10 सितम्बर ; उत्तराखण्ड गौरव दिवस ; मुख्‍यमंत्री

img_9776उत्तराखण्ड विधानसभा में जो गेट बनाये जा रहे है उन गेटो का नाम भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत एवं श्रीदेव सुमन के नाम से रखे जाने का निर्णय लिया गया है साथ ही देहरादून में स्थित विज्ञान भवन की स्थापना की जा रही है जिसका शिलान्यास आज किया गया है उसका नाम भी पं0 गोविन्द बल्लभ पंत के नाम से रखा जायेगा ;  भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत की 129वीं जयन्ती के अवसर पर खूॅट में आयोजित एक कार्यक्रम www.himalayauk.org (HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND) Newsportal & Daily Newspaper) CS JOSHI- EDITOR (mob. 9412932030, mail; himalayauk@gmail.com) 

अल्मोड़ा 10 सितम्बर, 2016(सू0वि0)- जमींदारी उन्मूलन व सामाजिक समरसता के लिए जिन्होंने हमेशा कार्य किया उनके आदर्शांे को हमें ग्रहण करना होगा यह बात प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत की 129वीं जयन्ती के अवसर पर खूॅट में आयोजित एक कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि इनके जन्मदिवस को उत्तराखण्ड गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया है ताकि आने वाली युवा पीढ़ी उनके आदर्शो पर चल सके। मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पं0 जवाहर लाल नेहरू ने पं0 गोविन्द बल्लभ पंत को उत्तरी भारत के समग्र विकास हेतु जिम्मेदारी सौंपी थी जिसका उन्होंन बखूबी से निर्वहन किया। उन्होंने गृहमंत्री के रूप में कार्य कर जो कार्य किये वह हमेशा हमारे लिए प्रेरणादायी रहे साथ ही उन्होंने समाज के निर्बल व असहाय लोगो को साथ लेकर और उनके जीवन स्तर को आगे बढ़ाने का जो कार्य किया वह आज के परिपेक्ष्य में हम सब के लिए मील का पत्थर साबित होगें। खूॅट पहुॅचने पर उन्होंने पंत स्मारक में पंत जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार महिला सशक्तीकरण सहित उन्हें आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाने के लिए अनेक महत्वाकाक्षीं योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है ताकि उनका जीवन स्तर ऊॅचा उठ सके इसके साथ ही यहाॅ की शिल्पकला को आगे बढ़ाने के लिए शिल्प पुरस्कार सहित अनेक योजनायें चलायी जा रही है ताकि विलुप्त हो रही शिल्पकला पुनर्जीवित हो सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा के उन्ययन के प्रति सरकार गम्भीर है और इस ओर अभिनव प्रयोग किये जा रहे है ताकि उत्तराखण्ड शिक्षा का हब बन सके। व्यवसाय के क्षेत्र में प्रदेश ने आशातीत प्रगति की है और विकसित राज्यों में अपनी अलग पहचान बनायी है।
मा0 मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उत्तराखण्ड विधानसभा में जो गेट बनाये जा रहे है उन गेटो का नाम भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत एवं श्रीदेव सुमन के नाम से रखे जाने का निर्णय लिया गया है साथ ही देहरादून में स्थित विज्ञान भवन की स्थापना की जा रही है जिसका शिलान्यास आज किया गया है उसका नाम भी पं0 गोविन्द बल्लभ पंत के नाम से रखा जायेगा। कोसी बैराज का नाम स्व0 रामप्रसाद के नाम से रखने की भी घोषणा उन्होंने की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि यदि अल्मोड़ा नगरवासी आपसी सहमति बना सके तो उसके समीपस्थ क्षेत्रों को मिलाकर उसे नगर निगम का दर्जा दिलाये जाने पर विचार किया जायेगा साथ ही उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा नगर की अधूरी पड़ी सिवरेज योजना के लिए भी आपसी विचार विमर्श के बाद ही निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आयोजन समिति ने ज्योली इण्टर कालेज का नाम स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी पं0 गोर्वधन शर्मा के नाम से रखने के लिए अनुरोध किया है उस पर शीघ्र निर्णय लिया जायेगा इसके अलावा तेरह सूत्रीय माॅगपत्र उन्हें सौपा गया जिस पर उन्होंने कहा कि चरणबद्व तरीके से इन्हें स्वीकृत किया जायेगा। मा0 मुख्यमंत्री ने इस अवसर भृक्षावृत्ति करने वाले 05 बच्चों व 10 पर्यावरण मित्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया और जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा गरीबो एवं साधन विहीन परिवारों के बच्चों के लिए किये जा रहे इस तरह के अभिवन प्रयोगो की प्रशसां की। सर्वशिक्षा अभियान की समन्वयक प्रेरणा गुरूरानी ने इस पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि पं0 गोविन्द बल्लभ पंत का व्यक्तित्व हम सब के लिए प्रेरणादायी ही नहीं अनुकरणीय है हमको उनके आदर्शों पर चलकर प्रदेश को विकास की दौड़ में आगे बढ़ाना होगा। इसके अलावा राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश जोशी, पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चैहान, विधायक कपकोट ललित फस्र्वाण, अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र बाराकोटी, केवल सती, अख्तर हुसैन, आनन्द सिंह, ग्राम प्रधान ललित पंत, जिला पंचायत सदस्य विशन सिंह सहित अनेक लोगो ने अपने विचार रखे।
संसदीय सचिव एवं विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि पं0 गोविन्द बल्लभ पंत ने हमेशा ग्रामीण क्षेत्र के उत्थान की सोच को लेकर कार्य किया और गरीबो का जीवन स्तर ऊॅचा उठ सके उसके लिए अनेक महत्वाकाक्षीं योजनायें चलायी जिसका परिणाम हमारे पर्वतीय क्षेत्र के लिए वरदान साबित हुआ। उन्होंने कहा कि इसी सोच को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्य कर रहे है जिसके परिणामस्वरूप आज अल्मोड़ा में आवासीय विश्वविद्यालय का सपना पूरा हो सका यही नहीं अन्र्तराज्यी बस अडडा व मेडिकल कालेज भी शीघ्र अस्तित्व में आ जायेंगे। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र की अनेक समस्याओं पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में वयोवृद्व स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी देवेन्द्र सनवाल को आयोजन समिति द्वारा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी सविन बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के0एस0 नगन्याल, मुख्य विकास अधिकारी प्रकाश चन्द्र, परियोजना निदेशक डी0डी0 पंत, उपजिलाधिकारी विवेक राय, एन0एस0 नगन्याल, पुलिस उपाधीक्षक आर0एस0 टोलिया, कमल राम, जिला पंचायत अध्यक्ष पार्वती मेहरा, पूर्व अध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा, ब्लाॅक प्रमुख पीताम्बर पाण्डे, हरीश बनौला, दुग्ध संघ के अध्यक्ष दीप डागीं, पूर्व ब्लाॅक प्रमुख धर्म सिंह मेहरा, नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला, होटल ऐसोशिएसन के अध्यक्ष राजेश बिष्ट, त्रिलोचन जोशी, अमरनाथ सिंह रावत, जमन सिंह बिष्ट, लता तिवारी, स्नेहलता पंत, बालम भाकुनी, रमेश भाकुनी, राजेन्द्र सिंह टंगड़िया, जसवन्त सिंह अधिकारी, राजेन्द्र चैहान, संजय दुर्गापाल, परितोष जोशी सहित अनेक लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ग्राम प्रधान ललित पंत व चन्दन सिंह भोज ने किया। इस अवसर पर स्थानीय बच्चों व संस्कृति विभाग के कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस अवसर पर बहुउदेशीय शिविर का आयोजन किया गया जिसमें विधवा व विकंलाग के एक दर्जन से अधिक फार्म भरे गये एवं समाज कल्याण पुर्नवास विभाग द्वारा 04 कान की मशीन, 05 लाठी, 01-01 व्हील चेयर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 145 लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और दवाईयाॅ बाॅटी गयी एवं राजस्व विभाग द्वारा 10 आय प्रमाण पत्र बनाये गये।

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