व्यक्ति बीमारी से नही अपितु उपचार से मरता है;किसी भी बीमारी का प्राकृतिक तरीके से इलाज 100%; संत भगवान दास

कैंसर का इलाज संभव है। और केवल कैंसर ही नहीं बल्कि हर बीमारी का इलाज प्राकृतिक तरीके से संभव है। यदि आप समय रहते ही कैंसर के रोग का लक्षण को पहचान लेते है तो  प्राकृतिक जड़ी बूटियों और पत्तों से आज भी भारत में कई जगह पर कैंसर का इलाज किया जाता है। एक महात्मा जिनका नाम है श्री संत भगवान दास जी। ये चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया रोड पर बिरला सीमेंट वर्क्स की लेबर कॉलोनी में बाबा घाट के नाम से प्रसिद्ध आश्रम में रहते हैं। और वहां पर यह कैंसर से पीड़ित व्यक्तियों का इलाज करते हैं। उनका कहना है कि किसी भी बीमारी का इलाज प्राकृतिक तरीके से किया जा सकता है। और उन्होंने कई लोगों के असाध्य रोगों को ठीक करके इस बात को सिद्ध भी किया है। श्री संत भगवान दास जी को दो हजार से अधिक जड़ी बूटियों का ज्ञान है। और इन्ही जड़ी-बूटियों और पत्तों की मदद से कैंसर से पीड़ित रोगी का भी इलाज करते हैं।

   कैंसर के रोग का लक्षण कारण और उपचार की जानकारी वायरल कर दे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस जानकारी का लाभ उठा सके। दुर्लभ,अदभुत इस आलेख का लिंक वायरल कर दे, ताकि मानव समाज स्‍वस्‍थ्‍य,निरोग, दीर्घायु हो और ऐलोपैैैैथी के कारण असमय जीवन न गंवा दे- चन्‍द्रशेखर जोशी सम्‍पादक

www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Haridwar ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR; एक बडी रिपोर्ट- ताकि भविष्‍य में किसी परिवार के साथ अनहोनी न हो-

महात्मा जिनका नाम है श्री संत भगवान दास जी। ये चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया रोड पर बिरला सीमेंट वर्क्स की लेबर कॉलोनी में बाबा घाट के नाम से प्रसिद्ध आश्रम में रहते हैं। और वहां पर यह कैंसर से पीड़ित व्यक्तियों का इलाज करते हैं। उनका कहना है कि इनका यह भी कहना है कि व्यक्ति बिना Chemotherapy कि अगर आश्रम में आता है। तो थर्ड स्टेज का कैंसर भी यहां ठीक किया जा सकता है।

जो ट्रीटमेंट कैंसर से पीड़ित रोगी को दिया जाता है। इसे तमाम खतरनाक उपचार रोगी के मौत का कारण बन जाता है। कैंसर आज का दिया जाने वाला यह जानकारी सभी को अवस्य पढ़ना चाहिए। क्योकि आज हम एक ऐसे षड्यंत्र से पर्दाफाश करने वाले हैं। जिसके कारण पूरी दुनिया में हर साल 9000000 से अधिक लोग कैंसर रोग के कारण मारे जाते हैं। और कैंसर रोग के पीछे हैं एक बहुत बड़ा षड्यंत्र, एक ऐसा षड्यंत्र जिसे जानने के बाद आपहैरान हो जाएंगे। आप चौंक उठेंगे यह जानकर कि कैंसर का इलाज संभव है। मगर यह बात जानबूझकर हमसे छुपाई गई है  कैंसर के रोग का लक्षण कारण और उपचार ।

सबसे पहले आइये मै आप सभी को कैंसर के रोग के उपचार के ऊपर हुए षड्यंत्र के बारे में बताता हु।  कैंसर के रोग के इलाज के लिए षड्यंत्र रचा है Pharmaceutical कंपनी ने, जो अलग-अलग तरह की बीमारियों पर रिसर्च करके अलग-अलग दवाइयां बनाती है। और  फिर उन दवाओं को बाजार और हॉस्पिटल में भेजती है। ऐसी ही कुछ कंपनी कैंसर की दवा भी बनाती है। जिससे इन कंपनियों को हजारों नहीं करोड़ो मिलियन डॉलर का फायदा सालाना होता है। इन कैंसर की दवाई बनाने वाले कंपनी को अच्छी तरह से पता होता है। कि यह दवा किसी काम की नहीं है। फिर भी जानबूझकर Pharmaceutical कम्पनी अपने फायदे के लिए दवा बनाती है।

डाक्‍टर्स Pharmaceutical कम्पनी के खर्चे से देश, विदेश के दौरे पर जाते है, आप जानते है कि यह डाक्‍टर्स Pharmaceutical कम्पनी के सबसे बडे एजेंन्‍ट है- जो कम्‍पनी का टर्न ओवर करोडो अरबो में बढा रहे है- बदले में Pharmaceutical कम्पनी इन डाक्‍टरो को प्‍यारी प्रेमिका की तरह रख रही है- एक्‍सक्‍लूसिव रिपोर्ट- जो ट्रीटमेंट कैंसर से पीड़ित रोगी को दिया जाता है। इसे तमाम खतरनाक उपचार रोगी के मौत का कारण बन जाता है।

ताकि मरीज कभी भी अच्छा ना हो सके। और उनका करोड़ों अरबों का व्यापार ऐसे ही चलता रहे। इस षड्यंत्र में उन महान लोगों का भी हाथ है। जो कैंसर का इलाज करते हैं। कहने का मतलब है कुछ चुनिंदा डॉक्टर भी इस षड्यंत्र से मिले हुए होते है। क्योंकि इन्हीं के द्वारा ही Pharmaceutical कम्पनी के इन दवाइयों को मान्यता मिलता है। क्योकि इन्ही लोगो के माध्यम से दवाइयों का वितरण मरीजों तक होता है। और कैंसर का दवाई कहा जाने वाला यह स्लो पॉइजन कैंसर से ग्रसित व्यक्ति तक पहुंचता है। और इनमें कुछ महान डॉक्टरों का बहुत बड़ा हाथ होता है। यदि आप यह समझते है की कैंसर का इलाज नहीं है तो आपको यह बात बहुत जल्द अपने जेहन में उतार लेनी चाहिए की कैंसर का इलाज है। मगर चाह नहीं जाता की कैंसर के रोग का इलाज हो। तो आइये सबसे पहले आप कैंसर के रोग को समझ ले। मानव का शरीर कई प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बना है। जब यह कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती है। और पूरे शरीर में फैल जाती है। तब यह शरीर के बाकी हिस्सों को अपना काम करने में रुकावट बनती है। जिससे उन हिस्सों पर कोशिकाओं का गुच्छा गांठ या टयूमर बन जाता है। और इसी अवस्था को कैंसर कहते हैं। डॉक्टर इन अनियंत्रित होकर बढ़ी हुई कोशिकाओं के गुच्छे या गांठ को हटाने के लिए Chemotherapy Radiation therapy Cobalt therapy का इस्तेमाल करते हैं।

ताकि कैंसर की कोशिकाओं को समाप्त कर सके। इस प्रकार के उपचार से कैंसर की कोशिकाएं तो मर जाती है। परंतु साथ ही शरीर की अच्छी कोशिकाएं भी मर जाती है। जिससे शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति बिल्कुल खत्म हो जाती है। Chemotherapy से व्यक्ति के शरीर के पूरे बाल उड़ जाते हैं। और फिर धीरे-धीरे समय निकलते निकलते कैंसर रोग से ग्रसित रोगी मर जाता है। क्योंकि एक बार जब हमारे शरीर की कोशिकाएं मर जाती है। तो उसे हमारा शरीर दोबारा नहीं बना सकता है। यदि शरीर कोशिका बनाना शुरू भी कर दे तो इसमें लम्बा समय लग सकता है। और यह बात कैंसर का इलाज करने वाले मसीहा को अच्छे से पता होती हैं।  ज्यादातर व्यक्ति कैंसर से नहीं मरता बल्कि कैंसर रोग के दौरान होने वाले उपचार से मरता है।

जो ट्रीटमेंट कैंसर से पीड़ित रोगी को दिया जाता है। इसे तमाम खतरनाक उपचार रोगी के मौत का कारण बन जाता है। और यह बात राजीव दीक्षित जी ने भी कही थी। कि कैंसर से ज्यादा खतरनाक कैंसर का ट्रीटमेंट है। और ट्रीटमेंट क्या है वह हमने आपको बता दिया है। इतने सारे दवाओं के बनने के बाद भी कैंसर जैसा रोग आज भी लाइलाज है। इसकी वजह सिर्फ यही है। कि कैंसर के रोग के उपचार करने वाले मसीहा कभी चाहते ही नहीं कि कैंसर जैसा भयानक रोग का उपचार हो। इसी कारणों से बेअसर दवाइयों का बनना जारी है। और पैसे कमाने का सिलसिला भी पर कैंसर का डर हमारे अंदर इस तरह से बिठाया गया है। कि हम इसे लाइलाज मानते हैं।

महात्मा जिनका नाम है श्री संत भगवान दास जी। ये चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया रोड पर बिरला सीमेंट वर्क्स की लेबर कॉलोनी में बाबा घाट के नाम से प्रसिद्ध आश्रम में रहते हैं। और वहां पर यह कैंसर से पीड़ित व्यक्तियों का इलाज करते हैं। उनका कहना है कि इनका यह भी कहना है कि व्यक्ति बिना Chemotherapy कि अगर आश्रम में आता है। तो थर्ड स्टेज का कैंसर भी यहां ठीक किया जा सकता है।

यह सारे दुर्लभ जड़ी बूटियां वे अपने आश्रम में खुद लाते हैं। इनका यह भी कहना है कि व्यक्ति बिना Chemotherapy कि अगर आश्रम में आता है। तो थर्ड स्टेज का कैंसर भी यहां ठीक किया जा सकता है। यदि आप इनके आश्रम का पता मालूम करना चाहते है तो आप इनके आश्रम का पता नोट करले। Sant Bhagwandas. Babaghat. 1868 post office P.O.Madhavnagar,Chittorgarh Rajasthan india और दिए जा रहे नंबरों पर कॉल करके भी आप इनसे बात कर सकते हैं। Mobile No.- +918306586225 Time:- 9 AM To 7 PM इसी आश्रम में राजीव दीक्षित जी 3 दिन ठहरे थे। और संत भगवान दास जी से उन्होंने आयुर्वेद अध्यात्म और इतिहास के बारे में अद्भुत जानकारी प्राप्त की थी।  आपको पता ही होगा कि राजीव दीक्षित जी कितने जिज्ञासु थे।

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