सभी पहलुओं मे कांग्रेस और बीजेपी फेल ; क्यों, किसने कहा ?
देहरादून के शहरीकरण (Urbanization) के सभी पहलुओं मे कांग्रेस और बीजेपी फेल
कूड़ा निस्तारण फेलियर, डेंगू फेलियर और स्मार्ट सिटी मे भी फेलियर
पब्लिक हेल्थ, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सिटी मैनेजमेंट पर ध्यान देने की है ज़रूरत
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मुख्यमंत्री हरीश रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को खुला पत्र
आदरणीय रावत जी
आदरणीय भट्ट जी
नमस्कार,
उत्तराखंड राज्य बनने के 16 साल बाद भी देहरादून शहरीकरण के हर पहलू मे फेल हो रहा है। इसका प्रूफ़ हमें हाल ही के तीन उदहारणों मे देखने को मिला है I कूड़ा निस्तारण फेलियर , डेंगू फेलियर और तीसरी बार स्मार्ट सिटी फेलियर यही साबित करते हैंI कांग्रेस और भाजपा को मै इन सभी असफलताओं के लिए जिम्मेदार मानता हूँ I सिटी मैनेजमेंट के हर पहलू पर फेलियर हमारे प्रदेश के शहरों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण हैI मेरा निवेदन रहेगा की आप शहरीकरण की समस्यों से निपटने के लिए दूरगामी तैयारी करें और इसे अपने प्रमुख एजेंडा मे शामिल करें!
कूड़ा निस्तारण फेलियर
कूड़ा निस्तारण की समस्या देहरादून के लिए अभिशाप बनी हुई है। उत्तराखंड में शासन करने वाले दोनों ही दल चाहे कांग्रेस हो चाहे भाजपा कूड़ा निस्तारण में पूरी तरह विफल रहे है। सरकार और नगर निगम आज भी इस समस्या को सुलझाने में सफल नहीं हो पाए है। साफ सफाई जैसी सुविधाए जनता को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं । उचित सफाई न मिलने से देहरादून में डेंगू महामारी के रूप में फैल गया है। कई जाने गई है तथा कई लोग बिमार हो गए है।
दोनों ही पार्टियों की आपसी खींचतान के बीच देहरादून शहर की कूड़ा समस्या का निपटारा नहीं हो पा रहा है। ऐसा लगता है जैसे प्रदेश की साफ सफाई की व्यवस्था सुचारू बनाने का मुद्दा आप दोनो पार्टियों के एजेंडे में शामिल नहीं है । सफाई व्यवस्था के लिए शीशमबाड़ा प्लॉन्ट बनाने की आवश्यकता है। वर्तमान की परिस्थितियों के अनुसार सिस्टम को ठीक करते हुए मॉर्डन प्रणाली की नई निति बनाने की ज़रूरत है ।
देहरादून में कूड़ा उठाने के लिए भाजपा के शासनकाल 2008 में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का प्रोजेक्ट लाया गया था। जिसे अब तक की वर्तमान सरकार द्वारा पूरा नहीं किया जा सका है। दोनों ही सरकारें इस प्लान्ट को पूरा करने में असफल साबित हुई है। एक दूसरे की खींचतान के कारण जनता को कूड़े की बदंबू सहने को मजबूर होना पड़ रहा है।
डेंगू फेलियर
पब्लिक हेल्थ के दृष्टिकोण से देखे तो हर वर्ष डेंगू और अन्य मौसम संबधित बीमारियों के प्रकोप से निजात पाने के लिए भी एक आधुनिक वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम की आवश्यकता है जो की शीशमबाड़ा प्लांट कर सकता है। डेंगू जैसी बिमारियों से निजाद दिलाने में सरकार और नगर निगम पूरी तरह से फेल हो रही है।
सरकार डेंगू से जनता को बचाने के लिए पहले से तैयारियां नहीं कर पा रही है। जिसके परिणास्वरूप अब प्रदेश मे डेंगू के मरीजों का आकड़ा 1000 को पार कर गया। इसके बाद ही नगर निगम ने निंद्रा से जागते हुए फॉगिग शुरू करवाया। डेंगू से लड़ाई मे स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी का रोल निराशाजनक रहा हैI
स्मार्ट सिटी फेलियर
देहरादून का स्मार्ट सिटी प्रस्ताव तीन बार फेल हो चूका हैI अलग अलग प्रस्तावों मे अलग अलग खोट थेI MDDA की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे मे हैI बार बार के फेलियर MDDA की सिटी मैनेजमेंट क्षमता पर भी सवाल खड़े करते हैं I
मै उम्मीद करता हूँ की आप शहरीकरण के इन मुद्दों पर ध्यान देंगेI अगर प्रदेश की राजधानी की यह दुर्दशा है तो बाकि शहरों की स्तिथि पर आंकलन और वॉर फुटिंग पर काम करने की आवश्कयता है I
धन्यवाद
अनूप नौटियाल
संरक्षक, हमारा उत्तराखंडजन मंच (HUM)
+ 91 97600 41108