बीजेपी पर बड़ा आरोप ;काला धन सफेद किया
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (सीपीआई-एम) ने पश्चिम बंगाल बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि नोट बैन किए जाने से पहले भारतीय जनता पार्टी ने एक करोड़ रुपये काला धन को सफेद किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने शनिवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर कहा कि 500 और 1000 का नोट बैन करने से पहले ही बीजेपी के लोगों ने अपना माल ठिकाने लगा दिया। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले देश में भ्रष्टाचार कम करने के नाम पर असल में देश में बहुत बड़े स्तर पर घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है। केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स में इसके सबूत के तौर पर एक वीडियो क्लिपिंग भी दिखाई। केजरीवाल ने कहा, “मोदी जी का सर्जिकल स्ट्राइक काला धन के ऊपर नहीं है बल्कि आम जनता के वर्षों से जुटाए गए मेहनत के पैसों पर स्ट्राइक है।” उन्होंने देशहित में नोट बैन को तत्काल वापस लेने की मांग की।
इससे पहले शुक्रवार को भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (सीपीआई-एम) ने भी पश्चिम बंगाल बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि नोट बैन किए जाने से पहले भारतीय जनता पार्टी ने तीन करोड़ रुपये काला धन को सफेद किया है। सीपीआईएम ने कहा है कि चूंकि बीजेपी नेताओं को इस बारे में पहले से जानकारी हो गई थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 500 और 1000 रुपये के नोट को बैन करने की घोषणा करने वाले हैं इसलिए पार्टी नेताओं ने पहले से जमा तीन करोड़ रुपये कालाधन को सफेद कर लिया।
सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता रबिन देव ने कहा, “पश्चिम बंगाल की बीजेपी इकाई ने प्रधानमंत्री की घोषणा से एक घंटे पहले मंगलवार को कोलकाता के एक बैंक में रुपये जमा कराए हैं।” उन्होंने कहा, “केन्द्र सरकार के इस कदम से पश्चिम बंगाल में हो रहे उप चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की गई है क्योंकि चुनाव खर्च के लिए अब बीजेपी के सिवा किसी भी पार्टी के पास पैसे नहीं हैं।”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार (8 नवंबर) को घोषणा की थी कि 500 और 1000 के नोट 8 नवंबर की रात से प्रचलन से बाहर हो गए हैं। और उसकी जगह 500 और 2000 के नए नोट जारी किए जाएंगे। 9 नवंबर को देशभर के सभी बैंकों और एटीएम को बंद रखा गया था। उसके बाद 10 नवंबर से बैंकों में पुराने 500 और 1000 के नोट बदले जा रहे हैं लेकिन इसकी सीमा मात्र 4000 रुपये तक ही है। इससे देशभर के लोगों को परेशानी हो रही है।
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (सीपीआई-एम) ने पश्चिम बंगाल बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि नोट बैन किए जाने से पहले भारतीय जनता पार्टी ने एक करोड़ रुपये काला धन को सफेद किया है। सीपीआईएम ने कहा है कि चूंकि बीजेपी नेताओं को इस बारे में पहले से जानकारी हो गई थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 500 और 1000 रुपये के नोट को बैन करने की घोषणा करने वाले हैं इसलिए पार्टी नेताओं ने पहले से जमा एक करोड़ रुपये कालाधन को सफेद कर लिया।
सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता रबिन देव ने कहा, “पश्चिम बंगाल की बीजेपी इकाई ने प्रधानमंत्री की घोषणा से एक घंटे पहले मंगलवार को कोलकाता के एक बैंक में एक करोड़ रुपये जमा कराए हैं।” उन्होंने कहा, “केन्द्र सरकार के इस कदम से पश्चिम बंगाल में हो रहे उप चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की गई है क्योंकि चुनाव खर्च के लिए अब बीजेपी के सिवा किसी भी पार्टी के पास पैसे नहीं हैं।”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार (8 नवंबर) को घोषणा की थी कि 500 और 1000 के नोट 8 नवंबर की रात से प्रचलन से बाहर हो गए हैं। और उसकी जगह 500 और 2000 के नए नोट जारी किए जाएंगे। 9 नवंबर को देशभर के सभी बैंकों और एटीएम को बंद रखा गया था। उसके बाद 10 नवंबर से बैंकों में पुराने 500 और 1000 के नोट बदले जा रहे हैं लेकिन इसकी सीमा मात्र 4000 रुपये तक ही है। इससे देशभर के लोगों को परेशानी हो रही है।