वेंकैया नायडू : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय- पोर्टल की खबर पर मोहर लगी

CABINET NEWहिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल ने 5 जुलाई को खबर प्रसारित की थी कि आज नये सूचना एवं प्रसारण मंत्री देश को मिल सकते हैं,  आखिरकार शाम होते होते इसकी सूचना आ गयी, तथा हिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल की खबर पर मोहर लग गयी-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में 19 नए मंत्रियों को शामिल करने के बाद विभागों में फेरबदल किया है। सूत्रों के मुताबिक स्मृति ईरानी की जगह पर प्रकाश जावड़ेकर को मानव संसाधन विकास मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। स्मृति ईरानी अब कपड़ा मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगी।

वेंकैया नायडू को सूचना प्रसारण मंत्रालय दिया गया है। पहले अरुण जेटली के पास इस मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार था। सदानंद गौड़ा से कानून मंत्रालय ले लिया गया है और अब रविशंकर प्रसाद को कानून मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। नरेंद्र सिंह तोमर को ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया है। चौधरी वीरेंद्र सिंह अब तक इस विभाग को देख रहे थे।
स्मृति ईरानी की जगह प्रकाश जावडेकर को मानव संसाधन मंत्री बनाया जाएगा.

क्यों हुआ वन एंव पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर का प्रमोशन. आज यही सवाल हर किसी की जेहन में है. लेकिन इस जवाब बहुत साफ है. जावडेकर अब नये मानव संसाधन विकास मंत्री होंगे. ईरानी को अब कपड़ा मंत्रालय दिया गया है.

ईरानी टेक्सटाइल मिनिस्टर होंगी. नरेंद्र सिंह तोमर ग्रामीण विकास मंत्री बने. जयंत सिन्हा वित्त राज्य मंत्री नहीं रहे. अब ये विमानन राज्य मंत्री होंगे. चौधरी विरेंद्र सिंह से भी ग्रामीण विकास मंत्रालय छिन लिया गया है. अब नरेंद्र सिंह तोमर ग्रामीण विकास मंत्रालय. एमजे अकबर विदेश राज्य मंत्री बनाये गये हैं.
संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार होंगे. सदानंद गौड़ा की जगह रविशंकर प्रसाद कानून मंत्री बने.
मोदी सरकार के मंत्री और उनके मंत्रालय इस प्रकार हैं: वेंकैया नायडू : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय अनंत कुमार : संसदीय कार्य मंत्री सदानंद गौड़ा : सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन रविशंकर प्रसाद : कानून एवं विधि मंत्रालय स्‍मृति ईरानी : कपड़ा मंत्रालय जयंत सिन्‍हा : नागर विमानन राज्‍य मंत्री विजय गोयल : युवा मामलों के राज्‍य मंत्री चौधरी बिरेंदर सिंह‍ : इस्‍पात मंत्रालय अर्जुन मेघवाल : वित्‍त राज्‍य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर : ग्रामीण विकास राज्‍य मंत्री एमजे अकबर : विदेश राज्‍य मंत्री – डिग्री विवाद
स्मृति के मंत्री बनने के साथ ही उनकी डिग्री का विवाद शुरू हो गया.. स्मृति ईरानी पर चुनावी शपथपत्र में अपनी डिग्री की गलत जानकारी देने का आरोप लगा. एक शपथपत्र में स्मृति ने डीयू से साल 1996 में बीए की डिग्री लेने की जानकारी दी. वहीं दूसरे शपथ पत्र में उन्होंने 1994 में दिल्ली के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से बीकॉम पार्ट वन की परीक्षा पास होने जानकारी दी.

डीयू ग्रेजुएट कोर्स विवाद

दिल्ली यूनिवर्सिटी यानी डीयू ने मौजूदा दौर की जरूरतों का हवाला देते हुए ग्रेजुएट डिग्री का कोर्स 4 साल किया था. मई 2014 में स्मृति ईरानी शिक्षा मंत्री बनीं… उसके तुरंत बाद यूजीसी के आदेश पर डीयू को इसे मजबूरन वापस लेना पड़ा.
आंबेडकर पेरियार ग्रुप विवाद

IIT मद्रास में दलित छात्रों के ग्रुप आंबेडकर पेरियार पर कार्रवाई को लेकर भी स्मृति मंत्रालय की आलोचना हो चुकी है. शिक्षा मंत्रालय की ओर से IIT मद्रास को एक शिकायत भेजी गई. जिसमें कहा गया कि आंबेडकर पेरियार ग्रुप मोदी सरकार की आलोचना कर रहा है और समाज में नफरत फैला रहा है. IIT ने इस ग्रुप पर बैन लगा दिया. बाद में होहल्ला मचने पर बैन हटाया गया.

हैदराबाद यूनिवर्सिटी विवाद
हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी पर भी स्मृति के मंत्रालय की किरकिरी हो चुकी है. शिक्षा मंत्रालय ने
केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय की शिकायत का हवाला देते हुए यूनिवर्सिटी के कुछ दलित छात्रों के खिलाफ बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी के एक छात्र नेता की पिटाई की शिकायत दी थी. इस मामले में दलित छात्रों के ग्रुप को यूनिवर्सिटी हॉस्टल से निकाल दिया गया था. बाद में रोहित वेमुला नाम के दलित छात्र की खुदकुशी से ये मामला गरमा गया था. रोहित वेमुला की खुदकुशी के मुद्दे पर संसद में स्मृति ने कई ऐसे तथ्य रखे थे जिस पर अस्पताल की डॉक्टर, रोहित की मां ने सवाल उठाए. विरोधियों ने स्मृति पर संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया

जेएनयू में नारेबाजी का विवाद
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी देशविरोधी नारे लगाने के आरोप में हुई थी.. जमानत पर छूटे कन्हैया ने स्मृति पर जमकर निशाना साधा था..

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक यूनिवर्सिटी के दर्जे को लेकर भी स्मृति ईरानी का मंत्रालय सवाल उठा चुका है. मंत्रालय अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक दर्जा देने के पक्ष में नहीं है.

आईआईटी कैंटीन विवाद

स्मृति ईरानी का मंत्रालय IIT कैंटीन विवाद में भी फंस चुका है. मंत्रालय ने IIT संस्थानों को निर्देश जारी कर कहा था कि IIT के हॉस्टलों में नॉनवेज खाने परोसे जाने से शाकाहारी छात्रों पर बुरा असर पड़ता है, लिहाजा शाकाहारी छात्रों के लिए अलग हॉस्टल बनाया जाये

काकोडकर विवाद

आईआईटी मुंबई बोर्ड के अध्यक्ष पद से परमाणु वैज्ञानिक ने इस्तीफा दे दिया था..

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