उत्‍तराखण्‍ड आपदा- राहत एवं बचाव कार्य* तस्‍वीर काफी कुछ बोल रही है

IMG-20160702-WA0011(www.himalayauyk.org) Leading Digital Newsportal : Bureau;  उत्‍तराखण्‍ड के आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्यो का यह फोटो बहुत कुछ बयान कर रहा है, तस्‍वीर काफी कुछ बोल रही है, राहत एवं बचाव कार्य चल रहे हैं, वही उत्‍तराखण्‍ड पुलिस वर्दी में छाता लगाये खडी है-  राज्यपाल महोदय का बयान आ रहा है कि मानसून के शुरूआत में ही हालात गंभीर संकेत दे रहे हैं- ऐसे गंभीर समय में मलबे के नीचे दबे हुए लोगों को कैसे निकाला जायेगा, बचाव कार्य के दौरान फोर्स के हाथो में क्‍या होना चाहिए- इस बात की कमी उत्‍तराखण्‍ड पुलिस को देखकर लग रही है कि आपदा टेनिंग में कही काफी कुछ कमी है-Bureau;  हिमालयायूके डॉट ओआरजी न्‍यूज पोर्टल    ब्‍यूरो रिपोर्ट-
#आपदा प्रबन्धन एवं राहत-बचाव कार्यों के संदर्भ में राज्यपाल के दिशा-निर्देश #मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को कैबिनेट बैठक में मंत्रिमण्डल के सदस्यों के साथ आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की# समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लायी जाय #प्रदेश को जल्द ही लोकायुक्त मिल जाएगा#आज जमाना कम्पीटीटीव एक्सीलेंस का है #राजपाल बिश्ट को युवा कांग्रेस एवं एनएसयूआई के साथ समन्वय का दायित्व

IMG-20160702-WA0021राज्यपाल मुख्य सचिव श्री शत्रुघ्न सिंह से वार्ता कर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत व बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ली वही मुख्‍यमंत्री ने  राज्य सरकार के विभागों, पुलिस, एस.डी.आर.एफ. के साथ एन.डी.आर.एफ. और आई.टी.बी.पी. के जवान राहत एवं बचाव कार्यों में तैनात किये जाने की बात की;
राजभवन देहरादून, दिनांक 02 जुलाई, 2016  द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्‍ति के अनुसार-
पिछले लगभग 40 घंटों में पिथौरागढ़ तथा चमोली जनपद में हुई अतिवृष्टि और भूस्खलन के कारण दोनों ही जनपदों में जन-धन की भारी क्षति तथा जन-जीवन अव्यवस्थित होने पर राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल ने गहरी चिन्ता और दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने मुख्य सचिव श्री शत्रुघ्न सिंह से वार्ता कर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत व बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ली।
राज्यपाल ने कहा कि मानसून के शुरूआत में ही ऐसे हालात गंभीर संकेत दे रहे हैं। आगामी दिनों में किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए आपदा प्रबन्धन से जुड़े सभी विभागों को बेेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्हांेने, मौसम विभाग द्वारा लगातार दी जारी चेतावनी को संज्ञान में रखते हुए आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिये जानेे को कहा है।
राज्यपाल ने अपेक्षा की है कि सभी राहत-बचाव दलोें को सक्रिय किये जाने के साथ ही संचार व यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए विशेष प्रयास किये जायंे ताकि विपरीत परिस्थितियों में आपदा प्रभावित क्षेत्रों तक बचाव व राहत पहुँचाने में कोई परेशानी न हो।
राज्यपाल ने आपदा प्रभावित व आपदा संभावित क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, दवाईयां/चिकित्सा सुविधा, पेयजल तथा अन्य सभी आवश्यक सामानों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि आपदा से संभावित क्षति को न्यूनतम अथवा शून्य करने के लिए सभी प्रयास समन्वित रूप से किये जाने के साथ ही जान-माल की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी बरतने हेतु व्यापक जन-जागरूकता अभियान भी निरन्तर चलाया जाना आवश्यक है।
राज्यपाल ने मुख्य सचिव से यह भी कहा कि तात्कालिक राहत कार्यों के साथ ही समानान्तर रूप से, राज्य के संवेदनशील क्षेत्रों में आपदा सम्बन्धी समस्याओं के स्थाई प्रबन्धन/समाधान के लिए दीर्घकालिक योजनाओं पर भी गंभीरता से विचार किया जाना होगा।
राज्यपाल, आपदा प्रबन्धन व वर्तमान हालातों पर स्वयं भी लगातार नजर रखे हुए हैं। आपदा की संभावनाओं के दृष्टिगत ही राज्यपाल ने आपदा प्रबन्धन से जुडे़ राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 24 जून को एक महत्वपूर्ण बैठक की थी जिसमें संभावित आपदा से निबटने की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए थे।

वही दूसरी ओर
ऽ मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कैबिनेट बैठक में की आपदा राहत कार्यों की समीक्षा
ऽ राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के अधिकारियों को दिये निर्देश
ऽ चारधाम यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे।
ऽ प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी आवासीय व्यवस्था
ऽ दो सौ से अधिक प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया
ऽ राज्य सरकार के विभागों, पुलिस, एस.डी.आर.एफ. के साथ एन.डी.आर.एफ. और आई.टी.बी.पी. के जवान राहत एवं बचाव कार्यों में तैनात
ऽ पिथौरागढ़ एवं चमोली में प्राकृतिक आपदा में 15 मृत, 21 लापता।

देहरादून 02 जुलाई, 2016 (सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को कैबिनेट बैठक में मंत्रिमण्डल के सदस्यों के साथ आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लायी जाय। राहत एवं बचाव कार्य के लिए प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों व कर्मचारियों को जो भी सहयोग चाहिए व तत्काल उपलब्ध कराया जाय। हैलीकाॅप्टर के माध्यम से घायलों को उपचार हेतु देहरादून स्थित हायर सेंटर लाया जाय। सचिव आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया कि पिथौरागढ़ व चमोली में प्राकृतिक आपदा में 15 मृत हुए है, जबकि 21 लापता है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि चारधाम यात्रा के यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिये सभी कदम उठाये जाये। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ और चमोली हुई दैवीय आपदा की घटनाआंे के कारण चारधाम यात्रा पर असर न पड़े। चारधाम यात्रा मार्ग पर एस.डी.आर.एफ. और जिला प्रशासन द्वारा सभी उपाय सुनिश्चित किये जाय। मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के जिन स्थानों के लिए चेतावनी जारी की जा रही है, वहां पर विशेष चैकसी बरती जाय। यात्रियों को मौसम के संबंध में पूर्व सूचनाएं उपलब्ध करायी जाय। चिकित्सकों की टीम को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया जाय। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि संवेदनशील क्षेत्रों में मोबाईल जेनेरेटर की व्यवस्था की जाए। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी व राशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग, उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन तथा पेयजल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये है कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे कार्यों का प्रतिदिन अद्यतन रिपोर्ट वेबसाइट आदि माध्यमों से सार्वजनिक की जाय, ताकि जनसामान्य को जानकारी मिलती रहे। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने जनता से अपील की कि अत्याधिक वर्षा के कारण मानव क्षति हुयी है, परन्तु स्थिति अभी काबू में है। जनजीवन सामान्य है। चारधाम यात्रा बाधित नहीं हुयी है। यातायात व्यवस्थित तरीके से चल रहा है। जहाँ यातायात बाधित हो रहा है, वहां पर त्वरित कार्यवाही करते हुए मार्ग खोले जा रहे हैं।
सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया कि 200 से अधिक व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है। आपदा प्रभावितों परिवारों के लिए अस्थायी आवास के लिए टैन्ट व खाद्यान्न उपलब्ध करा दी गयी है। प्रभावित परिवारों को राहत शिविर में रखा गया है। तहसील डीडीहाट के बस्तड़ी ग्राम में स्कूल एवं पंचायतघर में 50 लोगों को ठहराया गया है। तहसील मुनस्यारी के ग्राम नौलाड़ा में जू0 हाईस्कूल में 25 लोगों को ठहराया गया है। तहसील डीडीहाट के ग्राम मल्ला पत्थरकोट में प्राथमिक विद्यालय पत्थरकोट में 15 लोगों को ठहराया गया है। तहसील डीडीहाट के ग्राम सिंघाली में राजकीय इन्टर काॅलेज सिघाली में 150 लोगों को ठहराया गया है।

देहरादून 02 जुलाई, 2016 (सू.ब्यूरो)
प्रेस नोट-03
बीजापुर अतिथि गृह में कैबिनेट मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं अन्य मंत्रियों ने राज्य में हुई अतिवृष्टि से आई आपदा में चल रहे राहत कार्याें की समीक्षा की। इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन शैलेश बगोली द्वारा आपदा की अद्यतन स्थिति एवं सरकार द्वारा संचालित राहत एवं बचाव कार्याें के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा राहत कार्याें में और तेजी लायी जाय तथा मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान भारी वर्षा को देखते हुए हर समय अलर्ट रहें।
विगत दिन हुई अतिवृष्टि से विभिन्न स्थानों पर प्राप्त क्षति की सूचना के अनुसार जनपद पिथौरागढ़ के डीडीहाट एवं थल तहसील में अत्याधिक वर्षा से त्वरित बाढ़ व मलवा आने की घटनायें हुई हैं। ग्राम सिगांली, दाफीला, बस्तड़ी एवं नौलड़ा क्षेत्र में अत्याधिक वर्षा से वर्तमान तक लगभग 160 परिवारों के प्रभावित होने के साथ ही नौलड़ा गांव में 02, बस्तड़ी में 09, चर्मा में 01 मानव हानि हुई। इस प्रकार कुल 12 मानव हानि, 03 व्यक्ति गम्भीर घायल, 10 व्यक्ति सामान्य घायल एवं 15 लापता होने की सूचना है। 03 गम्भीर घायलों को हैलीकाप्टर से जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ में लाया गया है। अन्य घायलों को उपचार हेतु आई0टी0बी0पी0 के मिर्थी स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुल पशुहानि 160 (बडे पशु 47 एवं छोटे पशु 113) हैं। साथ ही जनपद पिथौरागढ़ से 12 भवन आंशिक एवं 04 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है।
आपदा प्रभावितों परिवारों के लिए अस्थायी आवास के लिए टैन्टों व खाद्यान सामग्री उपलब्ध करा दी गयी है। प्रभावित परिवारों को राहत शिविर में रखा गया है। तहसील डीडीहाट के बस्तड़ी ग्राम में स्कूल एवं पंचायतघर में 50 लोगों को ठहराया गया है। तहसील मुनस्यारी के ग्राम नौलाड़ा में जू0 हाईस्कूल में 25 लोगों को ठहराया गया है। तहसील डीडीहाट के ग्राम मल्ला पत्थरकोट में प्राथमिक विद्यालय पत्थरकोट में 15 लोगों को ठहराया गया है। तहसील डीडीहाट के ग्राम सिंघाली में राजकीय इन्टर काॅलेज सिघाली में 150 लोगों को ठहराया गया है। पिथौरागढ़ में जौलजीबी व बरम के बीच खनपेरा के पास नाले में उफान आने से 02 पुल एवं ग्रैफ का डिपो भी बह जाने की सूचना प्राप्त हुई हैै।
जनपद पिथौरागढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग एंव ग्रामीण मोटर मार्ग भूस्खलन/मलवा से गुलेणी, बन्दरलिमा व रणगांव के समीप अवरूद्ध है। थल-मुनस्यारी मार्ग भूस्खलन एवं मलवा आने से अवरूद्ध है। अवरूद्ध मार्गों को खोलने हेतु बी0आर0ओ0 एवं जे.सी.बी. द्वारा कार्य किया जा रहा है। उपरोक्त सभी प्रभावित ग्रामों में विद्युत, दूरसंचार एवं जल आपूर्ति बांधित है, जिसे सुचारू किया जा रहा है। खोज बचाव एवं राहत कार्य हेतु एस0डी0आर0एफ0, एन0डी0आर0एफ0, एस0एस0बी0, आसाम रेजीमेन्ट, आई0टी0बी0पी0, खोज एवं बचाव दल डी0एम0एम0सी0 तथा पुलिस फोर्स तथा राजस्व विभाग की टीम द्वारा प्रभावित स्थलों में राहत बचाव का कार्य किया जा रहा है।
विगत दिन हुई अतिवृष्टि से जनपद चमोली के तहसील घाट एवं तहसील चमोली के ग्राम सिरजी, जाखण़ी, वादुक, गौली में अतिवृष्टि/भूस्खलन से 03 मानव हानि (2 सिरजी (सैंजी) व 1 वादुक गांव) एवं 06 लापता, 24 पशुहानि, (20 बड़े, 04 छोटे) 02 भवनों के क्षतिग्रस्त एवं 05 गौशालाओं के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। खोज बचाव एवं राहत कार्य किया जा रहा है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग, परथादीप, मैठाणा एवं बाजपुर (कुहेड़) के पास मलवा आने से अवरूद्ध है। लो0नि0वि0 एवं ग्रैफ द्वारा राजमार्ग को खोलने का कार्य किया जा रहा है। अवरूद्ध 33 ग्रामीण मोटर मार्ग के खोलने की कार्यवाही गतिमान है।
मौसम विभाग द्वारा दिनांक 02.07.2016 को दोपहर 1ः00 बजे, जारी पूर्वानुमान के अनुसार अगले 48 घण्टों में नैनीताल, उधमसिंह नगर, चम्पावत, अल्मोड़ा, पौड़ी, हरिद्वार, देहरादून व टिहरी जनपदों के कुछ स्थानों में भारी (65-116 मि.मी.) से बहुत भारी (116-204) वर्षा के साथ ही कहीं-कहीं अत्यधिक भारी की संभावना व्यक्त की गई है। साथ ही दिनांक 02.07.2016 की दोपहर 1.00 बजे से अगले 48 घण्टों में विशेषकर उत्तरकाशी, चमोली, रूद्रप्रयाग, बागेश्वर व पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गयी।
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा राज्य में सभी नागरिकों से सतर्क रहने का अनुरोध किया जा गया है तथा सभी जिलाधिकारियों द्वारा नदी के आस-पास संवेदनशील क्षेत्रों की बसावटों में एनाउन्समेट के साथ-साथ सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
देहरादून 02 जुलाई, 2016 (सू.ब्यूरो)

शनिवार को बीजापुर हाउस में लोकायुक्त सेलेक्शन कमेटी की बैठक में सर्च कमेटी की संस्तुतियों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, जस्टिस वी.के.बिष्ट व जस्टिस इरशाद हुसैन सहित सचिव अरविंद ह्यांकि उपस्थित थे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री श्री रावत ने मीडिया को बताया कि प्रदेश को जल्द ही लोकायुक्त मिल जाएगा। इस दिशा में हम आगे बढ़े हैं। बैठक में नेता प्रतिपक्ष सहित सभी सदस्यों ने अपनी बात रखी और पूरी आशा है कि जल्द ही लोकायुक्त संस्था का गठन हो जाएगा।

देहरादून 02 जुलाई, 2016 (सू.ब्यूरो)

आधुनिकता व तकनीक के साथ ही परम्परागत संस्कारों का भी समान महत्व है। गुरू का सम्मान जीवन में आगे बढ़ने के लिए बहुत जरूरी है। शनिवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एसजीआरआर इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साईंस, पटेलनगर में आयोजित कार्यक्रम में ये बात कही। कार्यक्रम में एसजीआरआर एजुकेशन मिशन के उत्कृष्ट छात्रों को सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आज जमाना कम्पीटीटीव एक्सीलेंस का है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि तरक्की के लिए निरंतर आगे बढ़ता रहना है। यह बात जितनी व्यक्तिगत तौर पर सही है, उतनी ही संस्थागत व राज्य के तौर पर भी सही है। राज्यों में भी विकास की प्रतियोगिता है। हमें राज्य के रूप में अपना अस्तित्व बनाए रखना है तो दूसरे राज्यों से आगे निकलना होगा। अवसर सभी को मिलते हैं, उन अवसरों का समय पर उपयोग महत्वूपर्ण है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने समय तेजी से बदल रहा है। कैम्पस सेलेक्शन के साथ ही स्पोंसर्ड एजुकेशन प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में सहायक हैं। प्रतिभाएं धन की कमी के कारण पीछे नहीं रहती है। प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए बहुत सी संस्थाएं आगे आ रही हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें एसजीआरआर पर गर्व है। शिक्षा को ऊंचाई की ओर ले जाने के लिए संस्थान प्रयासरत है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने खेल, शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वाले संस्थान के छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
देहरादून 2 जुलाईः
प्रदेष कंाग्रेस अध्यक्ष श्री किषोर उपाध्याय ने पार्टी संगठन की मजबूती के दृश्टिगत महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए प्रदेष कांग्रेस कमेटी के महामंत्री श्री राजपाल बिश्ट को युवा कांग्रेस एवं एनएसयूआई के साथ समन्वय का दायित्व सौंपा गया है, प्रदेष कांगे्रस कमेटी के प्रवक्ता श्री नितिन पन्त सह समन्वयक होंगे। प्रदेष कांग्रेस कमेटी द्वारा युवा कांग्रेस तथा एनएसयूआई के प्रदेष अध्यक्षगणों से अपेक्षा की गई है कि वे प्रदेष कांग्रेस कमेटी के दोनों पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए पार्टी संगठन की मजबूती के लिए अपने संगठन की भागीदारी सुनिष्चित करेंगे।
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेष कंाग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोषी ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी संगठन की मजबूती के साथ-साथ कांग्रेस संगठन के सभी अंगों के साथ बेहतर समन्वय के लिए यूवा कांग्रेस एवं एनएसयूआई से समन्वय हेतु प्रदेष महामंत्री राजपाल बिश्ट केा समन्वयक तथा प्रदेष प्रवक्ता नितिन पन्त को सह समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी है। साथ ही प्रदेष कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त समन्वयक एवं सह समन्वयक से भी अपेक्षा की जाती है कि अपने दायित्वों का भलीभांति निर्वहन करते हुए दोनों अनुशांगिक संगठनो से समन्वय स्थापित करते हुए पार्टी संगठन की मजबूती सुनिष्चित करेंगे।
मुख्य प्रवक्ता ने यह भी जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष श्री किषोर उपाध्याय ने पार्टी संगठन का विस्तार करते हुए पार्टी के वरिश्ठ नेता श्री याकूब सिद्धिकी को प्रदेष कांग्रेस जन षिकायत विभाग का गढ़वाल मण्डल संयोजक तथा श्री गणेष उपाध्याय को कुमाऊं मण्डल का संयोजक नियुक्त किया है। श्री याकूब सिद्धिकी एवं श्री गणेष उपाध्याय का पद प्रदेष कांग्रेस कमेटी के महामंत्री के समकक्ष होगा।
प्रदेष अध्यक्ष श्री किषोर उपाध्याय ने सभी पदाधिकारियेां से अपेक्षा की है कि वे अपने दायित्वों का भलीभांति निर्वहन करेंगे।

(मथुरादत्त जोशी)
मुख्य प्रवक्ता
9412965208

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