दीपिका पादुकोण डच महिला है; सुब्रमण्यम स्वामी का सनसनीखेज खुलासा
भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दीपिका पादुकोण और उनकी फिल्म पर निशाना साधा है। स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा- फिल्म स्टार दीपिका पादुकोण हमें बदलाव पर भाषण दे रही हैं। देश में बदलाव सिर्फ तभी आ सकता है जब वह अपने दृष्टिकोण से बदलाव लाएंगी। इसके अलावा न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में स्वामी ने दीपिका के भारतीय होने तक पर प्रश्न चिह्न लगा दिया। उन्होंने कहा- यह महिला एक डच है तो वह भारतीय पवित्रता पर कैसे सवाल उठा सकती है?
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बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने फिल्म ‘पद्मावती’ विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि कोई भी इस फिल्म को रिलीज होने से नहीं रोक सकता है। हर तरफ हो रहे विरोध के बीच अब अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने अपनी अपकमिंग फिल्म पद्मावती पर चुप्पी तोड़ दी है और कहा है कि उनकी फिल्म को रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता. इस फिल्म में दीपिका राजपूतनी रानी पद्मावती की भूमिका में हैं.
उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग से मिल रहा समर्थन इस बात का प्रतीक है कि यह सिर्फ ‘पद्मावती’ के बारे में नहीं है, बल्कि यह फिल्म उद्योग एक बड़ी लड़ाई लड़ रहा है. दीपिका ने कहा, “एक महिला के रूप में मुझे इस फिल्म का हिस्सा होने और कहानी को बताने पर गर्व है, जिसे बताए जाने की जरूरत है.” फिल्मकार भंसाली की इस फिल्म पर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए कई नेताओं, संगठनों ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है. दीपिका को पूरा भरोसा है कि फिल्म अपनी तय तिथि एक दिसंबर को ही रिलीज होगी. फिल्म की रिलीज के पहले मचे बवाल पर अभिनेत्री ने कहा, “यह भयावह है, यह बिल्कुल भयावह है. इससे हमें क्या मिला? और एक राष्ट्र के रूप में हम कहां पहुंच गए हैं? हम आगे बढ़ने के बदले पीछे हुए हैं.” उन्होंने कहा, “हमारी जवाबदेही सिर्फ सेंसरबोर्ड के प्रति है और मैं जनाती हूं और मेरा मानना है कि फिल्म को रिलीज होने से कुछ भी नहीं रोक सकता.”
एक महिला के तौर पर मुझे इस फिल्म का हिस्सा होने और कहानी को बताने पर गर्व है, जिसे बताए जाने की जरूरत है। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके दीपिका पादुकोण और उनकी फिल्म पर निशाना साधा है। स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा- फिल्म स्टार दीपिका पादुकोण हमें बदलाव पर भाषण दे रही हैं। देश में बदलाव सिर्फ तभी आ सकता है जब वह अपने दृष्टिकोण से बदलाव लाएंगी। इसके अलावा न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में स्वामी ने दीपिका के भारतीय होने तक पर प्रश्न चिह्न लगा दिया। उन्होंने कहा- यह महिला एक डच है तो वह भारतीय पवित्रता पर कैसे सवाल उठा सकती है?
दीपिका पादुकोण ने कहा- यह घटिया है। यह पूरी तरह से घटिया है। हम कहां आ गए हैं? एक राष्ट्र के तौर पर हम कहां आ गए हैं? क्या हम वाकई बदलाव ला रहे है? दीपिका ने कहा कि एक मात्र संस्था जिसके प्रति हम जवाबदेह हैं वह सेंसर बोर्ड है और हमें पूरा यकीन है कि कोई भी इस फिल्म को रिलीज होने से नहीं रोक सकता है। आपको एक दिलचस्प तथ्य बता दें कि दीपिका की फिल्म ओम शांति ओम 9 नवंबर को रिलीज हुई थी और खासी कामयाब रही थी। 15 नवंबर को उनकी फिल्म रामलीला रिलीज हुई थी और यह भी बॉक्स ऑफिस पर ठीक चली। दीपिका अपने वक्त के अनुभव साझा करते हुए बताती हैं कि जब वह इंडस्ट्री में आई-आई थीं उन्हीं दिनों संजय लीला भंसाली की फिल्म सांवरिया रिलीज हुई थी और उन दिनों वह सोचा करती थीं कि काश उन्हें संजय के साथ काम करने का मौका मिले।
फिल्म पद्मावती की बात करें तो रणवीर कपूर (अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में) और शाहिद कपूर (राजा रावल रतन सिंह के किरदार में) स्टारर यह फिल्म शूटिंग के वक्त से ही विवादों में रही है। हालांकि एक तथ्य यह भी है कि फिल्म का ट्रेलर और गाने यूट्यूब पर जारी किए जाने के कुछ ही मिनटों में वायरल हो गए और देखते ही देखते हिट हो गए। फिल्म के बारे में दोनों ही तरह की मानसिकता रखने वाले लोग मौजूद हैं। कुछ लोग हैं जो इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं और कुछ लोग हैं जो इसका पुरजोर समर्थन कर रहे हैं। देखना यह होगा कि सेंसर बोर्ड इस फिल्म के बारे में क्या फैसला सुनाता है।
संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित फिल्म ‘पद्मावती’ अपने शूटिंग के दिनों से ही विवादों में हैं. पहले राजस्थान में शूटिंग के दौरान इस फिल्म का विरोध हुआ. विरोध कर रहे करणी सेना के सदस्यों ने फिल्म के सेट पर तोड़ फोड़ मचाई. उनका गुस्सा यहीं नहीं थमां, बल्कि विरोध के दौरान उन्होंने फिल्म के निर्केशक संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट भी की.
इस घटना के बाद फिल्म का शूटिंग स्थल बदलना पड़ा. बाद में ‘पद्मावती’ का ट्रेलर जारी होने के बाद एक बार फिर फिल्म का कड़ा विरोध होना शुरू हो गया. राजपूत समुदाय के लोगों ने इस फिल्म पर इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश करने के आरोप लगाए. देशभर में विरोध प्रदर्शन किए गए. जो आज तक जारी हैं.
इन सब के बीच कई सवाल ऐसे हैं जो लोगों के ज़ेहन में उठ रहे हैं. सवाल ये कि क्या रानी पद्मावती हकीकत थीं या फिर बस एक अफसाना? क्या वाकई रानी पद्मावती को हासिल करने की चाहत में ही अलाउद्दीन खिलजी ने चितौड़ पर हमला बोला था? क्या रानी पद्मिनी और रानी पद्मावती एक ही हैं?
रानी पद्मावती सिंहल द्वीप यानी आज के श्रीलंका के राजा गंधर्व की बेटी थीं. रानी पद्मावती के बारे में पहली लिखित जानकारी मलिक मोहम्मद जायसी के महाकाव्य पद्मावत में मिलती है. जायसी ने पद्मावत में रानी पद्मावती की अद्वितीय सुंदरता का बखान किया है. कहा ये भी जाता है कि चितौड़ के राजा रावल रतन सिंह ने स्वंयवर में पद्मिनी को जीता था और उनसे शादी की थी. हालांकि रानी पद्मावती के अस्तित्व का कोई एतिहासिक प्रमाण मौजूद नहीं है. राजा रावल रतन सिंह के एक दरबारी ने बदला लेने के लिए अलाउद्दीन खिलजी को पद्मवाती की सुंदरता के बारे में बताया था, जिससे खिलजी मोहित हो गया और उसने चितौड़ पर हमला करने का आदेश दिया. अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का शासक था और खिलजी वंश का दूसरा राजा था. अपने चाचा जलालुद्दीन खिलजी की हत्या करके वो दिल्ली की राजगद्दी पर बैठा था. सन् 1316 में 66 साल की उम्र में सेना के अधिकारी मलिक नायब ने खिलजी की हत्या कर दी थी. खिलजी का साम्राज्य दक्षिण में मदुरै तक फैला हुआ था. उसने दक्षिण में तेलंगाना, देवगिरी और होयसल पर कब्जा किया था, जहां से बाद में वो टैक्स वसूला करता था. खिलजी ने उत्तर भारत में गुजरात, जैसलमेर, रणथंभौर, मेवाड़, मालवा, जालौर और चितौड़ को जीता था.
विश्व हिन्दू परिषद के नेता आचार्य धर्मेन्द्र ने फिल्म पद्मावती में इतिहास के साथ की गई कथित छेड़छाड़ पर तीव्र रोष व्यक्त करते हुए कहा कि फिल्म पद्मावती के सारे प्रिंट जला दिये जाने चाहिए और निर्माता/निर्देशक संजय लीला भंसाली पर मुकदमा चलाना चाहिए. आचार्य धर्मेन्द्र ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि फिल्म पद्मावती में जिस तरह के दृश्य दिखा कर हमारी महारानी पद्मावती के चरित्र का हनन किया जा रहा है, वह निदंनीय है. उन्होंने कहा, ‘‘यह देशद्रोही और हिन्दू विरोधी है.’’