राम मंदिर मामला शिवसेना के पास तो नहीं चला गया है?
#अगले साल आम चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए तेज होती मांग #
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने पतंजलि के नवनिर्मित आवासीय शिक्षण संस्थान पतंजलि गुरुकुलम् के भवन के उद्घाटन समारोह में राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर आरएसएस ने रुख साफ कर दिया. मोहन भागवत ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राम मंदिर वहीं बनेगा और संघ शुरू से साधू संतों की भावना के साथ है. सरकार को भी साधू संतों की भावना का सम्मान करना चाहिए.
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने शनिवार को अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) और शिवसेना की धर्मसभा के मद्देनजर किये गये सुरक्षा प्रबन्धों पर संतोष जाहिर किया अयोध्या मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी ने सुरक्षा प्रबन्धों पर संतोष जाहिर किया, मगर कहा कि अगर किसी को मंदिर-मस्जिद के मुद्दे पर कोई बात कहनी है तो उसे दिल्ली या लखनऊ जाना चाहिये. अंसारी ने अयोध्या में धर्म सभा के नाम पर भीड़ जमा करने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा “उन्हें विधान भवन या संसद का घेराव करना चाहिये और अयोध्या के लोगों को सुकून से रहने देना चाहिये.
इकबाल अंसारी ने अयोध्या में सुरक्षा बंदोबस्त करने के लिये प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तरीफ की और कहा कि वह सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से संतुष्ट हैं. मालूम हो कि विश्व हिन्दू परिषद की धर्म सभा से एक दिन पहले अयोध्या को सुरक्षाबलों ने किले में तब्दील कर दिया है. बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है. निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे लगाये गये हैं.
मोहन भागवत ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण को लेकर आरएसएस का रुख साफ है. राम मंदिर वहीं बनेगा और संघ शुरू से साधू संतों की भावना के साथ है. सरकार को भी साधू संतों की भावना का सम्मान करना चाहिए.
भागवत के अलावा योग गुरू बाबा रामदेव ने राम मंदिर को लेकर बडा बयान दिया है. हरिद्वार उद्घाटन के मौके पर योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि जब एयरपोर्ट, स्कूलों और अस्पतालों के लिए सरकारों द्वारा जमीन अधिग्रहित की जा सकती है तो राम मंदिर के लिए क्यों नहीं. बाबा रामदेव ने कहा कि ये मालिकाना हक, रजिस्ट्री का मुकदमा नहीं है. ये धरती राम और कृष्ण की है लिहाजा जल्द से जल्द ये जमीन अधिग्रहित कर सरकार को ट्रस्ट को सौंप देनी चाहिए और सभी धर्म मंदिर बनाना चाहते हैं.
बाबा रामदेव ने आगे कहा कि लोग धैर्य खो चुके हैं. राम मंदिर के लिए कानून लेकर आओ, नहीं तो लोग खुद ही इसे बनाना शुरू कर देंगे।. अगर लोग ऐसा करेंगे तो साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है. योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि संसद से कानून बनाकर राम मंदिर का निर्माण ही एक विकल्प है. रामदेव लगातार राम मंदिर पर कानून लाए जाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कल एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम ‘राम सम्मेलन’ में कहा था कि राम मंदिर पर सुलह का रास्ता निकालने में राज्य और केंद्र सरकार नाकामयाब रही है. कोर्ट से इस मामले में निर्णय नहीं निकलेगा. कोर्ट से कुछ होगा, इसकी संभावना नहीं है. बहुत पेचीदा मामला है.
बीजेपी नेता विनय कटियार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राम मंदिर का मामला कोर्ट में है सरकार कुछ नहीं कर सकती है.
जब उनसे पूछा गया कि राम मंदिर मामला बीजेपी के पास से निकल कर शिवसेना के पास तो नहीं चला गया है?
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे दो दिन के लिए अयोध्या में हैं. आज उन्होंने सरकार से राम मंदिर बनाने की मांग की. ठाकरे ने कहा, ‘मैं भूलने वालों को याद दिलाने आया हूं कि जल्द मंदिर बनाइये … सीने में दम होना चाहिए, हृदय होना चाहिए. देश और विश्व के हिन्दू कंधे से कंधा मिलाकर मंदिर निर्माण में सहभागी होना चाहते हैं.’
ठाकरे ने कहा कि उन्हें मंदिर निर्माण का श्रेय नहीं चाहिए. अगर कोई श्रेय लेना चाहे तो ले लेकिन यह बताए कि हम कितने साल इंतजार करें. उन्होंने कहा कि राम मंदिर श्रद्धा का मामला है. सरकार को राम मंदिर के लिए अदालत के फैसले से पहले कानून लाना चाहिए.
उद्धव ठाकरे ने अयोध्या में ये भी कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे, तब मिली जुली सरकार थी. उस समय यह कार्य कठिन हो सकता था. लेकिन आज की सरकार ताकतवर सरकार है. ‘केन्द्र में भी और उत्तर प्रदेश में भी … अध्यादेश लाना चाहते हैं लाइये, कानून बनाना चाहते हैं, कानून बनाइये. शिवसेना उसका पूरा समर्थन करेगी.’
उद्धव ठाकरे ने कहा कि दिन, महीने, साल और पीढियां निकल गई. साथ ही कटाक्ष किया, ‘मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे . पहले बताओ कि मंदिर कब बनाओगे. मुझे मंदिर निर्माण की तारीख चाहिए. बाकी बातें बाद में होती रहेंगी.’
अयोध्या पहुंचे उद्धव ठाकरे ने कहा- मैं राम लला के दर्शन करने आया हूं राजनीति करने नहीं. मैं सोए हुए कुंभकर्ण को जगाने आया हूं. हमें मंदिर बनाने की तारीख चाहिए.शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे लक्ष्मण किला पहुंच चुके हैं. उनके साथ उनके बेटे आदित्य और पत्नी लक्ष्मी भी हैं. काफी अन्य लोग भी उनके साथ हैं जो राम नाम के नारे लगा रहे हैं.
हां सरकार अध्यादेश नहीं ला सकती है.
बजरंग दल के संस्थापक और बीजेपी सांसद विनय कटियार ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. मंदिर निर्माण को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण करवाना सरकार के हाथ में नहीं है. उन्होंने कहा, “राम मंदिर निर्माण का मामला कोर्ट में चला गया है. सरकार के बस में कुछ नहीं है.” जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार राम मंदिर के लिए अध्यादेश नहीं ला सकती है? तब उन्होंने कहा कि हां सरकार अध्यादेश नहीं ला सकती है. राम मंदिर निर्माण के लिए आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अयोध्या कूच किया जिसके बाद माहौल एक बार फिर गरमा गया. जब उनसे पूछा गया कि कहीं ये मामला बीजेपी के पास से निकल कर शिवसेना के पास तो नहीं चला गया है? तब विनय कटियार ने कहा, “कोई भी बड़ा राम भक्त बन जाए इसमें कोई आपत्ति नहीं है. जिसकी जैसी पूजा होगी उसको वैसा प्रसाद मिलेगा. इसमें श्रेय लेने का सवाल नहीं है जो काम करे वो अच्छा है.” उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, “मंदिर निर्माण में सबसे बड़ी अड़चन कांग्रेस पार्टी है. कांग्रेस चाहती ही नहीं है कि राम मंदिर बने.”
2019 के लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही राम मंदिर के निर्माण को लेकर नेताओं का बयानवाजी तेज हो गई है. राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी को घेरते हुए बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने कहा, “अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए बीजेपी ने राम मंदिर का मुद्दे उठाया है. अगर इनके इरादे अच्छे थे तो इन्हें पांच साल तक इंतजार नहीं करना चाहिए था. यह उनकी राजनीतिक रणनीति है और कुछ और नहीं. शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद जो कर रहे हैं वह बीजेपी के षड्यंत्र का हिस्सा है.” वहीं आरएसएस ने भी मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में हुंकार रैली निकालने की बात कही है.
कारसेवकों ने छह दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद को ढहा दिया था जिसके बाद देश के कई हिस्सों में दंगे हुए थे. वर्ष 1992 की यादें लोगों को अब भी डराती हैं जो हिंसा से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित हुए थे.
शिवसेना ने राममंदिर मुद्दे को लेकर भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि भगवान राम की बातें करने वालों ने केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्ता में रहने के बावजूद अयोध्या में उन्हें ‘वनवास’ में रखा। शिवसेना ने अपनी मांग दोहराई कि राममंदिर निर्माण के लिए 2019 से पहले एक अध्यादेश लाया जाए।
शिवसेना ने भाजपा का नाम लिए बिना उसकी तुलना ‘कुंभकर्ण’ से की जो कि अपनी लंबी नींद के लिए जाना जाता है। शिवसेना ने कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ‘कुंभकर्ण’ को उसकी ‘गहरी नींद’ से जगाने के लिए अयोध्या में हैं ताकि मंदिर निर्माण की शुरुआत की जा सके। ठाकरे दो दिन के दौरे पर शनिवार को अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश के मंदिर नगरी अयोध्या पहुंचे।
शिवसेना ने ‘सामना’ में एक संपादकीय में दावा किया कि अब हिंदुओं का यही मत है कि ‘पहले मंदिर फिर सरकार।’ संपादकीय में लिखा है कि मंदिर निर्माण का वादा प्रत्येक चुनाव में किया जाता है, उसके बारे में बातें करने वालों के केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्ता में रहने के बावजूद उसका निर्माण नहीं हुआ है। भगवान राम को अयोध्या में ही वनवास मिला हुआ हैं।
इसमें कहा गया है कि यह सबसे बड़ा विश्वासघात है। जो लोग रामभक्त के रूप में सत्ता में आए वे अब कुंभकर्ण बन गए हैं। शिवसेना ने कहा कि महाभारत केवल पांच गांवों के लिए हुआ था लेकिन अयोध्या में ‘महाभारत’ राममंदिर निर्माण के लिए शुरू है।
ठाकरे की अयोध्या यात्रा का उल्लेख करते हुए पार्टी ने लिखा है कि महाराष्ट्र जन्मजात योद्धा है। महाराष्ट्र ने अयोध्या तक रामसेतु का निर्माण कर दिया है। हम इस सेतु के माध्यम से ही अयोध्या की ओर कूच कर गए हैं।
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