राजनीतिक, बॉलीवुड और बिजनेसमैन सभी इनकी ज्योतिषी के कायल

देश के सबसे बड़े ज्योतिषाचार्य  भविष्यवाणियों के दम पर नाम कमाने वाले  ज्योतिष को नेत्र की संज्ञा दी गई है जो वर्तमान, भूत और भविष्य तीनों का सही आंकलन कर लोगों को सुगम रास्ता बता सकता है।

भविष्यवाणियों के दम पर नाम कमाने वाले गोरखपुर के ज्यो तिषाचार्य डॉ. पवन कुमार राम त्रिपाठी आज राजनीतिक‍, बॉलीवुड और बिजनेस जगत में चर्चित हो चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी हो या राजनाथ सिंह, सलमान खान की बहन अर्पिता हो या सैफ अली खान की बहन सोहा या फिर सुब्रत राय, सभी इनके काम का लोहा मानते हैं। इन्होंने केंद्र में एनडीए सरकार बनने की बात पूरे दावे से कही थी। राजनीतिक, बॉलीवुड और बिजनेसमैन सभी इनकी ज्योतिषी के कायल हैं। युवा ज्यो तिषाचार्य पवन राजनीतिक जगत में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव, केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र, केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष सेलार, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, रीता बहुगुणा जोशी, राजा संजय सिंह और अमिता सिंह, मुंबई के सीएम देवेंद्र फड़नवीस, गोपी नाथ मुंडे, अशोक चाह्वाण सहित कई राजनेताओं के बारे में भविष्यवाणी कर चुके हैं

— भाजपा टक्कर में ही नहीं आएगी

आसमान के सितारे कहते हैं कि यहां भाजपा टक्कर में ही नहीं आएगी। चुनाव के परिणामों को मोदी के भाषण तो प्रभावित करेंगे लेकिन मोदी के ग्रह नक्षत्र प्रभावित नहीं कर पाएंगे। इधर अखिलेश और मायावती दोनों का राजयोग बन रहा है। अत: धर्म नगरी काशी के विद्वान ज्योतिष व प्रख्यात पंडित पवन त्रिपाठी का विष्लेषण कहता है कि मुकाबला तो सपा और बसपा के बीच ही है। ज्योतिष के अनुसार अखिलेश प्लस कांग्रेस जहां 80 प्रतिशत पर है, तो वहीं मायावती 70 प्रतिशत उम्मीद है और वहीं भाजपा तीसरे पायदान पर है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भाग्य राशि पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि उनकी कन्या लगन की कुंडली है जिस पर आगामी 25 मार्च तक शनि की दशा है। फिलहाल उनकी बुध की महादशा है लेकिन बीच बीच में शनि की दशा उस पर प्रभावी होती है। शनि पिता स्थान पर बैठा है जिसका प्रभाव रहा कि बीते दिनों उनका उनके पिता से व्यवहार खराब रहा जो सबके सामने रहा। हालांकि 25 मार्च के बाद केतु की दशा है जो कुंडली के दशवे भाग में होगा जिसको देखते हुए यह कहा जा सकता है कि उनका राजयोग पुनः बन रहा है। अगर इसे प्रतिशत में कहा जाए तो 80 प्रतिशत तक उनका भाग्य है।
कांग्रेस राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कहा कि राहुल गांधी की बहुत अच्छी दशा नहीं है। हालांकि बृहस्पत की अंतर्दशा के कारण चन्द्रमा में गजकेशरी योग के माध्यम से राहुल को लाभ मिलने जा रहा है। तात्पर्य यह है कि वो सत्ता से दूर हैं लेकिन अपना वजूद यूपी चुनाव में स्थापित करने में बहुत हद तक सफल रहेंगे।
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती की भाग्य रेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनका लग्न सिंह है जो शेर की तरह दहाड़ती है लेकिन वो वक्ता के रूप में अच्छी नहीं है अर्थात उनकी वाणी बेलगाम है जो उनको हानि पहुंचाती है। हालांकि बुद्ध की महादशा पर शुक्र अंतर्दशा में है। सूर्य के साथ बुध बैठा है। बीते 19 अक्टूबर के बाद इनकी जो दशा प्रारंभ हुई है वो राजयोग की है। शुक्र भाग्येश है यह केंद्र में बैठे हैं। मायावती सत्ता के करीब पहुंच सकती हैं।  वहीं प्रधानमन्त्री मोदी के ग्रह दशा पर कहा कि इनकी वृश्चिक लग्न है। प्रबल राजयोग है लेकिन यूपी चुनाव में भाजपा के सीएम कैंडिडेट की बात करे तो जैसा चर्चा गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ की चल रही है तो योगी का कुंडली सिंह लग्न है और बृहस्पति अच्छा है। देवताओं वाली वाणी है किसी से डरते नहीं है लेकिन इनकी कुंडली में बुध की महादशा है और 31 जनवरी के बाद से केतु 12 वे स्थान में बैठा है जो कुंडली को कमजोर बना रहा है। जिसके कारण यह चौथे पायदान पर माने जा सकता है।
वहीं इन सबसे परे राजनीतिक गलियारे में चल रही इस चर्चा पर की डिम्पल यादव को सपा द्वारा मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया जा सकता है पर पूर्ण विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश के पत्नी भाव में मंगल भाव में बैठा है जिसके कारण अखिलेश को पत्नी योग से लाभ नहीं होने वाला है अर्थात ऐसा ग्रहों के हिसाब से फिलहाल कोई संभावना नहीं बनती नजर आ रही है।

इसके अलावा ये फिल्म अभिनेताओं और अभिनेत्रियों सलमान की बहन अर्पिता खान, सैफ अली खान की बहन सोहा अली खान, कुनाल खेमू, मधुर भंडारकर, प्रशांत चड्ढा और राम जेठ मलानी सहित सहारा प्रमुख सुब्रत राय के बारे में भी भविष्‍यवाणी कर चुके हैं। इनके बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि आज तक इन्हों ने जो भी भविष्य्वाणी की, वो सही हुई हैं। ज्योतिषाचार्य पवन ने महज 29 साल की उम्र में यह मुकाम हासिल किया है। आज उन्हें सभी बड़ी हस्तियां पहचानती हैं।  पवन  जी ने विगत अप्रैल को परिणयसूत्र में बंधकर जीवन का एक नया अध्याय शुरू किया हैं।  इनकी शादी गोरखपुर के ही सुरेन्द्र तिवारी की बेटी नीतू तिवारी के साथ हुई  है, जिसके गवाह कई वीवीआईपी गवाह बनें।   मौजूदा वक्त में  मुंबई पवन  में रहते हैं।
डॉ. पवन कुमार अपना कार्यक्षेत्र काशी को बनाना चाहते थे, लेकिन संन्यास आश्रम ट्रस्ट, विलेपार्ले मुंबई के अध्यक्ष श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरी जी महाराज ने उन्हें मायावी नगरी मुंबई बुला लिया। यही उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट रहा। उनका कहना है कि यदि वे काशी चले गए होते तो शायद इतनी सफलता उन्हें नहीं मिलती। पहले वार्षिक और अब मासिक पत्रिका एस्ट्रोलॉजी टुडे के संपादक ज्योतिषाचार्य पवन ने कहा कि जब वे क्लारस पांच में थे तभी उन्होंने संकल्प लिया था कि वे एक दिन देश के सबसे बड़े ज्योतिषाचार्य बनेंगे। उनकेे बड़े भाई ने बताया कि वो पवन को मैथ्स ग्रुप से पढ़ाकर इंजीनियर बनाना चाहते थे, लेकिन शुरू से ही पवन की रूचि आध्यात्मिक क्षेत्र में थी।
ज्योतिषाचार्य पवन बताते हैं कि ज्योतिष को लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं। इसे बाजार की तरह पेश किया जा रहा है। उन्हों ने कहा कि झोला छाप डॉक्टररों की तरह झोला छाप ज्योतिषाचार्य इस ज्योतिष शास्त्र को बदनाम कर रहे हैं। इसका उद्देश्य लोगों को सही रास्ता दिखाना है।ज्योतिष को नेत्र की संज्ञा दी गई है जो वर्तमान, भूत और भविष्य तीनों का सही आंकलन कर लोगों को सुगम रास्ता बता सकता है।
गोरखपुर मुख्यालय से तकरीबन 30 किमी दूर खजनी तहसील के गाजर नरसिंह गांव के मूल निवासी राम घराने के पंडित दयाशंकर राम त्रिपाठी और सत्यभामा के सबसे छोटे बेटे ज्योतिषाचार्य डॉ. पवन कुमार राम त्रिपाठी वर्तमान में मुंबई में रहते हैं। मुंबई के काशी विश्वेश्वर आध्यात्मिक संस्कृत महाविद्यालय में संस्कृत के प्रवक्ता ज्योतिषाचार्य डॉ. पवन विलेपार्ले में अपने बड़े भाई राकेश राम त्रिपाठी के साथ रहते हैं। राकेश जूनियर कॉलेज में मैथमेटिक्स के प्रवक्ता हैं। तीसरे भाई हरिकेश राम त्रिपाठी एक कुशल बिजनेसमैन के साथ ही बीजेपी गोरखपुर के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी भी हैं।
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति द्वारा संचालित ओपन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी कोलम्बो से पीएचडी की मानद उपाधि हासिल करने वाले ज्योतिषाचार्य पवन की कक्षा एक से आठ तक की शिक्षा उच्च प्राथमिक विद्यालय हरनही, गोरखपुर से ही हुई। हरिद्वार से ज्योतिष में पूर्व मध्यमा (9-10 वीं) और उत्तर मध्यमा (11-12 वीं), संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबंध कॉलेज ऋषिकुल से शास्त्री (बीए) और भदेश्वरानंद संस्कृत महाविद्यालय से आचार्य (एमए) और एम.फिल की शिक्षा हासिल की।

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