14 मार्च 18- उत्‍तराखण्‍ड की मुख्‍य खबरे

उप खनिज लाॅटों के आवंटन हेतु सरकार द्वारा ई-निविदा सह ई-नीलामी की प्रक्रिया #मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बुधवार को सचिवालय में वायु सेना की पश्चिमी एअर कमाण्ड के कमाण्डिंग इन चीफ एअर मार्शल सी.हरि कुमार ने वायु सेना अधिकारियों के एक दल के साथ मुलाकात #

देहरादून 14 मार्च, 2018( ब्यूरो)

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय में सचिवालय/विधान सभा में प्रवेश हेतु आगन्तुकों के लिए ई-गेट पास सिस्टम का शुभारम्भ किया। सचिवालय/विधान सभा में वर्तमान पास व्यवस्था के साथ-साथ ई-पास व्यवस्था लागू की गयी है। यह स्वचालित व्यवस्था है। आगन्तुकों, कर्मचारियों तथा कार के लिए किसी भी स्थान तथा किसी भी समय गेट पास बनाया जा सकता है। ई-पास व्यवस्था हेतु पूर्व-पंजीकरण करवाया जा सकता है। इससे बाहर से आने वाले आगन्तुकों की पहचान आसानी से हो सकेगी। इससे गेट पास में शुद्धता( Accuarcy), ज्यादा साफ फोटाग्राफ तथा एम. आई.एस. (MIS) रिर्कोडिग सुनिश्चित होगी।
ई-पास व्यवस्था की प्रक्रिया
ई-पास व्यवस्था हेतु आगन्तुक अपने तथा अपने वाहन के लिए सम्बन्धित अधिकारी से निर्धारित तिथि पर मिलने के लिए गेट पास हेतु eGatepass-uk.in पर आॅनलाईन रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
एक बार आगन्तुक द्वारा गेटपास हेतु आवेदन करने पर एप्लीकेशन द्वारा सम्बन्धित कार्यालय को स्वीकार/अस्वीकार करने हेतु भेजा जायेगा। एक बार आवेदन स्वीकार होने पर आगन्तुक को उनके उनके मोबाइल एवं ई-मेल पर एक ओ.टी.पी. भेजा जायेगा। आगन्तुक ओ.टी.पी. भरकर गेटपास के बूथ पर गेटपास प्रिंट कर सकता है। आगन्तुक गेटपास एप पर भी गेटपास हेतु आवेदन कर सकता है।
निदेशक आई.टी.डी.ए. श्री अमित सिन्हा ने बताया कि ई-पास सिस्टम के सम्बन्ध में आई.टी.डी.ए. के माध्यम से साॅफ्टवेयर तैयार किया गया है तथा गेट पास बूथ से गेट पास हेतु कम्प्यूटर भी स्थापित कर दिया गया है। जिसका संचालन सुरक्षा कर्मिकों के द्वारा किया जा रहा है। साथ ही ई-गेट पास सुविधा के सम्बन्ध आई.टी.डी.ए. के माध्यम से सचिवालय/विधान सभा में तैनात 92 निजी सचिवों को व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश, सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती राधिका झा भी उपस्थित थी।

देहरादून 14 मार्च, 2018( ब्यूरो)

राज्य के विभिन्न जनपदों में चिन्हित उप खनिज लाॅटों के आवंटन हेतु सरकार द्वारा ई-निविदा सह ई-नीलामी की प्रक्रिया चालू की है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत आज हरिद्वार जनपद के भगवानपुर तहसील के दो अन्य खनन लाॅटों की ई-आॅक्शन प्रक्रिया संपन्न हुई है। संपूर्ण प्रक्रिया निर्बाध रूप से संपन्न हुई है। खनन क्षेत्र बंजारावाला ग्रान्ट 15.00 हेक्टेयर हेतु कुल अधिकतम उपखनिज की मात्रा 3,30,000 टन की वार्षिक निकासी हेतु आधार मूल्य रू. 2,31,00,000 निर्धारित की गयी। उक्त खनन लाॅट हेतु पूर्व में योजित ई-निविदा (प्रथम चरण) में चार निविदाकार ही द्वितीय चरण अर्थात् ई-नीलामी की प्रक्रिया में प्रतिभाग करने हेतु सफल घोषित किया गया। चार प्रतिभागियों के मध्य निरन्तर बोलियां दर्ज करायी जाती रही हैं। उक्त ई-नीलामी के लिए निर्धारित समय प्रातः 10.00 बजे से अपराह्न 01.00 बजे तक निर्धारित था तथा 01.00 बजे से 05.00 मिनट पूर्व में यदि कोई बोली प्राप्त होने पर समय अन्य बोलीदाताओं हेतु 5 मिनट स्वतः अग्रेनीत हो जाने का प्राविधान रखा गया है। बोलीदाताओं द्वारा 01.00 बजे के बाद भी लगातार बोलियां दर्ज करायी जाती रही तथा लगभग 03.14 बजे तक बोली बढ़ती चली गई। अंततः ई-नीलामी में अधिकतम बोली रू 15,54,63,000 प्राप्त हुई है जो निर्धारित आधार मूल्य से 6.73 गुना अधिक है।
दूसरे खनन क्षेत्र दौलतपूर हजरतपूर उर्फ बूदवासहिद 25.585 हेक्टेयर क्षेत्रफल हेतु कुल अधिकतम उपखनिज की मात्रा 5,62,870 टन की वार्षिक निकासी हेतु आधार मूल्य रू. 3,94,00,900 मात्र निर्धारित की गयी तथा तीन बोलीदाताओं ने प्रतिभाग किया। ई-नीलामी में उक्त लाॅट की बोली समाचार लिखे जाने तक रू0 28,74,28,936 प्राप्त हो चुकी थी, जोकि आधार मूल्य से 7.29 गुना अधिक है तथा बोली अभी चालू थी। तकनीकी के उपयोग से संपन्न की जा रही रियल टाइम आॅनलाइन प्रक्रिया का राज्य में पहला एवं सफल प्रयोग रहा है। निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म द्वारा अवगत कराया गया है कि अभी तक राज्य में कुल सात उपखनिज लाटों की ई-नीलामी की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, प्रतिभागियों के मध्य जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है तथा सरकार को अधिकाधिक राजस्व प्राप्ति के साथ-साथ अवैध खनन पर नियंत्रण हो जाने की पूर्ण संभावना है।

देहरादून 14 मार्च, 2018(ब्यूरो)

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बुधवार को सचिवालय में वायु सेना की पश्चिमी एअर कमाण्ड के कमाण्डिंग इन चीफ एअर मार्शल सी.हरि कुमार ने वायु सेना अधिकारियों के एक दल के साथ मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उत्तराखण्ड में नयी वायु सेना इकाईयों (यूनिटों) की स्थापना के लिये भूमि की आवश्यकता पर विस्तृत चर्चा हुई। एअर मार्शल श्री कुमार ने मुख्यमंत्री को प्रस्तावित वायु सेना ईकाइयों के सामरिक महत्व के बारे में बताते हुये पर्वतीय भू-भागों में भूमि की आवश्यकता बताई। एअर मार्शल श्री कुमार ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र को वायु सेना अभ्यासों हेतु उत्तराखण्ड सरकार द्वारा समय-समय पर प्रदान किये जा रहे शानदार सहयोग के लिये धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वायु सेना अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड सरकार राष्ट्र की सुरक्षा से जुडे हर मसले पर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सरकार वायु सेना के सभी प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार करते हुए सकारात्मक कार्यवाही करेगी। कई प्रस्तावों पर मुख्यमंत्री ने सैद्धान्तिक सहमति व्यक्त करते हुए शासन और वायु सेना के अधिकारियों को औपचारिक बैठक करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव डाॅ.रणवीर सिंह, अपर मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश, सचिव राजस्व श्री हरबंस सिंह चुघ, सचिव श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी देहरादून श्री एस.ए.मुरूगेशन सहित वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

देहरादून 14 मार्च, 2018(सू.ब्यूरो)
 
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में पर्वतीय संस्कृति की त्रिवेणी फूल-फूल माई/फूल देई त्यौहार बच्चों के साथ मनाया। मुख्यमंत्री ने प्रकृति के इस त्यौहार की बच्चों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पर्व उत्तराखण्ड की संस्कृति को उजागर करता है। फूलदेई उत्तराखण्ड की प्राचीन परम्परा है। नव वर्ष के आगमन पर बच्चे घरों में जाकर पुष्पदान करते है और बड़ों का आशीर्वाद लेते है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि हमें अपनी प्राचीन संस्कृति को संजोकर रखने की जरूरत है। प्रकृति के इस त्यौहार को संजोए रखने के लिये सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। फूलदेई का त्यौहार सुख शांति की कामना का प्रतीक है। उन्होंने प्रदेशवासियों को फूलदेई त्यौहार की शुभकानाएं एवं बधाई दी हैै।

देहरादून 14 मार्च, 2018(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को कर्जन रोड स्थित पं.दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में भर्ती मीडिया कोर्डिनेटर श्री दर्शन सिंह रावत की माता श्रीमती शाखा देवी से भेंट कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने श्रीमती शाखा देवी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पं.दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में भर्ती मरीजों का हाल-चाल भी पूछा। उन्होंने मरीजों का उपचार कर रहे चिकित्सकों से भी बात की और उन्हें आवश्यक निर्देश भी दिये।

मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, आयुक्त गढवाल श्री दिलीप जावलकर ने बुधवार को केदारनाथ धाम में पहुँचकर वहा चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो का जायजा लिया। मुख्य सचिव ने धाम मे पैदल निरीक्षण के दौरान एम-आई 26 से सरस्वती पुल तक निर्माण किए जा रहे रास्ते को 10 अप्रैल से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए। कहा कि समयान्तर्गत कार्य पूर्ण न करने पर संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। केदारनाथ मन्दिर का दृश्य बाधित न हो इसके लिए रास्ते के दोनो ओर लाइटनिंग, सुरक्षा दीवार निर्मित करने के निर्देश दिए। केदारनाथ मे 50 फीट रास्ते के पीछे उपस्थित मकानों को ध्वस्त कराने व उनकी पैमाइश करने के साथ ही क्षतिग्रस्त होने वाले मकान निवासियों के अन्यत्र ठहरने की व्यवस्था के लिए जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए। धाम में एमआई-17 हैलीपेड के पीछे लगाई गई पत्थर काटने की मशीन को संचालित करने व निर्बाध गति से विद्युत आपूर्ति करने के निर्देश क्रमशः लोनिवि व विद्युत विभाग को दिए। सोनप्रयाग में प्रतिदिन कारीगरों द्वारा तराश कर तैयार किए जा रहे पत्थरों को धाम में समय से पहुँचाने के निर्देश लोनिवि विभाग को दिए। कहा कि निम द्वारा 10 हजार व अवशेष पत्थरों के लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा उपलब्ध कराने को कहा गया है इसलिए तुरन्त पत्थरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए जिससे कार्य गतिमान रहे।
मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि शंकराचार्य समाधि का निर्माण कार्य, ध्वस्त मकानों का निर्माण व 03 मकानों(पंजाब एंड सिंध, कमल शुक्ला, चन्द्रकान्त शुक्ला के मकान) मे हल्की तोड-फोड की मरम्मत के कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री मंगेश घिल्डियाल, चीफ इंजीनियर लोनिवि श्री ओम प्रकाश उप्रैती, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

DEHRADUN

देहरादून 14 मार्च, 2018 (मी0से0)
प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन, भेड़ एवं बकरी पालन, चारा एवं चारागाह विकास एवं मत्स्य विकास राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्या ने कार्यालय कक्ष में उत्तराखण्ड राज्य मत्स्य पालक विकास अभिकरण प्रबन्ध समिति बैठक की। बैठक में मत्स्य उत्पाद के क्षेत्र में अधिक रोजगार और आय सृजन वृद्धि करने की सम्भावना तलाशने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा इसके लिए पायलट प्रोजैक्ट के रूप में भी कार्य किया जा सकता है। मत्स्य उत्पाद में चयनित विशिष्ट व्यक्तियों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था का भी निर्देश दिया गया। बैठक में उत्तराखण्ड राज्य मत्स्य पालक विकास अभिकरण कार्मिकों के लिए 7 वाॅ वेतन दिये जाने हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनायी गयी समिति को सन्दर्भीत करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर सचिव मत्स्य आर0 मीनाक्षी सुन्दरम, अपर सचिव एच0सी0सेमवाल, निदेशक मत्स्य जी0वी0ओली, अपर सचिव वित्त अत्तर सिंह इत्यादि उपस्थित थे।

देहरादून 14, मार्च

देहरादून के स्किल्ड स्कूल, बल्लीवाला चौक में रोटरी क्लब दून शिवालिक हिल्स व् स्किल्ड स्कूल के सयुंक्त तत्वावधान में महिला दिवस के उपलक्ष
पर देहरादून की विभिन्न क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को सम्मानित किये जाने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका शुभारम्भ उत्तराखण्ड विधान सभा
अध्यक्ष श्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने विधिवत रूप से किया।

इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने 10 महिलाओं को वोमेनोवेटर्स अवॉर्ड से नवाजा। ये सभी महिलायें अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करके समाज में अपनी विशेष पहचान बनाये हुयी है। वोमेनोवेटर्स अवॉर्ड पाने वाली
महिलाओं में श्रीमती मनीषा पंवार (आईएएस), श्रीमती निवेदिता कुकरेती(आईपीएस), डॉ सविता (आईएफएस), श्रीमती विभा मलोह्त्रा (डायरेक्टर ,सी आई आई), श्रीमती छाया खन्ना (प्रिंसिपल स्कॉलर्स होम), ज्योत्सना (पत्रकार सहारा समय), डॉ अंजलि नौरियल ( वरिष्ठ पत्रकार ), डॉ सुमन सेठी (अध्यक्ष
आईएम्ए),डॉ अदिति शर्मा (राजा जी नेशनल पार्क ) मुख्य रूप से है।

इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे सभी महिलाओं को सम्मानित करते हुए बेहद खुशी हो रही है और मेरे लिए भी ये एक सम्मान को विषय है। उन्होंने कहा कि ये सभी महिलायें आज के दिन हम सब के लिए प्रेरणास्रोत बनें है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि मैं सभी महिलाओं का आदर करता हूॅ क्योंकि महिलाओं के योगदान बिना सृष्टि का सृजन संभव नहीं। उन्होंने कहा कि सामान्य महिलाओं के हुनर को पहचानने, और उसे निखारने में उनकी मदद करने की ज़िम्मेदारी हम सब की है। श्री अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाओं ने देश के प्रत्येक कोने में हमारे प्रदेश का नाम रोशन किया है।इस अवसर पर रसिक भाटिया अध्यक्ष,रोटरी क्लब दून शिवालिक हिल्स, अंकित अग्रवाल, रीतेसवरी जी संचालक, डा0 नवानी एवं अन्य लोग उपस्तिथ थे।

HARIDWAR NEWS;

हरिद्वार। जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बीस सूत्रीय कार्यक्रम एवं टास्क फोर्स आदि कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक 20 मार्च को पूर्वाह्न 11 बजे से रोशनाबाद स्थित विकास भवन सभागार में आयोजित होगी। यह जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती स्वाति एस.भदौरिया ने सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे योजनाओं की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट के साथ ससमय बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें।

हरिद्वार। बैंकर्स की जिला सलाहकार समिति की बैठक भेल स्थित पीएनबी सभागार में जिलाधिकारी श्री दीपक रावत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा नीति आयोग द्वारा निर्धारित मापदण्डों की समीक्षा, ऋण जमा अनुपात , वार्षिक ऋण योजना 2017-18 के अन्तर्गत दिसम्बर 2017 तक हुई त्रमासिक प्रगति, बैंक खातों में आधार सीडिंग, मुद्रा ऋण योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, स्वतः रोजगार योजना, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोगार योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, गंगा गाय डेयरी योजना, स्टैण्ड अप स्कीम, राष्ट्रीय आजिविका मिशन, राष्ट्रीय शहरी आजिविका मिशन, अल्प संख्यक स्वरोजगार आदि बैंकिंग आधारित योजनाओं की समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने वित्तीय वर्ष 2017-2018 की अन्तिम डीएलएआरसी की विस्तृत समीक्षा करते हुए आर्थिक उन्नयन की इन योजनाओं के क्रियान्वयन में विभागीय अधिकारी व बैंक मैनेजरों को लापरवाह बताया। अधिकांश बैंक व विभाग किसानों आवासहीनों व बेरोजगारों के लिए चलाई चलायी जा रही योजनाओं में लापरवाही बरत रहे हैं। दोनों के बीच कोई आपसी समन्वय भी नहीं है। विभागों के पास उनके यहां से बैंकों को भेजे गये आवेदकों मे कितने आवेदकों को बैंक लोन स्वीकृत कर चुके, कितनों को ऋण धनराशि जारी कर दी गयी इसकी अद्यतन सूचनायें ही संकलित नहीं मिली। डीएम ने एलडीएम व शाखाओं की मैनेजर से यह अंाकड़े मांगे तो वह भी असमर्थ नजर आये। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सम्बंधित विभागीय अधिकारियों व एलडीएम को कहा कि वह बतायें कि कितने लोगों के आवेदन बैंको को प्राप्त हुए, कितने, आवेदन स्वीकार किये गये, किन लोगों को ऋण दिया गया, कितने आवेदन निरस्त किये गये, इन सभी कार्रवाई की सूचनायें आवेदकों को किस प्रकार दी जा रही है योजनाओं के आ रहे आवेदकों को उनके आवेदन स्वीकार होने, निरस्त होने व ऋण जारी कर दिये जाने की जानकारी बैंकों द्वारा किस प्रकार प्रसारित की जा रही है इन सभी के बारे में एक सप्ताह के भीतर अपना पक्ष स्पष्ट करें। साथ ही बैंक एक सप्ताह के भीतर पैंडिंग मामलों का निस्तारण करें। 21 मार्च तक विभागीय अधिकारी भी अपने स्तर योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए की कार्य योजना, प्रगति व अद्यतन स्थिति से जिलाधिकारी को अवगत करायें। ऐसा न करने वाले अधिकारियों के वेतन आहरण पर प्रतिबंध लगाया जायेगा। साथ ही भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं के लक्ष्य प्राप्ति में लापरवाही बरतने पर कठोर कार्रवाई किये जाने की बात कही। जिलाधिकारी ने कहा कि एलडीएम भी लाभार्थियों की अद्यतन सूचना व आवेदन निरस्त करने के पुख्ता कारण एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करने के साथ-साथ पेंडिंग मामलों का निस्तारण भी करेंगे। ऐसा न होने पर जिलाधिकारी एलडीएम के विरूद्ध भी कार्रवाई अमल में लायी जायेगी।

CHAMOLI NEWS

चमोली 14 मार्च, 2018(सू.वि.)
जनपद में देवाल ब्लाक के अंतिम गांव झलिया में शनिवार, 10 मार्च को पहाडी से हुए भूस्खलन के कारण कुछ मकानों में मलबा घुस गया था। सूचना मिलते ही थराली के तहसीलदार माणिक लाल भेंतवाल द्वारा नायब तहसीलदार के नेतृत्व रेस्क्यू टीम को भेजा गया था। देवाल से सात किलामीटर पैदल दूरी तय कर रेस्क्यू टीम ने गावं में पहुॅच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।

जिलाधिकारी आशीष जोशी के निर्देशानुसार झलिया गावं के प्रभावित परिवारों के लिए बुधवार को राहत सामग्री भेजी गयी। अपर जिलाधिकारी इला गिरि ने बताया कि प्रभावितों के लिए 24 कम्बल तथा 12 किट राहत सामग्री भेजी गयी है। राहत किट में स्टोब, सोलर लैम्प, त्रिपाल, टार्च आदि सामग्री रखी गयी है। वही प्रभावित परिवारों के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री आटा, चावल, दाल, तेल, नमक, मसाल आदि भी भेजी दी गयी है। उन्होंने बताया कि झलिया गावं में भू-गर्भ वैज्ञानिक को भी राहत टीम के साथ भेजा गया है, जो झलिया गावं में पहाडी से हो रहे भू-स्खलन के संबध में रिपोर्ट देगें। उन्होंने बताया कि झलिया गांव में प्रशासन द्वारा लगातार निगाह रखी जा रही है और सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं की जा रही है।

चमोली 14 मार्च, 2018(सू.वि.)
कलनरी हब्र्स में उद्यमिता विकास हेतु जिला उद्योग केन्द्र चमोली के द्वारा बाटनी डिपार्टमैन्ट पी0जी0 कालेज गोपेश्वर के सहयोग से मंगलवार को जिला उद्योग केन्द्र प्रशिक्षण हाॅल में कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें एमएसी बाटनी, पीजी कालेज गोपेश्वर के 40 छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला में जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक डा0 एमएस सजवाण ने सभी प्रतिभागी छात्र छात्राओं को कलनरी हब्र्स अर्थात वे पाक जडी बूटी जो विभिन्न व्यंजनों में जायका एवं अलंकरण बढाने के लिए प्रयुक्त की जाती हैं, के सम्बन्ध में उद्यम स्थापना कर एक नये क्षेत्र में स्वरोजगार की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी।

बाटनी डिपार्टमैन्ट के डा0 विनय नोटियाल द्वारा बतौर मुख्य वक्ता कलनरी हब्र्स पर पावर प्रजन्टेशन के माध्यम से विभिन्न कलनरी हब्र्स जैसे धनिया, तुलसी, कसूरी मेथी, तेजपात, पुदीना, जम्बू फरण, अजमोथ एवं कडी पत्ता आदि के उत्पादन, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, महत्व एवं बाजार की विस्तृत जानकारी दी गई। मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव ने छात्रों से कहा कि सरकार पाॅलिहाउस पर 80 प्रतिशत सबसिडी देकर किसानों को पाॅलीहाउस उपलब्ध करा रही हैं जिसमें हर्बल टी, फ्लोरी क्लचर, कलनरी हब्र्स आदि का उत्पादन कर सकते है, उन्होंने कहा कि यदि किसान कलस्टर में कार्य करें तो वो स्थान किसी उत्पाद के लिये विख्यात हो जाती है, जिससे ग्राहकों का भरोसा बढ़ जाता है।

जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक ने पावर प्रजेन्टेशन के द्वारा छात्रों को स्वंय का उद्यम स्थापित करने हेतु जिला उद्योग केन्द्र द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ ही जनपद में उद्यम स्थापना हेतु विभिन्न नये उभरते क्षेत्रों की जानकारी भी प्रदान की और कहा कि नवयुवकों को सरकारी नौकरी की सोच के इत्तर केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजना स्टार्टअप के माध्यम से इनोवेटिव प्रोजेक्ट तैयार कर स्वरोजगार से जुडकर अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान करना चाहिए। हार्क से गणेश नोटियाल ने कहा कि हार्क इकाई को पहले रिवाल्विग फण्ड से शुरू किया गया। आज हार्क का टर्न ओवर 60 लाख रूपये है। जिसमें 20 लाख का टर्न ओवर केवल तुलसी के पत्तों का है। उन्होने कहा कि जनपद के 15 ग्रामो के 400 किसानों को सहकारिता एवं स्वयं सहायता समूहों से जोडा गया है, जिसमें सदस्यो को तुलसी उगाने से लेकर पैकेजिंग करने तक प्रत्येक सदस्य की आमदनी पांच से पाचास हजार तक की है।

स्वजल के सेवा निवृत्त परियोजना प्रबन्धक कुंवरसिंह रावत ने कहा कि जनपद में यात्रा मार्ग होने के कारण स्वरोजगार की अपार संभावना है। नवयुवकों को आज आत्म मंथन करने की आवश्यकता है। कार्यशाला के ओपन सेसन का संचालन डा0 हेमलता नौटियाल एवं डा0 गिरजा प्रसाद रतूडी के द्वारा किया गया, जिसमें छात्रों द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे गये और जिनका उत्तर विशेषज्ञों द्वारा दिया गया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आज की इस कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले छात्रों में उद्यमी बनने की इच्छा जागृत होनी चाहिये और एक नयी विद्या कलनरी हब्र्स में स्वंय अथवा अन्य को स्वरोजगाार में स्थापित करना चाहिए। कार्यशाला का संचालन जिला उद्योग केन्द्र के सहायक प्रबन्धक बिक्रमसिंह कुंवर एवं पावर प्रजन्टेशन वरिष्ठ सहायक नवीन रावत द्वारा किया गया।
चमोली 14 मार्च, 2018(सू.वि.)
जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित, वाह्य सहायतित एवं बीससूत्री योजनाओं के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि को 20 मार्च से पहले शतप्रतिशत व्यय करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी ने मंगलवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित व वाह्य सहायतित योजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को दिये।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि वित्तीय वर्ष का यह अंतिम माह भी समाप्ति की ओर है तथा अगामी 20 मार्च से भराडीसैंण में विधान सभा बजट सत्र प्रस्तावित है, जिसमें सभी विभागीय अधिकारियों को अहम जिम्मेदारियां दी गयी है। इसलिए बजट सत्र शुरू होने से पूर्व जिला योजना, राज्य सैक्टर व केन्द्र पोषित योजनाओं के तहत निर्धारित वित्तीय एवं भौतिक लक्ष्य हासिल करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई विभाग उक्त योजनाओं के तहत अवमुक्त बजट को समय से व्यय नही कर पा रहे है, तो वे यथाशीघ्र अवशेष धनराशि को सरेण्डर करना सुनिश्चित करें ताकि सरेण्डर की गयी धनराशि को जरूरतमन्द विभागों को समय से आवंटित की जा सके। उन्होंने लोनिवि, स्वास्थ्य व समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को कार्यो में तेजी लाते हुए शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश भी दिये। समाज कल्याण विभाग को वृद्वावस्था, विकलांग, विधवा आदि पेंशन के तहत लाभार्थियों को दी जाने वाली चैथी किश्त समय से जारी करने को कहा। प्रभारी जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य, रेशम व बाल विकास विभागों को बुधवार को विभाग से संबधित प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित विकास कार्यो में किसी प्रकार की लापरवाही व शिथिलता बर्दाश्त नही की जायेगी।

जिला योजना के अन्तर्गत अनुमोदित 5215.26 लाख धनराशि के सापेक्ष 3714.00 लाख धनराशि शासन से प्राप्त हुई है, जिसमें से 93.40 लाख धनराशि विभागों द्वारा व्यय की जा चुकी है। राज्य सैक्टर में अवमुक्त धनराशि 15046.62 लाख के सापेक्ष 81.19 प्रतिशत, केन्द्र पोषित में अवमुक्त धनराशि 23583.67 लाख के सापेक्ष 93.30 प्रतिशत तथा बाह्य सहायतित योजना में अवमुक्त 171.61 लाख के सापेक्ष 24.91 प्रतिशत विभागों द्वारा व्यय किया गया है।

जिला योजना की समीक्षा बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रोहित मीणा, एसडीएम परमानंद राम, डीएफओ सुरेन्द्र प्रताप सिंह, पीडी प्रकाश रावत, एसीएमओ डाॅ0 मंयक बडोला, जीएमडीआईसी डा. एमएस सजवाण सहित कृषि, उद्यान, डेयरी, मत्स्य, रेशम, समाज कलयाण, जल निगम, जल संस्थान, लोनिवि आदि सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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