उत्तराखण्ड पुलिस में हमेशा से समर्पण की भावना; मुख्यमंत्री

IMG_3812(www.himalayauk.org) Bureau Report; दिनांक 11 जुलाई 2016 को पुलिस लाईन देहरादून में आयोजित सीधी भर्ती के 327 उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस/प्लाटून कमाण्डर/अभिसूचना प्रशिक्षुओं की दीक्षान्त परेड में मुख्य अतिथि के रूप में श्री हरीश रावत, माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड, विशिष्ट अतिथि प्रीतम सिंह, माननीय गृह मंत्री उत्तराखण्ड उपस्थित हुये। माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय गृह मंत्री द्वारा परेड का मान-प्रणाम ग्रहण किया गया तथा माननीय मुख्यमंत्री द्वारा दीक्षान्त परेड का निरीक्षण किया गया। माननीय मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण में मनोज नौटियाल निवासी जनपद पौड़ी को सर्वांग विजेता/आन्तरिक विषयों में सर्वोत्तम आने पर सोर्ड आफ आनर तथा विजय कुमार निवासी जनपद अल्मोड़ा को बाहरी विषयों में सर्वोत्तम आने एवं परेड कमाण्डर भवर सिंह निवासी जनपद देहरादून को सर्वोत्तम अनुशासन बनाये रखने पर सम्मानित किया गया। माननीय मुख्यमंत्री ने श्री ब्रज राज, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण महाविद्यालय मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश को भी उक्त 327 प्रशिक्षुओं को उत्तम प्रशिक्षण प्रदान किए जाने के लिए स्मृति चिन्ह प्रदान किया ।

पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, मुरादाबाद से प्रशिक्षण प्राप्त करके आए नए प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों की दीक्षान्त परेड़ का मुख्यमंत्री हरीश रावत ने निरीक्षण किया। बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि शानदार परेड़ को देखकर वे उत्साहित महसूस कर रहे हैं। समाज व राज्य के लिए पुलिस का महत्व क्या होता है, यह किसी से छिपा नही है। उत्तराखण्ड पुलिस में हमेशा से समर्पण की भावना रही है। कर्तव्य निर्धारण के साथ ही राज्य पुलिस का मानवीय पक्ष भी प्रशंसनीय रहा है। पुलिस कल्याण कोष को राज्य के संसाधनों के अनुसार बढ़ाकर दोगुना तक किया जाएगा। मृतक पुलिसकर्मियों के आश्रितों के मामले टाईमबाउंड तरीके से 3 माह में निस्तारित किए जाएंगे।। दीक्षान्त परेड़ में प्रतिभाग करने वाले नए प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों को स्पेशल इंसेंटिव दिया जाएगा। उन्होंने ड्रग्स के खिलाफ जनजागरूकता व इसके कारोबार में लगे लोगों को पकड़ने के लिए निरंतर अभियान चलाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि स्थाई प्रशिक्षण की व्यवस्था के लिए अगले वर्ष नरेंद्र नगर टिहरी में पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के अधूरे कार्यों को पूरा किया जाएगा। कानून व्यवस्था कायम करने के साथ ही स्मार्ट पुलिसिंग, मानवीय व सामाजिक दायित्वों की पूर्ति व  आपदा राहत कार्यों में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हरिद्वार में कुम्भ, अर्धकुम्भ व कांवड़ के समय उमड़ने वाली भीड़ के प्रबंधन में हमारी पुलिस ने अपनी दक्षता सिद्ध की है। एसडीआरएफ के रूप में उत्तराखण्ड पुलिस ने एक बेहतरीन संस्था दी है। एसडीआरएफ को और अधिक आधुनिक उपकरणों व तकनीक से सुसज्जित किया जाएगा। उन्होंने एसडीआरएफ के साथ एक वालंटियर कोर सम्बद्ध करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं व अन्य राज्यों के साथ संवेदनशील सीमाओं को देखते हुए इंटेलीजेंस को और पुख्ता किए जाने की जरूरत है। भूमि, खनन में माफियाओं पर लगाम कसने में एसआईटी प्रभावी रही है। राज्य पुलिस की बेहतर कार्यशैली का ही परिणाम है कि हमारी छवि शांतिप्रिय राज्य की बनी हुई है। आपरेशन स्माईल के लिए जितनी सराहना की जाए कम है। एंटी ड्रग अभियान संचालित किया जा रहा है। इसमें लगे माफियाओं तक यह संदेश जाना चाहिए कि ड्रग से युवा पीढ़ी को बर्बाद करने वालों को किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। राज्य में पुलिस को सुदृड़ करने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। पिछले कुछ समय में 28 नए थाने व 16 रिपोर्टिंग चैकियां खोली गई हैं। पुलिस कल्याण कोष में वर्तमान में बजट 4करोड़ रूपए है। इसे बढ़ाकर दोगुना तक करने का प्रयास किया जाएगा। पुलिस को वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के अनुसार कुछ नए वाहन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। होम गार्ड का मानदेय बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव गृह को पुलिस विभाग से संबंधित मामलों का निस्तारण तेजी से करने के निर्देश दिए। पदोन्नतियों के मामलों में कोताही नहीं होनी चाहिए। मृतक पुलिसकर्मियों के आश्रितों के मामले टाईमबाउंड तरीके से 3 माह में निस्तारित कर दिए जाएं। आज की परेड़ में प्रतिभाग करने वाले नए प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों को स्पेशल इंसेंटिव दिया जाए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, मुरादाबाद का भी आभार व्यक्त किया।

गृहमंत्री प्रीतम सिंह ने कहा कि पुलिस को कठिन परिस्थितियों में काम करना होता है। उन्होंने अपेक्षा की कि नए शामिल किए गए उपनिरीक्षक अपने कर्तव्यों के लिए अपना सर्वस्व त्याग करने के लिए तत्पर रहेंगे। पुलिस महानिदेशक एमए गणपति ने बताया कि 327 प्रशिक्षु उपनिरीक्षक विधिवत रूप से राज्य पुलिस में शामिल हुए हैं। इनमें 96 महिला व 231 पुरूष उपनिरीक्षक हैं।  राज्य पुलिस द्वारा गुमशुदा बच्चों को उनके परिवार से मिलाने के लिए आपरेशन स्माईल प्रारम्भ किया गया। इसमें 933 बच्चों को बरामद किया गया जो कि बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा भी हमारे अधिकारियों को सम्मानित किया गया है।

श्री एम0ए0गणपति, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने अपने सम्बोधन में पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के सहयोग से प्रशिक्षित उप निरीक्षक उत्तराखण्ड को पुलिस परिवार का हिस्सा बनने पर बधाई देते हुए, उनके प्रशिक्षकों और विशेष रूप से प्रधानाचार्य, पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, मुरादाबाद और उनके सभी सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होने कहा कि मा0मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन व निर्देश पर मित्र पुलिस की भूमिका को साकार करने तथा जनता व पुलिस के माध्य आपसी समन्वय,सहयोग एवं प्रत्येक जनपद की स्थानीय समस्याओं को समाधान निकालने हेतु ‘‘ जन सहभागिता एक पहल‘‘ नामक कार्ययोजना बनाई गयी है, इसमें Public Outreach को प्राथमिकता दी गयी है। उदाहरणतः जनपद देहरादून में ड्रग्स की समस्याओं को दूर करने, हरिद्वार में तीर्थ यात्रियों की सहायता तथा उनकी समस्याओं का समाधान, जनपद उधमसिहनगर में श्रमिकों व पुलिस के मध्य जन सहभागिता, जनपद नैनीताल में पयर्टन व्यवस्था में शामिल लोगों व पुलिस के मध्य उचित तारतम्य तथा पर्वतीय जनपदों में बेहतर आपदा प्रबन्धन हेतु आमजन एवं पुलिस में क्षमता के विकास की कार्ययोजना बनाई गयी है। उन्होने बताया कि उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा गुमशुदा बच्चों की तलाश एवं उनके पुनर्वास हेतु आपरेशन स्माइल अभियान चलाया गया जिसके अन्तर्गत प्रदेश में जनवरी2015 से जून-2016 तक चलाये गये आपरेशन स्माइल अभियान में कुल-935 बच्चों को बरामद किया गया है।

श्री गणपति ने कहा की विगत वर्षों में माननीय मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व के अधीन, माननीय गृह मंत्री जी एवं शासन के सतत् सहयोग से पुलिस विभाग ने प्रगति के नये आयाम स्थापित किये है, जैसे पुलिस विभाग के निरीक्षक एंव उप निरीक्षक सवंर्ग के कार्मिकों का वेतन उच्चीकरण, उप निरीक्षक एंव कान्स0 के पदों का सृजन, विभिन्न पदों पर पदोन्नतिया, 28 नये थानों की स्वीकृति एवं 01 साईबर थाना की स्थापना, राज्य में किसी प्राकृतिक व अप्राकृतिक आपदा के समय तत्काल राहत एवं बचाव आदि कार्यों को त्वरित व प्रभावी रूप से सम्पादित किये जाने के उद्देश्य से एस0डी0आर0एफ0 का गठन, भूमि सम्बन्धी विवादों से सम्बन्धित अभियोगों की विवेचना हेतु एस0आई0टी0 का गठन, राज्य में अवैध खनन पर प्रभावी नियंत्रण के लिये अवैध खनन निरोधक सतर्कता इकाई का गठन आदि के साथ-साथ चार धाम यात्रा डियूटी पर नियुक्त पुलिस कर्मियों एवं भू-स्खलन आदि के कारण यात्रा मार्ग में फंसे यात्रियों के भोजन आदि व्यवस्था हेतु रूपये-01 करोड 05 लाख का अनुदान स्वीकृत किया गया है।

कार्यक्रम के दौरान माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड एवं गृहमंत्री द्वारा ‘‘आपरेशन स्माइल‘‘ एवं ‘‘जनसहभागिता एक पहल‘‘ पुस्तिका का विमोचन किया गया। अन्त में श्री गणपति द्वारा 327 उपनिरीक्षक प्रशिक्षुओं को शपथ दिलाई गयी।

उपरोक्त दीक्षान्त परेड में श्री अनिल के0 रतूड़ी, अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था, श्री अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना/सुरक्षा, श्री राम सिंह मीना अपर पुलिस महानिदेशक,प्रशासन, श्री दीपम सेठ, पुलिस महानिरीक्षक, कानून व्यवस्था, श्री संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र, श्री जी0एस0मार्तोलिया, पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस मुख्यालय आदि पुलिस अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए।

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