मुख्यमंत्री द्वारा चामेश्वर महादेव मन्दिर में पूजा अर्चना & Top UK News 12 Feb

HIGH LIGHT # मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पिताजी श्री आनंद सिंह बिष्ट जी व भतीजी अर्चना के स्वास्थ्य का हालचाल जाना # मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत चामेश्वर महादेव मन्दिर में 12 वर्षो में आयोजित होने वाले महायज्ञ में # ई-ऑफिस प्रणाली को लागू किए जाने सम्बन्धी एक प्रशिक्षण # शहरी विकास, मंत्री मदन कौशिक ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में हरिद्वार, कुम्भ मेला-2021 के कार्यों की समीक्षा # फरवरी माह तक सभी पेंशनरों का सत्यापन कर लिया जाए मंत्री यशपाल आर्य # गढवाल मण्डल के भूतपूर्व सैनिकों के पुत्रों को सेना/नौ सेना/वायु सेना एवं पुलिस में भर्ती हेतु 17 फरवरी 2020 से 56 दिनों का निःशुल्क भर्ती पूर्व प्रशिक्षण शिविर का आयोज # ‘‘औद्योगिक क्षेत्रों में रासायनिक आपदा’ मॉक अभ्यास का आयोजन # ‘‘आवासीय परिसर में अनाधिकृत निवास कर रहे कर्मचारियों से खाली करायें आवास’’ # प0 दीनदयाल उपाध्याय (कोरनेशन) एवं महात्मा गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय की चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक # फोटो: राइका डोभालवाला में 100 छात्र-छात्राओं को कोट वितरित करते मसूरी विधायक गणेश जोशी।# पी0आर0एस0आई0, देहरादून चैप्टर के नये अध्यक्ष बने अमित पोखरियाल  #

BY: www.himalayauk.org (Uttrakhand Leading Newsportal & Daily Newspaper) Mail us; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030## Special Bureau Report

देहरादून 12 फरवरी, 2020 (सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पिताजी श्री आनंद सिंह बिष्ट जी व भतीजी अर्चना के स्वास्थ्य का हालचाल जाना। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने ईश्वर से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

देहरादून 12 फरवरी, 2020 (सू.ब्यूरो) मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत बुधवार को घनसाली विधानसभा क्षेत्र के चामेश्वर महादेव मन्दिर में 12 वर्षो में आयोजित होने वाले महायज्ञ में शामिल हुए तथा प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने शिवपुरी महड़ के निकट नील एवं नैलचामी नदियों के संगम पर 93 लाख रूपये लागत से घाट निर्माण, थात से खैट तक सड़क निर्माण के साथ ही 4 किमी कोट चौंदार मोटरमार्ग एवं पोखार गेंवली मोटरमार्ग निर्माण की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि घनसाली क्षेत्र में कृषि विकास की अपार सम्भावनाओं के दृष्टिगत सिंचाई एवं लघु सिंचाई योजनाओं के निर्माण के लिए पर्याप्त धन मुहैया कराया जायेगा। उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के इन तीन वर्षो में एक भी घोटाला नही होने दिया है। यदि भ्रष्टाचार की कोई शिकायत सामने आयी तो सम्बन्धित कर्मी के खिलाफ कडी कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिये गये हैं।

राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के इन तीन वर्षो में एक भी घोटाला नही होने दिया है। यदि भ्रष्टाचार की कोई शिकायत सामने आयी तो सम्बन्धित कर्मी के खिलाफ कडी कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिये गये हैं- मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत

उन्होने कहा कि सरकार पूरी पारदर्शिता से विकास कार्यो का हिसाब-किताब जनता को दे रही है आगामी दो वर्षो में विकास के अवशेष कार्य पूरे कर लियें जायेंगे। उन्होने कहा कि 2022 तक प्रदेश में 150 से अधिक नये पुलों का निर्माण किया जायेगा ताकि इन पुलों के माध्यम से गांवों को सड़क से जोड़ने में सुविधा होगी।      इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने चामेश्वर महादेव मन्दिर में पूजा अर्चना भी की। 3 फरवरी से शुरू इस महायज्ञ में नैलचामी क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों की महिलाओं  द्वारा कोट पानी से लाये गये जल कलशों से शिव प्रतिमा का जलाभिषेक किया गया। मेले का समापन 13 फरवरी को होगा। मेले में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। मन्दिर समिति के अध्यक्ष यशवन्त गुसांई एवं मेला समिति के अध्यक्ष मोर सिंह रावत सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र का स्वागत किया गया।  
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये विधायक शक्ति लाल शाह ने क्षेत्र की विभिन्न समस्या से मुख्यमंत्री को अवगत कराया, मुख्यमंत्री ने इन समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, भिलगंना ब्लाक प्रमुख बसुमति घणाता, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूडी, जिलाधिकारी डॉ0 वी0 षणमुगम, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रूहेला, जिला उद्यान अधिकारी डी के तिवारी, जिला सेवायोजन अधिकारी विक्रम, जिला युवा कल्याण अधिकारी मुकेश डिमरी सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत बुधवार को सचिवालय स्थित राज्य आपदा परिचालन केन्द्र पहुंचे। मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा परिचालन केन्द्र में रासायनिक आपदा पर राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया। मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने आपदा जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए इस प्रकार की मॉक ड्रिल को आवश्यक बताया है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर इस प्रकार के अभ्यास से कार्यक्षमता में भी सुधार होता है। इससे आपदा जैसी परिस्थितियों में कुशलता पूर्वक आपदा राहत पहुंचायी जा सकती है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह एवं सचिव आपदा श्री अमित नेगी भी उपस्थित थे।

उत्तराखण्ड राज्य सचिवालय में ई-ऑफिस प्रणाली को लागू किए जाने सम्बन्धी एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

देहरादून 12 फरवरी, 2020 (सू.ब्यूरो/ HIMALAYAUK) बुधवार को उत्तराखण्ड राज्य सचिवालय में ई-ऑफिस प्रणाली को लागू किए जाने सम्बन्धी एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम माननीय मुख्यमंत्री जी के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत सचिवालय के समस्त अनुभागों, विभागों की फाइलों को ई-ऑफिस के माध्यम से चलाने के सम्बन्ध में आयोजित किया गया। 
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार श्री रविन्द्र दत्त और एनआईसी के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक श्री राजीव जोशी और ई-ऑफिस के प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षणार्थियों को ई-ऑफिस की कार्यप्रणाली से अवगत कराया। मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार श्री रविन्द्र दत्त ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का उद्देश्य है कि सचिवालय और सभी विभागों में प्रदेश और जिला स्तर पर फाइलों के मूवमेंट में तेजी आए, उसके लिए 21 जनवरी, 2020 को मुख्यमंत्री जी द्वारा उत्तराखण्ड सचिवालय में ई-ऑफिस कार्य प्रणाली का शुभारम्भ किया गया। 
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के कुशल नेतृत्व में उत्तराखण्ड प्रदेश ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होने की ओर अग्रसर है। ई-ऑफिस उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा शासकीय कार्यों में सुशासन व पारदर्शिता लाये जाने हेतु एक उत्कृष्ट कदम है। 
आईटी सलाहकार श्री रविन्द्र दत्त ने कहा कि ई-ऑफिस के क्रियान्वयन में गति लाने के लिए प्रदेश के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को ई-ऑफिस प्रणाली का गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में आज सचिवालय सभागार में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इन 10 विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों को ई-ऑफिस के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया गया। जिनमें मुख्यमंत्री कार्यालय, आईटी, निर्वाचन, प्रोटोकॉल, सचिवालय प्रशासन, युवा कल्याण, नियोजन, महिला सशक्तिकरण, राज्य सम्पत्ति एवं श्रम विभाग शामिल थे। प्रथम चरण में सचिवालय के इन विभागों में ई-ऑफिस के माध्यम से सोमवार से कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा। 
उत्तराखण्ड शासन में ई-ऑफिस प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा नियमित मानीटरिंग की जा रही है।
एनआईसी के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक श्री राजीव जोशी ने कहा कि सचिवालय में ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारम्भ मुख्यमंत्री जी द्वारा आईएएस सप्ताह के दौरान किया जा चुका है। ई-ऑफिस प्रणाली के लागू हो जाने के उपरान्त जनता की समस्याओं से सम्बन्धित विभिन्न फाइलों का अनुश्रवण बेहद आसान हो जायेगा व अधिकारियों एवं कार्मिकों की कार्यकुशलता में भी बढ़ोत्तरी होगी। इस प्रणाली के पूर्ण रूप से लागू हो जाने के पश्चात मेनुअल फाईलें इलेक्ट्रानिक फाइलों के रूप में चलेंगी तथा अधिकारी व मंत्रीगण एक क्लिक पर ही फाइलों से सम्बन्धित ब्योरा हासिल कर पायेंगे।

शहरी विकास, मंत्री मदन कौशिक ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में हरिद्वार, कुम्भ मेला-2021 के कार्यों की समीक्षा

देहरादून   12  फरवरी, 2020 (मी0से0/ HIMALAYAUK )                                                         प्रदेश के शहरी विकास, मंत्री मदन कौशिक ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में हरिद्वार, कुम्भ मेला-2021 के कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये।
मंत्री ने अतिमहत्वपूर्ण कुम्भ मेला-2021 के 48 चयनित कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये, कि गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता न किया जाए एवं वित्तीय नियमों का पूर्णतः पालन किया जाए। आकस्मिक के साथ ही समयबद्ध निरीक्षण करने निर्देश दिये।
इस अवसर गढ़वाल सचिव शहरी विकास शैलेश बगौली, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, मेलाधिकारी दीपक रावत, आई.जी.मेला संजय गुंज्याल, अपर सचिव शहरी विकास विनोद सुमन एवं अपर मेलाधिकारी ललित नारायण मिश्रा आदि अधिकारी मौजूद थे।  

फरवरी माह तक सभी पेंशनरों का सत्यापन कर लिया जाए मंत्री यशपाल आर्य

देहरादून   12  फरवरी, 2020 (मी0से0/ HIMALAYAUK )  प्रदेश के परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, ग्रामीण तालाब विकास, सीमान्त क्षेत्र विकास, परिक्षेत्र विकास एवं प्रबन्धन, पिछड़ा क्षेत्र विकास मंत्री यशपाल आर्य ने विधान सभा सभाकक्ष में समाज कल्याण विभाग के सम्बन्ध में बैठक की।
बैठक में सचिव को प्रतिमाह समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि फरवरी माह तक सभी पेंशनरों का सत्यापन कर लिया जाए। मंत्री ने कहा कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुचे इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। दिव्यांगजनों के कृत्रिम अंग वितरण का अपेक्षित लक्ष्य न मिलने पर नाराजगी प्रकट किया। इसके लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया।
बैठक में जानकारी दी गयी कि वित्तवर्ष 2018-19 की छात्रवृत्ति मार्च 2020 तक 100 प्रतिशत वितरण कर दी जाए एवं वित्तवर्ष 2019-20 की छात्रवृत्ति मई 2020 तक 100 प्रतिशत वितरण कर दिया जाए।
इसके अतिरिक्त आगामी दिनों में पेंशन राशि 1000 से बढ़ाकर 1200 रू. करने की योजना है तथा इसका इसका वितरण प्रतिमाह करने की योजना है। वर्तमान समय में 82 प्रतिशत लाभार्थियों के खाते सी.बी.एस. कर दिये गये हैं, इसे शीघ्र 100 प्रतिशत तक कर दिया जायेगा।  
समस्त रिक्त पदों का अधियाचन भेजने का निर्देश दिया गया। सभी ब्लाॅकों में कंप्यूटर लगाने एवं ब्लाॅकवार शिविर लगाने के भी निर्देश दिये गए।
इस अवसर पर सचिव एन. फेनई, अपर सचिव राम विलास और एस.सी.जोशी, निदेशक समाज कल्याण बिनोद गिरी गोस्वामी, एम.डी. बी.एस. मनराल, अपर निदेशक योगेन्द्र रावत, उप रजिस्ट्रार अखलाख अहमद अंसारी, उप निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण रईस अहमद एवं सभी जनपदों के समाज कल्याण अधिकारी मौजूद थे

निःशुल्क भर्ती पूर्व प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

देहरादून दिनांक 12 फरवरी 2020, { HIMALAYAUK } जिला सैनिक कल्याण अधिकारी एवं पुर्नवास अधिकारी देहरादून ने अवगत कराया है कि गढवाल मण्डल के भूतपूर्व सैनिकों के पुत्रों को सेना/नौ सेना/वायु सेना एवं पुलिस में भर्ती हेतु 17 फरवरी 2020 से 56 दिनों का निःशुल्क भर्ती पूर्व प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जिला सैनिक कल्याण अधिकारी देहरादून द्वारा किया जायेगा। प्रशिक्षण शिविर में भोजन व आवास की निःशुल्क व्यवस्था है। उन्होने अवगत कराया कि केवल जनपद देहरादून के प्रशिक्षणार्थियों का चयन 15 फरवरी  से 16 फरवरी 2020 तक भर्ती पूर्व प्रशिक्षण  शिविर पुराना बुचणी नजदीक सब एरिया स्टेशन कैन्टीन में किया जायेगा। शेष जनपदों का चयन सम्बन्धित सैनिक कल्याण कार्यालयों में किया जायेगा।
भर्ती पूर्व प्रशिक्षण के लिए आयु 17 1/2 से 21 वर्ष, शैक्षिक योग्यता मैट्रिक पास (45 प्रतिशत अंको से) है तथा भारतीय मूल के गोरखा हेतु केवल 10वीं पास) वजन 46 कि0ग्रा0 तथा सीना 77-82 सेमी होना चाहिए। उम्मीदवार के पास चिकित्सा प्रमाणपत्र, पिता की डिस्चार्ज बुक, रिकार्डस आफिस का पार्ट-2 आर्डर एवं इण्डोमिनिटि बांडॅ साथ में लाना अनिवार्य है। अधिक जानकारी के लिए सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है।

‘‘औद्योगिक क्षेत्रों में रासायनिक आपदा’ मॉक अभ्यास का आयोजन

देहरादून 12 फरवरी, 2020 (सू.ब्यूरो/ HIMALAYAUK } राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा ‘‘औद्योगिक क्षेत्रों में रासायनिक आपदा’’ के विशेष परिपेक्ष्य में आज दिनांक 12 फरवरी, 2020 को मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया।

इस मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य राज्य के 04 जनपदों हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर, नैनीताल एवं देहरादून के 40 मेजर एक्सीडेन्ट हैजर्ड (एम.ए.एच) उद्योगों, जनपद एवं राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की रासायनिक औद्योगिक आपदा हेतु तैयारी को सक्षम बनाना था। मॉक अभ्यास में आपदा के भीषण परिदृश्य की परिकल्पना करते हुए 7.7 रिएक्टर स्केल का भूकम्प रूद्रप्रयाग जनपद के पास में दर्शाया गया। भूकम्प की जानकारी मिलते ही प्रातः 10.30 बजे राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र ने कार्य करना प्रारम्भ किया। वायरलेस के माध्यम से सूचना का आदान-प्रदान सम्बन्धित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों- एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, आईटीबीपी, खाद्य आपूर्ति विभाग, पेयजल, पशुपालन, विद्युत, वन, स्वास्थ्य, नागरिक उड्यन एवं लोक निर्माण विभाग आदि तक पहुंचाया गया। सूचना पाते ही सभी नोडल अधिकारी आपातकालीन परिचालन केन्द्र सचिवालय पहुंच गये। सचिवालय परिसर स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में सभी प्रकार के संसाधनों एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर आरम्भ हो गया। सचिवालय के साथ-साथ जनपदों के मीडिया के माध्यम से आपातकालीन दूरभाष नम्बर 1077, 1070, 108, 104, 112, 101 का प्रचारित किया गया। राज्य के चार जनपदों में से जनपद देहरादून में जहरीली गैस का रिसाव, लिन्डेय ऑयल इण्डस्ट्री, प्रौपेन गैस का रिसाव, हिमालय ड्रग इण्डस्ट्री में दर्शाया गया, जनपद हरिद्वार के तहत जहरीली गैस का रिसाव बीएचईएल, सिडकुल में दर्शाया गया। उक्त के अतिरिक्त आई.ओ.सी,, रूड़की में बौटलिंग प्लांट का रिसाव दिखाया गया। जनपद ऊधम सिंह नगर के टाटा मोटर रूद्रपुर में गैस रिसाव दिखाया गया साथ ही साथ जनपद नैनीताल में इण्डियन ऑयल, हल्दूचौड़ और हल्द्वानी में ऑयल टैंकर दुर्घटना का परिदृश्य प्रस्तुत किया गया। सभी विभागों ने आपसी सामन्जस्य स्थापित करके इस मॉक अभ्यास को कम समय में तुरन्त प्रतिवादन कर सफल बनाया गया। सभी जनपदों के स्टेजिंग एरिया को राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र से जोड़ा गया।

उक्त मॉक अभ्यास में मेजर जनरल (सेनि.) वी.के. दत्ता, वरिष्ठ कंसलटेन्ट एन.डी.एम.ए, भारत सरकार ने अवगत कराया कि यह उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की 6वीं मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया है। जिसमें सभी विभागों के अधिकारियों ने बहुत ही कम समय में राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में आकर आई.आर.एस. के तहत अपने दायित्वों का निर्वहन किया गया। उन्होंने कहा राज्य के लिए मॉक अभ्यास अपने आप में एक सीख है जो हमेशा सभी विभाग के आपसी सामन्जस्य को बढ़ाते हुए कम समय में जान-माल की क्षति को कम करने का सफल प्रयास है। मॉक अभ्यास के दौरान आपात कालीन परिचालन केन्द्र में मा0 मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबन्धन श्री अमित सिंह नेगी, सचिव प्रभारी श्री एस.ए मुरूगेशन, श्री संजय गुंजियाल आदि अधिकारियों ने अभ्यास का जायजा लिया।

उक्त के अतिरिक्त अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, यूएसडीएमए श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल (आईपीएस) ने माननीय मुख्य मंत्री एवं मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड को मॉक अभ्यास के दौरान सभी 04 जनपदों के परिदृश्य से अवगत कराते हुए रिस्पान्स टीम की तैयारी यथा आपदा घटित के दौरान- क्या करें, क्या न करें, कैमिकल आपदा के दौरान सम्बन्धित एडवाईजरी, पर्सनल प्रोटैक्टिव इक्यूपमेंट तथा गैस लिकेज को रोकने के यंत्र आदि को घटना स्थल पर पहुंचने के परिदृश्य से अवगत कराया।

वीडियो कान्फ्रेसिंग में उपस्थित राज्य एवं मॉक ड्रिल अभ्यास में प्रतिभाग कर रहे जनपदीय अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए सचिव आपदा अमित नेगी ने सफल मॉक ड्रिल हेतु समस्त अधिकारी/कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल के जिलाधिकारियों तथा पुलिस अधीक्षकों एवं सम्बन्धित अधिकारियों से मॉक ड्रिल अभ्यास के दौरान सर्च रेस्कयू, स्टेजिंग एरिया, चिकित्सा सहायता, उद्योगों की भूमिका आदि के अनुभव साझा किये तथा प्रदेश में अवस्थित समस्त कैमिकल्स इन्डस्ट्री में अधिकारियों से समय-समय पर माक ड्रिल कराते रहने तथा संभावित आपदा के दौरान आपदा न्यूनीकरण हेतु पर्याप्त मात्रा में उद्योग इकाई को रक्षात्मक उपकरण, मास्क आदि की व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। सचिव श्री नेगी ने उद्योग इकाई के आस-पास के थानों में फैक्ट्री में उपयोग किये जा रहे कैमिकल्स से होने वाली संभावित आपदा से बचाव हेतु उपकरण आपदा मद से खरीदने के निर्देश दिये।

वरिष्ठ कंसल्टेन्ट, एनडीआरएफ के दत्ता ने समस्त कैमिकल्स उद्योग इकाइयों को आपदा से निपटने हेतु पर्याप्त मात्रा में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्वीपमेंट मास्क एवं अपने यहां उपयोग की जाने वाली कैमिकल्स का असर खत्म करने हेतु विशेष एंटी डोस आदि की व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। साथ ही आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आवश्यक सेवा प्रदान करने वाले विभागों के सम्पर्क से अपडेट रहने के निर्देश दिये। उन्होंने आपदा में मदद करने वाल स्वंय सेवा संस्थाओं से राहत पहुंचाने वाले नोडल अधिकारी का तालमेल रखने जैसी छोटी छोटी बातो की समस्त अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया।

अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, यूएसडीएमए श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल (आईपीएस) द्वारा माकड्रिल की सफलता हेतु सहयोगी विभागों का आभार व्यक्त किया तथा संभावित आपदा में हर समय तैयार रहने के निर्देश दिये गये।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विभाग के सचिव(प्रभारी) श्री एस.ए. मुरूगेशन, आई जी एस.डी.आर.एफ संजय गुंज्याल, आई.जी गढ़वाल श्री अजय रौतेला, वायु सेना, पुलिस, आर्मी, पैरामिलट्री, एन.डी.आर.एफ., पशुपालन, पेयजल, स्वास्थ्य, लो.नि.वि., विद्युत विभाग, राजस्व,, खाद्य आपूर्ति, परिवहन व औद्योगिक इकाईयों के आला अधिकारी उपस्थित थे।  

प0 दीनदयाल उपाध्याय (कोरनेशन) एवं महात्मा गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय की चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक

देहरादून दिनांक 12 फरवरी 2020, { HIMALAYAUK } महात्मा गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सा विज्ञान केन्द्र में प0 दीनदयाल उपाध्याय (कोरनेशन) एवं महात्मा गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय की चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में दोंनो चिकत्सालयों में उपलब्ध संसाधनों और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के विकास हेतु प्रस्तावित बजट पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय की प्रबन्धन समिति को बजट खर्च में अन्य प्रशासनिक व परिचालन खर्च के मुकाबले दवा, स्वास्थ्य परीक्षण, पैथौलाॅजी इत्यादि सुविधाओं को देनें में प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश दिये। बजट निर्धारण के वित्तीय पहलुओं में मुख्य कोषाधिकारी का सहयोग लेने तथा भवन निर्माण व उपकराणों की खरीद के तकनीकी पहलुओं के सम्बन्ध में लोक निर्माण, जल संस्थान, सिंचाई विभाग जैसे तकनीकी विभागों का सहयोग लेने को कहा। वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए दोनों चिकित्सालयों के लिए 5 करोड़ रू0 के अनुमानित बजट का बैठक मे प्रस्ताव रखा गया, जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि पूर्व के लम्बित बीजक और साफ-सफाई से सम्बन्धित किये जाने वाले कार्यों का स्पष्ट विवरण प्रस्तुत करें। उन्होंने विज्ञापन तथा अन्य ऐसे खर्च जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम)  के अन्तर्गत किये जा सकते हैं एनएचएम से खर्च करनंे तथा अवशेष बजट को अन्य बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में खर्च करनें के निर्देश दिये। उन्होंने डाटा एन्ट्री आॅपरेटर की नियुक्ति के सम्बन्ध में कहा कि नियुक्ति से पूर्व वेतन देने का मद सुनिश्चित कर लें, किन्तु किसी भी दशा में यूजर चार्ज वाले मद से कार्मिकों का वेतन आहरण न करें। सीसीटीवी लगवाने के लिए जिलाधिकारी ने स्मार्टसिटी के अन्तर्गत प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।  

‘‘आवासीय परिसर में अनाधिकृत निवास कर रहे कर्मचारियों से खाली करायें आवास’’

DEHRADUN 12 FEB. (HIMALAYAUK) जिलाधिकारी ने चिकित्सालय के आवासीय परिसर में अनाधिकृत रूप से निवास कर रहे कतिपय कर्मचारियों को 15 दिन के भीतर आवास खाली करने का नोटिस निर्गत करने, तत्पश्चात बलपूर्वक आवास खाली कराने की कार्यवाही करने के चिकित्सालय प्रबन्धन को निर्देश दिये।
उन्होंने दोनों चिकत्सालयों को शीघ्रता से भारत सरकार के जैम पोर्टल पर पंजीकरण करवाने तथा प0 दीनदयालय उपाध्याय चिकित्सालय के भवन में संचालित हाॅयर सेन्टर फोर्टिज के किराये का भविष्य में निर्धारण के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत करने को कहा। साथ ही चिकित्सालयों में विभिन्न उपकरणों और निर्माण कार्यों की टैण्डरिंग प्रक्रिया को भी नियमानुसार समय से पूर्ण करने को निर्देशित किया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ मीनाक्षी जोशी, मुख्य कोषाधिकारी नरेन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कोरनेशन व गांधी शताब्दी चिकित्सालय डाॅ बीसी रमोला सहित सांसद प्रतिनिधि, क्षेत्रीय विधायक राजपुर प्रतिनिधि व मेयर नगर निगम देहरादून के प्रतिनिधि  सदस्यों के साथ ही सम्बन्धित चिकित्सक उपस्थित थे।


विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन

देहरादून दिनांक 12 फरवरी 2020, { HIMALAYAUK } सिविल जज सी0डि/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून नेहा कुशवाहा ने अवगत कराया है कि 18 फरवरी 2020 को प्रातः10ः30 बजे धुलकोट माफी, में बहुउद्देशीय ग्राम पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केन्द्र, निकट डाटकाली  मंदिर धुलकोट सेलाकुई में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया जाना है। शिविर में विभिन्न कानूनी विषयों के अतिरिक्त अन्य विभागों की योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी जानी है।
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देहरादून दिनांक 12 फरवरी 2020, क्षेत्रीय रेशम उत्पादन अनुसंधान केन्द्र सहसपुर, देहरादून में 18 फरवरी 2020 को प्रातः 11 बजे से रेशम कृषि मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें माननीय कृषि मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुबोध उनियाल मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करेंगे।

फोटो: राइका डोभालवाला में 100 छात्र-छात्राओं को कोट वितरित करते मसूरी विधायक गणेश जोशी।

देहरादून 12 फरवरी: बुधवार को देहरादून के कैप्टन प्रतीक आचार्य राजकीय इण्टर काॅलेज डोभालवाला में 100 छात्र-छात्राओं को कोट वितरित किये गये। विधायक जोशी ने बताया कि राइका डोभालवाला में दुमंजला भवन, एक टिन शेड एवं प्राथमिक के बच्चों के लिए अलग से भवन बनाया जा रहा है जिससे बच्चों को सहुलियत प्रदान होगी।
         पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी का वो विचार जिसमें उन्होनें कहा था कि समाज के अन्तिम पीढ़ी के अन्तिम व्यक्ति तक विकास की लहर पहुॅचनी चाहिए। विधायक जोशी ने बताया कि वह इसी चिंतन को लेकर मैं भी गरीबों के बीच सेवाभाव से कार्य करता हॅू और लगातार विकास के लिए प्रसायरत रहता हॅू। पं0 दीनदयाल जी की पुण्यतिथि के एक दिन बाद आयोजित यह कार्यक्रम जनसेवा के प्रति है। उन्होनें कहा कि समाज के समृद्व व्यक्तियों को भी इस प्रकार की भागीदारी में अपना सहयोग देना चाहिए और राष्ट्रनिर्माण के लिए कार्य करना चाहिए।


           इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष पूनम नौटियाल, पार्षद सत्येन्द्र नाथ, मोहन बहुगुणा, प्रदीप रावत, शुभम दादर, आरपी जगूड़ी सहित विद्यालय के अध्यापक एवं छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।

पी0आर0एस0आई0, देहरादून चैप्टर के नये अध्यक्ष बने अमित पोख

देहरादून 12 Feb. 2020 (Himalayauk Bureau):- पब्लिक रिलेषन सोसायटी ऑफ इण्डिया, देहरादन चैप्टर की वार्शिक बैठक का आयोजन होटल पैसेफिक देहरादून में किया गया जिसमें देहरादून चैप्टर के सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने बैठक कर सर्वसम्मति से अमित पोखरियाल को देहरादून चैप्टर का अध्यक्ष चुना। नये अध्यक्ष अमित पोखरियाल ने पी0आर0एस0आई0 की कार्ययोजना के बारे में विस्तृत रूप से बताया व आषा जताई कि वह और नवनिर्मित कार्यकारिणी जनसम्पर्क के माध्यम से उत्तराखण्ड को नई पहचान दिलायेंगे। नयी कार्यकारिणी में अनिल सती, को पुनः सचिव के पद पर और सुरेश भट्ट के पुनः कोषाघ्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया, इसके अतिरिक्त राकेष डोभाल को संयुक्त सचिव, आकाष षर्मा, महेष खंकरियाल को विषेश सदस्य नियुक्त किया गया है। पूर्व अध्यक्ष विमल डबराल एवं अनिल वर्मा को नेषनल काउन्सिल को सदस्य बनाया गया। अन्य पदों पर पूर्व सदस्यों को ही उनके वर्तमान पदों पर ही सर्वसम्मति से चुना गया। सभी सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने अमित पोखरियाल और नवनिर्मित पदाधिकारियों को बधाई दी व कहा कि नये अध्यक्ष पी0आर0एस0आई0 का दायरा बढ़ायेगे, ऐसा उनको विष्वास है। .         

अमित पोखरियाल वर्तमान में उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिशद, देहरादून में प्रबन्धक जनसम्पर्क के पद पर कार्यरत् हैं। वर्श 2007 से वर्श 2009 तक तत्कालीन मंत्री, चिकित्सा, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, उत्तराखण्ड सरकार के साथ जनसम्पर्क, मीडिया, प्रेस इत्यादि कार्यों का सफलतापूर्वक निवर्हन किया गया।वर्श 2009 से वर्श 2011 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड के साथ जनसम्पर्क, मीडिया तथा समय-समय पर तत्कालीन मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गये कार्यों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया गया।         

चमोली में एक माह तक संचालित डाबी डिजायन प्रशिक्षण का बुधवार को समापन

चमोली 12 फरवरी,2020(सू0वि0)  
उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत बुनकर सेवा केन्द्र चमोली में एक माह तक संचालित डाबी डिजायन प्रशिक्षण का बुधवार को समापन हुआ। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बुनकर महिलाओं को डाबी डिजायन का सफलतापूर्वक पूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और बुनकरों को डाबी मशीन वितरित करते हुए नए डिजायन के अधिक से अधिक प्रोडेक्ट तैयार करने के लिए प्रेरित किया। डाबी डिजायन मशीन पर प्रशिक्षण पूरा करने के बाद बुनकर महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिला। इस मशीन से कपड़ों पर कई तरह के ज्योमेट्रिकल डिजायन आसानी से तैयार किए जाते है और बहुत कम समय व मेहनत से अच्छे कपडे बनाए जाते है। जिले में बुनकरों को पहली बार इस तरह का प्रशिक्षण दिया गया। 

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की खास पहल पर उद्योग विभाग के माध्यम से बालखिला, छिनका, विरही, चमोली तथा कुहेड की 20 महिला बुनकरों को डाबी मशीन पर नए डिजायन तैयार करने के लिए एक माह का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। ताकि बुनकर से जुड़ी महिलाएं कम समय व मेहनत से अच्छे डिजायन के कपडे़ तैयार कर अपनी आजीविका बढा सके। डाबी डिजायन मशीन का प्रशिक्षण लेने के बाद महिला बुनकर काफी उत्साहित एवं खुश नजर आए। उन्होंने जिलाधिकारी की इस पहल की खूब सराहना की। कहा कि डाबी डिजायन मशीन से नए डिजायन तैयार करने और बुनाई करने में उन्हें काफी आसानी हो रही है। बता दें कि डीएम स्वाति एस भदौरिया ने कुछ महीने पहले चमोली में बुनकर सेवा केन्द्र के निरीक्षण के दौरान बुनकर महिलाओं को नए डिजायन के कपडे तैयार करने हेतु विशेष प्रशिक्षण देने को कहा था। जिसके तहत जिले में बुनकरों को पहली बार इस तरह का प्रशिक्षण दिया गया। नए डिजायन का प्रशिक्षण लेकर बुनकरों में काफी खुश दिखाई दी। 

प्रशिक्षण पूरा करने पर जिलाधिकारी ने बुनकर महिलाओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने बुनकरों को डाबी डिजायन मशीन और ऊन का धागा वितरित करते हुए चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले नए डिजायन के अधिक से अधिक कपडे तैयार करने के लिए प्रेरित किया। कहा कि यात्रा सीजन के दौरान उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों के विपणन की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक को 20 फरवरी तक प्रशिक्षित बुनकर महिलाओं के घरों में डाबी डिजायन मशीन फिट करने, जिले के सभी बुनकरों की सूची तैयार करने, बुनकरों को ई-मार्केटिंग से जोड़ने और शाॅल, पंखी, मफलर, टोपी आदि प्रोडेक्ट तैयार करने के लिए अच्छी गुणवत्ता की ऊन का धागा उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि आॅनलाईन मार्केटिंग से जुड़ने बाद बुनकरों को यात्रा सीजन के अलावा लीन सीजन में भी फायदा मिलेगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने बुनकर सेवा केन्द्र में तैयार उत्पादों एवं बुनाई मशीनों का निरीक्षण भी किया। 

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने बुनकर महिलाओं को समूह में काम करने की सलाह दी। कहा कि समूह में काम करने से अधिक सफलता मिलती है। उन्होंने बुनकर महिलाओं से नई पीढी को भी बुनाई से जोड़ने और नए विजन के साथ स्वरोजगार को अपनाने की बात कही। इस दौरान जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक डा0 एमएस सजवाण, मास्टर ट्रेनर सुनीता वर्मा, तकनीकि अधीक्षक उपेन्द्र दुबे, प्रशिक्षक जसमती गडियाल, कर्मवीर भारती सहित प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली सभी बुनकर महिलाएं मौजूद थी।

                       

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