मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन
त्रिवेन्द्र सिंह रावत भराड़ी देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर माॅ भगवती का आशीर्वाद लिया # यूएसनगर के चर्चित मुआवजा घोटाले पर कांग्रेस इस बार बेहद आक्रामक #हिमालयायूके न्यूज पोर्टल ब्यूरो)
गैरसैंण/देहरादून 21 मार्च, 2018(सू.ब्यूरो)
वही दूसरी ओर गैरसैंण के भराड़ीसैंण में आज सदन के बाहर भी बीजेपी और कांग्रेस विधायकों में नारेबाज़ी की जंग हो गई. कांग्रेस के विधायक नारेबाज़ी करते हुए विधानसभा पहुंचे तो भाजपा विधायक भी पीछे नहीं रहे. पहले से मौजूद भाजपा विधायकों ने भी जवाबी नारेबाजी की.
गैरसैंण को राजधानी के मुद्दे पर कांग्रेस इस बार बेहद आक्रामक नज़र आ रही है. साफ़ नज़र आ रहा है कि पार्टी योजनाबद्ध ढंग से काम कर रही है. गैरसैंण पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि यह सत्र इसीलिए हो पा रहा है क्योंकि कांग्रेस सरकार ने भराड़ीसैंण में आधारभूत ढांचा खड़ा किया है. बीजेपी ने यहां एक ईंट भी नहीं लगाई
एनएच-74 मुआवजा घोटाले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला आ गया है। इस घोटाले की सीबीआई जांच पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने विशेषाधिकार हनन का मुददा उठाया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अनुपस्थिति में पीठ पर विराजमान उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने कांग्रेस के प्रस्ताव का परीक्षण कराने का आश्वासन दे दिया है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को भराड़ीसैंण (गैरसैंण) स्थित भराड़ी देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर माॅ भगवती का आशीर्वाद लिया तथा प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भराड़ी देवी मंदिर का जीर्णोद्धार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मंदिर के प्राचीन स्वरूप को यथावत् रखा जायेगा। भराड़ी देवी मंदिर तक श्रद्धालुओं को आने जाने की सुविधा हेतु पैदल मार्ग का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह एक दर्शनीय स्थल है। इस अवसर पर विधायक श्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, श्री धन सिंह नेगी, जिलाधिकारी श्री आशीष जोशी, पुलिस अधीक्षक सुश्री तृप्ति भट्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने शून्यकाल के दौरान इस मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि यूएसनगर के चर्चित मुआवजा घोटाले में मुख्यमंत्री ने 13 जून, 2017 को सदन में कहा था कि, उन्हे सूचना मिली है कि सीबीआई ने इस मामले की जांच को स्वीकार कर लिया है। पर आज इतना वक्त हो चुका है, सीबीआई जांच स्वीकार ही नहीं गई। राज्य के स्तर से दो-दो बार अनुरोध करने पर भी केंद्र सरकार ने सीबीआई जांच मंजूर नहीं की।
अलबत्ता केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को एनएच अफसरों के खिलाफ कार्रवाई न करने पत्र अवश्य आ गया। संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने कांग्रेस के आरोप को खारिज किया। कहा कि यह मामला सदन की अवमानना का बनता ही नहीं है। यह आश्वासन है और इसे आश्वासन समिति में भेजा जा सकता है। कांग्रेस विधायकों ने इस पर शोर करना आरंभ कर दिया। विवाद बढ़ता देख पीठासीन चौहान ने इस मामले का परीक्षण करने के निर्देश दे दिए। अब इस प्रकरण का विशेषाधिकार हनन के मामले की तरह ही परीक्षण किया जाएगा।
गैरसैंण/देहरादून 21 मार्च, 2018(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को विधानसभा भराड़ीसैंण(गैरसैंण) में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत इलैक्ट्राॅनिक वैक्सीन इंटैलीजेंस नेटवर्क (ई.वी.आई.एन.), मीजिल्स रूबैला टीकाकरण, आर.एन.टी.सी.पी.तथा कायाकल्प पुरस्कार वितरण समारोह 2017-18 में प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि मीजल्स एवं रूबेला के टीकाकरण में स्वास्थ्य विभाग के साथ शिक्षा एवं आईसीडीएस विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रदेश में 28 लाख बच्चों के मीजल्स एवं रूबेला टीकाकरण के निर्धारित लक्ष्य को सम्बन्धित विभागों द्वारा समय से पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश को 2024 तक क्षय रोग से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने प्रदेश के सभी 13 जिलों के क्षय रोग निदान हेतु कार्य करने वालों को टेबलेट वितरण किया। उन्होंने कहा कि किसी भी लक्ष्य को प्रदान करने के लिए विभागों में आपसी समन्वय होना जरूरी है। विभागों के समन्वय के कारण ही मीजल्स एवं रूबेला के टीकाकरण में प्रदेश में निर्धारित लक्ष्य से अधिक टीकाकरण हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने क्षय रोग मुक्ति के लिए शपथ भी दिलाई। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने इलैक्ट्राॅनिक वैक्सीन इंटैलीजेंस नेटवर्क(ई.वी.आई.एन.) को भी मोबाईल एप से लाॅच किया। ई.वी.आई.एन. का उद््देश्य राज्य में सभी कोल्ड चेन प्वांइंट्स पर वैक्सीन के भण्डारण और प्रभाव तथा भंडारण के तापमान के बारे में तात्कालिक सूचना देकर भारत सरकार के नियमित टीकारण के कार्यक्रम को सहयोग देना है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के जिला चिकित्सालयों, उप जिला चिकित्सालयों एवं प्रत्येक जिले में श्रेष्ठ कार्य करने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पुरस्कृत किया एवं प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किये। जिसमें कायाकल्प पुरस्कार के तहत श्रेणी ’ए’ में प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले जवाहर लाल नेहरू, जिला चिकित्सालय ऊधमसिंह नगर को 50 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की गई। जबकि 06 जिला चिकित्सालयों चेनराय जिला महिला चिकित्सालय हरिद्वार, बी.डी.पाण्डेय जिला पुरूष चिकित्सालय नैनीताल, जिला चिकित्सालय गोपेश्वर, चमोली, बी.डी.पाण्डेय जिला महिला चिकित्सालय नैनीताल, जिला चिकित्सालय रूद्रप्रयाग एवं जिला महिला चिकित्सालय उत्तरकाशी को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 03-03 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की गई। श्रेणी ’बी’ में प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले उप जिला चिकित्सालय नरेन्द्रनगर, टिहरी गढ़वाल को 15 लाख रूपये, द्वितीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले उप जिला चिकित्सालय कोरोनेशन, देहरादून को 10 लाख रूपये एवं सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने वाले संयुक्त चिकित्सालय प्रेमनगर, देहरादून एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डोईवाला, देहरादून को 01-01 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की गई। श्रेणी ’सी’ के अन्तर्गत जनपद में प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 02-02 लाख रूपये एवं सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 50-50 हजार रूपये की धनराशि प्रदान की गई।
इस अवसर पर मीजल्स एवं रूबेला टीकाकरण में बेहतर समन्वय के लिए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव शिक्षा श्रीमती भूपेन्द्र कौर औलख, सचिव स्वास्थ्य श्री नितेश झा, स्टेट इम्यूनाइजेशन आॅफिसर श्रीमती भारती राणा आदि को स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
इस अवसर पर कृृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, अपर सचिव श्रीमती ऊषा शुक्ला, मिशन निदेशक एनएचएम श्री युगल किशोर पंत, जिलाधिकारी चमोली श्री आशीष जोशी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
गैरसैंण/देहरादून 21 मार्च, 2018(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सीएमएस, पं.दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय देहरादून को संतोष का हर सम्भव आवश्यक उपचार करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि संतोष के उपचार पर होने वाला व्यय राज्य सरकार वहन करेगी।
ज्ञातव्य है कि चिन्यालीसौड़ के जोखणी निवासी श्री सुरेन्द्र सिंह नेगी का पुत्र संतोष खेलते समय आग में कैमिकल से हुए विस्फोट से झुलस गया था, जिसका उपचार देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल में चल रहा है। श्री सुरेन्द्र सिंह की माली हालत ठीक न होने के कारण उन्होंने सरकार से संतोष के उपचार हेतु सहायता मांगी, जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने सीएमएस, पं.दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय देहरादून को संतोष का हर सम्भव आवश्यक उपचार करने के निर्देश दिये हैं।
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