प्रमुख समाचार- देहरादून- उत्‍तराखण्‍ड 2 OCT 16

ajay-bhatt-pushpaउत्तराखण्ड प्रदेष कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों ने सरकार को पीडीएफ के समर्थन के नाम पर कांग्रेस संगठन को हासिये पर धकेलने के प्रयासों का कड़ा विरोध

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर स्थित शहीद स्मारक में उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्वांजलि

विश्व गायत्री परिवार ने स्वच्छ भारत के इस अभियान में बढ़ चढ़कर अपनी
भूमिका निभाई।

उत्तराखण्ड के इतिहास में सदैव काले दिवस के रूप में – नेता प्रतिपक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष भा०ज०पा० उत्तराखण्ड  (www.himalayauk.org) Newsportal

 

मुजफ्फर नगर/देहरादून 02 अक्टूबर, 2016(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर स्थित शहीद स्मारक में उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्वांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि महात्मा गांधी जी के जन्म दिवस पर यह अशुभ अवसर आया था। गांधी जी सदैव अहिंसा व मानवता के लिये लड़ते रहें। लेकिन इसी दिन हमें हिंसा व बर्बरता का शिकार होना पड़ा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि यह घटना संदेश देती है कि शासकीय बर्बरता अनुचित होती है। आज उत्तराखण्ड प्रगति कर रहा है। देश में उत्तराखण्ड राज्य आपदा के बाद तेजी से विकास कर रहे 6 चुने राज्यों में आ चुका है। राज्य की वार्षिक कृषि विकास दर 5.5 प्रतिशत की है, यह सुकून की बात है। उन्होंने कहा कि देश में कानून, संविधान सर्वोच्च है। इसके अधीन मुजफ्फरनगर के दोषियों को सजा मिलेगी। एडवोकेट जनरल से पूरी विधिक सहायता ली जा रही है। यह अपराध एक व्यक्ति के विरूद्ध नही बल्कि पूरी मानवता के विरूद्ध था। उन्होंने कहा कि यहां के आस-पास के लोग जिन्होंने पीड़ितों को भोजन, पानी आदि दिया उन्होंने मानवता की मिशाल पेश की है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य को राज्य आंदोलनकारियों के सतत सहयोग की आवश्यकता है। हमारी लड़ाई पिछड़ापन, गरीबी, सामाजिक कुरीतियों के विरूद्ध है। इसमें सभी वर्गों के सहयोग की आवश्यकता है। 10 प्रतिशत क्षेतिज आरक्षण के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि चिन्ह्ति आंदोलनकारियों को निर्धारित पेंशन मिलने लग गयी है। उन्होंने कहा कि छूटे हुए आंदोलनकारियों को एक प्रक्रिया से शामिल किया जायेगा। देहरादून के शहीद स्थल पर शहीदों की मूर्तिया लगाई जायेगी। खटीमा राज्य आंदोलनकारियों का प्रमुख महत्वपूर्ण स्थल है, यहां मसूरी-देहरादून की तर्ज पर स्मारक बनाया जायेगा। पाक आतंकवाद को जिस प्रकार से पनाह दे रहा है, उन्होंने इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद कैम्प जब हमारी भारतीय सेना ने नष्ट किया, तब पूरा देश एक साथ खड़ा हो गया। देश के लिए कुर्बान होने वाले शहीदों को भी मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 1947 से आज तक देश की एकता व अखण्डता की रक्षा करने वाले सैनिक दुश्मनों का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारी कार्यकारी सम्मान परिषद के अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जब तक मुजफ्फरनगर के दोषियों को सजा नही मिल जाती, तब तक उत्तराखण्ड सरकार दोषियों को सजा दिलाने के लिए कटिबद्ध है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, उपाध्यक्ष जिला पंचायत हरिद्वार राव अफ्फाक, पंडित महावीर शर्मा, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इससे पूर्व देहरादून में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहीद स्मारक कलैक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य आन्दोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक पहल करेगी।

देहरादून 2 अक्टूबर:
कल दिनांक, 3 अक्टूबर 2016 को श्रीकृश्ण धाम आश्रम हरिद्वार में अपराह्र 1400 बजे से प्रदेष कंागे्रस अध्यक्ष मा0 श्री किषोर उपाध्याय जी की अध्यक्षता में प्रदेष कंाग्रेस कार्यकारिणी की आवष्यक एवं महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया है। बैठक में मा0 मुख्यमंत्री श्री हरीष रावत, मा0 मंत्रीगण, मा0 सांसद एवं विधायकगणेां को भी आमंत्रित किया गया है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोषी ने बताया कि बैठक में पार्टी संगठन की आगामी गतिविधियों पर विचार-विमर्ष किया जायेगा।

देसंविवि, गायत्री विद्यापीठ में गांधी जी-शास्त्रीजी को दी श्रद्धांजलि

शांतिकुंज परिवार ने भारत स्वच्छता अभियान के तहत चलाया सफाई अभियान

हरिद्वार, ०२ अक्टूबर।

विश्वभर में अपने समाजिक दायित्व को निरन्तर निभाने वाली संस्था अखिल
विश्व गायत्री परिवार ने स्वच्छ भारत के इस अभियान में बढ़ चढ़कर अपनी
भूमिका निभाई। विवि परिवार ने प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या के नेतृत्व
में परिसर में स्थित गौशाला क्षेत्र में तथा शांतिकुंज के साधकों ने
वरिष्ठ कार्यकर्त्ता इंजीनियर श्री कालीचरण शर्मा के नेतृत्व में
रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में वृहत स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया।

वहीं गायत्री परिवार की बहुआयामी उद्देश्य के साथ चल रहे निर्मल
गंगा जन अभियान के तहत वनारस से जन जागरण साइकिल यात्रा का शुभारम्भ हुआ।
यह यात्रा कानपुर से बलिया तक के गंगा के तटवर्ती क्षेत्रो के लोगों में
गंगा की स्वच्छता के प्रति जागृति सन्देश देगी। यहाँ बताते चलें कि
अक्टूबर २०१५ में गायत्रीतीर्थ यह यात्रा प्रारम्भ हुई थी जो निरन्तर चल
रही है।

उधर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय एवं गायत्री विद्यापीठ शांतिकुंज
में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत के दूसरे प्रधानमंत्री भारतरत्न
श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उनके गरिमामय कर्तृत्व को याद कर
विभिन्न कार्यक्रमों आयोजिए हुए। देसंविवि परिवार ने राष्ट्रपिता एवं
शास्त्री जी की देशभक्ति एवं सादगी को याद करते हुए कई कार्यक्रम सम्पन्न
किए। इस अवसर पर प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि बापू व
शास्त्री जी में जिस तरह राष्ट्र भक्ति कूट-कूट कर भरी थी, उनसे हमारे
युवाओं को सीख लेनी चाहिए।

इस अवसर पर विद्यापीठ में विद्यार्थियों ने बापू एवं शास्त्री जी
के विभिन्न संस्मरणों की याद ताजा करते सांस्कृतिक कार्यक्रम किये।
नन्हें-मुन्ने बच्चों ने गाँधीजी, शास्त्री जी की वेशभूषा में उनके बताये
सूत्रों को अपनाने की मार्मिक अपील की।

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देहरादून 2 अक्टूबरः
उत्तराखण्ड प्रदेष कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों ने सरकार को पीडीएफ के समर्थन के नाम पर कांग्रेस संगठन को हासिये पर धकेलने के प्रयासों का कड़ा विरोध किया है।
प्रदेष कंाग्रेस उपाध्यक्ष एस.पी. सिंह, साहित्य संवर्द्धन कांग्रेस के अध्यक्ष डाॅ0 आनन्द सुमन ंिसह, मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोषी, महामंत्री तरूण पन्त, प्रदेष प्रवक्ता डाॅ0 आर.पी. रतूड़ी, हरिकृश्ण भट्ट, मनीश करणवाल, दीपक बलूटिया, सुरेष गौरी एवं सरिता नेगी ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए राज्य सरकार में षामिल निर्दलीय विधायकों द्वारा बार-बार कांग्रेस संगठन के बारे में की जा रही टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि सरकार द्वारा एक ओर पार्टी संगठन को नसीहत दी जा रही है कि सरकार समर्थक निर्दलीय विधायक (पीडीएफ) पर संगठन की ओर से कोई टिप्पणी नही की जानी चाहिए उनका फैसला पार्टी हाईकमान करेगा। वहीं दूसरी ओर सरकार में बैठे लोगों द्वारा सोनियां गांधी जी के नाम पर लगातार कांग्रेस संगठन को धमकाने की कोषिष की जा रही है। सरकार में षामिल निर्दलीय विधायक प्रदेष संगठन पर लगातार बयानबाजी करते चले आ रहे हैं। यहां तक कि अब विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल भी अपनी ही पार्टी संगठन पर उंगली उठाने से परहेज नहीं कर रहे हैं। वे ये भी भूल रहे हैं कि वे विधानसभा अध्यक्ष जैसे गरिमामयी संवैधानिक पद पर विराजमान हैं तथा उन्हें पार्टी संगठन एवं सरकार के मध्य सामंजस्य बिठाने का कार्य करना चाहिए न कि पार्टी संगठन पर उंगली उठाने का। उनके द्वारा अपनी ही पार्टी संगठन पर की गई टिप्पणी के दूरगामी परिणाम होंगे।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेष अध्यक्ष श्री किषोर उपाध्याय मीडिया मे साफतौर पर कह चुके हंैं कि पार्टी संगठन की ओर से पीडीएफ पर किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की जायेगी और पीडीएफ के बारे में जो फैसला पार्टी हाई कमान करेगा सबको मान्य होगा। परन्तु इसके विपरीत सरकार के सहयोगी मंत्रियों द्वारा एक सोची समझी रणनीति के तहत कंाग्रेस संगठन पर बार-बार टिप्पणी की जा रही है जिसका उन्हंे अधिकार भी नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी संगठन पहले ही स्पश्ट कर चुका है कि पार्टी कार्यकर्ता का मान-सम्मान कैसे बचाना है यह पार्टी अध्यक्ष का दायित्व एवं नैतिक कर्तव्य है और सरकार कैसे चलानी है यह सरकार के मुखिया का काम है। यहां तक कि सरकार के मुखिया को सरकार चलाने के साथ-साथ पार्टी संगठन के कार्यकर्ता के सम्मान की रक्षा भी करनी है क्येांकि सरकार संगठन से है संगठन सरकार से नहीं। सरकार मे सम्मानित एवं संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों द्वारा पार्टी संगठन पर की जा रही टिप्पणी से पार्टी को हानि ही होगी। हमें 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता के भरोसे ही चुनाव में जाना है सरकार में बैठे निर्दलीय विधायकों के भरोसे पर नहीं।
कांग्रेस नेताओं ने ही कहा कि ये वहीं विधायक हैं जिन्होंने कहा था कि वे व्यक्ति विषेश को छोड़कर किसी को भी समर्थन देने के तैयार हैं और आज भी उन्हंें भाजपा, बसपा, सपा किसी भी पार्टी से परहेज नहीं है फिर उनसे कैसे कांग्रेस कार्यकर्ता के सम्मान की उम्मीद की जा सकती है। वे मात्र निजी स्वार्थ के लिए किसी से भी समझौता करने को तैयार हैं।
कंाग्रेस नेताओं ने कहा कि कौसानी मे सम्पन्न हुई कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में भी मा0 अध्यक्ष जी द्वारा स्पश्ट किया गया था कि संगठन की ओर से ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की जायेगी जिससे सरकार असहज हो परन्तु इसके बावजूद सरकार में बैठे सहयोगियों द्वारा बार-बार बयानबाजी कर संगठन को मुंह चिढ़ाने का काम किया जा रहा है जो कंाग्रेस पार्टी के हित में नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से भी आग्रह किया कि निर्दलीय विधायकों द्वारा जिस प्रकार से पार्टी संगठन पर छीटाकषी की जा रही है उसे मात्र सरकार बचाये रखने के लिए सहन करना पार्टी के हित में तो कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है क्योंकि आगामी 2017 का चुनाव पार्टी संगठन के कार्यकर्ता लड़ायेंगे निर्दलीय विधायक या उनके सहयोगी नहीं।

(एस.पी. सिह) (डाॅ0 आनन्द सुमन सिह) (मथुरादत्त जोषी) (तरूण पन्त)
प्रदेष उपाध्यक्ष अध्यक्ष साहित्य संवर्द्धन कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता महामंत्री
(डाॅ0 आर.पी. रतूड़ी) (हरिकृश्ण भट्ट) (मनीश कर्णवाल) (दीपक बलूटिया)
प्रवक्ता प्रवक्ता प्रवक्ता प्रवक्ता
(सुरेष गौरी) (सरिता नेगी)
प्रवक्ता प्रवक्ता

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उत्तराखण्ड के इतिहास में सदैव काले दिवस के रूप में – नेता प्रतिपक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष भा०ज०पा० उत्तराखण्ड)

नेता प्रतिपक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष भा०ज०पा० उत्तराखण्ड श्री अजय भट्ट ने आज ०२ अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी व श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके बलिदान को भारत सदैव याद रखेगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा सम्पूर्ण भारत में चलाये गये स्वच्छता अभियान में घण्टाघर स्थित पार्क में प्रातः ०७ः०० बजे से सफाई कार्य किया।

श्री भट्ट ने आज ०२ अक्टूबर को उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों पर मुजफ्फरनगर रामपुर तिराहा में हुयी क्रूरता एवं उसमें शहीद हुए आन्दोलनकारियों को रामपुर तिराहा जाकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि इस दिन को उत्तराखण्ड के इतिहास में सदैव काले दिवस के रूप में याद किया जायेगा क्योंकि तत्कालीन उत्तर प्रदेश की सरकार ने जो कृत्य उस दिन किया जिसमें हमारी माताओं-बहनों को बेइज्जत किया गया था तथा निर्दोष लोगों पर गोलियॉ चलाकर सैकडों आन्दोलनकारियों को शहीद होना पडा।

श्री भट्ट ने कहा कि उन शहीदों की शहादत को हम कभी नहीं भूल सकते हैं लेकिन आज भी शहीदों के सपनों के प्रदेश की परिकल्पना मात्र परिकल्पना ही रह गयी है। उन्होंने कहा कि शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब शहीदों के सपनों के अनुरूप राज्य का निर्माण होगा आज प्रदेश में चारों ओर भ्रष्टाचार की बाढ सी आ गयी है जिसे उन शहीदों का अपमान कहा जायेगा।

श्री भट्ट ने कल दिनांक ०१ अक्टूबर को शिक्षा आचार्यों के साथ पुलिस द्वारा किये गये लाठीचार्ज और कई महिलाओं के साथ की गयी अभद्रता पर कानून व्यवस्था को आडे हाथों लेते हुए कहा कि इससे घिनोनी हरकत और क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण इसलिए नहीं कराया था कि यहॉ पर अपनी जायज मॉगों के लिए आन्दोलन करने पर यहॉ की जनता और कर्मचारियों पर अंग्रेजों की तरह जुर्म किये जॉय। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश जहॉ गॉधी जयन्ती मना रहा है तो वहीं सरकार ने कई शिक्षा आचार्यों को कल से जेल में ठस रखा है। कल हुए लाठीचार्ज में कई शिक्षा आचार्यों को गम्भीर चोटें आयी हैं इससे इस भ्रष्टाचार और अत्याचारी सरकार असली चेहरा भी सामने आ गया है। राष्ट्रपति शासन के दौरान बोरिया-बिस्तरा लेकर शिक्षकों के बीच में सोने की नौटंकी करने वाले मुख्यमंत्री जी और शिक्षा मंत्री जी आज उन्हीं कर्मचारियों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज करवाकर संवेदनहीनता की हदें पार करने में आमदा हो गये हैं।

श्री भट्ट ने कहा कि इस तरह की तानाशाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी एक तो सरकार ने उन्हें सडकों पर उतरने के लिए बाध्य कर रही है और उसके बाद उन पर लाठीचार्ज करवा रही है जो मानवीय संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को पार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस सरकार का अन्त निश्चित है।

 

(हरीश चन्द्र खकरियाल),

जनसम्फ अधिकारी,

मा० नेता प्रतिपक्ष,

उत्तराखण्ड विधानसभा।

 

 

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