राज्‍यसभा में क्‍यों कहा- “आप हरिया की तरह काम कर रही हैं”

भाजपा सरकार के बाद भारत संबंधों में गिरावट; पाकिस्तान
हिमालयायूके एक्‍सक्‍लूसिव रिपोर्ट- +जदयू नेता शरद यादव ने कहा आप हरिया की तरह काम कर रही हैं, लेकिन कक्का कोई और है

इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने सिक्किम सेक्टर के डोकलाम क्षेत्र में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच करीब दो महीने से जारी गतिरोध पर चिंता जताते हुए वीरवार को कहा कि क्षेत्रीय शांति बनाए रखना सभी देशों की जिम्मेदारी है। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि पाकिस्तान ने सिक्किम सीमा में “भारतीय उल्लंघन” पर ध्यान दिया है और “क्षेत्र में बढ़ते भारतीय हठधर्मिता को लेकर चिंतित है जो क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को खतरे में डाल रहा है।”

क्षेत्रीय शांति बनाए रखना सभी देशों की जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र के सभी देशों के हित में है कि वे क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए काम करें। जकारिया ने कहा, “क्षेत्रीय शांति बनाए रखना सभी देशों की जिम्मेदारी है। पाकिस्तान ने हमेशा क्षेत्र की शांति एवं समृद्धि चाही है। “उन्होंने कहा कि एेसा देखा गया है कि भारत में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से भारत और पाकिस्तान के संबंधों में गिरावट आई है। उन्होंने कहा, “भारत को यह समझने की आवश्यकता है कि सहयोग के जरिए क्षेत्रों के लोगों की बेहतरी हो सकती है। एेसा करने के लिए हमें सभी विवादपूर्ण मामलों, विशेष रूप से जम्मू कश्मीर के मामले को सुलझाने की जरूरत है। भारत इस संबंध में सकारात्मक नहीं रहा है।”

दक्षेस का आयोजन पाकिस्तान में उचित समय पर
जकारिया ने भारत पर यह भी आरोप लगाया कि दक्षेस प्रक्रिया के प्रति अपने “रख” से वह क्षेत्रीय आर्थिक विकास की प्रक्रिया को भी बाधित कर रहा है। उन्होंने कहा, “दक्षेस का विशुद्ध लक्ष्य इस क्षेत्र के लोगों का आर्थिक विकास करना है। मैं इस बारे में विस्तार से बात नहीं करूंगा कि भारत ने इस प्रक्रिया को कैसे बाधित किया। दक्षेस का आयोजन पाकिस्तान में उचित समय पर होगा।”

वही दूसरी ओर
नई दिल्‍ली में राज्यसभा में आज विदेश नीति पर हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों और भारत की वर्तमान विदेश नीति पर सवाल उठाए। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने मोदी को डोकलाम में चीन के साथ जारी तनाव, पाकिस्तान और नेपाल के साथ रिश्ते को लेकर जवाब देने को कहा।

पाक ने दिएतोहफे में हमले
शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान के मुद्दे पर सरकार की नीति साफ नहीं है, पहले कहते हैं कि बात करेंगे लेकिन एक ही बार में बात को खत्म भी कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसा क्या हुआ कि भारत के प्रधानमंत्री अफगानिस्तान के दौरे से लौटते हुए लाहौर चले गए। जब पीएम पाकिस्तान की जमीन पर उतरे तो वहां पर उन्हें न सलामी मिली, न ही गॉर्ड ऑफ ऑनर बल्कि तोहफे में आतंकवादी हमले मिले।
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री अभी तक 65 देशों की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन बताते नहीं क्या बात हुई। पीएम 5 बार अमेरिका जा चुके हैं, प्लेन में अकेले जाते हैं। प्लेन से उतरने का प्रोटोकॉल होता है, लेकिन अकेले उतरते हैं ताकि कोई फ्रेम में न रहे। पहले उन्होंने कहा था कि वह एक के बदले 10 सिर लाएंगे, लेकिन कूटनीति हल्केपन से नहीं चलती है। शर्मा ने कहा कि हाल में एनएसए अजीत डोभाल भी चीन गए थे, लेकिन क्या बात हुई कोई आइडिया नहीं, आखिर ये क्या हो रहा है। वहीं नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने चर्चा के दौरान पीएम के मौजूद होने का मुद्दा भी उठाया लेकिन सुषमा ने कहा कि पीएम इस चर्चा के दौरान मौजूद नहीं रहेंगे।

जदयू नेता शरद यादव ने कहा चीन की ओर से जो बयान आते हैं तो काफी तकलीफ होती है। हमारे देश की जनता अगर मजबूत होगी, तो ही हमारी सेना भी मजबूत होगी। हमने पिछले 70 वर्षों में अपनी जनता को मजबूत नहीं किया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश को अच्छा विदेश मंत्री मिला है, लेकिन उसका अच्छा इस्तेमाल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि आप हरिया की तरह काम कर रही हैं, लेकिन कक्का कोई और है। पूरा देश आपके साथ है, अगर जरुरत पड़ी तो हम हाथ-पैर से भी लड़ने को तैयार हैं।

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