संजीव चतुर्वेदी के आदेशों को वापस लिया जाए; सीएम रावत
#आईएफएस संजीव चतुर्वेदी हेतु किये गए आदेशों को वापस लिया जाए; सीएम रावत
#हरीश रावत ने कहा कि आईएफएस संजीव चतुर्वेदी के मामले में सीएस को निर्देशित किया गया है #केंद्र के मंत्रीगण पुराने माल को बेचने में लगे है, #गैरसैण में रेल मंत्री द्वारा कोई नयी घोषणा नहीं की केन्द्र से कई मंत्री उत्तराखण्ड आ रहे हैं #लेकिन यहॉं के लिए कुछ दे नहीं रहे है, बल्कि जो धनराशि यहॉं के लिए स्वीकृत भी हो चुकी है वह भी रिलीज नहीं की जा रही है# उमा भारती ने अभी तक 700 करोड़ नहीं दिए#नड्डा साहब की तरफ से 132 करोड़ पेंडिंग है# धर्मेंद्र प्रधान ने 50 करोड़ राज्य का नहीं दिया है # थावर चंद गहलोत जी द्वारा राज्य को एससी, एसटी ओबीसी की छात्रवृति नहीं दे रहे है# मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा 90 करोड़ में से अभी तक एक भी पैसा रिलीज नहीं किया# www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal & Print Media) by CS JOSHI
26 नवम्बर, 2016 मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पूर्व में हमने नोटबंदी से राज्य को होने वाले नुकसान का जो आंकलन किया था, नुकसान अब उससे बहुत अधिक होने वाला है। हमें लगा शायद यह समस्या 5, 7 दिन में में समाप्त हो जाएगी मगर ऐसा नहीं हुआ। हम उपभोक्ता राज्य हैं नोट बंदी का नुकसान राज्य को झेलना पड़ रहा है, मार्किट सेल पर इसका असर नजर आ रहा है और टैक्स पर भी असर पड़ेगा, गिरावट मार्किट सेल पर आधारित होगी तो नुकसान बड़ा होगा। राज्य के पर्यटन पर नुकसान हुआ है, दूर दराज के क्षेत्रों पर असर दिखने लगा है, कॉपरेटिव सेक्टर पर असर पड़ा है। चारधाम यात्रा भी इससे प्रभावित हुयी है। अंतिम सीजन में एक-दो लाख श्रद्धालू और आ सकते थे। जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार आता।
राज्य के किसान भी इससे प्रभावित हुए हैं। सब्जियों के दाम क्रेश होने से किसानों की आय पर 40 से 42 प्रतिशत फर्क पड़ा है। उन्हें सब्जी का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। उनकी इकॉनोमी खराब हो गयी है। सीएम हरीश रावत ने कहा कि खेती व राज्य के लिए नुकशान दयाक रहा नोट बंदी से । सीएम रावत ने कहा कि राजनीती के चलते यदि कोई इस बात पर अपनी चिंता व्यक्त करता है तो कुछ लोग इसे देशद्रोह बता देते है।
सीएम रावत ने कहा कि 2000 रूपये के नोट भी पहेली है, क्योंकि यह नोट ऐसा कौन सा विमान है जो देश को ऊपर ले जायेगा। इस 2000 के नोट ने खरीददार को पंगू बना दिया है।
सीएम रावत ने कहा की केंद्र के मंत्रीगण पुराने माल को बेचने में लगे है, गैरसैण में रेल मंत्री द्वारा कोई नयी घोषणा नहीं की। कम से कम एक गेस्ट हाऊस की ही घोषणा कर जाते। उन्होंने जो भी दिया वो सब पहले का था, नया क्या दिया वो कुछ नहीं, हरिद्वार के लिए जो दिया वो भी पुराना ही था।
सीएम रावत ने कहा केन्द्र से कई मंत्री उत्तराखण्ड आ रहे हैं लेकिन यहॉं के लिए कुछ दे नहीं रहे है, बल्कि जो धनराशि यहॉं के लिए स्वीकृत भी हो चुकी है वह भी रिलीज नहीं की जा रही है। उमा भारती ने अभी तक 700 करोड़ नहीं दिए, नड्डा साहब की तरफ से 132 करोड़ पेंडिंग है, धर्मेंद्र प्रधान ने 50 करोड़ राज्य का नहीं दिया है।
##केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने बृहस्पतिवार को गैरसैंण में राज्य की करीब 551 करोड़ की रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया था। उन्होंने घोषणा की कि उत्तराखंड के चारों धामों को रेल यातायात से जोड़ा जाएगा। इसके लिए जल्द सर्वे किया जाएगा। रेलवे स्टेशनों पर लिफ्ट की सुविधा भी दी जाएगी। टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन के लिए भी आने वाले बजट में प्रावधान किया जाएगा। गैरसैंण के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में अपने 21 मिनट के संबोधन में केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि पहाड़ हो या मैदान, हर गांव सड़क से जुड़ रहा है। यह दूरदर्शिता की सोच केंद्र की पूर्व भाजपा सरकार के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी की रही। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल जी की सोच को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व की केंद्र सरकार के समय प्रदेश का रेल निवेश महज 187 करोड़ था जो आज मोदी सरकार ने बढ़ाकर 481 करोड़ कर दिया है। प्रभु ने प्रदेश में रेल यातायात बढ़ाने की बात कही।
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सीएम रावत ने कहा कि थावर चंद गहलोत जी द्वारा राज्य को एससी, एसटी ओबीसी की छात्रवृति नहीं दे रहे है। मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा कहा गया था कि 90 करोड़ और रिलीज करेंगे मगर अभी तक एक भी पैसा रिलीज नहीं किया गया है। सीएम रावत ने कहा उत्तराखंड को एक फायदा हुआ की राज्य की जनता को पहली बार केंद्र के इतने मंत्री देखने को मिले, ये भी रावत सरकार की उपलब्धि है ।
सीएम रावत ने कहा कि देहरादून के बाद अल्मोड़ा में भी बीजेपी के राष्टीय अध्यक्ष की रैली फैल रही। बीजेपी में सिर्फ झूठे लोग भरे पड़े हैं। उनकी परिवर्तन यात्रा मात्र गाली गलोच यात्रा बन कर रह गयी है। भाजपा की मीटिंग्स में सिर्फ हरीश रावत की चर्चा होती है। उनकी मीटिंग्स में भाजपा क्या करेगी, क्या उनका विजन है इस पर कभी चर्चा नहीं होती। सीएम रावत ने कहा कि बीजेपी ने गैरसैण पर निंदा प्रस्ताव लाने का काम किया, इसे सरकार कैसे स्वीकार करती ।
सीएम रावत ने कहा कि गैरसैण पर बीजेपी आधिकारिक रूप से कहे वो क्या चाहती है, बीजेपी इस मुद्दे पर चर्चा से बची है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें लगता है कि मैंने राज्य को लूटा है तो मैं 2007 से अब तक के उनके किसी भी मुख्यमंत्री के साथ अपनी सम्पत्ति अदला-बदली करने को तैयार हूँ। क्या वे अपने सबसे गरीब मंत्री के साथ मेरी सम्पत्ति बदलने को तैयार हैं?
उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी लिखकर दे दें तो 2007 से अभी तक जितने भी आरोप प्रत्यारोप लगाए गये हैं उन सबकी जांच हाई कोर्ट की एक परमानेंट जांच कमेटी बना कर जांच शुरू करवाने को तैयार हूँ। मगर इसके लिए उन्हें लिखकर देना होगा कि उन सभी की जांच करवाई जाए। मौखिक रूप से कहने से काम नहीं चलेगा।
गैरसैंण पर हमारा इरादा स्पष्ट है जैसे ही गैरसैण पर स्थितियां अनुकूल होंगी गैरसैंण पर राज्य की जनता के अनुरूप फैसला ले लिया जाएगा। सरकार जल्दबाजी में काम नहीं करना चाहती।
सीएम रावत ने कहा कि आईएफएस संजीव चतुर्वेदी के मामले में सीएस को निर्देशित किया गया है कि आईएफएस संजीव चतुर्वेदी हेतु किये गए आदेशों को वापस लिया जाए।