हौसला बढ़ाने के लिए इन देशो में भी म्यूजिकल लेजर लाइट की गई थी
नई दिल्ली- डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि भारत की हालत यूरोप के देशों की तुलना में बेहतर है. पिछले कुछ दिनों में संक्रमितों की संख्या में अचानक आई तेजी सिर्फ एक घटना की वजह है. हमारे प्रयासों की वजह से बड़े और अन्य पश्चिमी देशों की तुलना में हमारी स्थिति बहुत बेहतर है.
डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में जनवरी के तीसरे सप्ताह में पहला मामला आया था. तब से अन्य यूरोपीय देशों की तुलना में संख्याएं अपेक्षाकृत संतुलित हैं. किसी भी घटना से निपटने के लिए 40,000 वेंटिलेटर अलग-अलग अस्पतालों में हैं. साथ ही वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाई जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने दावा किया कि वेंटिलेटर की तरह मास्क और पीपीई की उपलब्धता पर्याप्त संख्या में है और इनका ऑर्डर दे दिया गया है. यदि स्थिति उत्पन्न होती है, तो इन वस्तुओं की कमी नहीं होने दी जाएगी. भारत में अब तक कोरोना मरीजों की संख्या 2500 को पार कर गई है.
कोरोना वायरस का कहर अपने चरम पर है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को लॉकडाउन के नौवें दिन अपील की है कि कोरोना के अंधकार को मिटाने के लिए 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट तक दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या फिर फोन की फ्लैश लाइट अपनी बालकनी से जलाकर एकजुटता का संदेश दें. आपको बता दें, भारत पहला देश नहीं है, जो ऐसा कर रहा है. इससे पहले भी इटली कुछ ऐसा ही कर चुका है. कोरोना वायरस भले ही चीन से आया हो, लेकिन तबाही सबसे ज्यादा चीन से 8,659 किमी दूर इटली में मचा रहा है, चीन से भी ज्यादा बल्कि दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें कोरोना की वजह से इटली में ही हो रही हैं. यहां काफी पहले लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था. पर यहां के लोगों ने हिम्मत नहीं हारी, हौसला बढ़ाने के लिए यहां म्यूजिकल लेजर लाइट भी की.
कोरोनो वायरस संकट के बीच इटली में लोगों ने म्यूजिकल लेजर लाइट शो में हिस्सा लिया था और लोगों का हौसला बढ़ाया था. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि भारत दूसरा देश है जो लॉकडाउन के दौरान लाइटिंग कर मुश्किल घड़ी में एक दूसरे की हिम्मत बढ़ाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 April 20 शुक्रवार की सुबह 9 बजे देश के नाम वीडियो मैसेज के जरिए संदेश साझा किया #, हम अपने अपने घरों में जरूर हैं, लेकिन हम में से कोई अकेला नहीं है.# सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है,# जनता जनार्दन, ईश्वर का ही रूप होती# जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए # हमें निरंतर प्रकाश की ओर जाना है # कोरोना संकट से पैदा हुई निराशा से आशा की तरफ ले जाना है # इस रविवार 5 अप्रैल को, हम सबको मिलकर, कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है,# प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है #5 अप्रैल को हमें, 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है.# घर की सभी लाइटें बंद करेंगे, चारों तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तब प्रकाश की उस महाशक्ति का ऐहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं, ये उजागर होगा
हालांकि वीडियो संदेश के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों में डर दिखा
हालांकि वीडियो संदेश के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों में डर दिखा। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को बार-बार बातों-बातों में आगाह किया है। कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को अलग-अलग तरह से एकजुट करने में लगे हुए हैं। 22 मार्च जनता कर्फ्यू का ऐलान कर ताली और थाली बजाने के लिए लोगों को प्रेरित किया। अब 5 अप्रैल रात 9 बजे 9 मिनट घर की लाइटें बंद कर मोमबत्ती, दीपक और टॉर्च से उजाला करने को कहा है। लेकिन इस दौरान प्रधानमंत्री की बातों में डर दिखा जो कि 22 अप्रैल के अनुभव से पैदा हुआ था। दरअसल, जनता कर्फ्यू के दौरान 5 बजे लोग सड़कों पर उतर आए थे। ताली, थाली और शंख बजाकर जश्न मनाया। ऐसा फिर से 5 अप्रैल रात 9 बजे होने का डर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों में दिखायी दिया। इसके कारण लोगों को आगाह करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बार-बार कहा कि कहीं पर और कहीं भी इकट्ठा नहीं होना है। सोशल डिस्टेंसिंग की सीमा को नहीं लाघना है। किसी भी हालत में लॉकडाउन को तोड़ना नहीं है। कोरोना की चैन तोड़ने का यही रामबाण इलाज है।
कोरोनावायरस के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार की सुबह 9 बजे देश के नाम वीडियो मैसेज के जरिए संदेश साझा किया- पीएम मोदी ने कहा, ”ये लॉकडाउन का समय जरूर है, हम अपने अपने घरों में जरूर हैं, लेकिन हम में से कोई अकेला नहीं है. 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है, हर व्यक्ति का. हमारे यहां माना जाता है कि जनता जनार्दन, ईश्वर का ही रूप होती है. इसलिए जब देश इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो, तो ऐसी लड़ाई में बार-बार जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए. हमें निरंतर प्रकाश की ओर जाना है, जो इस कोरोना संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, हमारे गरीब भाई-बहन उन्हें कोरोना संकट से पैदा हुई निराशा से आशा की तरफ ले जाना है.”
प्रधानमंत्री ने कहा, ”इस कोरोना संकट से जो अंधकार और अनिश्चितता पैदा हुई है, उसे समाप्त करके हमें उजाले और निश्चितता की तरफ बढ़ना है. इस अंधकारमय कोरोना संकट को पराजित करने के लिए, हमें प्रकाश के तेज को चारो दिशाओं में फैलाना है.”
पीएम मोदी ने लोगों से अपील की कि इस रविवार 5 अप्रैल को, हम सबको मिलकर, कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है, उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है. इस 5 अप्रैल को हमें, 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है. घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में, खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं. और उस समय यदि घर की सभी लाइटें बंद करेंगे, चारों तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तब प्रकाश की उस महाशक्ति का ऐहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं, ये उजागर होगा.”
उन्होंने आगे कहा, ”उस प्रकाश में, उस रोशनी में, उस उजाले में, हम अपने मन में ये संकल्प करें कि हम अकेले नहीं हैं, कोई भी अकेला नहीं है. 130 करोड़ देशवासी, एक ही संकल्प के साथ कृतसंकल्प हैं. मेरी एक और प्रार्थना है कि इस आयोजन के समय किसी को भी, कहीं पर भी इकट्ठा नहीं होना है. रास्तों में, गलियों या मोहल्लों में नहीं जाना है, अपने घर के दरवाजे, बालकनी से ही इसे करना है.”
पीएम मोदी ने बीते गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी। इस बैठक में पीएम मोदी ने सभी राज्यों के सीएमओ के साथ पूर्ण स्थिति और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की है। इस बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल थे। वहीं दूसरी तरफ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद आबादी को किस तरह से कंट्रोल किया जाएगा। ताकि यह महामारी ज्यादा ना फैले और वही इस स्थिति से निपटने के लिए अब क्या क्या काम किए जा रहे हैं। इसमें मौत का आंकड़ा स्वास्थ्य सेवाएं और आगे की रणनीति क्या है ताकि इसकी रोकथाम पूरी तरह से की जा सके जानकारी के लिए बता देगी। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से अब तक करीब 2000 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। वहीं 70 से ज्यादा लोग इस संक्रमण की वजह से अपनी जान गवा चुके हैं। इसके अलावा 117 से ज्यादा लोग इस संक्रमण की वजह से ठीक हो गए हैं। लगातार सरकार लॉकडाउन के बीच लोगों से घर में रहने की अपील कर रही है लॉकडाउन का आज 10वां दिन है। देश में सरकार ने 21 दिन का लॉक लगाया है, जो 14 अप्रैल तक है।
गूगल ने अपने सर्च इंजन में रखा वरियता क्रम में- BY: www.himalayauk.org (Uttrakhand Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Hariwar Mail us; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030## Special Report by Chandra Shekhar Joshi- Chief Editor & G.S. Kurmanchal Parishad Dehradun