‘बीजेपी में कुंवारो से गलती हो गयी- बाबा रामदेव
योगगुरु रामदेव ने कहा- ‘बीजेपी में काफी लोग कुंवारे हैं… इन लोगों ने जरा पता ही नहीं लगाया कि यह शादियों का मौसम है… तो यह गलती हो गई.‘ # लोकसभा जोरदार नारेबाजी के चलते पूरे दिन के लिए स्थगित
नोटबंदी को लागू हुए एक हफ्ते से ज्याअदा का वक्तक हो चुका है. लेकिन अभी भी बैंकों के आगे लोगों की लाइनें छोटी होने का नाम नहीं ले रही. चिंता की बात यह है कि बैंक और बैंक मैनेजर को लेकर कई तरह के अविश्वास पैदा हो रहे हैं. तो नोटबंदी का ग्रामीण इलाकों पर बुरा असर पड़ा है. नकदी की किल्लत का नतीजा यह रहा कि किसान बीज और खाद खरीदने के लिए परेशानियां झेल रहे हैं… कुछ किसान खेतों की जुताई कर उसे बुआई के लिए तैयार कर चुके हैं, और अब ज़्यादा इंतज़ार नहीं कर सकते…
देश में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले के बाद से शादी वाले घरों में नकदी की भारी किल्लत है. इसे देखते हुए सरकार ने उन्हें बड़ी राहत देते हुए शादी के खर्चे के लिए एक बार में 2.5 लाख रुपये तक निकालने की छूट दे दी. सरकार के इस फैसले पर योगगुरु रामदेव ने गुरुवार को कुछ ऐसे तर्क दिए कि सभी की हंसी छूट गई.
रामदेव ने थोड़े मजाकिया लहजे में कहा, ‘बीजेपी में काफी लोग कुंवारे हैं… इन लोगों ने जरा पता ही नहीं लगाया कि यह शादियों का मौसम है… तो यह गलती हो गई.’
सत्ताधारी बीजेपी के करीबी माने जाने वाले योगगुरु ने कहा, ‘अगर उन्होंने (सरकार ने) 15 दिन बाद या महीने भर बाद यह फैसला लिया होता, तो शादियों में इतनी दिक्कत नहीं होती.’ 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए प्रचार कर चुके रामदेव ने साथ ही कहा, ‘खैर थोड़ी तकलीफ तो हुई, लेकिन इससे एक फायदा तो हुआ ही है, कि लोगों को अब दहेज देना नहीं पड़ रहा है, एक बहाना तो मिल गया है.’
देश में प्रचलित दो सबसे बड़े मूल्य के नोटों को बंद किए जाने के फैसले का कई लोगों ने काले धन और करमुक्त धन को काबू में करने की राह में बड़ा कदम बताते हुए स्वागत किया है. हालांकि इस फैसले से देश में मौजूद करीब 85% नकद अचानक से बंद हो गई और लोगों को भारी नकदी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. नवंबर और दिसंबर महीने में देश में शादियां भी खूब होती है, ऐसे में नकदी की कमी ने उनकी मुश्किलें काफी बढ़ा दी.
इसे देखते हुए सरकार ने शादी की तैयारियों के लिए परिवार को एक बार में 2.5 लाख रुपये तक निकाले की छूट दे दी. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने गुरुवार ने इसी घोषणा करते हुए कहा, ‘(हम) फैसला किया है कि विवाह समारोह के लिए बैंक खाते से एक बार में ढाई लाख रुपये निकालने की इजाजत होगी और ये पैसे दूल्हा या दुल्हन के मां-बाप ही निकाल सकेंगे.’
वही दूसरी ओर
संसद के शीतकालीन सत्र को शुरू हुए दो दिन हो चुके हैं.लेकिन सदन का कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है. नोटबंदी के मुद्दे को लेकर सदन में लगातार हंगामा हो रहा है. आज तीसरे दिन भी हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा. वहीं लोकसभा जोरदार नारेबाजी के चलते पूरे दिन के लिए स्थगित हो गई.
गुलाम नबी आजाद से की माफी की मांग
राज्यसभा में बीजेपी के सांसद गुलाम नबी आजाद से माफी की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं. दरअसल, गुरुवार को गुलाम नबी आजाद ने एक विवादित बयान दिया था जिसे सरकार के कड़े विरोध के बाद कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटा दिया गया. हालांकि माफी की मांग को खारिज करते हुए आजाद ने कहा कि देश को अव्यवस्था की कगार तक लाने के लिए बीजेपी को लोगों से माफी मांगनी चाहिए.
लोकसभा में बीजेपी ने जारी किया व्हिप
वहीं लोकसभा में नोटबंदी पर विपक्ष चर्चा के बाद वोटिंग चाहता है, जिसे लेकर बीजेपी ने व्हिप जारी कर सांसदों को सदन में मौजूद रहने को कहा था.
विपक्ष समझ गया है जनमानस उनके खिलाफ : वेंकैया नायडू
संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सरकार नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार है. विपक्ष को चर्चा से नहीं भागना चाहिए. वहीं वेंकैया नायडू ने कहा कि जब हम चर्चा के लिए तैयार हैं तो विपक्ष हंगामा क्यों कर रहा है.कांग्रेस इस मुद्दे से ध्यान भटका रही है और चर्चा से भाग रही है. विपक्ष समझ गया है कि जनमानस उनके खिलाफ है.
पीएम ने की वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक
वहीं नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में रणनीति को लेकर आज पीएम मोदी ने अपने वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात की. इस बैठक में अरुण जेटली, अनंत कुमार और वेंकैया नायडू मौजूद थे.
गुरुवार को भी विपक्ष ने पुराने 500-1000 रुपये के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ विपक्ष ने जबरदस्त लामबंदी करते हुए फैसले से समाज के गरीब तबके के लोगों को हो रही परेशानी से सरकार को अवगत कराया. इसके साथ ही विपक्ष ने इस फैसले को सरकार की तरफ से पहले ही अपने चहेतों को लीक करने का आरोप लगाया.
इस बीच कई वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियो ने विपक्ष के इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए विपक्ष से पूछा कि क्या वे काले-धन से आजादी पाना चाहते हैं या नहीं.