म0प्र0 चुनाव- 69 फीसदी से ज्‍यादा मतदान& Top National News 28 Nov. 2018

HIGH LIGHT; 28 NOV. 2018 # नानकदेव जी ने ‘नाम जपो, कीरत करो और वंड छको’ का सबक दिया था # सूफी कलाम में सिदधू को महारत हासिल है# सिख गुरु नानक की समाधि के दर्शन कर पाएंगे# ‘मेरे यार, दिलदार इमरान खान का शुक्रिया – सिद्धू # इमरान ने साफ किया कि सिद्धू ने यहां आकर कोई जुर्म नहीं किया.#हम सिद्धू के प्रधानमंत्री बनने का इंतजार ना करना पड़े.  – पाकिस्तानी पीएम इमरान खान   # मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत कम दिख रहा है. आज दोपहर 2 बजे तक 50 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और विधानसभा चुनाव में वोट डाला.#  सुब्रमण्‍यम स्‍वामी बोले- करतारपुर में पाकिस्‍तान ने हमारे देश को अपमानित किया .# पांचों राज्यों के चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे.#  घटिया मंसूबों को पूरा करना चाहता है पाक

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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 – 230 सीटों पर वोटिंग  – 

साढ़े 5 बजे तक 69 फीसदी मतदान

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए बुधवार को 230 सीटों पर वोटिंग पूरी हो गई है।राज्य में 4:30 बजे तक 62.47% मतदान हुआ।  राज्य में 100 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर EVM और VVPAT मशीनों में खराबी की शिकायतें मिली, कुछ को सही कर लिया गया और कुछ को बदल दिया। जबकि मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीएल कांताराव ने कहा कि प्रदेश में 70 स्थानों पर ईवीएम में खराबी आई थी और उन सभी मशीनों को बदल दिया गया है। ज्योतिरादित्य की मांग पर मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि वोटिंग का वक्त बढ़ाने का निर्वाचन नियमावली में प्रावधान है। स्थानीय अधिकारी इस मसले पर निर्णय ले सकते हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पैतृक गांव जैत में वोट डाला। वोट डालने से पहले उन्होंने नर्मदा नदी और कुलदेवी के मंदिर में पूजा की। उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा के हनुमान मंदिर पहुंचे और पूजा की।

वहीं कांग्रेस ने इसे भाजपा की हरकत बताई और दिग्विजय ने कहा कि जो EVM मशीनें बदली गई हैं उन्हें पहले 50-100 वोट डाल कर चेक जरूर करें। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीया घोड़े की बग्गी में बैठकर वोट डालने पहुंचे हैं। चुनाव आयोग ने इस बार चैलेंज वोट की व्यवस्था कराई है। यदि किसी पोलिंग एजेंट को मतदाता के बारे में कुछ संदेह होता है, अथवा उसे लगता है कि यह व्यक्ति वही मतदाता नहीं है तो वह पीठासीन अधिकारी के पास दो रुपए जमा कराकर चैलेंज वोट करा सकता है। पीठासीन अधिकारी चुनौती की सरसरी तौर पर जांच करेगा। चुनौती सही नहीं पाई गई तो उस व्यक्ति को वोट देने की अनुमति होगी। किंतु सही पाए जाने पर उस व्यक्ति को पुलिस को सौंप दिया जाएगा। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि कोई भी सरकारी सेवक चुनाव एजेंट नहीं हो सकता। पोलिंग एजेंट उसी मतदान क्षेत्र का अथवा नजदीकी क्षेत्र के मतदान केंद्र का मतदाता होना अनिवार्य है। जो उस क्षेत्र के लोगों को जानता हो। उसके पास वैकल्पिक दस्तावेज व पहचान पत्र होना अनिवार्य है।

पांच करोड़ 4 लाख 33 हजार मतदाता अपने मताधिकार से कुल 2899 प्रतियाशियों की किस्मत EVM में बंद करेंगे। चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर 2018 को आएंगे। सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 65,367 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव में कुल 2899 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 2644 पुरूष व 250 महिलाएं हैं। थर्ड जेंडर के 5 प्रत्याशी भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। प्रत्याशियों में कुल 1794 सामान्य केटेगरी, 591 अनुसूचित जाति व 514 अनुसूचित जनजाति के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। चुनाव आयोग ने 4600 मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफी कराने का निर्णय लिया गया है। 6500 मतदान केंद्रों की वेब कास्टिंग व 6700 मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सतना के रैगांव में टिकुरी कला स्थित मतदान केंद्र पर ईवीएम मशीन सुबह से खराब। दूसरी मशीन लगाई गई वह भी खराब हो गई।

शाम चार बजे तक 55 प्रतिशत मतदान हुआ है। गुना में एक और इंदौर में दो चुनाव आयोग के अधिकारीयों को कार्डिक अरेस्ट आया जिसके बाद इनकी मौत हो गई। जिसके बाद चुनाव आयोग ने मृतकों के परिवार को 10-10 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। वहीं आगर मालवा में 101 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने भी अपना वोट डाला।

इंदौर के नेहरू नगर स्थित पोलिंग बूथ पर पीठासीन अधिकारी कैलाश पटेल को सुबह दिल का दौरा पड़ा। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। कलेक्टर ने उनके परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। गुना में भी एक कर्मचारी की मौत की खबर है।

पुलिस ने सेंट मैरी, भोपाल में एक मतदान केंद्र से बीजेपी के मतदान एजेंटों से अभियान सामग्री जब्त की। क्योंकि यह एक मतदान केंद्र के 200 मीटर के भीतर था। पुलिस ने एक भाजपा एजेंट को हिरासत में ले लिया है।

मतदान के दौरान EVM में हुई गड़बड़ी के बाद उज्जैन में दो, अलीराजपुर में 11 वीवीपीएटी मशीन, बुरहानपुर में 5 वीवीपीएटी और 2 ईवीएम बुरहानपुर में बदले गए हैं। भोपाल पहली बार मतदान करने की ख़ुशी साफ़ दिख रही है।

वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा नदी के किनारे परिवार के साथ पूजा की और उसके बाद बुधनी में वोट डाला। जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने छिंदवाड़ा के हनुमान मंदिर पूजा के बाद वोट डाला।

मध्यप्रदेश में भाजपा पिछले 15 सालों से सत्ता में है। कांग्रेस उसे कड़ी टक्कर दे सकती है। वजह मालवा-निमाड़ और मध्य भारत की 105 सीटें हैं। अगर यहां वोट स्विंग होता है, तो फिर नतीजे किसी भी तरफ पलट सकते हैं। लगातार तीन चुनावों से यहां बढ़त बनाकर भाजपा सरकार बनाती आ रही है। 2013 में मालवा-निमाड़ की 66 सीटों में से भाजपा को 56 और कांग्रेस को नौ सीटें मिली थीं और अन्य के खाते में एक सीट गई थी। वहीं, मध्य भारत की 39 में से भाजपा को 32, कांग्रेस को छह और अन्य को एक सीट मिली थी।

6 सीटों पर  नजर

1. बुधनी :  शिवराज सिंह (भाजपा) vs  अरुण यादव (कांग्रेस): शिवराज यहां से पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। अरुण पूर्व उप मुख्‍यमंत्री सुभाष यादव के बड़े बेटे हैं। यह उनका पहला विधानसभा चुनाव है। पहले सांसद रह चुके हैं।
2. होशंगाबाद: सीतासरण शर्मा (भाजपा) vs सरताज सिंह (कांग्रेस)। सरताज के कांग्रेस में शामिल होने पर यह सीट भाजपा के लिए काफी अहम हो गई है।
3. इंदौर 3: आकाश विजयवर्गीय (भाजपा) vs अश्विन जोशी (कांग्रेस)। आकाश, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं।
4. भोजपुर: सुरेंद्र पटवा (भाजपा) vs सुरेश पचौरी (कांग्रेस)।  पिछले चुनाव में पचौरी को पटवा ने 20,149 वोट से हराया था।
5. चाचौड़ा : ममता मीणा (भाजपा) vs लक्ष्मण सिंह (कांग्रेस)। लक्ष्मण सिंह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं।
6. विजयराघवगढ़: संजय पाठक (भाजपा) vs (पद्मा शुक्ला)। पाठक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए है। पाठक सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। वहीं, पद्मा ने पिछले दिनों भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली है।

मिजोरम की 40 सीटों पर भी मतदान जारी है। सुबह 9 बजे तक 15% मतदान हुआ है।

###### 100 से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में खराबी की खबर  

मध्यप्रदेश में विधानसभा के लिए डाले जा रहे वोट के दौरान 100 से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में खराबी की खबर है. कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है. मशीन में खराबी की खबर सामने आने के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि ऐसे मतदान केंद्रों पर ईवीएम की खराबी सामने आई है जहां कांग्रेस के पक्ष में समर्थन ज्यादा है. ईवीएम में आई खराबी के बीच चुनाव आयोग के मुताबिक शुरुआती एक घंटे में छह प्रतिशत से ज्यादा वोट पड़े हैं. चुनाव आयोग का कहना है कि खराब मशीनों को आधे घंटे के अंदर बदल दिया गया.

सुबह 7 और 8 बजे से मध्य प्रदेश के सभी 230 विधानसभा सीटों पर वोटिंग जारी है.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बी.एल कांताराव ने बताया, “तीन मतदान केंद्रों पसरवाड़ा, लांजी और बैहर में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और बाकी 227 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ.”

ईवीएम में खराबी का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, ”कांग्रेस के पोलिंग एजेन्ट्स को दो बातों का ध्यान रखना चाहिये. एक, जो मशीन खराब होती है और जो उसके स्थान पर बदली जाती है उनके नम्बर जरूर नोट कर लें और दूसरा, जो नई मशीन आती है उसे वोटिंग चालू करने के पूर्व 50 से 100 वोट डाल कर चेक जरूर करें.”

ईवीएम पर सवाल उठाने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस को घेरा और कहा कि पूरे पांच साल अब कमलनाथ ट्वीट ही करेंगे. ईवीएम पर सवाल उठना ये साबित करता है कांग्रेस ने अपनी हार स्वीकार कर ली है. राकेश सिंह ने आज जबलपुर में अपना वोट डाला.

ईवीएम में खराबी को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, ”बड़ी संख्या में ईवीएम मशीन खराब और बंद होने की जानकारी सामने आ रही है. इस कारण मतदान प्रभावित हो रहा है. मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें लग गयी है. इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे? चुनाव आयोग तुरंत इस पर निर्णय ले. तत्काल बंद मशीनों को बदले.”  ग्वालियर मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचे कांग्रेस नेता और राज्य प्रचार समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारी पार्टी सूबे में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी. वोट डालने के बाद उन्होंने कहा कि राज्य में बदलाव का माहौल है.   राज्य में 15 साल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले 13 साल से सूबे के मुख्यमंत्री बने हुए हैं. राज्य की सत्ता से बीजेपी को हटाने के लिए कांग्रेस ने पूरी कोशिश की है. इस विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने प्रचार का नेतृत्व किया. राहुल के साथ कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई कांग्रेसी नेता चुनावी मैदान में साथ दे थे. वहीं बीजेपी की ओर से पीएम मोदी ने मोर्चा संभाला था. पीएम के अलावे पार्टी की ओर से खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमति शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेता चुनावी प्रचार मैदान में उतरे थे.

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करतारपुर: पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के बाद पीएम इमरान खान ने कहा कि जैसे मुस्लिमों के लिए मदीना है वैसे ही सिखों के लिए करतारपुर है. इमरान ने कहा कि जब अगले साल आप यहां आएंगे आपको खुशी होगी. हम यहां हर तरह की सुविधाएं देंगे. नवजोत सिंह सिद्धू की तारीफ करते हुए इमरान ने कहा कि उनकी बातें सुनकर खुश हूं. इमरान ने कहा कि सूफी कलाम में सिदधू को महारत हासिल है. मैं सभी के चेहरे पर खुशी देख रहा हूं.

इस कार्यक्रम के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू छाए रहे. हर वक्ता,  नवजोत सिंह सिद्धू की जमकर तारीफ की गई और सिद्धू को शांति का प्रतीक बताया.

इमरान खान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों तरफ से गलतियां हुईं. हमें रिश्ते अच्छे करने हैं. गलतियों को छोड़कर हमें आगे बढ़ना है. दोनों तरफ की जंजीरों को तोड़ना जरूरी है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की फौज और सरकार अलग नहीं है. हम भारत के साथ दोस्ती चाहते हैं. जब तक माजी (अतीत) की जंजीरें नहीं तोड़ी जाएंगी तब तक हम आगे नहीं बढ़ सकते, माजी सिर्फ सबक सीखने के लिए है.

 पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने मंच से सिद्धू की जमकर तारीफ भी की.

70 साल के इंतजार के बाद आखिरकार करतारपुर साहिब कॉरिडोर की नींव पड़ ही गई है. पहले भारत और आज पाकिस्तान में इस कॉरिडोर का शिलान्यास हुआ. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसकी नींव रखी, इस दौरान भारत की तरफ से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी कार्यक्रम में शामिल हुए. इस कॉरिडोर के जरिए संदेश तो शांति और भाईचारे का दिया जा रहा है, लेकिन मंच से इमरान खान ने एक बार फिर दोनों मुल्कों में जंग और कश्मीर का मुद्दा उठाया.करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम में एक क्रेडिट वॉर भी दिखी, जो भारत-पाकिस्तान और नवजोत सिद्धू-हरसिमरत के बीच लड़ी गई. पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने मंच से सिद्धू की जमकर तारीफ भी की. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कार्यक्रम में कहा कि मैंने जो सिख समुदाय में खुशी देखी वो अगर मैं मुसलमान को समझाऊं कि जैसे मुस्लिम मदीना से 4KM दूर खड़े हैं और वो उसपार जा नहीं पाए. लेकिन अब ये सपना पूरा हुआ है, इसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं. अगले साल जब आप यहां आएंगे तो आपको खुशी होगी.

इमरान ने साफ किया कि सिद्धू ने यहां आकर कोई जुर्म नहीं किया.
पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा सिख समुदाय का पवित्र धार्मिक स्थल है. सिखों के प्रथम गुरू गुरूनानक देव जी ने जीवन के आखिरी 18 साल यहां गुजारे. करतारपुर में ही नानकदेव जी की मत्यु हुई थी. यहीं पर सबसे पहले लंगर की शुरूआत हुई थी. नानकदेव जी ने ‘नाम जपो, कीरत करो और वंड छको’ का सबक दिया था. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा गुरुदासपुर में भारतीय सीमा के डेरा साहिब से महज चार किलोमीटर की दूरी पर है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत अगर एक कदम बढ़ाएगा तो हम दो कदम बढ़ाएंगे. कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि बातचीत के जरिए हर मसले का हल हो सकता है. करतापुर कॉरिडोर बनने से सिखों का 70 साल लंबा इंतजार खत्म होगा. भारत के करोड़ों सिख गुरु नानक की समाधि के दर्शन कर पाएंगे. सिख श्रद्धालुओं को बिना वीजा के पाकिस्तान में एंट्री मिलेगी, सिर्फ टिकट लेना होगा. कॉरिडोर खुलने से भारत-पाकिस्तान के बीच भरोसा बढ़ेगा.

इमरान ने इस बात का भी जिक्र किया कि जब पिछली बार सिद्धू पाकिस्तान आए थे तो उनकी आलोचना हुई थी. इमरान ने साफ किया कि सिद्धू ने यहां आकर कोई जुर्म नहीं किया. अगर कोई दोस्ती और अमन के लिए कदम बढ़ाता है तो ये जुर्म कैसे हो सकता है.

उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों न्यूक्लियर ताकते हैं तो ऐसे में दोनों में जंग नहीं हो सकती. जंग के बारे में सोचना पागलपन जैसा है. इमरान ने इस बात का भी जिक्र किया कि जब पिछली बार सिद्धू पाकिस्तान आए थे तो उनकी आलोचना हुई थी. इमरान ने साफ किया कि सिद्धू ने यहां आकर कोई जुर्म नहीं किया. अगर कोई दोस्ती और अमन के लिए कदम बढ़ाता है तो ये जुर्म कैसे हो सकता है.

इमरान ने कहा कि हमारा मसला सिर्फ कश्मीर का है, इंसान चांद पर पहुंच चुका है लेकिन हम एक मसला हल नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये मसला जरूर हल हो जाएगा, इसके लिए पक्का फैसला जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर हिंदुस्तान एक कदम आगे बढ़ाएगा तो हम दो कदम आगे बढ़ाएंगे.

खालिस्तानी अलगवावादियों को काफी तवज्जो मिलने से विवाद हो सकता है – पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भी करतापुर कॉरिडोर के आधारशिला कार्यक्रम में शामिल हुए। बता दें कि इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में बाजवा को सिद्धू ने गले लगाया था, जिस पर काफी विवाद हुआ था। इस बार खालिस्तानी अलगवावादियों को काफी तवज्जो मिलने से विवाद हो सकता है।

भारत के बाद पाकिस्तान में भी बुधवार को सीमा के करीब स्थित सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब कॉरिडोर की नींव डाल दी गई।पाक के पीएम इमरान खान ने कॉरिडोर का शिलान्यास किया। समारोह में पाकिस्तान के न्योते पर भारत सरकार के 2 मंत्री हरसिमरत कौर, हरदीप पुरी और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धूहिस्सा लेने पहुंचे। पाकिस्तान के करतारपुर में आयोजित समारोह में आतंकी सरगना हाफिज सईद का करीबी सहयोगी और खालिस्तान समर्थक गोपाल चावला भी मौजूद था। यही नहीं समारोह के दौरान वह पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा के साथ हाथ मिलाता हुआ भी नजर आया।  चावला ने बाजवा से हाथ भी मिलाया। गोपाल चावला अपने भारतविरोधी रुख के वजह से जाना जाता है। लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से उसका करीबी रिश्ता है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश में करतारपुर कॉरीडोर का शिलान्यास किया है. इस शिलान्यास के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान के तारीफों के पुल बांध दिए. सिद्दू ने कहा कि भारत सरकार और इमरान खान ने पुण्य का काम किया. उन्होंने कहा, ”मेरे यार, दिलदार इमरान खान का शुक्रिया.” इस कदम को आतंकवाद और राजनीति से न जोड़ें. करतारपुर के इतिहास के पहले पन्ने पर इमरान खान का नाम होगा. सिद्धू ने कहा कि जब संपर्क बढ़ेगा तो संदेह दूर होंगे. जब तक रगों में खून रहेगा, दोनों सरकारों का शुक्रिया अदा करता रहूंगा.
शिलान्यास के मौके पर भारत की विदेश राज्य मंत्री हरसिमरत कौर, एचएस पुरी और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू मौजूद रहे. पंजाब सरकार के मंत्री, कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने इस रास्ते के लिए पहल की थी. ये कॉरिडोर अगले साल नवंबर से पहले खुलेगा. पंजाब के गुरुदासपुर में 4.5 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी जो पाकिस्तान से जोड़ेगी.

इमरान ने कहा कि मुझे इनका क्रिकेट और कमेंट्री याद है, लेकिन वो सूफी कलाम में इतने महारथी हैं वो जानकार काफी हैरान हूं. उन्होंने कहा कि मैंने 21 साल क्रिकेट खेली और 22 साल सियासत की. क्रिकेट के समय में मैं दो तरह के खिलाड़ियों से मिला, एक वो था जो हमेशा मैदान पर हारने से डरता था इसलिए वो कोई रिस्क नहीं लेता था और वो दूसरा खिलाड़ी हमेशा जीतने की सोचता था, हारने से नहीं डरता था. और हमेशा दूसरा खिलाड़ी ही चैंपियन बनता था, हारने से डरने वाला खिलाड़ी कभी बड़ा नहीं बनता.

इमरान खान ने कहा कि जब पिछली बार सिद्धू वापस गए तो इनकी काफी आलोचना हुई, लेकिन एक इंसान जो शांति का पैगाम लेकर आया है वो क्या जुर्म कर रहा है. हमारे दोनों के पास एटमी हथियार है, तो इनके बीच जंग हो ही नहीं सकती है. दोनों देशों के बीच जंग का सोचना पागलपन है.

इमरान खान ने कहा कि जब मैं सियासत में आया तो ऐसे लोग से मिला जो बस अपने लिए ही काम करते थे, आवाम को भूल जाते थे. एक दूसरे किस्म का राजनेता है तो नफरतों के नाम पर नहीं बल्कि काम के नाम पर राजनीति करता था. उन्होंने कहा कि आज जहां पाकिस्तान-हिंदुस्तान खड़ा है, 70 साल से ऐसा ही हो रहा है. उन्होंने कहा कि दोनों तरफ गलतियां हुईं लेकिन हम जबतक आगे नहीं बढ़ेंगे तो जंजीर नहीं टूटेगी.

उन्होंने कहा कि अगर सिद्धू पाकिस्तान में चुनाव लड़ लें तो वो जीत सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम सिद्धू के प्रधानमंत्री बनने का इंतजार ना करना पड़े. हम चाहते हैं कि दोनों मुल्कों के बीच में अमन हो.

उन्होंने कहा कि हम एक कदम आगे बढ़कर दो कदम पीछे हट जाते हैं, ये ताकत नहीं आई है कि कुछ भी हो हम रिश्ते ठीक करेंगे. अगर फ्रांस-जर्मनी एक साथ आ सकते हैं, तो फिर पाकिस्तान-हिंदुस्तान भी ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमने भी एक-दूसरे के लोग मारे हैं, लेकिन फिर भी सब भूला जा सकता है. उन्होंने कहा कि हमेशा कहा जाता था कि पाकिस्तान की फौज दोस्ती नहीं होने देगी, लेकिन आज हमारी पार्टी-पीएम-फौज एक साथ हैं.

सिद्धू ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर दोनों देशों के लोगों के बीच में संपर्क बढ़ाएगा, जो संपर्क टूटा हुआ था वो अब दोबारा जुड़ रहा है. जब भी करतारपुर कॉरिडोर का इतिहास लिखा जाएगा तो इमरान खान का नाम पहले पन्ने पर लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि बंटवारे के दौरान दो पंजाब टूट गए थे, आज इमरान जैसी कोई चाबी आनी चाहिए कि इन्हें जोड़ना चाहिए.

  इस कार्यक्रम के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू छाए रहे. हर वक्ता, हर वीडियो में नवजोत सिंह सिद्धू की जमकर तारीफ की गई और सिद्धू को शांति का प्रतीक बताया.

हरसिमरत कौर बादल ने इस कार्यक्रम में कहा कि आज हमारी कौम के लिए ऐतिहासिक दिन है, हर सिख की यही मांग थी. जो 70 साल नहीं हो पाया, वो अब पूरा हुआ है. जिसके हाथ में सेवा लिखी थी, उसी के हाथों ये काम पूरा हुआ है. गुरु नानक साहब ने अपना आखिरी समय आपकी धरती पर बिताया, लेकिन 4 किमी. का ये फासला पूरा करने में 70 साल लग गए.

उन्होंने कहा कि यहां मेरा कोई दोस्त, कोई जानने वाला नहीं लेकिन एक सिख होने के नाते मेरी अरदास पूरी हुई है. हरसिमरत बादल अपनी बात कहते हुए भावुक हुईं. हमारी पार्टी 7 महीने से इस मांग को पूरा करने में लगे थे, हमारी कैबिनेट ने इसका फैसला लिया और आज ये सपना पूरा हो रहा है. उन्होंने कहा कि जब बर्लिन की दीवार गिर सकती है तो भारत-पाकिस्तान के बीच की नफरत क्यों नहीं दूर हो सकती है.उन्होंने कहा कि आप भी गुरु नानक साहब के नाम पर सिक्का चलाएं, धार्मिक स्थलों के लिए ट्रेन चलाएं और करतारपुर का विकास करें.

सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि इस मार्ग का दुरुपयोग भी हो सकता है। दरअसल पाकिस्तान में अभी भी खालिस्तान समर्थकों की तादाद काफी ज्यादा है और उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का समर्थन हासिल है। ऐसे में आशंका है कि इस कॉरिडोर का उपयोग करते हुए खालिस्तान समर्थक पंजाब के युवाओं को उग्रवाद के लिए उकसा सकते हैं।

इतना ही नहीं, इस मार्ग का उपयोग नशीली दवाओं की तस्करी के लिए भी किया जा सकता है। यह बेहद दुखद लेकिन सच है कि इस महान धर्मस्थल के क्षेत्र को पाकिस्तान में खालिस्तान और आईएसआई का प्रमुख केंद्र माना जाता है। यहां कई ब्लैकलिस्टेड खालिस्तानी आतंकियों के अड्डे आज भी सक्रिय हैं।

अंग्रेजी अखबार मेल टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए पाकिस्तान की रजामंदी इस बात का सबूत है कि वह धार्मिक और मानवीय पहलु की आड़ में इस मार्ग से अपने घटिया मंसूबों को पूरा करना चाहता है। इस मार्ग को खोलने और विकसित करने को वो पूरी दुनिया में प्रचारित कर रहा है। पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा यह कहता है कि वह शांति का पक्षधर है, इसीलिए वह भारतीय श्रद्धालुओं के लिए यह मार्ग खोलने को राजी हुआ है।

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तबादले का डर बना हुआ है- जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल  

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार को संकेत दिया कि उन्हें उनके बयान की वजह से सूबे से बाहर भेजा जा सकता है. उन्होंने कहा था कि नई दिल्ली (केंद्र सरकार) पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन को जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती थी. वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरधारी लाल डोगरा की पुण्यतिथि के अवसर पर हुए एक कार्यक्रम में मलिक ने कहा, “जब तक मैं यहां हूं, मैं यहां हूं. यह मेरे हाथ में नहीं है. लेकिन, तबादले का डर बना हुआ है.”

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि नई दिल्ली (केंद्र सरकार) पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन को जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती थी- अगर वह जम्मू एवं कश्मीर के राजनीतिक संकट के लिए दिल्ली के दिशा-निर्देशों की ओर देखते तो उन्हें भाजपा समर्थित सज्जाद लोन को मुख्यमंत्री बनाना पड़ता. मुझे नहीं पता मेरा यहां से कब तबादला हो जाएगा. लेकिन जब तक मैं यहां हूं, मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि जब भी आप मुझे बुलाएंगे, मैं आ जाऊंगा.

उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता मेरा यहां से कब तबादला हो जाएगा. लेकिन जब तक मैं यहां हूं, मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि जब भी आप मुझे बुलाएंगे, मैं आ जाऊंगा.” मलिक ने 24 नवंबर को ग्वालियर में सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि अगर वह जम्मू एवं कश्मीर के राजनीतिक संकट के लिए दिल्ली के दिशा-निर्देशों की ओर देखते तो उन्हें भाजपा समर्थित सज्जाद लोन को मुख्यमंत्री बनाना पड़ता.

मलिक ने कहा, लेकिन वह ऐसा करना नहीं चाहते थे. उनके बयान पर विवाद होने के बाद, राजभवन ने एक बयान जारी कर कहा था कि राज्य विधानसभा भंग करने के दौरान राज्यपाल ने निष्पक्ष निर्णय लिया. बयान के अनुसार, “पूरे मामले में केंद्र की ओर से कोई न तो कोई दबाव था और न ही कोई हस्तक्षेप. कुछ समाचार चैनलों ने राज्यपाल के बयान को तोड़-मरोड़ कर इस तरह से पेश किया कि जैसे केंद्र सरकार से किसी प्रकार का दबाव था.” इस आशय की सूचनाएं थीं कि पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने के लिए गठबंधन के करीब हैं और इसी बीच मलिक ने 21 नवंबर को सदन को भंग कर दिया.

####### एसबीआई  ने फिक्स डिपोज़िट इंट्रेस्ट रेट को संशोधित किया

देश के सबसे बड़े ऋणदाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने फिक्स डिपोज़िट इंट्रेस्ट रेट को संशोधित किया है. ये चुनी हुई मैच्योरिटी पर किया गया है और ये आज से लागू होगा. एसबीआई ने ये जानकारी अपनी वेबसाइट पर दी है. एएसबीआई एफडी ब्याज दरों में वृद्धि की दर 0.05-0.10 प्रतिशत या 5-10 आधार अंकों के बीच है. आपको बता दें कि एक बेसिस प्वाइंट 0.01% के बराबर होता है. एक करोड़ से कम के जमा पर एसबीआई ने अपना फिक्स्ड डिपोज़िट इंट्रेस्ट रेट बढ़ा दिया है.

इस ब्याज दर में सामान्य लोगों के लिए बढ़ोतरी का फायदा एक साल से लेकर तीन साल तक के लिए की गई जमा राशि पर होगा. एक साल से लेकर 2 दो साल तक के लिए की गई जमा राशि पर अब तक 6.7 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा था जो कि अब बढ़कर 6.8 फीसदी हो जाएगा. इसी तरह दो साल से तीन साल तक के लिए जमा की गई राशि पर अब तक 6.75 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा था जो अब बढ़कर 6.8 फीसदी कर दिया गया है.

वरिष्ठ नागरिकों के लिए जो ब्याज दर में परिवर्तन किया गया है उसमें भी एक साल से लेकर 2 साल तक के लिए की गई जमा राशि पर अब तक 7.2 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा था जो कि अब बढ़कर 7.3 फीसदी हो जाएगा. इसी तरह दो साल से तीन साल तक के लिए जमा की गई राशि पर अब तक 7.25 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा था जो अब बढ़कर 7.3 फीसदी कर दिया गया.  ऋणदाता ने कहा कि एसबीआई कर्मचारियों और एसबीआई पेंशनरों को देय ब्याज दर लागू दर से 1 प्रतिशत अधिक है.  60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों और एसबीआई पेंशनरों पर लागू दर सभी भारतीयों के लिए निवासी भारतीय नागरिकों के लिए देय दर से 0.50 प्रतिशत होगी.

########बिहार सरकार जांच को लेकर गंभीर नहीं दिख रही – सुप्रीम कोर्ट  #############

नई दिल्ली: बिहार के 16 शेल्टर होम में बच्चों के शोषण और यौन दुर्व्यवहार की शिकायतों पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रवैया अपनाया है. कोर्ट ने आज सभी मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी. कोर्ट ने माना है कि बिहार सरकार जांच को लेकर गंभीर नहीं दिख रही. कल कोर्ट ने कहा था कि अगर ढंग से जांच हो तो मुजफ्फरपुर जैसे कई कांड सामने आएंगे.

टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस यानी TISS ने बिहार सरकार को 17 आश्रय गृहों में यौन दुर्व्यवहार, मारपीट, शोषण जैसी बातों की जानकारी दी थी. इसमें से मुजफ्फरपुर का मामला सीबीआई को सौंपा जा चुका है. जो 16 मामले बिहार सरकार के पास रह गए, उनमें से 4 में FIR ही दर्ज नहीं हुई. जिन मामलों में FIR दर्ज हुई, उनमें भी अपराध की गंभीरता के हिसाब से धाराएं नहीं लगाई गयी.

कोर्ट ने कल इस सिलसिले में बिहार के चीफ सेक्रेट्री को तलब किया था. असहाय बच्चों के साथ हुए अपराध पर पुलिस की लापरवाही को शर्मनाक बताते हुए, कोर्ट ने गलती ‘दुरुस्त’ करने के लिए 24 घंटे का समय दिया था. आज बिहार सरकार ने बताया कि ज़रूरी धाराएं FIR में जोड़ दी गयी हैं. कोर्ट पुलिस को जांच करने दे. जांच की निगरानी IG रैंक के अधिकारी करेंगे. एक हफ्ते में पुलिस कोर्ट में प्रगति रिपोर्ट दाखिल करेगी. इसे देखने के बाद ही कोर्ट कोई फैसला ले. लेकिन जस्टिस मदन बी लोकुर, दीपक गुप्ता और अब्दुल नजीर की बेंच इन बातों से संतुष्ट नजर नहीं आई. कोर्ट ने CBI के वकील से कहा कि वो कार्यवाहक निदेशक से बात कर के बताएं कि CBI जांच को तैयार है या नहीं. कुछ देर बाद वकील ने सहमति जताई. इसके बाद कोर्ट ने सभी मामले CBI को सौंप दिए.

कोर्ट ने जिन शेल्टर होम्स को लेकर सख्त रवैया अपनाया है, वो मोतिहारी, मधेपुरा, पटना, गया, कैमूर, अररिया, भागलपुर, मुज़फ़्फ़रपुर और मुंगेर जिलों में हैं. कहीं बच्चों के साथ मारपीट की शिकायत थी, कहीं उनके यौन शोषण या अप्राकृतिक यौनाचार की शिकायतें थीं.

इन बातों की जानकारी TISS ने मई में सरकार को दे दी थी. इसके बावजूद पुलिस ने जांच को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई. कोर्ट ने टिप्पणी की, “अजीब सी बात है कि असहाय बच्चों के साथ हुए अत्याचार से किसी को फर्क नहीं पड़ रहा. कुछ लोगों के खिलाफ हल्की धाराओं में केस दर्ज कर दिया गया. किसी की गिरफ्तारी तक नहीं हुई. अब हम और इंतज़ार नहीं करेंगे. पुलिस को जो करना था, वो कर चुकी. अब CBI सारे मामले देखेगी.” सुप्रीम कोर्ट ने CBI से सभी मामलों पर 31 जनवरी तक स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है. कोर्ट ने ये भी कहा है कि जांच में लगे अधिकारियों का ट्रांसफर कोर्ट की इजाज़त के बिना नहीं किया जा सकता.

बजरंगबली को दलित बताया -ब्राह्मण सभा का कानूनी नोटिस 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान में प्रचार के दौरान बजरंगबली को दलित बता दिया. उनके इस बयान पर राजस्थान ब्राह्मण सभा ने त्यौरियां चढ़ा ली हैं. ब्राह्मण सभा ने हनुमान जी को जाति में बांटने का आरोप लगाते हुए योगी आदित्यनाथ को कानूनी नोटिस भेजा है.

इधर बीजेपी ने योगी के हनुमान की जाति पर दिए बयान से किनारा कर लिया. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस संबंध में सवाल पूछे जाने पर गोल-मोल जवाब देते हुए कहा कि ये तो उन्होंने कांग्रेस को जवाब देने के लिए कहा होगा. वहीं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि ये लोग वोट के लिए जाति को भी नही छोड़ते हैं.

अलवर जिले के मालाखेड़ा में एक सभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने बजरंगबली को दलित, वनवासी, गिरवासी और वंचित करार दिया. योगी ने कहा कि बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं जो स्वयं वनवासी हैं, गिर वासी हैं, दलित हैं और वंचित हैं.

योगी ने अलवर जिले में कांग्रेस पर लगातार हमला बोला और जातिगत वोट बैंक को साधने की कोशिश की. उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए देवी-देवताओं और हिंदुत्व के एजेंडे को भी लोगों के बीच रखा.

गौ तस्करी के नाम पर जिस रामगढ़ में अकबर खान को पीट-पीटकर मार डाला गया था, इस मुद्दे पर बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनाव में राम भक्त बीजेपी को वोट दें और रावण भक्त कांग्रेस को वोट दें. भरतपुर में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीजेपी औरंगजेब जैसे लोगों से रक्षा कर सकती है. राम राज्य लाने के लिए बीजेपी उम्मीदवार को जिताएं.

राजस्थान चुनाव : बेणेश्वर धाम में बोले मोदी- कांग्रेस के दिमाग में भरा है जातिवाद का जहर- उन्होंने आरोप लगाया कि, “कांग्रेस के दिमाग में ऐसा जातिवाद भर गया है। जातिवाद का जहर उनकी रगों में है। उनको घुट्टी में ही पिला दिया जाता है। जातिवाद का जहर जाता नहीं है और उन्हें कभी महर्षि बाल्मिकी, कबीर, संत रविदास भी मिल जाएं तो उनसे भी पूछ लेंगे आपकी जाति क्या है।” मोदी ने कहा, “हम ’सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र को लेकर आगे चल रहे हैं जबकि इनको एक परिवार के आगे कुछ दिखता ही नहीं है। वह एक परिवार एक नामदार की पार्टी बन गयी है।”

योगी के इस बयान को बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड के साथ-साथ जातिगत वोट बैंक को साधने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है. राजस्थान में कुल जनसंख्या का 17.8 फीसदी हिस्सा दलित समुदाय का है. परंपरागत दलित वोट बैंक बीते एक दशक से कांग्रेस छोड़ बीजेपी के साथ जुड़ा हुआ था, लेकिन इस बार वसुंधरा राजे सरकार को लेकर इस तबके में नाराजगी है.

दलितों को साधने के लिए बीजेपी ने कई कोशिशें राजस्थान में कीं, लेकिन हालात बदलते नहीं दिख रहे. ऐसे में विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे की नैया पार लगाने के लिए उतरे सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान बजरंगबली को दलित बताकर नया दांव चला है.

 

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