समर्पित व निष्ठावान हैं केन्द्रीय मंत्री बनने जा रहे अजय टम्टा
कुमॉचल परिषद उत्तराखण्ड, देहरादून ने श्री अजय टम्टा को केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में शामिल किये जाने पर हर्ष जताते
चन्द्रशेखर जोशी सम्पाद की कलम से- (File Photo: CS JOSHI- EDITOR with Sh. Ajay Tamta)
अल्मोड़ा जिला पंचायत सदस्य से राजनीति का सफर शुरू करने वाले अजय टम्टा सोमेश्वर आरक्षित सीट से भाजपा के लोकप्रिय विधायक रहे हैं। विधायक बनने के बाद उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी के पहले कार्यकाल में काबीना मंत्री का सफर भी पूरा कर चके हैं। संघ की शाखाओं में कदमताल करते-करते संघ शिक्षा वर्ग (ओटीसी) प्रशिक्षित अजय विहिप के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। अनुसूचित मोर्चा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे हैं। 1997 में जिला पंचायत सदस्य के रूप में पहला चुनाव जीतने के बाद वे सामान्य सीट से उपाध्यक्ष भी रहे। इसी कार्यकाल में उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने का अवसर भी मिला। इसके बाद अजय ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2009 लोकसभा चुनाव में पराजित होने के कारण मंत्री का पद भी गंवाना पड़ा। अब तक अजय सोमेश्वर विधानसभा से दो बार विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। 2002 में भाजपा के घोषित प्रत्याशी राजेश आर्या के खिलाफ भी श्री टम्टा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप टम्टा विजयी रहे। 2007 में दोबारा भाजपा से टिकट हासिल करने में कामयाब हुए और प्रदीप टम्टा को पराजित कर जीत हासिल की। इसके बाद मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी की पहली पारी में काबीना मंत्री भी रहे। नेतृत्व परिवर्तन के बाद टम्टा को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। विधायक के रूप में पांच साल का कार्यकाल का लेखा जोखा देखा जाए तो संघ के प्रति काफी वफादार रहे जिससे संघ का विश्वास जीतने में कामयाब रहे हैं। अपने विधायक बनने के पांच वर्षो में श्री टम्टा ने दो दर्जन से अधिक संघ द्वारा संचालित होने वाले सरस्वती शिशु मन्दिरों के विद्यालयों में विधायक निधि वितरित की। इनमें शिशु मन्दिर कुवाली, पाटिया, झुपलचौरा, ताकुला, दौलाघट, चनौदा, बसौली, भूलखकेवाल गांव, कौसानी, सुनौला, सोमेर, दौलाघट, दड़मिया में करीब 40 लाख से अधिक की धनराशि वितरित की। कई शिशु मन्दिरों को दो-दो बार कक्षा कक्षों के विकास के लिए धन आवंटित किया गया। यही मुद्दा उनके विपक्षीयों ने विस चुनाव में उठाया था।
इसके अलावा रामलीला मंचों के विकास की ओर भी विधायक का ध्यान रहा। 2007-08 में अजय ने 120 लाख रुपये की विकास योजनाएं प्रस्तावित की। 2008- 09 में 136 लाख, 2009-10 में 76 लाख व 2011-12 में सितम्बर तक 120 लाख की योजनाएं प्रस्तावित की गई। श्री टम्टा ने काबीना मंत्री के कार्यकाल में उन्होंने पूरे प्रदेश को समान निगाहों से देखा, वहीं एक विधायक होने के नाते सोमेश्वर विस की हर छोटी-बड़ी समस्या व मूलभूत सुविधाओं का विकास करने की ओर अपना ध्यान दिया। उन्होंने 142 किमी सड़क बनवायी जबकि धूराफाट जैसे उपेक्षित व विदारकोट जैसे जरूरतमंद क्षेत्र में भी सड़क कटान का कार्य उनके कार्यकाल के दौरान ही रहा। ताकुला सड़क उन्हीं के कार्यकाल में चलने लायक हुई है। इसके अलावा शिक्षा व पेयजल के अलावा सोमेश्वर-गिरेछीना ग्रामीण मार्ग के निर्माण के लिए भी उन्ही का प्रयास रहा । अजय टम्टा जनता की हर छोटी-बड़ी समस्या को अपनी समस्या समझकर निस्तारित करने का प्रयास करते हैं। युवा विधायक अजय युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं। राजनीतिक गुटबाजी से प्रत्यक्ष दूरी बरतना उनकी पूंजी है। इसी कारण उन्हें लेकर संगठन में कभी टकराव की स्थिति नहीं आयी। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते भी वह जनसमस्याओं को लेकर जुझारू रहे हैं। संगठन के प्रति निष्ठावान होने की बात करने वाले अजय हालांकि 2002 के चुनाव में एक बार बगावती तेवर दिखा चुके हैं। लेकिन इसके बाद समर्पित व निष्ठावान के रूप में लोकप्रियता अर्जित की हैं।
क्षेत्र में अनुसूचित वर्ग के लोगों, महिलाओं, किसानों के अलावा युवाओं को रोजगार व चिकित्सा एवं शिक्षा के दशा मे अजय टम्टा के सराहनीय प्रयास रहे हैं। वह जनता की उम्मीदों पर हमेशा खरा उतरते रहे हैं।
कुमॉचल परिषद उत्तराखण्ड, देहरादून ने श्री अजय टम्टा को केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में शामिल किये जाने पर हर्ष जताते हुए अपेक्षा की है कि वह अपनी जडों को भूलेगे नहीं, तथा कुर्माचल परिषद को मजबूत बनाने में सहयोग देगें, कूर्माचल परिषद देहरादून के आर०एस० परिहार अध्यक्ष, चन्द्रशेखर जोशी महासचिव, गोविन्द बल्लभ पाण्डे, कृष्णा चन्द्र जोशी, बंशीधर जोशी, ललित मोहन पाण्डे, वीरेन्द्र काण्डपाल, कमल सिंह रजवार, एलडी पाण्डे, उत्तम सिंह अधिकारी, एचसी पंत, कांन्ता बिष्ट, आरएस बिरौरिया, उमेश चन्द्र कापरी, गिरीश चन्द्र भटट, माया शाह, एके पंत, एससी पंत, हेम जोशी, राजेश पाण्डे, वंदना बिष्ट ने हर्ष जताते हुए शुभकामनायें प्रेषित की तथा उनको हर संभव सहयोग देने को कहा-