जिहादी आतंकवादियों पर सरकार कड़ी कारवाही करें ;विश्व हिन्दू परिषद्

सरकार तुरंत सभी मदरसे बंद करें- विश्व हिन्दू परिषद् की माँग

विहिंप ने लोगों से शान्ति बनाएं रखने और लोकतांत्रिक रीति से ही विरोध दर्शाने का आवाहन किया। यह भी कहा कि शाल , सेब , केसर , अखरोट आदि कश्मीरी वस्तुओं का बहिष्कार करें और दुकानों / कारखानों में कश्मीरी मुसलमानों को नौकरी ना दे -डा प्रवीण भाई तोगड़िया, अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष-विहिप

कश्मीरी और देशभर के जिहादी आतंकवादियों पर सरकार कड़ी कारवाही करें !
विश्व हिन्दू परिषद् की माँग
नयी दिल्ली , ११ जुलाई २०१७

कश्मीर में अमरनाथ के दर्शन कर लौटनेवाली बस पर अनंतनाग के पास जिहादियों के १० जुलाई २०१७ को हमला किया ; गोलीबारी में कई यात्रियों की मौत हुयी और कई घायल हुएं। उन्ही जिहादीयोंने पहले सीआरपीएफ पोस्ट पर, फिर बस की सुरक्षा की पुलिस टुकड़ी पर भी हमला किया; जिहादी बाइक पर आएँ और हमला कर भागने भी कामयाब हुएं।
इस भयंकर जिहादी हमले की और काश्मीर में भारत के सुरक्षा बलों पर लगातार हो रहें हमलों की कड़ी निंदा करते हुए विश्व हिन्दू परिषद् ने सरकार से माँगें की हैं :
१) सम्पूर्ण विश्व जिहादी आतंक के दुष्ट और भयंकर हमलों से पिछले कई दशकों से त्रस्त हैं। जिहादी आक्रामकों के विनाशकारी हमलों के कारण और फिर ४५० वर्षों के उन के राज के कारण भारत जिहादी आतंक से १४०० वर्षों से पीड़ित है। आज आधुनिक युग में जिहादी आतंक का बाहरी स्वरुप बदला है; लेकिन उन की जिहादी विचारधारा और क्रूरता वैसी ही है, विचारधारा जो सभी को ख़त्म करना चाहती है जो ‘उन के जैसे ‘ नहीं। विश्व हिन्दू परिषद् माँग करती है कि
भारत सरकार यह वैश्विक सत्य अब तो समझें और ऐसे जिहादियों को नौकरी / शिक्षा आदि देना ; उनसे बातचीत करते रहना ये तुष्टिकरण अब बंद करें और तुरंत उनपर कड़ी कारवाही करें। जैसे अमरीकी अध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, “ये जिहादिस्ट इस्लामिस्ट दुनिया की जमीन और लोग इनपर नियंत्रण चाहते हैं। हमें जिहादी इस्लामिक आतंक को ख़त्म करना ही होगा। ” अब भारत सरकार भी यह समझें और शब्दों के खेल ना करते हुए भारत भर में जिहादी आतंक को ख़त्म करने में तुरंत लगें, वरना, काश्मीर ही नहीं , समूचा भारत जिहादी आतंक के रोज रोज के हमलों का शिकार हो जाएगा
२) भारत की सेना में और देश / कश्मीर के अन्य सुरक्षा बलों में कश्मीरी मुसलमानों की भर्ती तुरंत बंद करें सरकार। वे भर्ती होते हैं और बंदूकें आदि हथियार लेकर भाग जाते हैं और हमारी से सेना और जनता पर जिहादी हमले करते हैं। जिन्हें भर्ती किया गया है, उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए।
३) मानसिक और राजनीतिक / नीतिगत नकारात्मक भूमिका (डिनायल ) से अब तो बाहर आएँ केंद्र सरकार और सभी सरकारें ; कश्मीरी मुसलमान युवाओं को ‘मेरे भोले भाले भटके हुए बच्चें ‘ कहना बंद करें सरकार और मान्य करें कि जिहादी आतंक भारत के लिए अभी तुरंत बड़ा खतरा है। जिहादियों के सभी ठिकाने , उन्हें आश्रय देनेवाले स्थानीय लोग / संस्था / मदरसा आदि; उन के आर्थिक स्रोत और उन्हें हथियार देनेवाले सभी लोग / देश इनपर भारत सरकार तुरंत कड़ी कारवाही देश – विदेशों में कर उन्हें सम्पूर्ण ख़त्म करें, तभी जिहादी आतंकियों द्वारा लगातार होनेवाला हमारी सुरक्षा बलों का और नागरिकों का ‘लिंचिंग ‘ (Lynching ) बंद हो जाएगा।
४) देश – विदेशों में ‘अच्छा ‘ , ‘सेक्युलर ‘ दिखने के लिए और मुसलमानों तुष्टिकरण करने के लिए हिन्दुओं को ‘गुंडा ‘, ‘हिंसक ‘ आदि कहते रहने की फैशन आयी है। राजनेता / कई राजनीतिक पक्ष / कुछ मीडिया / समाजसेवा का चोला ओढ़ें कुछ संगठन / कुछ तथाकथित ‘बुद्धिवादी’ ये ऐसी हिन्दुओं को जलील करने की हरकतों में लगें हैं। सरकारें और अन्य सभी अपनी एनर्जी हिन्दुओं को दोष देने में लगाने की जगह जिहादी आतंक को देश से ख़त्म करने में लगाएंगे तो देश बचेगा। जिहादी विचारधारा के लोगों को शिक्षा / नौकरी / सम्मान / पक्ष में स्थान आदि देने में देश के बहुसंख्य करदाताओं के रुपये खर्च ना करें सरकारें ; ये जिहादी इन सभी का उपयोग अपनी जिहादी विचारधारा फैलाकर देश ख़त्म करने में लगते हैं और देश का लोकतंत्र भी चतुराई से उस के लिए उपयोग करते हैं।
५) सभी राज्य सरकारें यात्रा / टूरिस्ट स्थानों पर / होटल्स में / बाझारों में / रेलवे स्थानकों पर आदि कश्मीरी मुसलमानों की दुकानें बंद करें।
६) दुनियाभर से जिहादी संगठन आइसिस , अल कायदा , हिझ्बूल आदि में शामिल होने अन्य धर्मों के युवा आकर्षित किए जा रहें हैं। गले काटनेवाला आइसिस का जिहादी जॉन , ब्रिटैन से सीरिया जाने निकली लडकियां अभी भी देश भुला नहीं। भारत में केरल, आंध्र, कर्नाटक, महाराष्ट्र, काश्मीर आदि से जिहादी गुटों में शामिल होने ईसाई और हिन्दू युवाओं – युवतियों को आकर्षित किया जा रहा है। जब इस्लाम अपनाकर वे मुसलमान होते हैं तब वे ईसाई या हिन्दू नहीं रहते, सिर्फ जिहादी आतंकी होते हैं। सरकारें और मीडिया उन्हें ‘ईसाई ‘ ‘हिन्दू ‘ आतंकी कहना बंद करें और सच्चाई समझें। हिन्दू संगठनों के सेवा कार्यों के पीछे आय बी लगाने की जगह सरकार भी ऐसे युवाओं को बहकाने वाले गुटों को ढूढें।
७) संपूर्ण जम्मू कश्मीर (पाकव्याप्त सहित ) भारत का अभिन्न अंग है , सरकार अब यह सिर्फ कहना बंद करें। कश्मीर से धारा ३७० हटाएँ , पाकव्याप्त कश्मीर पर हमला कर उसे कब्ज़ा करें और पाकिस्तान , चीन से इन विषयों पर बातचीत बंद करें।
८) अमरनाथ यात्रा युगों से है। यात्रियों की सुरक्षा केंद्र और राज्य सरकारों की जिम्मेदारी हैं। वचनों की पूर्ति कर सुरक्षा दें सरकारें , वरना हिन्दुओं का आक्रोश लोकतांत्रिक रीति से चुनावों में भुगतें।
९) काश्मीर में लगातार जिहादी हमले यह सरकार की गलत नीतियों का और कृतियों का परिणाम है। सरकार कश्मीर में सेना को सम्पूर्ण अधिकार दें।
१० ) सरकार अब तो एक डिफेन्स मिनिस्टर नियुक्त करें जो सिर्फ वही मंत्रालय सम्हालें।
११) विश्व में सभी ने जिहादी आतंक की गंभीरता जानी है। विदेशों में उस पर बोलना और देश में कृति नहीं ऐसा देश के लिए ठीक नहीं। सरकार तुरंत सभी मदरसे बंद करें।

 

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