करना पड़ेगा, कड़े परिश्रम के बाद भी सफलता कम ही मिलेगी। माता की खराब सेहत के चलते आपको परेशान होना पड़ सकता है। अतः सावधानी से रहें और क्रोध से बचें।
उपायः शनि के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए हर शनिवार को हनुमानजी के मंदिर में जाकर उन्हें सिंदूर का चोला चढ़ाएं।
तुला
वक्री शनि गोचर कुंडली के अनुसार तुला राशि के तीसरे भाव में होगा अतः उनके लिए शुभ समय आरंभ हो गया है। हर प्रकार से आप सफलता प्राप्त करेंगे, जीवन में हर तरफ आपको सफलता ही सफलता मिलेगी लेकिन पारिवारिक विवादों के चलते किसी संकट में फंस सकते हैं अतः ध्यान रखें। खर्च बढ़ेगा, आर्थिक प्रबधंन का सहारा लें, शीघ्र ही कोई बड़ा शुभ समाचार मिलेगा।
उपायः तुला राशि वालों को शनि की अनुकूलता बढ़ाने के लिए शनिवार के दिन बंदरों को चने खिलाएं।
वृश्चिक
वक्री शनि वृश्चिक राशि वालों के लिए हर प्रकार से शुभ समाचार लाने वाला रहेगा केवल मात्र पारिवारिक मोर्चे पर संकटों का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वक्री शनि के दौरान आप अपने कड़े परिश्रम के दम पर अच्छा लाभ कमाएंगे, आय में बढ़ोतरी होगी और आपके जीवन में कई सुखद घटनाएं घटेंगी।
उपायः इस दौरान कुष्ठ रोगियों की सेवा से शनि के शुभ प्रभावों में बढ़ोतरी होगी।
धनु
गोचर कुंडली के अनुसार वक्री शनि धनु राशि के प्रथम भाव में होगा जिससे आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, काम के बोझ तथा अन्य कारणों के चलते आपका स्वास्थ्य खराब रह सकता है। पारिवारिक जीवन में परिवार का सहयोग मिलेगा, पति-पत्नी के संबंधों में अनुकूलता मिलेगी। इस दौरान आपको जीवन में कई मानसिक तथा सामाजिक कठिनाईयों का सामना करना होगा।
उपायः शनि की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए मांसाहार तथा शराब आदि नशों से दूर रहें।
मकर
वक्री शनि आपकी राशि से बारहवें घर में होने के कारण आपके लिए कई चुनौतियां तथा समस्याएं लेकर आ रहा है। यदि इन चुनौतियों को सकारात्मक रूप से लेकर प्रयास करें तो आपको प्रतिष्ठा तथा सम्मान प्राप्त होगा परन्तु यदि निराश होकर बैठने से कुछ नही होगा
धन हानि होने के योग ? बन रहे हैं हालांकि कमाई के साधन पहले से बढ़ेंगे, विदेशों से शुभ समाचार मिल सकते हैं।
उपायः शनि के शुभ प्रभाव में वृद्धि करने के लिए शनिवार को हनुमान चालिसा का पाठ करें।
कुंभ
गोचर के अनुसार कुंभ राशि के ग्यारहवें भाव में स्थित वक्री शनि आपके लिए जीवन के कई सुनहरे अवसर लेकर आएगा। आपने जो भी सपने देखने चाहे, उन्हें पूरा करने का वक्त आ गया है। आप जिस भी क्षेत्र में जाना चाहेंगे, वहीं तरक्की प्राप्त करेंगे। परिजनों के स्वास्थ्य को लेकर कोई बुरी खबर मिल सकती है। प्रेम संबंधों में सुखद परिवर्तन अनुभव करेंगे, आय में कई गुना बढ़ोतरी होगी। हर प्रकार से यह समय आपके लिए शुभ रहेगा।
उपायः शनि की अनुकूलता को बढ़ाने के लिए निकट के मंदिर में सरसों के तेल का दान करना उपयुक्त रहेगा।
मीन
वक्री शनि गोचर के अनुसार मीन राशि के दसवें भाव में रहेगा अतः अशुभ प्रभाव लेकर आएगा। आय में कमी आ सकती है और अनावश्यक खर्चों के चलते आपको धन की तंगी का सामना करना पड़ सकता है। धैर्य के साथ कठिन परिश्रम में जुटे रहें, अंत में सफलता अवश्य मिलेगी। विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं। जीवन साथी के साथ तनाव हो सकता है। व्यवसाय-नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं।
उपायः शनि के अशुभ असर को दूर करने के लिए शनिवार के दिन काले कुत्ते को भोजन दें।
 

इन राशियो के लिए विशेष-

 तुला:

तुला राशि वालों इस समय में आपकी आकांक्षाओं की पूर्ति होगी इस दरमियान आप यदि कोई यात्राएं करते हैं तो उसमें विशेष लाभ आपको प्राप्त हो सकता है रिश्तेदार यहां तक कि पड़ोसी भी आपके सहायक होंगे इस समय आप की हर छोटी बड़ी मेहनत का फल प्राप्त होगा कुछ नए संपर्क भी स्थापित हो सकते हैं इस समय आप में जोश और जुनून बरकरार रहेगा इस समय आपको कोई अच्छी खबर प्राप्त हो सकती है जो आपके लिए लाभकारी होगी

कर्क:

कर्क राशि वालों इस समय अगर आपका कोई मुकदमा चल रहा है तो उसमें विजय प्राप्त होना निश्चित है अगर आप प्रतियोगिता परीक्षा में संलग्न है तो यह आपके लिए उत्तम समय है लेकिन ध्यान रहे जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं ले क्योंकि ध्यान रहे शनि मंगल का अंगारक दोष भी बना हुआ है लेकिन यह बात निश्चित है लाख परिस्थितियां हो लेकिन समय आपके अनुकूल रहेगा इस समय आपका व्यक्तित्व निखरेगा

मीन:

मीन राशि वालों व्यवसायिक मामलों के लिए यह समय आपके लिए बेहतरीन है आपके कार्यस्थल पर आपको कुछ ऐसी चीज प्राप्त हो सकती है जिसकी आपको उम्मीद नहीं थी लेकिन संतान और माता को लेकर कुछ समस्या अंगारक दोष की वजह से प्राप्त हो सकती है

इस समय आप मेहनत में कसर नहीं छोड़ेंगे साथ ही उसका लाभ भी आपको प्राप्त होगा अपने से बड़े लोगों से सम्मान या सहयोग प्राप्त होगा

कुंभ:

कुंभ राशि वालों शनि का वक्री काल आपके मन की कम और आपके दिल की ज्यादा सुनेगा इसलिए आप की महत्वाकांक्षाओं को अच्छे से संजोकर रखें क्योंकि उनकी पूरी होने की पूर्ण उम्मीद है अचानक लाभ होने के योग हैं मैं आपको विदेश जाने की योजना या फिर लंबी दूरी की यात्राएं आपके लिए लाभदायक होंगी.

शनि तुला राशि में उच्च का होता है और मेष राशि में नीच का. मकर और कुंभ इसकी अपनी राशियां हैं. शनि के मित्र ग्रह हैं बुध, शुक्र, राहु, केतु और शत्रु ग्रह हैं सूर्य, चंद्र, मंगल. गुरु के साथ इसका सम व्यवहार होता है. वर्तमान में शनि बृहस्पति की राशि धनु में गोचर कर रहे हैं और इसी राशि में वक्री होने जा रहे हैं.

कुल मिलाकर शनि के सम ग्रह बृहस्पति के आधिपत्य में आने वाली दो राशियों धनु और मीन के जातकों के लिए वक्री शनि का मिलाजुला असर होगा. कठोर परिश्रम से इन राशि के जातक सफलता अर्जित कर लेंगे, लेकिन ध्यान रहे आलस्य और नकारात्मकता को अपने उपर हावी न होने दें. स्वयं को किसी न किसी कार्य में लगाए रखेंगे तो शनिदेव प्रसन्न होंगे.

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