मोदी सरकार के 3 साल ; 26 मई से 15 जून तक मोदी फेस्टविल
बीजेपी ने सरकार के तीन साल पूरा होने के मौके पर 26 मई से 15 जून तक मोदी फेस्टविल मनाने का फैसला किया है. इससे पहले देश भर के प्रवक्ताओं को विपक्ष के हमले का बचाव कर सरकार की वाहवाही करने की ट्रेनिंग दी जा रही है. अमित शाह के अलावा केंद्रीय उर्जा मंत्री पीयूष गोयल और संगठन महामंत्री रामलाल भी इस मौके पर बीजेपी प्रवक्ताओं को मीडिया में अपनी बात रखने को लेकर टिप्स देंगे.
केंद्र में बीजेपी सरकार के 3 साल पूरा होने पर बीजेपी ने अपने नेताओं, मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के जरिए भी पूरे देश में जाने की तैयारी कर ली है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत बीजेपी के मंत्री और बीजेपी के सीएम देश के अलग अलग हिस्सों में तीन साल के जश्न में शरीक होंगे. मोदी फेस्टिवल के दौरान सरकार के काम के हिसाब देने की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 26 मई को गुवाहाटी में होने वाली रैली के जरिए होगी. www.himalayauk.org (Leading Web & Print Media) publish at Dehradun & Hardwar; Mail; csjoshi_editor@yahoo.in
@@केंद्र की मोदी सरकार के 3 साल पूरे होने में बस 5 दिन बाकी हैं. विकास की राह पर ले जाकर युवाओं को रोजगार देने का वादा जो पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने किया था क्या वो पूरा हुआ? क्या मोदी राज में युवाओं के अच्छे दिन आए? नरेंद्र मोदी ने भारत को युवाओं का देश बताते हुए उन्हें विकास की राह पर ले जाकर रोजगार का सपना दिखाया था.
युवाओं का वो सपना साकार हुआ या नहीं और क्या सरकार युवाओं को रोजगार देने का वादा पूरा कर पाई? 3 साल में कितने युवाओं को नौकरियां मिलीं और क्या देश में बेरोजगारी दर घटी ? मोदी सरकार में कितने बेरोजगारों का भला हुआ और क्या देश का युवा अपने पैरों पर खड़ा हो सका है?
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से सवाल किया कि तीन साल सत्ता में रहने के बाद इस समय उसके पास दिखाने को सिर्फ ‘टूटे हुए वादे’ और ‘निकम्मापन’ ही है, ऐसे में आखिर वह किस बात का जश्न मना रही है? देश में किसानों की आत्महत्याओं और बेरोजगारी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि बीते तीन साल सरकार को मिले जनादेश के साथ ‘विश्वासघात’ हैं। राहुल ने ट्वीट किया, ‘‘युवा नौकरियां के लिए जूझ कर रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं और सैनिक सीमा पर मर रहे हैं, सरकार आखिर किस चीज का जश्न मना रही है?”
इसके साथ ही केद्र सरकार के सभी मंत्री , बीजेपी के सीएम और पार्टी पदाधिकारी भी देश भर में होने वाले जश्न में शिरकत करेंगे. तय कर्यक्रम के मुताबिक मोदी फेस्टिवल के दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दिल्ली, रायपुर, ईटानगर ,पोर्ट ब्लेयर, गंगटोक और त्रिवेंद्रम में मीटिंग , प्रेस कांफ्रेस और रैली करके मोदी सरकार के कामों का बखान करेंगे. जबकि, गृह मंत्री राजनाथ सिंह मुम्बई और जयपुर में सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच रखेंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दिल्ली और लखनऊ, तो वेंकैया नायडु भुवनेश्वर और छत्तीसगढ़ में किसी जगह पर जाएंगे.
बीजेपी के कार्यक्रम के मुताबिक, वित्त मंत्री अरुण जेटली बेंगलुरु और अहमदाबाद में, जबकि सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी चेन्नई और रांची में प्रेस कांफ्रेस और रैली के जरिए सरकार की योजनाओं को जनता के बीच लेकर जाएंगे. इसके अलावा सभी केंद्रीय मंत्री कम से कम दो राज्यों में जाकर मोदी सरकार के तीन साल के कामकाज का ब्यौरा रखेंगे.
बीजेपी के मुख्यमंत्रियों को भी गैर-बीजेपी शासित राज्यो में सभाओं और रैलियां करने के लिए लगाया गया है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिहार की राजधानी पटना में मोदी सरकार के कामों को गिनाने के साथ ही लालू परिवार के भ्रष्टाचार के खिलाफ भी बोलते नजर आएंगे. बीजेपी योगी के प्रभाव का फायदा पड़ोसी राज्य बिहार में उठाना चाहती है.
उधर, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर विजयवाडा में यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बिहार के ही नालंदा में और दूसरे उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा तमिलनाडु जाकर सरकार के काम की जानकारी जनता को देंगे. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शिमला, झारखड के मुख्यमंत्र रघुवर दास दुर्गापुर, छत्तीसतगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह आसनसोल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कटक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस कोच्चि जाकर मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ-साथ राज्यसरकारों को निशाने पर लेंगे.
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