चिकित्सालयों में एक आशा हैल्प डैस्क; मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी

01.08.2016..देहरादून 01 अगस्त 2016(मी0से0)
प्रदेश के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, आयुष शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में माह अगस्त 2016 में प्रारम्भ होने वाली योजनाओं/प्रकरणों तथा स्वास्थ्य सेवाओं के कुशल संचालन हेतु बैठक आयोजित की। www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) CS JOSHI- EDITOR

प्रदेश के पर्यटन एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री, दिनेश धनैं की अध्यक्षता में उनके विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में चिकित्सा शिक्षा विभाग की बैठक सम्पन्न हुई
चिकित्सा शिक्षा मंत्री द्वारा संबन्धित अधिकारियों को दून-मेडिकल काॅलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम इसी सेशन से कराने तथा नर्सिंग काॅलेज टिहरी तथा हल्द्वानी में भी नर्सिंग काॅलेज में नर्सिंग कोर्सेज पाठ्यक्रम इसी सेशन में कराने की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने चिकित्सा विभाग द्वारा संचालित निर्माण परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की।
इस अवसर पर अपर सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 पंकज पाण्डेय, अनुसचिव शिव शंकर मिश्रा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 सयाना प्रधानाचार्य दून-मेडिकल काॅलेज डाॅ0 भारती, श्रीनगर मेडिकल काॅलेज के प्रधानाचार्य डाॅ0 सी0एम0एस0रावत तथा हल्द्वानी मेडिकल काॅलेज के प्रधानाचार्य डाॅ0 भैसोड़ा, सहित संबन्धित अधिकारी मौजूद थे।
 मा0 मंत्री ने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के प्रचार-प्रसार करने तथा फार्म भरने हेतु प्रत्येक जनपद के चिकित्सालयों में एक आशा हैल्प डैस्क बनाने के साथ ही आशा कार्यकत्री/एएनएम/एनएम द्वारा गांव-गांव जन जागरूकता अभियान, फाॅर्म वितरण तथा स्वास्थ्य सेवाएं संचालित करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदेश के प्रत्येक छोटे जनपदों में एक सीएमएस/एमओआईसी को तथा बड़े जनपदों में दो नोडल अधिकारी इस योजना की निगरानी के लिए नियुक्त करने तथा जनता के लिए एक निःशुल्क टोल फ्री नम्बर सृजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा की एमएसबीवाई योजना में ईलाज की धनराशि की वर्तमान सीमा को बढ़ाकर अब 1.75 लाख कर दी गई है, इससे गम्भीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को भी तत्काल विषय- विषेशज्ञों अस्पतालों से चिकित्सा सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि आरएसबीवाई योजना के पात्र तथा ऐसे लोग इन्कम टैक्स की परिधि में नहीं आते हैं को इस योजना से लाभान्वित किये जाने की योजना है।
उन्होंने संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य प्रकाश वर्मा को फार्मासिस्टों की नियुक्ति हेतु प्रत्येक दिन प्राप्त होने वाले आवेदनों का विवरण तैयार करने के साथ ही प्रतिदिन की प्रगति से अवगत कराने के निर्देश दिये। उन्हांेने एक सितम्बर से पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति हेतु स्क्रिनिंग कैम्प लगाने के निर्देश दिये जिसके तहत रूट चार्ट इस तरह से बनाया जाय की जनमानस को अधिक-अधिक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो सके तथा कोई भी स्वास्थ्य लाभ से वंचित न रहे।
उन्होंने सचिव स्वास्थ्य डाॅ0 भूपेन्द्र कौर अलख को मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों को देय डी0ए0सी0पी0 में वन टाइम रिलैक्सेसन सुविधा देने हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने तथा बीडीएस चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कोटद्वार तथा काशीपुर में एक-एक कार्डियो यूनिट प्रारम्भ करने तथा एएनएम की नियुक्ति प्रक्रिया को भी प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। उन्होंने सरकारी काॅलेजों से मेडिकल प्रमाण पत्र/शिक्षा प्राप्त किये गये ऐसे डाॅक्टरों जिन्होंने सरकरी नियुक्ति होने के उपरान्त अपनी तैनाती नहीं दी है उन्हें एक अवसर और प्रदान करते हुए नोटिस निर्गत करने तथा उसके पश्चात नियुक्ति न लेने वाले डाॅक्टरों के विरूद्ध आश्यक कानूनी कार्यवाही को अमल में लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
उन्होंने दूरभाष पर जिलाधिकारी देहरादून को शहर में डेंगू की रोक-थाम हेतु जल से संबन्धित सभी विभागों की बैठक करके इसकी रोक थाम के लिए आवश्यक कार्यवाही के साथ ही समय-समय पर माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिये।
बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य/मिशन निदेशक डाॅ0 नीरज खैरवाल, महानिदेशक स्वास्थ्य डाॅ0 कुसुम नरियाल, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य अतर सिहं सहित संबन्धित विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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