केंद्रीय मंत्रिमंडल में जल्द नई इंट्री ;कई अहम राज्यों मे चुनाव
फिलहाल अतिरिक्त प्रभार सूचना प्रसारण मंत्रालय # गुजरात और हिमाचल पदेश मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक समेत कई अहम राज्यों मे चुनाव # Execluvie Report: www.himalayauk.org (HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND) Digital Newsportal & Daily Newspaper; publish at Dehradun & Haridwar
फिलहाल वेंकैया नायडू के केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बाद सूचना प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी और शहरी विकास मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दे दिया गया है. मॉनसून सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार किया जाएगा, जिसमें नए मंत्रियों को शामिल कर खाली पदों को भरा जाएगा. अगले दो सालों में दक्षिण के तीन राज्यों में चुनाव होने हैं और उसके पहले बीजेपी दक्षिण भारत में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है. 75 की उम्र पार कर चुके कलराज मिश्रा की छुट्टी को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं.
जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के वक्त नए लोगों की इंट्री हो सकती है, अब एक बार फिर पीएम मोदी को जिम्मेदारी देने के लिए नए चेहरे तलाशने होंगे. गुजरात और हिमाचल पदेश में अगले चार पांच महीने में चुनाव है और दो सालों के अंदर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक समेत कई अहम राज्यों मे चुनाव होना है. पीएम मोदी शायद अगले फेरबदल के साथ ही सभी समीकरणों को साधते हुए दिखें.
स्मृति ईरानी को वेंकैया नायडू की जगह सूचना प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. स्मृति ईरानी अभी कपड़ा मंत्रालय संभाल रही हैं और अब उनके पास सूचना प्रसारण मंत्रालय का जिम्मा भी होगा. इसके अलावा वेंकैया की जगह नरेंद्र सिंह तोमर को शहरी विकास मंत्रालय का प्रभार दिया गया है. एनडीए की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कल उन्होंने अपने तीनों मंत्रालयों से इस्तीफा दे दिया था. वेंकैया नायडू मोदी कैबिनेट में कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. नायडू के पास सूचना प्रसारण मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय और गरीबी उन्मूलन मंत्रालय सहित तीन मंत्रालय थे. अरुण जेटली पहले से वित्त मंत्रालय के साथ रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं. इसी साल मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने से रक्षा मंत्री का पद खाली हुआ था. वहीं पर्यावरण मंत्री अनिल दवे का निधन होने से हर्षवर्धन को पर्यावरण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. हर्षवर्धन पहले से विज्ञान मंत्रालय संभाल रहे हैं.
इस स्थिति को देखते हुए मोदी सरकार का नया विस्तार मानसून सत्र के बाद हो सकता है. इससे पहले साल 2014 में पहला केंद्रीय कैबिनेट विस्तार हुआ था. जिसमें 21 चेहरों को शामिल किया गया था. पिछले साल जुलाई में भी कैबिनेट में फेरबदल कर स्मृति ईरानी की जगह प्रकाश जावड़ेकर को मानव संसाधन मंत्रालय दिया गया था और स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय भेज गया.
मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने के बाद अप्रैल से ही रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त काम वित्त मंत्री अरूण जेटली संभाल रहे है. चीन और पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव के इस वक्त देश को एक फुल-टाइम रक्षा मंत्री की सख्त जरूरत भी है.
इस वक्त चीन के साथ सिक्किम से सटी सीमा पर डोकलाम इलाके में तनातनी चल रही है. दूसरी तरफ पाकिस्तान के सीमा पर फायरिंग के बाद माहौल लगातार खराब है. वहीं कश्मीर के हालात भी ऐसे नहीं हैं कि सरकार चैन की नींद सो सके. ऐसे में मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने के बाद एक रक्षा मंत्री की तलाश है.
रक्षा मंत्री के तौर पर प्रधानमंत्री को एक ऐसे व्यक्ति की तलाश होगी जो न सिर्फ ईमानदार हो बल्कि उनको भरोसेमंद भी हो. रक्षा सौदों को लेकर हमेशा विवाद होता रहा है. ऐसे में रक्षा मंत्री के तौर पर किसी भरोसेमंद की नियुक्ति संभव है.
कश्मीर के हालात और चीन-पाकिस्तान के साथ मौजूदा हालात के बाद विपक्ष की तरफ से भी कई बार फुल-टाइम रक्षा मंत्री न होने को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं.
अनिल दवे के निधन के बाद पर्यावरण मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी भी विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन संभाल रहे हैं. पर्यावरण मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग के लिए भी एक मंत्री की जरूरत है.
वेंकैया नायडू ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित होने के बाद कल रात मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही मोदी मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चाएं तेज़ हो गई हैं.
वेंकैया नायडू मोदी कैबिनेट में कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. नायडू के पास तीन मंत्रालय थे. सूचना प्रसारण मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय और गरीबी उन्मूलन मंत्रालय. तीनों मंत्रालयों को अतिरिक्त प्रभार देने की संभावना कम ही लग रही है.
बता दें कि अरुण जेटली पहले से वित्त मंत्रालय के साथ रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं. इसी साल मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने से रक्षा मंत्री का पद खाली हुआ था. वहीं पर्यावरण मंत्री अनिल दवे का निधन होने से हर्षवर्धन को पर्यावरण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. हर्षवर्धन पहले से विज्ञान मंत्रालय संभाल रहे हैं.
माना जा रहा है कि मोदी सरकार का नया विस्तार मानसून सत्र के बाद हो सकता है. इससे पहले साल 2014 में पहला केंद्रीय कैबिनेट विस्तार हुआ था. जिसमें 21 चेहरों को शामिल किया गया था. पिछले साल जुलाई में भी कैबिनेट में फेरबदल कर स्मृति ईरानी की जगह प्रकाश जावड़ेकर को मानव संसाधन मंत्रालय दिया गया था और स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय भेज गया.