अगस्त ;कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव; राहुल गांधी अध्यक्ष
बड़ी खबर# कांग्रेस में बड़ा बदलाव तय# राहुल को कमान #किसी प्रदेश का बड़ा नेता होगा राहुल के साथ मुख्य महासचिव#
कांग्रेस पार्टी का चिंतन शिविर और संगठन में अगस्त में #12 अगस्त को संसद का मॉनसून सत्र खत्म होने के बाद कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव # उससे पहले कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का फैसला# अक्टूबर में कांग्रेस का महाधिवेशन जिसमें राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने पर मुहर# कांग्रेस के 2010 बुराड़ी अधिवेशन में सोनिया गांधी पांच साल के लिए अध्यक्ष चुनी गई थीं। पिछले साल उनको एक साल का विस्तार दिया गया, जो इस साल के अंत में खत्म# वे अब कोई और विस्तार या अगला कार्यकाल नहीं चाहती # इसके बाद कांग्रेस संगठन में होने वाला इस बार का बदलाव पदाधिकारियों, कार्यसमिति और प्रदेश संगठनों तक में होगा। मीडिया विभाग से लेकर मोर्चे और प्रकोष्ठों तक में बदलाव# राहुल गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का एक अलग समूह बनाएंगे, जिसका काम संगठन और नीतिगत मसलों पर सलाह देना होगा# अखिल भारतीय संगठन और संसदीय राजनीति में काम कर रहे युवा नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष बना कर भेजने की चर्चा है और उनकी जगह दिल्ली में नई नियुक्ति# इस बदलाव से पहले संसद सत्र में राहुल गांधी की सक्रियता दिखेगी और कम से कम छह राज्यों में उनका दौरा# केवल हिमालयायुके न्यूज़ पोर्टल की रिपोर्ट; www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) CS JOSHI Editor
कांग्रेस पार्टी का चिंतन शिविर और संगठन में फेरबदल दोनों काम अगस्त में हो सकते हैं। कांग्रेस के जानकार सूत्रों का कहना है कि 12 अगस्त को संसद का मॉनसून सत्र खत्म होने के बाद कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव किया जाएगा। उससे पहले कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होगी, जिसमें राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का फैसला किया जाएगा। साथ ही चिंतन शिविर का एजेंडा भी तय होगा।
बताया जा रहा है कि अक्टूबर में कांग्रेस का महाधिवेशन भी हो सकता है, जिसमें राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने पर मुहर लगेगी। आखिरी बार कांग्रेस का महाधिवेशन 2010 में बुराड़ी में हुआ था, जब सोनिया गांधी पांच साल के लिए अध्यक्ष चुनी गई थीं। पिछले साल उनको एक साल का विस्तार दिया गया, जो इस साल के अंत में खत्म हो जाएगा। वे कोई और विस्तार या अगला कार्यकाल नहीं लेना चाहती हैं।
कांग्रेस संगठन में होने वाला इस बार का बदलाव पदाधिकारियों, कार्यसमिति और प्रदेश संगठनों तक में होगा। मीडिया विभाग से लेकर मोर्चे और प्रकोष्ठों तक में बदलाव होगा। राहुल गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का एक अलग समूह बनाएंगे, जिसका काम संगठन और नीतिगत मसलों पर सलाह देने तक सीमित होगा। अखिल भारतीय संगठन और संसदीय राजनीति में काम कर रहे युवा नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष बना कर भेजने की चर्चा है और उनकी जगह दिल्ली में नई नियुक्ति हो सकती है। इस बदलाव से पहले संसद सत्र में राहुल गांधी की सक्रियता दिखेगी और इसी दौरान कम से कम छह राज्यों में उनका दौरा होगा।