किसी भी दल को खास तवज्जो देने तथा कवरेज देने से परहेज करे; डीडी न्यूज को नसीहत
नई दिल्ली: डीडी न्यूज (DD News) और एआईआर (All India Radio) पर राजनीतिक पार्टियों के एयरटाइम कवरेज (Airtime Coverage) को लेकर पिछले 1 अप्रैल से बवाल चल रहा है। बीते 1 अप्रैल को कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों की कवरेज का मामला चुनाव आयोग के दिए ज्ञापन में पहली बार उठाया था। कांग्रेस (Congress) ने डीडी न्यूज पर बीजेपी (BJP) को तरजीह देने का आरोप भी लगाया था।
चुनाव से पहले दूरदर्शन टीवी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, चुनाव आयोग ने दूरदर्शन को नसीहत दी है कि वह किसी भी दल को खास तवज्जो देने तथा कवरेज देने से परहेज करे। आपको बता दें कि दूरदर्शन देश का सबसे बड़ा सरकारी चैनल है।
चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव को कड़े शब्दे में पत्र लिखकर कहा,‘‘हम चाहते हैं कि आप (सचिव) डीडी न्यूज चैनल को किसी दल को खास तवज्जो देने अथवा किसी पार्टी के पक्ष में असमान एयरटाइम कवरेज देने से परहेज करने के निर्देश दें और सभी राजनीतिक दलों की गतिविधियों की संतुलित कवरेज देने को कहें….।’’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोकसभा चुनावों की घोषणा के लगभग एक महीने बाद, बीजेपी को डीडी न्यूज और उसके क्षेत्रीय चैनलों पर लगभग 160 घंटे का एयरटाइम कवरेज मिला, जबकि कांग्रेस ने केवल इसका आधा हिस्सा मिल पाया।
डीडी और एआईआर के लिए चुनाव आयोग (Election commission) के दिशानिर्देश स्पष्ट रूप से कहते हैं कि दो सार्वजनिक प्रसारकों को सभी राजनीतिक पार्टियों के चुनाव प्रचार, और भाषणों का उचित और संतुलित कवरेज प्रदान करना चाहिए। संतुलित रूप से, इसका मतलब है कि किसी भी पार्टी को “दूसरों की तुलना में अधिक कवरेज” नहीं दी जानी चाहिए और इस संतुलन को एक केवल एक दिन के लिए नहीं बल्कि एक उचित समय पर, या यूं कहें एक सप्ताह के लिए प्राप्त होनी चाहिए।
लोकसभा चुनावों की घोषणा के लगभग एक महीने बाद, भाजपा को डीडी न्यूज और उसके क्षेत्रीय चैनलों पर लगभग 160 घंटे का ‘एयरटाइम कवरेज’ मिला, जबकि कांग्रेस को इसका आधा हिस्सा यानी कि करीब 80 घंटा ही कवरेज मिला है. चुनाव आयोग को दूरदर्शन न्यूज द्वारा 5 अप्रैल को साझा की गई एक रिपोर्ट के अनुसार पता चलता है कि दूरदर्शन और उसके क्षेत्रीय चैनलों ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को लगभग 160 घंटे का एयरटाइम कवरेज दिया. जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को 80 घंटे का कवरेज एयरटाइम दिया गया.
रिपोर्ट में 5 अप्रैल तक चुनावों की घोषणा से राजनीतिक दलों को दिए गए एयरटाइम का विवरण दिया गया था. इस रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने 9 अप्रैल को कहा कि डीडी न्यूज द्वारा दिया गया एयरटाइम कवरेज संतुलित नहीं था. पोल पैनल ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से डीडी न्यूज को किसी भी एक पक्ष को तरजीह देने से रोकने के लिए कहा था.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट से ये जानकारी सामने आई है. डीडी न्यूज द्वारा पांच अप्रैल को चुनाव आयोग (ईसी) के साथ साझा की गई सभी राजनीतिक दलों को प्रदान किए गए एयरटाइम/कवरेज पर एक रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस को करीब 80 घंटे का कवरेज मिला है जबकि माकपा आठ घंटे के कवरेज के साथ तीसरे नंबर पर है.
चुनाव आयोग ने बीते हफ्ते इसी रिपोर्ट के आधार पर दूरदर्शन को नसीहत दी थी कि वह किसी भी दल को खास तवज्जो देने अथवा असमान एयरटाइम कवरेज देने से परहेज करे.
ज्ञात हो कि चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘मैं भी चौकीदार’ का लाइव प्रसारण करने पर दूरदर्शन को नोटिस जारी किया है. 31 मार्च को प्रसारित हुए इस कार्यक्रम को दूरदर्शन ने करीब डेढ़ घंटे लाइव दिखाया था. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के ‘मैं भी चौकीदार’ कैंपेन के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 मार्च को देश के 500 स्थानों पर लोगों को सीधे संबोधित किया था. प्रधानमंत्री का ये कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुआ था. जिसका प्रसारण रेडियो, टीवी और सोशल मीडिया पर हुआ था. इसी पर चुनाव आयोग ने सख्ती जताई है.
चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव को कड़े शब्दे में पत्र लिखकर कहा, ’हम चाहते हैं कि आप (सचिव) डीडी न्यूज चैनल को किसी दल को खास तवज्जो देने अथवा किसी पार्टी के पक्ष में असमान एयरटाइम कवरेज देने से परहेज करने के निर्देश दें और सभी राजनीतिक दलों की गतिविधियों की संतुलित कवरेज देने को कहें…’
आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम को करीब एक घंटे तक दिखाने के लिए हाल ही में डीडी न्यूज को कारण बताओ नोटिस भेजा था. इस प्रसारण के बाद विपक्षी दलों ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत की थी.
दूरदर्शन के एक वरिष्ठ सूत्र ने एक्सप्रेस को बताया कि चूंकि भाजपा की लोकसभा में सबसे ज्यादा सीट है और 16 राज्यों में उसकी सरकार है इसलिए भाजपा और कांग्रेस को बराबर कवरेज नहीं दिया जा सकता. उन्होंने कहा कि भाजपा और सभी विपक्षी दलों को दिए गए एयरटाइम कवरेज की तुलना करेंगे तो करीब-करीब ये बराबर ही है.
हालांकि चुनाव आयोग ने इस तर्क को स्वीकार नहीं किया था और कहा कि डीडी न्यूज़ को तटस्थता बरतनी चाहिए और सबको बराबर कवरेज दें.
यह पूछे जाने पर कि भाजपा की तुलना में कांग्रेस को आधा कवरेज क्यों दिया गया, प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेम्पति ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘कवरेज एक सतत प्रक्रिया है जो 30 से अधिक टीवी चैनल/ स्टेशनों और कई 100 रेडियो स्टेशनों के पूरे नेटवर्क में फैला है. किसी भी खास समय पर कवरेज का आंकलन करना त्रुटिपूर्ण और गलत होगा. हालांकि हमने सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा बताए गए कवरेज के अनुपात के बारे में चुनाव आयोग की टिप्पणियों पर ध्यान दिया है.’
डीडी न्यूज और इसके द्वारा लोकसभा चुनावों की कवरेज का मामला पहली बार कांग्रेस ने एक अप्रैल को चुनाव आयोग को दिए ज्ञापन में उठाया था. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि डीडी न्यूज भाजपा को तरजीह दे रहा है.
पार्टी ने उदाहरण के तौर पर 31 मार्च को डीडी न्यूज द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम का 84 मिनट तक लाइव ब्रॉडकास्ट करने का उल्लेख किया था.
इससे पूर्व जनवरी मे
पब्लिक ब्रॉडकास्टर दूरदर्शन पर दिखाए जा रहे एक धार्मिक कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के बीच में विज्ञापन दिखाने पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण आग बबूला हो गईं। इस दौरान उन्होंने दूरदर्शन को जमकर फटकार लगाई और उसकी इस हरकत को ‘विचारशून्यता’ और‘असंवेदनशीलता’ करार दिया।
दरअसल, जनवरी से फरवरी के बीच तमिलनाडु के तिरूवैयारू में तेलुगू संत त्यागराज के सम्मान में संगीत कार्यक्रम आयोजित होता है। यह एक सप्ताह का फेस्टिवल होता है जिसमें दुनिया भर के विभिन्न कर्नाटक संगीतकार एक स्थान पर एकजुट होते हैं। बीते शनिवार को दूरदर्शन पर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया जा रहा था, इसी बीच विज्ञापन के लिए प्रसारण रोक दिया गया, जिसको लेकर ही रक्षा मंत्री ने ट्विटर पर अपनी नारजगी जाहिर की।